हेलो दोस्तों, मैं अरुण वापस आ गया हू, अपनी कहानी के सेकेंड पार्ट के साथ.
तो लास्ट टाइम मैने कहाँ छ्चोढी थी कहानी? हा याद आया, मेरे कज़िन की होने वाली दुल्हन गायत्री ने मेरा लंड चूसा था, जब वो मेरे घर आई थी. मैने उसके चेहरे पर अपना माल निकाला था, और जाने से पहले उसने मुझे एक डीप किस की थी. मैं किसी भी तरह से उस तक नही पहुँच सकता था, तो मैने देल्ही सेक्स छत मॉडेल के साथ मिल कर मूठ मारी. उसका नाम संजना था. इसमे बहुत मज़ा आया मुझे, लेकिन कहानी अभी ख़तम नही हुई.
ये सिर्फ़ एक शुरुआत थी. मैने संजना के साथ और भी काई रातें रंगीन की. एक रात मैने संजना को मेसेज किया. वो ऑनलाइन आई, और उपर से नीचे तक पिंक कलर की लाइनाये में कवर थी. वो कॅमरा में देख कर मुस्कुराइ, और अपना जिस्म सहलाने लगी, मेरा इंतेज़ार करते हुए की मैं कुछ शरारत करूँगा. और मैने वही किया.
मे (अपनी शर्ट उतारते हुए): तुम उन स्ट्रॅप्स को साइड क्यूँ नही कर देती, और मुझे अपने टेस्टी निपल्स क्यूँ नही दिखाई, बेबी गर्ल.
संजना: ऊ, मुझे ये पसंद है, डॅडी! (फिर उसने अपनी ब्रा नीचे खींच कर एक निपल बाहर निकाला) तुम्हे मुझे टीज़ करना पसंद है ना?
उसका निपल उसके टीज़ करने की वजह से अकड़ गया था. वो आ भरते हुए अपने निपल के साथ खेलने लग गयी. फिर उसने मोन किया, और अपना एक बूब बाहर निकाल लिया. वो लगातार मोन कर रही थी मज़ा लेते हुए.
जब वो खुद को टच कर रही थी, तो मैं उसके रोंगटे खड़े होते हुए देख पा रहा था. तो मैने भी अपना लंड बाहर निकाला, और मूठ मारने लगा. उसने कॅमरा में देखा, और झुक कर मुझे अपनी क्लीवेज दिखाने लगी. वो अपने बूब्स को आपस में दबाने लगी.
संजना: अपना कॅमरा झूकाओ, ताकि मैं तुम्हारा फूली हुई नस्सो वाला लंड देख साकु.
मे: सच में? तुम मेरा लंड देखना चाहती हो?
संजना (मोन करते हुए): एम्म, एस डॅडी!
मैने कॅमरा लंड की तरफ घुमाया, और उसको दिखाते हुए मूठ मारने लगा. उसने अपनी लाइनाये पनटी साइड करी, और 2 उंगलियों से छूट के मूह को खोला. फिर उसने आहह भारी, और अपनी छूट के दाने को मुझे देखते हुए रगड़ना शुरू कर दिया. उसको देख कर मैं भी तेज़ी से लंड हिलने लगा.
मे (ज़ोर से लंड हिलाते हुए): मुझे अपनी गांद दिखा, कुटिया.
सनजाना (तेज़ी से छूट रगड़ते हुए): श हा! मुझे ये पसंद है! मुझे फिरसे कुटिया बुलाओ!
मे: अपनी गांद में उंगली डालो, और फिंगरिंग करो गांद में, कुटिया!
संजना: ओह एस! डॅडी!
फिर वो घूम गयी, और मुझे दिखाने के लिए अपनी छूट रगड़ती रही. मैं भी तेज़ी से मूठ मारता गया. मैं उसकी गांद को गायत्री की गांद मान कर और तेज़ी से लंड हिलता गया. उसकी छूट से सफेद पानी तपाक रहा था, और वो अपनी रसीली गांद में उंगली कर रही थी. फिर मैने आ भारी, और मुझे अपनी बॉडी टाइट होती महसूस होने लगी. वो भी मेरे साथ आहह भर रही थी, और पीछे मूड कर अपनी स्क्रीन पर मेरा लंड देखने लगी.
मेरा बहुत सारा माल निकला, जो फर्श पर फैल गया, और वो फिंगरिंग करते हुए मुझे देखने लगी. जब मेरा निकल रहा था, तो वो भी मोन करने लगी, और उसकी छूट से भी पानी निकल कर उसकी बेडशीट पर गिरने लगा.
संजना (थके हुए बोली): श फक! इसमे बहुत मज़ा आया बेबी!
मे (अपने कपड़े वापस डालते हुए): फक! बहुत मज़ा आया.
तभी मुझे इंस्टाग्राम पर एक मेसेज आया. ये गायत्री थी. मुझे अपनी किस्मत पर यकीन नही हुआ. उसने कहा की वो शहर में थी 2 दिन के लिए, और अपने दोस्तों से मिलने आई थी. वो पास के एक होटेल में रुकी हुई थी, और उसने मुझे उसको मिलने आने को कहा. सनजाना और मेरी कॉल ख़तम होने वाली थी, और मैने उसको गायत्री के मेसेज के बारे में बताया.
सनजान: जाओ मिलो उसको. वहाँ से मुझे कॉल करना. मैं तुम्हे उस सेक्सी कुटिया की छूट फाड़ते हुए देखना चाहती हू. इससे मेरा पानी भी तगड़ा निकलेगा!
मुझे उसका आइडिया पसंद आया. हम दोनो इस नॉटी प्लान पर हास्से, और हमने कॉल ख़तम की.
फिर अगले 2 दिन एक झटके में निकल गये. शाम एक वक़्त मैं गायत्री के होटेल पहुँचा, और उसको मेसेज किया. उसने मुझे रूम नंबर मेसेज किया, और मैं जल्दी से रूम की तरफ चल पड़ा. मैं लिफ्ट में चढ़ा, और मैने देखा उसके फ्लोर पर बहुत सारे दरवाज़े थे.
जैसे ही मैं लिफ्ट से बाहर निकला, मैने देखा एक दरवाज़ा खुला, और गायत्री बाहर निकल कर दरवाज़े के फ्रेम के साथ सतत कर खड़ी हो गयी. वो मेरी तरफ कामुकता भारी नज़र से देख रही थी. उसने एक लाल रंग की स्ट्रॅप्स वाली लोंग स्कर्ट टाइप ड्रेस पहनी थी, जो मुश्किल से ही उसकी सॉफ्ट लेग्स को कवर कर रही थी. वो मेरा इंतेज़ार कर रही थी.
जब मैं उसके पास पहुँचा, तो उसने मेरी शर्ट पकड़ कर मुझे अंदर खींच लिया. उसने मुझे दीवार के साथ चिपका दिया, और मुझे एक डीप किस दिया. मेरा निकल ही जाने वाला था, किस इतनी टेस्टी थी.
गायत्री: गोद! जब से तुम्हारे लंड का स्वाद लिया है, मैं उसके लिए तड़प रही हू.
फिर उसने अपनी ड्रेस उठाई, ताकि वो नीचे हो सके. उसके बाद उसने मेरी जीन्स नीचे की, और मेरी जांघों पर किस करने लगी. उसके किस करने से मेरी टाँगों में करेंट सा लगा, जिसे देख कर वो हासणे लगी. फिर उसने मेरे बॉक्सर्स को नीचे किया, और मेरे इन्नर थाइस को किस किया. मेरा लंड उसके चेहरे पर लग रहा था. उसने मेरा लंड पकड़ा, और उसको धीरे से हिलने लगी.
मे: मेरे पास कुछ नॉटी करने का प्लान है.
गायत्री (मेरा लंड चाट-ते हुए): क्या इसमे लंड मेरी छूट में जाना शामिल है?
मे: हा, कोई है जो हमारी चुदाई देखना चाहता है.
गायत्री (अपने बाल बाँधते हुए): श किकी! और बताओ मुझे.
फिर उसने मेरे लंड को अपने मूह में भर लिया. मेरी आ निकली, और मैं उसको सीस्क और संजना के बारे में सब बताने लगा. वो मेरे लंड का स्वाद लेते हुए मोन करती जेया रही थी. फिर उसने अपने कंधो से अपनी स्कर्ट के स्ट्रॅप्स नीचे खिसका दिए, और मेरे लंड को अपने बूब्स के बीच में ले लिया.
उसने मेरे लंड से अपने बूब्स चुड़वते हुए हा कह दिया. फिर हम बेड पर गये, और मैने उसके लॅपटॉप पर देल्ही सेक्स छत पर लोजीन किया. जब मैं संजना को मेसेज कर रहा था गायत्री मेरी बॅक चाट रही थी, और लंड सहला रही थी.
इंतेज़ार करते हुए गायत्री बेकाबू हो रही थी. वो मेरे सामने आई, और अपनी नंगी गांद को मेरे लंड पर रगड़ने लगी. मैं अपने लंड पर उसकी गीली छूट को महसूस कर पा रहा था, और मैने नियंत्रण खो दिया. आख़िरकार मैने अपने लंड को उसकी छूट में डाल दिया, और वो ज़ोर से मोन करने लगी.
गायत्री: ओह फक, मैने इस एहसास को बहुत मिस किया!
मे: कॉन्सा एहसास? चुदाई का?
गायत्री: जवान, उत्तेजित लंड से चूड़ने का. छोड़ो मुझे, लड़के!
संजना (लोग इन करके): ओह फक! ये बहुत हॉट है.
गायत्री (लंड अंदर जाने से मोन करती हुई): तुम यहीं देखना छाती थी? रंडी कुटिया!
संजना: हा, धोखेबाज़ रंडी!
गायत्री: ओह फक! मुझे फिर से इसी नाम से बुलाओ.
संजना और गायत्री एक-दूसरे के गंदे नाम लेने लगे, जिससे मैं और गरम हो गया. मैने गायत्री की गांद पकड़ी, और उसको छोड़ने लग गया, जैसे मेरी ज़िंदगी उसी पर निर्भर करती हो. उसके बूब्स उछालने लगे, और संजना अपनी फिंगरिंग करने लगी हमारी चुदाई की आवाज़ सुन कर. मैने दोनो औरतों को मज़े से आहें भरते सुना.
गायत्री का पानी मेरे लंड पर बहने लगा, और इस वजह से मेरा लंड और आसानी से छूट में अंदर-बाहर होने लगा. मैने उसको फुल स्पीड में छोड़ना शुरू कर दिया, और सनजान हमे देखते हुए फुल स्पीड में अपनी छूट सहलाने लगी. उसका भी पानी निकालने लगा.
संजना का सीन बहुत सेक्सी था, जिसको देख कर मेरा भी . वाला हो गया. मैं ज़ोर-ज़ोर से . . लगा, और मेरा लंड बस माल . वाला था. मेरा माल गायत्री की छूट से . लगा, और उसने मुझे और अपने अंदर खींच लिया.
संजना (पीछे लेट-ते हुए): वाउ! ऐसा लगता है की वो नही चाहती तुम रूको.
गायत्री: तुम सही कह रही हो! मैं नही चाहती! मुझे जवान और सख़्त लंड बहुत पसंद है. मुझे और तोड़ा छोड़ो बेबी पूरा निकालने से पहले.
वो मेरे होंठ चूसने लगी, और मैं नीचे से उसको छोड़ता गया. संजना हमे देख कर छूट रगड़ती गयी, और फिर उसने बाइ बोल दिया. मेरे पास अभी पूरी रात थी, अपने कज़िन भाई की होने वाली लुगाई की चुदाई के लिए. बस मुझे एक बार चार्ज होने की ज़रूरत थी.
दोस्तों, उस दिन मैने महसूस किया की वर्चुयल थ्रीसम भी बहुत हॉट हो सकता है. अगर आप भी कुछ सेक्सी करना चाहते है इन देसी सेक्सी लड़कियों के साथ, तो विज़िट करके सीस्क साइट पर.