अमित: ऑश दीदी छूट चुड क्यूँ नही रही यार? बहुत टाइट है तेरी छूट यार.
मोनिका: भाई पहली बार है ना. तेरा पूरा ज़ोर भी नही लग रहा. मुझे बेड के कॉर्नर पर कर ले. तू टाँग चौड़ी करके छोड़. चुड जाएगी ऐसी बात नही है.
मैने दीदी की टाँग पकड़ कर खींच ली. दीदी ने अपनी टाँग को उपर करके हाथ से टाँग को पकड़ लिया. मैने छूट पर थूक लगा दिया. फिर खड़ा हो कर शॉट मारने लगा. थोड़ी देर बाद लगा की दीदी की छूट थोड़ी ढीली हो गयी थी.
मोनिका: ऑश भाई, अब दर्द नही हो रहा. आहह छूट चूड़ेगी तो चिकनी हो जाएगी. ऑश तेरा लंड देख-देख कर छूट गीली होने लगी है. मितू ई रियली लोवे योउ भाई. ई लोवे योउ ब्रो.
अमित: ऑश बेहन की छूट ओह मोनिका तेरी छूट आहह बहुत हॉट है तू. मेरी जान ऑश मेरी बीवी की तरह रखूँगा.
मोनिका: ये रूम मों ने सच में चुदाई के लिए दिया है बेहन भाई को. ई लोवे योउ मुम्मा. तूने भाई को भेज दिया मेरे लिए. ऑश मों भी दादा जी से चुड रही होगी.
मोनिका बार-बार लंड को अंदर बाहर होते देख कर काफ़ी एग्ज़ाइटेड हो रही थी.
मोनिका: तेरा पिंक लंड मुझे पसंद आ गया. चूस्टे टाइम बहुत अछा लगता है.
अमित: मोनिका डार्लिंग तू लोड्ा बहुत मस्त चूस्टी है. ऑश आआहह.
मोनिका: ऑश भाई से चुड कर आज बहुत मज़ा आ रहा है. एक बात याद रखना ये बात भूल से भी किसी को मत बता देना. नही तो बदनामी होगी बहुत और छूट भी नही मिलेगी. ये राज़ रहेगा तब तक मेरी छूट छोड़ सकता है. कोई ग़लती मत करना भाई. उूऊउईईई म्माआअ ऊओ भाई तेरे लंड की फन हो गयी यार.
मैने कुछ देर तक दीदी को छोड़ा, और दीदी को मज़ा आ गया. दीदी की सिसकियाँ बहुत सेक्सी हो गयी थी.
अमित: अर्रे यार तुम घोड़ी बन जाओ ना. ऐसे ज़्यादा मज़ा नही आ रहा.
मोनिका: ऑश मुझे तो आ गया भाई. लो बन जाती हू. तुमको मज़ा ना आए तब तक छोड़ते रहो.
मोनिका झुकी तो मैने लंड को छूट पर रखा, और कमर पकड़ कर लंड अंदर घुसेध दिया. 2-3 शॉट मारते ही मज़ा आने लगा. लंड भी पूरा अंदर जेया रहा था. मुझे बहुत ईज़ी हो गया था.
मोनिका: ऑश भाई आहह. अब ठीक है. मुझे अछा लग रहा है. भाई तुझे मज़ा आ रहा है क्या?
अमित: ह्म यार घोड़ी बहुत मस्त बनी है तू. ऑश मोनिका ऑश दीदी आअहह बहुत ईज़ी चुड रही है.
मोनिका: भाई तुमको मज़ा आना चाहिए यार. लंड काफ़ी अंदर जेया रहा है.
अमित: बधाई हो दीदी, तूने पूरा लोड्ा छूट में ले लिया.
मोनिका: ऑश भाई मैं फील कर रही हू. ऑश मेरे बूब पकड़ ले ना, दादा जी मों को बूब पकड़ कर छोड़ रहे थे.
मैने झट से एक हाथ बूब पर रख कर दबाया, और दूसरे से दीदी के कंधे को पकड़ कर शॉट मारने लगा.
दीदी की चुचि भी दबाने लगा. वो अया आ करने लगी. फिर दूसरे बूब को दूसरे हाथ से पकड़ कर दबाने लगा. दीदी के बूब काफ़ी बड़े थे.
मोनिका: ऑश भाई ऐसे ही घोड़ी पर चढ़ कर छोड़ते रहो यार. मितू बहुत मज़ा आ रहा है यार मुझे, ऑश भाई ई लोवे योउ मितू. ऑश छ्होटे, तू तो बड़ा काम का है. ऑश भाई ऊहह बहुत मस्ती चढ़ गयी है.
अमित: ऑश ऐसे बहुत मज़े दे रही है तू यार. तभी तो मों ऐसी मरवती है. दीदी यार ऊहह मेरी जान ऑश. लगता है बहुत मज़े देगी तू भाई को.
मोनिका: ऊओह भाई ऊहह छूट गीली हो रही है. ज़ोर-ज़ोर से मार यार आअहह भाई ऊहह भाई लेले बेहन की छूट. उउउई मा, बहुत मज़ा आ रहा है.
अमित: ऑश बेबी ऑश बेबी ई लोवे योउ यार.
मोनिका: फक मे ब्रो ऊहह फक मे यार. फक युवर लोवे. मैं झड़ने वाली हू भाई.
अमित: उम्माहह ऊओह बस 5 मिनिट रुक जेया बेहन की लोदी.
थोड़ी ही देर में दीदी झाड़ गयी थी. मुझे मज़ा आ ही रहा था.
मोनिका: ऑश भाई, तेरे भाई में बहुत दूं है. लगता है तू तो दादा से भी ज़्यादा छोड़ेगा मुझे. भाई के ऊहह डुमदार लंड ने बेहन का पानी निकल दिया.
अमित: बस दीदी थोड़ी देर और देदे छूट. बस मज़ा आ रहा है यार.
मोनिका: भाई तेरे लिए छूट हाज़िर है. मज़ा आए तब तक पेल बेहन को उउउहह. मैं तो दो बार झाड़ गयी भाई.
मैं दीदी के दोनो बूब पकड़ कर छोड़ रहा था. करीब 5-6 मिनिट्स बाद दीदी की छूट में झाड़ गया. दीदी एक बार फिर झाड़ गयी थी. मैं तोड़ा तक गया था. मैं बेड पर बैठ गया था. दीदी खड़ी हुई और पानी ले आई. उसको नंगी देख कर अजीब सा लग रहा था.
दीदी भी स्माइल दे रही थी. उसके बूब लाल हो गये थे. वो और मैं एक-दूसरे को देख कर स्माइल दे रहे थे. दीदी को भी शरम आ रही थी. उसने एक चादर ओढ़ ली.
अमित: ऑश मेरी जान, अब शरम क्यूँ आ रही है? अभी तो मेरे से एक घंटे चूड़ी है. तेरा सब कुछ दिखने दे मुझे. नंगी बहुत अची लग रही है तू.
मोनिका: ऑश बहुत शरारती हो गया है तू. दीदी को नंगी देखना चाहता है.
अमित: बेबी ऑश बहुत मज़ा आया तेरी छूट छोड़ कर. मैने तो सपने में भी नही सोचा था की दीदी की ऐसे मिल जाएगी.
मोनिका मेरे पास आ कर बैठ गयी.
मोनिका: ऑश छ्होटे तूने आज बहुत हार्ड वर्क किया है. अपनी बेहन को रानी की तरह चुदाई का सुख दिया है. ई लोवे योउ भाई.
अमित: ऑश दीदी तू भी एक-दूं मस्त माल है. ऑश घोड़ी बन कर चूड़ी तब बहुत मज़ा दिया तूने.
मोनिका: यार तुम्हारा मॅन करे वैसे ले लिया करो. मुझे भी घोड़ी बन कर काफ़ी मज़ा आया भाई.
मोनिका अपनी छूट सॉफ कर रही थी. फिर उसने बिना कहे ही मेरा कॉंडम उतार दिया. कॉंडम काफ़ी माल से भरा हुआ था.
मोनिका: ऑश भाई सच में कॉंडम माल से भर दिया तूने. चल यार अब साथ नहा कर आते है.
मैने दीदी के कंधे पर हाथ रखा, और नहाने चले गये. दीदी ने साबुन लगा कर मुझे नहलाया. मेरे लंड को सहलाया. फिर मैने भी दीदी के बूब चूज़ और किस भी किए. हम दोनो नहा कर रूम में आ गये. मैने लाइट ऑफ कर दी. रात के करीब 1 बाज गये थे.
अमित: यार कपड़े पहन लेना. सुबह मों आ गयी तो सारी पॉल खुल जाएगी.
मोनिका: तो अब क्या दर्र है? वो भी तो दादा जी से मरवा रही है.
अमित: अभी कुछ नही बोलेंगे उसको. अभी तो तेरी चुदाई चलनी चाहिए.
मोनिका: सही कहा भाई. हम दोनो की चुदाई के बीच कोई लाफद नही होना चाहिए.
अमित: वैसे दीदी तू बिना कपड़ों के बहुत सेक्सी लगती है.
मोनिका: यार एक बात सॅकी बोल रही हू. तेरा लंड काफ़ी लंबा है. बहुत मज़ा आया भाई.
अमित: दीदी दिन में हम दोनो भाई-बेहन रहेंगे. रात को इस रूम में आते ही पति-पत्नी.
मोनिका: यार चुदाई तो बेहन-भाई वाली ही मस्त लगती है. बेहन को भाई छोड़े उतना मज़ा और चुदाई में नही आता. छ्होटा भाई और बड़ी बेहन च्छूप-च्छूप कर चुदाई करे तो मज़ा भी दुगना आता है.
अमित: सही कह रही हो. मों और दादा जी सोच रहे है की उपर भाई-बेहन सो रहे है. पर उनको पता नही की रूम के अंदर बेहन की छूट भाई छोड़ रहा है.
मोनिका: ऑश भाई फिरसे छोड़ने का प्लान है क्या मुझे? ऐसी बात सुन कर बहुत मज़ा आ रहा है.
अमित: यार कोई शक भी नही करेगा हम दोनो पर की हम भाई-बेहन हो कर एक-दूसरे को रात में छोड़ते है.
मोनिका: ऑश तेरे जैसा भाई हो तो मेरी छूट छोड़ कर ही मानेगा. ई लोवे योउ भाई उम्माह. चल अब सो जेया. कल फिर मेरी छूट छोड़नी होगी.
मैने भी दीदी को पकड़ा, और उसके लिप्स चूज़. वो भी मेरा साथ दे रही थी.
मोनिका: ऑश भाई गाल पर कोई निशान मत बना देना. मेरे बूब्स पर तो लाल-लाल लोवे बाइट्स काट ली तूने.
अमित: चल अब सो जेया. ज़्यादा बोली तो फिरसे घोड़ी बना कर छूट चुड़वणी होगी.
मोनिका: अब मेरी छूट लेगा क्या? अब तो सोने दे भाई. मेरे राजा भैया ने बेहन को खुश करने के लिए बहुत मेहनत की है. लोवे योउ भाई.
अमित: लोवे योउ दीदी उम्माह. मेरी चिकनी छूट, अब तुझे डेली छोड़ा करूँगा.
मैने और दीदी ने कपड़े पहने और थोड़ी ही देर में सो गये. उधर मेरी मों भी दादा जी छूट छुड़वा कर सो गयी थी. आपको स्टोरी कैसी लगी बताना. अंिटदेलही701@गमाल.कॉम