भाभी को गर्लफ्रेंड बना कर मज़्ज़ा लिया

हेलो दोस्तो मेरा नाम अग्गी है मे चंडीगार्ह का रहने वाला हू और बंगलोरे इट कंपनी मे जॉब करता हू. आज मे अपनी एक रियल स्टोरी बता रहा हू जो की मेरी और मेरी कज़िन भाभी की है.

ये बात लॉक्कडोवन् से पहले की है जब सब ओपन था उस साल मेरी कज़िन की मॅरेज थी, मतलब बुआ जी के छोटे बेटे की.

तो मई और मेरी फॅमिली शादी के पहले फंक्षन पर गये. तब वाहा मई उनके बड़े बेटे की वाइफ से मिला मतलब भाभी से, इस स्टोरी की हेरोयिन से. उनका नाम सोनिया है और बहोट मस्त लग रही थी. कोई भी देख के नही बता सकता था की उनकी एक बेटी भी है 3 साल की.

तो उस दिन सब ठीक था मेरे मॅन मे ऐसा कुछ भी नही था. बुत जब हम दो दिन बाद फिर से गये लॅडीस संगीत पर. तब उस दिन भाभी बहोट कमाल लग रही थी.

उन्होने ल़हेंगा डाला हुआ जिसमे वो बहोट सुंदर लग रही थी. तो हम सब डॅन्स करने लगे एंड तक बस फॅमिली वेल रहे गये थे. हम सब डॅन्स कर रहे थे तो मई उनके साथ डॅन्स कर रहा. और उनको चेक आउट भी कर रहा था और शयद उनको पता भी चल गया था बुत कुछ बोला नही.

डॅन्स के बाद सब ने पिक्स ली और मैने उनके साथ अकले पिक्स ली. जान के अपने भाई को बोला की भाभी के साथ भी ले ले मेरी 1-2 पिक्स. तो मैने जब पिक ली तो उनकी कमर पर हाथ रख के ली. फील लेते हुए जिस पर वो मेरे को देख के स्माइल दी और हुँने पिक करवा ली.

फिर तडे टाइम बाद हम वाहा से जाने लगे तो सब से मिले बुत भाभी रूम मे थी अपनी बेटी को सुला रही थी. तो मे उनके रूम मे गया मिलने.

मैने डोर को नॉक किया और भाभी मे आंद्र आने को बोला. मे गया तो बोला की भाभी हम जा रहे है बस मिलने आया था. तो वो मेरे पास आई हुँने हॅंडशेक किया.

मैने बोला भाभी आज आप बहोट सुंदर हो और आज तो और भी ज़्यादा लग रहे थे. जिक पर वो स्माइल दी और हम नीचे आ गये जहा सब थे. भाभी सब से मिले और हम घर आ गये.

एक दिन बाद शादी थी हम, शादी मे ज़्यादा बात नही कर पाया बड़ी बहू होने के कारण वो बिज़ी रही.

बुत शादी के बाद मेरेको भाभी अची ल्ज्ने लगी थी मेरेको पसनड़ आने लगी थी और मे उनको पटना चाहता था तो मैने हुंरहे फॅमिली ग्रूप से कज़िन भाई जिन की वाइफ है वो उन से उनका नो लिया बोल के ग्रूप मे आड करो उनको मे करता हू नो दो तो उन्होने दे दिया.

मैने पहले उनको ग्रूप मे आड किया और फॉर पिक्स या कुछ ना कुछ बहाने से बात करने स्टार्ट कर दिया. मे रोज़ उनकी तारीफ करता था उनके से म्स्ग या कुछ ना कुछ कर के छत करने लगा गया था और वो भी मेरे साथ छत करती थी.

ऐसे ही कुछ दिन चले गये थे, मेरेको लगा था की अब शी मोका है बात आएँगे करने का तो मैने एक दिन उनको ऐसे ही बोला की मे बहोट तक गया हू ऑफीस काम से मूड भी ठीक नही है अग्र आपको बुरा ना लगे तो मे कॉल कर के बात कर सकते है.

उस टाइम 11 भजे होगये रात के.

भाभी ने भी हन बोल दिया जब फोन किया तो पता चला भाई आज घर नही है उनके फ्रेंड की मॅरेज थी तो वाहा गये थे.

मैने फोन किया तो:

मे : हेलो भाभी कैसी हो सॉरी रात को डिस्त्रूब कर रहा हू मूड ठीक नही था तो सोचा आप से बात कर लो.

भाभी: अछा की मे भी आज अकेली हू भैया गये हुए है मॅरेज पर अपने दोस्त की तो कल ही आएँगे.

तू बता मूड क्यू खर्ब है क्या हुआ?

मैने अपनी ऑफीस की बात ब्टाई सब फिर वैसे ही बात थी थोड़ी देर फिर मे वापिस भाभी से फ्लर्ट स्टार्ट कर दिया.

मे: भाभी आप कितनी अची हो कितनी अंडरस्टॅंडिंग हो भैया इस लकी तो हॅव योउ.

भाभी: अछा, क्यू तेरी गफ़ नही है ऐसी?

मे: मेरी कोई गफ़ नही है.

भाभी: हो नही सकता, तेरी तो पक्का होगी.

मे: नही है भाई वरना आपको क्यू डिस्त्रूब करता मई.

भाभी: अछा क्यू है ऐसा कोई पसंद नही आई तेरेको कोई, वाहा होगी बहोट सारी.

मे: भाभी कोई भी नही है.

भाभी: ऐसी कैसी चाहिए तेरे को?

मे: आप जैसी, सुंदर अंडरस्टॅंडिंग.

भाभी: अछा बेटे मेरे जैसी मई पसंद हू तेरे को मतलब?

मे: हन भाभी मे आपको बहोट पसंद करता हू ये ही सोचता हू खश आप मेरी गफ़ होती.

भाभी: होती तो क्या करता तू?

मे: बहोट खुश रखता बहोट प्यार करता आपका हर डिमॅंड पूरी करता.

भाभी: रहने दे सब बोलने की बाते है, तेरे भैया भी स्टार्टिंग मे ये ही बोलते थे बुत ऐसा कुछ नही होता.

मे: नही भाभी सच मे करूगा मई सब जो आप बोलॉगी, बताओ ब्नॉगी मेरी गफ़?

कुछ नही बोली भाभी चुप होगी, फिर मे बोला की हेलो भाभी सुन रही हो?

भाभी: हन सुन रही हू.

मे : क्या हुआ बोलो ना ब्नॉगी मेरी गफ़?

भाभी : उससे क्या होगा मे तो मॅरीड हू पागल तू कोई और देख ले.

मे: भाभी नही मेरेको आप भी गफ़ चाहिए बोलो बनोगी?

मे ऐसे ही तोड़ा फोर्स करता था और फाइनली-

भाभी: अछा ठीक है मई बनउगी बुत ये बात किस को पता नही छलनी चाहिए की ऐसा कुछ है हुम्हरे बीच समझा..?

मे : हा हा पक्का, ई लोवे योउ भाभी.
भाभी: लोवे योउ टू मेरी देवर जी, अब तो ख़्श् होगये आप गफ़ भी मिल गयी?

मे: बहोट ज़्यादा भाभी बहोट ख़्श् हू.

फिर हुँने थोड़ी देर बात की वो फोन र दिया. अब हम रोज़ बाते करने लगे और हुँने बाते डबल मीनिंग लगी. मे बस ये ही सच रहा था की कब मिलुगा मे उनसे.

फिर मेरे ऑफीस मे एअर एंड मे शटडाउन पीरियड होता है. तो मे वापिस घर आ गया और भाभी को भी बता दिया था मे घर आ गया हू मिलने का प्लान करेंगे जल्दी ही. बुत मेरे को क्या पता था की भाभी का कुछ और ही प्लान है.

एक दिन मे घर मे बेता हुआ था ब्लंकेट मे. क्यूकी नॉर्थ मे बहोट ठंड पदती है और आर्म से टीवी देख रहा था. तब हुँने घर की डोर बेल बाजी. मम्मी भर गये और वापिस आएँगे तो बोले-

मम्मी: देखो कौन आया है..

और मम्मी के साथ भैया और भाभी आए और भैया के पास बाग भी था मे देख के शॉक हो गया की ये क्या हुआ.

मे हम मिले और बेते मे भाभी को देख रहा था बुत वो मेरे को अवाय्ड कर रही थी. फिर बाद मे भैया ने बताया की सोनिया को उसक घर जाना है तो ये बोली की मे मामी जी के यहा रुक के कल चली जौगी.

(मेरी मम्मी उनके मामी ल्गते है).

तो भैया बोले की हुमको नही पता था की तू भी यही है कल तू छोड़ आना इसको घर. भाभी का घर लुधियाना मे है. मैने भी बोल दिया हा भाई बल्कुल और मम्मी भी बोले हा हा ये छोड़ आएगा वैसे भी आज कल फ्री ही है ये.

फिर भैया चले गये भाभी हम सब बाते करने लगे.

मम्मी किचन मे गये कुछ लेने और पापा रूम मे पहले भी चले गये थे सोने. मई ज्लडी से उसक पास गया उसको हग करने. तो वो मेरे को अवाय्ड कर के किचन मे चली गयी. मेरेको अछा नही लगा.

फिर मैने उसको म्स्ग किया की अवाय्ड क्यू कर रही है. बुत वो म्स्ग पढ़ रही थी म्स्ग का रिप्लाइ नही कर रही थी ना ही मेरे से बात कर रही ठीक से.

तो मेरेको बुरा लगा और मे भी आर्म से बेत गया टीवी ड़खने लगा और मम्मी भाभी बात करने लगे. इतने मे शाम होगी पापा भी वापिस आ गये. और पापा बे मम्मी को बोला की चलो वॉक करने.

मेरे पेरेंट्स की रुटीन है की वो वॉक पर जाते है रोज़ शाम को तो वो लोग गये. मम्मी बोली की तुम बाते मारो हम आते है.. और वो लोग चले गये.

उनके जाने के 5 मीं बाद भाभी मेरे पास आई और बोली-

भाभी: क्यू साद बेता है सद्डू?

मे: आपको पता नही जैसे, नही करनी बात.
भाभी: क्यू क्या हुआ?

मे: कब से यो अवाय्ड मार रही है, हग भी करने दिया तो अब क्यू आई है बात करने…

भाभी: श हो पागल उस टाइम तो इसलिए ताकि कोई देख ना ले. और मामी जी आ जाते एकद्ूम तो?

मे: मम्मी के आने पर पता चल जाता तूने अवाय्ड किया.

भाभी: मैने नही किया वरना अभी क्यू आती अब देख साद मत रह मैने तेरे को सर्प्राइज़ दिया आके, अछा की लगा?

मे: बहोट अछा लगा तबी तो हग और किस करने का मॅन किया बुत तो अवाय्ड कर रही है.

भाभी: तो अब कर ले क्यू साद बेता है.

मे: अछा तो अब मेरे को तू कर.

भाभी : हा आजा खड़ा हो करते है हग.

मे : नही मेरी गोध मे बेत कर कर.

भाभी: अछा ये ले.

और वो मे गोध मे बेत गयी दोनो टाँगे एक तरफ कर के और हग किया, और बोली-

भाभी: अब खुश है?

मे: नही, मेरे को किस भी करना है.

भाभी: हन तो माना किस ने किया है ये ले.

और वो मे गाल किस कर दिया, फिर मैने बोला-

मे: लीप किस करनी है गाल पर नही.

भाभी: अछा बेटे ये ले.

उसने मेरे गाल पर हाथो र्खे और अपने लिप्स मेरे लिप्स पर रख दिया और चूसने लगी और मई भी उसका साथ देने लगा. ऐसे ही हुँने 1 मीं तक किस किया और फिर वो बोली-

भाभी: अब ठीक हो गया खुश है अब?

मे: हन बहोट खुश हू अपनी और किस करनी है.

भाभी: हन कर ले, पहले ये बता मामी जी और कितने टाइम मे आयगय?

मे : 1 ह्र लगता है उनको आने मे बुत ऑलरेडी 15-20 मीं हो गये.

भाभी: हन तो टाइम तूने खर्ब किया.

मे: तो तू अवाय्ड कर रही थी चल रहने दे अब टाइम वेस्ट नही करते एंजाय करते है.

फिर मैने उसको अपनी गोध मे और अपने पायस किया और फिर से किस करने लगे. इस टाइम हम और भी पॅशन से किस करने लगे और मैने एक हाथ उसको कमर पर र्खा. और दोसरा हाथ धीरे धीरे उनके पेट से होते हुए उप्र जा रहा था.

भाभी के हाथ भी सो एक मेरी बालो मे थे दोसरा मेरे गाल पर.

फिर मैने लिप्स से उसक नेक को किस करने लगा और चाटने लगा वो गरम होने लगी. और मेरा एक हाथ उसक बूब और था और दोसरा मे धीरे धीरे उसकी जीन मे पीछे से आंद्र डालने लगा.

उसने मेरे को रोका और बोली-

भाभी: ठीक से गोध मे बेता.

मे: आजा मेरी जान.

अब भाभी एन अपने दोनो टाँगे एक एक साइड कर के बेत गयी. और हम फिर से किस करने लगे चूसने ल्गे. मे अपने दोनो हाथ उसक गंद मे ले गया जीन के आंद्र और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा. और उसक नेक से होते हुए शोल्डर पर किस करने लगा वो.

भाभी बहोट गरम होगी थी वो आह आह की आवाज़ निकल रही थी एंजाय कर रही थी.

फिर मैने अपने हाथ जीन से भर निकल लिया और अब मे उसको जॅकेट की ज़िप ओपन कर दी और उतार दी. मैने उसक बूब्स दोनो हाथ मे उसक टॉप के उप्र से पकड़ लिए और दबाने लगा.

भाभी अपनी आइज़ बंद कर के एंजाय कर रही थी बस और मेरे बालो मे हाथ घुमा रही थी.

फिर मैने उसकी टॉप उत्तरने लगा तब-

भाभी: नही टॉप नही कोई आज्एगा.

मे : कोई नही है आएगा अभी टाइम है.

भाभी: नही अभी नही बस अभी उप्र से कर ले जो करना है अभी नही.

मे: अछा ठीक है जैसा तू बोले मेरी जान.

फिर मे टॉप उप्र से ही उनको चूसने लगा और दबाने लगा. उनकी टॉप को नीचे किचने लगा ताकि क्लीवेज पर किस कर शकू और चाट साकु. ऐसे ही किया और फिर बाद मे वापिस किस करने लगेगये.

फिर मे बोला-

मे : बहोट सेक्सी है तू यकीन नही हो रहा की तू मेरे सामने है और मे तेरेको किस कर रहा हू. और मे इस टाइम बहोट ज़्यादा गरम हू. मॅन कर रहा है अभी बेड रूम मे ले जेया कर एक एक बॉडी पार्ट को किस करू, चातु और एंजाय करू.

भाभी: गरम तो मे बहोट हो गयी हू, मॅन तो मेरा भी यही है की सब करू बुत अभी नही टाइम नही है.

मे: तो कब करेगे हम ये सब?

भाभी: रात को करेंगे.

मे : पक्का तू करेगी ना मेरे साथ ये सब रात को?

भाभी: हा करूँगी बुत उससे पहले तेरे को हुमको साथ मे करना होगा ना ताकि रात को कोई डिस्त्रूब ना करे.

हम बाते भी कर रहे थे और साथ साथ किस भी कर रहे थे. कभी लिप्स, शोल्डर, नेक, बूब्स चूसने दबाना सब चल रहा था.

मे: हन मे कुछ ना कुछ कर के तेरे को अपने रूम पर जौंगा वही सोएगी तू आज.

भाभी: अछा हन कर लिया जो भी करना है, तेरे पास समान तो है ना सब?

मे: मतलब कॉनडम्स?

भाभी: हन.

मे: नही वो तो नही है, वो ले अवँगा मई.

भाभी: हन वो ले आईओ.

और हम ऐसे ही करते किस और फिर हम रुके.

मे: मम्मी और के आने का टाइम हो रहा है और तेरी लिपस्टिक भी खराब हो गयी.

भाभी: हन तेरे मूह पर लग गयी है सॉफ कर लेते है.

फिर हम वॉशरूम गये. मेरा लंड इतना टाइट हो गया था की लोवर मे दिख रहा था.

भाभी: (लंड की और इचारा करते हुए): इसे ठीक कर ले.

मे : ये तो आपने किया है, आप ठीक करो.

भाभी: मे रात को ठीक करूगी इसको, अभी तू कर ले.

फिर मैने उसको टदा अड्जस्ट किया और दोनो ने फेस सॉफ किए और लिपस्टिक रिमूव कर दी. फिर हम बाहर आके साथ बेते रहे और एंजाय करते रहे जब तक मम्मी और नही आए.

मम्मी और के आते ही मे भर मार्केट चला गया कॉनडम्स लाने. और फिर मे पॅकेट हाइड कर के अपने रूम मे गया और वाहा अपने लॅपटॉप बाग मे डाल के रख दिया और सब के साथ बेत गया.

तो दोस्तो कैसी लगी अभी तक की ये स्टोरी. मेरे को अपने फीडबॅक ज़रूर भेजना और जल्दी ही नेक्स्ट स्टोरी मे बटौगा की कैसे मैने उनके साथ मज़े किए.

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