भाभी ने दी मेरी गाँड़ में ऊँगली

मेरा नाम राज है माई कानपुर का रहने वाला हू मैं 20 साल ka हूँ मेरी लम्बाई 5’10 है। मैं BA फ़र्स्ट year का छात्र हू। मेरा शरीर बी अच्छा है क्यूँ की मुझे gym जाना पसंद है । ये कहानी मेरी और मेरी भाभी की है।

यह बात पिछले साल की है जब मेरे भैया की नई नई शादी हुई थी।मेरे भैया मेरी भाभी को ब्याह के घर में लाए थे । भाभी का नाम नेहा है। मैंने पहली बार जब भाभी को देखा था तो मेरी आंखे फट गई थी और 7 इंच का लम्बा लंड खड़ा हो गया था । उनकी उम्र 26 की थी ओर उनका शरीर भी भरा हुआ था । उनके मौमे लगभग 36 k होंगे उनकी कमर 30 की थी ओर उनकी गांड़ काफ़ी भारी थी क़रीब 40 की होगी।

मेरा भैया का कारोबार दिल्ली मे था उसके कारण वो अक्सर वहाँ जाते रहते थे । घर पर सिर्फ़ मैं और भाभी ही होते थे । मुझे भाभी बोहत अछी लगती थी मैं उन को एक बार चोदना चाहता था लेकिन कभी हिम्मत नही हुई। मैं भाभी के नाम की मुठ मार के अपने मन को शांत कर लेता था। कभी कभी मैं किसी ना किसी बहाने से भाभी के मौमे या गांड़ पर हाथ फेर देता था लेकिन भाभी ने कभी कुछ नहीं कहा।भाभी शायद मेरी नीयत जानती थी लेकिन उन्हें यह भी पता था के मैं शर्मिला हूँ मैं पहेल नहीं कर पाउंगा ।

एक दिन जब मैं नहा रहा था तो बाथरूम की कुंडी लगाना गया उसी समय भाभी ने दरवाज़ा खोल दिया और मैं पूरा नंगा उन के सामने खड़ा हुआ था मेरा 7 इंच का लम्बा लंड भी खड़ा हुआ था भाभी मेरे लंड को घूर घूर के देखने लगी ओर 1 मिनट तक घूरती रही और फिर मैंने एक दुम से दरवाज़ा बंद कर लिया ।

जब मैं बाथरूम से बाहर आया तो भाभी से नज़र नहीं मिला पा रहा था। फिर भाभी ने आवाज़ लगाई और बोली खाना लग गया है खा ले । फिर हम दोनो बेठ के खाना खाने लगे । भाभी बोली देवर जी तुम अब छोटे नहीं रहे दरवाजा बंद कर के नहाया कीजिए मैं बोला भाभी भूल गया था आगे से ध्यान रखूँगा वो बोली अब तुम बड़े हो गए हो और तुमहरे पुर्ज़े भी बड़े हो गए हैं । मैं बोला क्या मतलब भाभी आप का वो बोली कुछ नहीं तू खाना खा ले ।

उस दीन के बाद से भाभी मुझे अलग नज़र से देखने लगी। वो अब घर में ज़्यादातर मैक्सी पहन कर रहती थी।मेरे सामने जान बूज के ज़्यादा झूक के सफाई करती थी सफाई करते समय उनके 38 इंच के मौमे साफ़ दिखाई देते थे मन करता था के अभि भाभी को पकड़ के बस चोद दूँ । लेकिन मैं डरता था ।

एसे ही कई दीन बीत गए । एक दिन मैं gym से तो भाभी रसोई में खाना बना रही थी ओर उनकी गांड़ क्या मस्त लग रही थी । मैंने सोचा क्यूँ ना आज हिम्मत कर के आज कोई पहल की जाए भाभी को चौदने के लिए। मैं अपने कमरे में चला tshirt उतार के पलंग पे लेट गया ओर भाभी को आवाज़ दी के भाभी जरा पानी देना भाभी पानी ले आई ओर मेरी पसीने से भरे को शरीर देख के बोली वाह ! देवर जी तुमने बोहोत अच्छी बॉडी बना ली । मैं बोला भाभी मेरी कमर के निचले हिस्से में बोहत दर्द है भाभी बोली तू रुक मैं तेरी गरम तेल से मालिश कर देती हूँ ।

भाभी रसोई से गरम तेल ले आई ओर बोली अपना पजामा उतार दे वरना तेल से गंदा हो जाएगा । मैं अपना पजामा उतार के लेटने लगा तो भाभी हसने लगी मुझे लगा भाभी मेरे अंडरवियर मे बने तंबू को देख के हंस रही है । वो मेरे अंडरवियर की तरफ इशारा करते हए बोली इसे भी उतार दे , मैं बोला लेकिन भाभी आप के सामने वो बोली देवर जी अब मुझ से क्या शर्माना मैंने तो उस दिन नहाते समय सब देख लिया था। मैं मन ही मन हसने लगा और अंडरवियर उतार के उन के सामने खड़ा हो गया मेरा लंड देख के भाभी का मुँह खुला का खुला रह गया मेरा मन किया कि अभी भाभी मुँह में अपना लंड फसा दूँ फिर भाभी बोली लेट जा और मैं पेट के बल पलंग पे लेट गया ।

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भाभी मेरी जाँग पर बैथ गई ओर अपने मुलायम हाथो से मेरी पीठ पे मालिश करने लगी और मैं उन के सामने नंगा लेटा हुआ था । भाभी के उन मुलायम हाथो के स्पर्श से मैं मदहोश होने लगा। क़रीब 5 मिनट पीठ की मालिश के बाद वो थोडी नीचे आ गई ओर मेरी गाँड़ पे हाथ फेरने लगी मुझे बोहोत मज़ा आने लगा भाभी ने तेल लगा के मेरी पुरी गांड़ चिकनी कर्दी फिर एकदम से मेरी चीख़ निकल गई ufffffff… भाभी ने अपनी एक ऊँगली मेरे गाँड़ के छेद में दाल दी थी मैं बोला भाभी इसे बहार निकालो बोहोत दर्द हो रहा है भाभी हँसते हए बोली दर्द हो रहा है देवर जी अभी मज़ा ब आएगा फिर भाभी अपनी ऊँगली मेरी गाँड़ के छेद में अंदर बाहर करने लगी ओर मज़े मज़ा आने लगा, तभी भाभी बोली मज़ा आया के नहीं …..? मैं बोला हाँ भाभी बोहोत मज़ा आ रहा है । वो बोली रुको बेटा अभी और मज़ा आऐगा मैं एकदम से डर गया मुझे लगा कही भाभी अपना पुरा हाथ ना मेरी गांड़ में देदे।

फिर मुझे एकदम से कुछ गुदगुदी सी होने लगी पीछे मुड़ के देखा तो भाभी मेरी गांड़ चाट रही थी फिर भाभी ने मुझे घोड़ा बनने के लिए बोला ओर मै घोड़ा बन गया गया तभी भाभी ने दोनो हाथो से मेरी गाँड़ फैला दी और अपना पुरा मुँह मेरी गांड़ में डाल दीया ओर अपनी जीब से मेरे गांड़ के छेद को चाटने लगी । मुझे एसा लगा के मै उस समय जन्नत में था । भाभी बोली देवर जी मज़ा आ रहा है ना……? मैं बोला हाँ भाभी बोहोत मज़ा आ रहा है लेकिन आप ने यह सब सीखा कहा से भाभी बोली तू मादरचोद मज़े ले ना बस अब तूजे गाँड़ चटवाने में भी दिक़्क़त है हम दोनो हंस पड़े । भाभी पहले मेरी गाँड़ पे थूकती और अपनी जीब से साफ़ कर देती भाभी लगातार अपनी जीब से मेरी गाँड़ चाटी जा रही थी। 10 मिनट में उनो ने अपने थूक से मेरी गांड़ का छेद भर दिया।

मैं अभी भी घोड़ा बाना हुआ था उनका थूक मेरे छेद से होते हए मेरे टटों ओर मेरे लंड तक पहोच गया था। भाभी ने मेरी गोटिया भी चाटनी शुरू कर दी उन्हो ने अब मुझे सीदा लेटा दिया और गपागप मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया।भाभी क्या मस्त रांड लग रही थी मेरा लंड चूसते हुए मैने भी अपने दोनो हाथो से उनका सर पकड़ा और ऊपर नीचे करने लगा। 10 मिनट लंड चूस्वाने के बाद मैं झड़ने वाला तो मैने उनका सर अपने लंड पे ही दबाई रखा और अपने वीर्य की धार उनके मुँह में ही छोड़ दी भाभी मेरा सारा माल पी गई ओर मेरा पूरा लंड चाट चाट के साफ़ कर दिया।

मैं थक के पलंग पर आँखे बंद कर के लेट गया तभी मुझे कुछ अजीब सी ख़ुशबू आई आँख खोल के देखा तो 40 इंच की भाभी की गांड़ मेरे मुँह के सामने थी भाभी ने अपनी मैक्सी बी उतार दी थी भाभी पुरी नन्ही मेरे मुँह के ऊपर बेठी थी उनके मोटे मोम भी लटक रहे थे । भाभी बोली हरामख़ोर मैं क्या सिर्फ़ गाँड़ चाटने के लिए हूँ, मेरी प्यास कौन भुजाएगा इतना बोल के वो मेरे मुँह पर बैठ गई। मैं भी उनकी चूट चाटने लगा भाभी की सिसकियो की आवाज़ पूरे कमरे में गूंज रही थी आह… आह… आह… कुत्ते चाट अपनी भाभी की प्यासी चूत । क्या बताऊँ दोस्तों कितनी मस्त ख़ुश्बू थी भाभी की चूत की ओर उनके चूत से निकलते उस पानी की तो बात ही कुछ ओर है। 10 मिनट में भाभी मेरे मुँह में झड़ गई ओर मैं उनका सारा पानी पी गया ।

भाभी फिर उलटी हो के मेरे मुँह पे बेथ गई और बोली देवर जी ज़रा हमारी गांड़ पे भी ग़ौर फ़रमाइए, मैं समज गया के भाभी अपनी गाँड़ चटवाना चाहती है। मैं भी बीना देरी करते हए अपनी जीब भाभी के गांड़ के छेद की गहराइयो तक पोहचा दी। भाभी बी मदहोश हो रही थी चाट बेटे चाट अपने भाई की बीवी की गांड़ चाट उनकी गांड़ का स्वाद तो राज्मा चावल से भी अच्छा था।

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भाभी एक दम से हसने लगी मुझे समज नहीं अया भाभी क्यूँ हंस रही है । मै बीना किसी की परवाह किए उनकी गांड चाट ता गया फिर मुझे एक दम से कोई आवाज़ आई और अगले ही सेकंड भाभी ने मेरे मुँह में मूत दिया उनका आधा मूत मेरे मुँह में चला गया वो तो मैं पी गया और आधे मूत से मेरा पूरा चेहरा भीग गया मैं एक दम से उठ गया ओर बोला क्या भाभी अपने मेरे मुँह में मूत दिया भाभी हसने लगी और मुझे kiss करने लगी मेरे मुँह पे लगा मूत उन्हो ने चाटचाट के साफ़ कर दिया और बोली देवर जी इसमें नाराज़ होने वाली क्या बात है आपकी भाभी का ही तो मूत है थोड़ा सा पी भी लिया तो क्या हो गया अगर कभी आपको भी मेरे मुँह में पेशाब करना हो तो कर देना मैं मना नहीं करूँगी।लेकिन सच बताऊँ तो मुझे भाभी का मूत भी बोहोत स्वाद लगा ।

भाभी बोली बस राजा अब और मत तड़पा अपनी भाभी को चौद दे । मैने भाभी को घोड़ी बनाया ओर अपना लंड भाभी की चूत पे रख दिया भाभी बोली नहीं देवर जी इस चूत पे हक़ सिर्फ़ तुमारे भैया का है। तू आज मेरी कुँवारी गांड़ मार ले यह तेरे लंड की प्यासी है। मैं भी तो यही चाहता था जिस गांड़ के मैं सिर्फ़ सपने देखता था आज वो मेरे सामने चूड़ने के लिए तयार थी ।

मैंने झट से अपना लंड भाभी के गांड़ के छेद पे टिका दिया ओर ज़ोर कि एक धक्का मारा तो मेरे लंड का सूपड़ा उनकी गांड़ में चला गया भाभी चिल्ला उठी kuteeeeeeee….. कमीने मैं कोई रांड नही हूँ तेरी भाभी हुँ घर की ही गांड़ है आराम से मार फिर मैं धीरे धीरे अपना लंड उनकी गांड़ में डालता गया भाभी अबि भी चीला रही थी इसलिए मैने उन के मोमो को दबान शुरू कर दिया। 4-5 धक्कों के बाद मेरा पूरा लंड भाभी की गांड़ में चला गया भाभी के आँसू निकल गाए थे ओर उनकी गांड़ में से ख़ून भी आ रहा था ।

5 मिनट के बाद भाभी को भी मज़ा आने लगा ओर भाभी भी गांड़ उठा उठा के मुझ से चुदवाने लगी । पूरे कमरे मे पच पच की आवाज़ें आ रही थी भाभी और मैं दोनो ही पसीने में लाथपथ थे। 20 मिनट की गांड़ चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था मैने बोला भाभी कहाँ निकालू भाभी बोली मेरी गांड़ में ही निकाल दे अपना माल 8-10 धक्कों के बाद मै भाभी की गांड़ में ही झड़ गया।

मैं पलंग पे आँखें बंद कर के लेट गया एकदम से मेरे मुँह पे एक बूँद गिरी आँख खोली तो देखा भाभी अपनी गाँड़ लेके मेरे मुँह के सामने थी ओर मेरे मुँह पे बेठ गई सारा माल उनकी गाँड़ से मेरे मुँह में आ गया मैंने कभी ज़िंदगी में नहीं सोचा था के मुझे कभी अपने ही वीर्य का स्वाद चखना पड़ेगा फिर भाभी मेरे ऊपर लेट गई ओर मुझे kiss करने लगी ओर मेरे मुँह से सारा माल अपने मुँह में ले लिया और पी गई भाबी बोली आप का वीर्य आप को ही पिला दे एसा पाप नहीं कर सकते हम देवर जी।

फिर भाभी बोली क्यूँ देवर जी कैसी लगी आप को मालिश मैं बोला भाभी बोहोत मस्त लगी । फिर मैं उठ के जाने लगा तो ऊनो में मेरे लंड से मुझे पकड़ लिया और बोली कहाँ चले मैं बोला भाभी मैं मूत के आता हूँ । भाभी बोली वहाँ कहाँ जा रहे हो मूतने यही मेरे मुँह में मूत दो और करलो हिसाब बराबर भाभी ने अपना मुँह खोला ओर मैने भाभी के मुँह में मूतने लगा भाभी मेरा आधा मूत पी गई ओर मेरा आधा मूत भाभी के गोरे जिस्म ओर चेहरे पे गिर गया ।

तो ये थी दोस्तों मेरी ओर मेरी भाभी की गाँड़ चुदाई की कहानी। आशा करता हुँ आप सभी के कछे गीले कर दिए होंगे। धन्यवाद !



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