भाभी को चोद कर प्रेग्नेंट करने की रियल सेक्स कहानी

भाभी सेक्स कहानी अब आयेज से-

अब वो मेरे सामने सिर्फ़ पनटी में मेरे नीचे लेती हुई थी. उसकी पनटी छूट के रस्स से गीली थी. मैने पनटी के उपर से छूट पर हल्के से किस किया. जिससे सुधा के बदन में गुदगुदी हो गयी.

सुधा: ष्ह, क्या कर देते हो आप?

मैं अब उसकी भारी हुई थाइ को चाटने लगा. ज़ुबान गोरी टाँगों पर चलने लगी थी. सुधा एक हाथ से बूब्स दबा रही थी. दूसरे हाथ से मेरे सिर के बालों को मसल रही थी.

मुझे उसके इस रूप को देखने में मज़ा आ रहा था. मैने उसकी टाँगों को आचे से 20 मिनिट्स तक खूब चूमा, छाता. वो बस सिसकियाँ लिए जेया रही थी.

सुधा: उम्म्म ह्म ष्ह बेबी. एस मज़ा आ रहा है. प्लीज़ और करो ना.

मैं: मेरी जान. तेरा गोरा बदन काफ़ी कमाल का है. बहुत ही मज़ेदार है.

सुधा: सब आपके लिए ही है. और प्यार करो ना मुझे.

मैने अब उसकी दोनो टाँगें उठाई, और पनटी के अगाल-बगल से उसकी थाइ को चाटने लगा. सुधा अपने होंठ मूह में दबा कर आह मा श की सिसकियाँ निकल रही थी.

सुधा की कमर से नीचे भी चूम रहा था. मेरे इस फोरप्ले का वो पूरा आनंद उठा रही थी. सुधा से अब रहा नही गया, और मुझसे हेस्ट हुए बोली-

सुधा: रोहित बाबू. आपने मुझे नंगा कर दिया. खुद भी तो अपना सब उतरो ना.

मैं: बेबी डॉल. ये काम तेरा है. चल अब शरमाना छ्चोढ़, और जीन्स निकाल मेरी. तेरे लिए अंदर गिफ्ट च्छूपा के रखा है.

सुधा: ह्म वो गिफ्ट यहीं से दिख रहा है. आपकी इस पंत में कैसे छलाँग मार रहा है. काफ़ी सख़्त दिख रहा है.

अब मैं बेड पर लेट गया. सुधा मेरे उपर आ गयी. वो खुले बालों में नंगी बहुत सेक्सी लग रही थी. सुधा ने अब मेरी जीन्स निकाल दी. अब मैं उसके सामने ककचे में था.

लंड ककचे में उफान मार रहा था. वो मुझे हेस्ट हुए देख रही थी. मैने उससे कहा-

मैं: मेरी जान, अब शर्मा मत, इसे अपना प्यार दे.

सुधा: बेबी बहुत हार्ड लग रहा है. मैने पहले कभी मूह में नही लिया है.

मैं: आज लेके देख तुझे भी मज़ा आएगा.

सुधा: ओक बाबा, ट्राइ करती हू.

अब उसने बिना शरम किए मेरा कक्चा भी निकाल दिया. उसके सामने मेरा 7 इंच का काला लोड्‍ा सामने उछाल कर आ गया. सुधा अपनी आँखों में थोड़ी शरम और मूह पर हल्की स्माइल के साथ लंड को देख कर मुझसे बोली-

सुधा: श गोद, बहुत बड़ा है आपका. मेरे पति का तो आपसे आधा ही होगा. आज तो पक्का आप मुझे प्रेग्नेंट कर दोगे.

मैं: मेरी जान, तुझे भी तो प्रेग्नेंट होना है ना.

सुधा ने हेस्ट हुए अपना सिर हा में हिलाया. फिर धीरे से लंड को अपने गोरे हाथो में ले लिया. लंड उसके हाथ में जाते ही उछालने लगा. मैने अब उसके सिर पर हाथ रखा, और मूह लंड की तरफ ले गया. वो भी अपना मूह खोलने लगी. सुधा ने बड़े आराम से लंड का टोपा मूह में लिया. मेरे मूह उम्म्म निकल गया.

सुधा लंड के टोपे को मूह में चूसने लगी. एक हाथ उसने लंड की बॉल्स पर रखा था. वो प्यार से उन्हे सहला रही थी. मैने कहा-

मैं: बेबी तोड़ा और मूह में लो ना.

सुधा: कोशिश कर रही हू. आपका बहुत बड़ा है, इसलिए अभी मूह में लेने का ट्राइ कर रही हू.

उसने अब लंड 2 इंच मूह में लिया. उतना ही चूज़ जेया रही थी. सुधा फिर भी आचे से चूस रही थी. मुझे तोड़ा उसके चूसने में मज़ा नही आ रहा था. मैने कहा-

मैं: सुधा बेबी यार तेरे चूसने से मज़ा नही आ रहा है. तोड़ा और आचे से मूह में ले ना.

सुधा: क्या करू यार? मैने पहली बार मूह में लिया है. फिर भी आप ऐसा बोल रहे हो. मैं कोशिश कर रही हू ना. तोड़ा टाइम तो दो ना.

मैं: अर्रे मेरी जान सॉरी. तू नाराज़ मत हो. बस तोड़ा और अंदर ले. और अंदर से अपनी ज़ुबान लंड पर घुमा.

फिर उसने लंड को 5 इंच मूह में लिया, और वो लंड को चूसने लगी. लेकिन मुझे अभी भी उसके चूसने में मज़ा नही आ रहा था. अब ये बात उससे नही कही, वरना उसे अछा नही लगता.

मैने उसे जैसे चूसना था वैसे करने दिया. मैं एक हाथ से उसके गोरे बूब्स को मसल कर मज़ा ले रहा था. सुधा ने करीब 15 मिनिट से ज़्यादा लंड को चूसा. मैने कहा-

मैं: वाह मेरी जान. क्या लंड चूसा है तूने. आज मज़ा आ गया. चल अब तेरी चुदाई करता हू.

सुधा: थॅंक्स बेबी. पहली बार मूह में लिया था. फिर भी मैने कोशिश की है. मुझे भी अछा लगा आपके साथ आज.

अब मैने उसकी टाँग पकड़ी, और उसे सीधा लेता दिया. सुधा की पनटी खत से निकल फेंक दी. सुधा की नरम रस्स भारी छूट मेरे सामने थी. उसकी छूट का च्छेद बहुत छ्होटा था.

मैने कहा: मेरी रानी. क्या मस्त छूट की मालकिन हो. आज तो मज़ा आ जाएगा.

सुधा हेस्ट हुए बोली: ये अब से आपके लिए ही है.

मैने उसकी छूट को 10 मिनिट तक खूब चूसा था. वो बेड पर तकिया पकड़ कर आँखें बंद करके गरम सिसकियाँ ले रही थी. छूट चूस कर मैने और गरम कर दी थी.

अब मैने उसकी टाँगें पकड़ी, और दोनो पैर हवा में उठा दिए. फिर अपना गरम लोड्‍ा उसकी छूट पर ले गया. लंड को छूट से मसालने लगा था. वो गरम सिसकियाँ लेने लगी.

सुधा: आह बेबी प्लीज़ अब डाल दो ना. बहुत मज़ा आ रहा है. छोड़ो ना यार, अब नही रहा जाता अब.

उसकी बात मानते हुए मैने लंड से एक झटका दिया. तो लंड 4 इंच एक बार में छूट में समा गया. सुधा की छूट काफ़ी टाइट थी, जिससे लंड की चोट से उसका दर्द निकल गया.

सुधा: आह आह मा उहह बहुत दर्द हो रहा है. रुक जाओ प्लीज़.

मैं उसके बूब्स चूसने लगा. जिससे उसका दर्द कुछ कम हुआ. बूब्स के साथ उसके नरम होंठो को भी चूसने लगा. सुधा 10 मिनिट बाद फिर से गरम हो गयी.

मैने अब एक और धक्का दिया, तो लंड पूरा अंदर समा चुका था. उसकी टाइट छूट ने लंड को अंदर पकड़ लिया. सुधा की फिर से चीख निकल गयी थी.

सुधा: आह आह ऑश गोद कितना दर्द देता है आपका लंड. बहुत हार्ड है, अंदर तक घुस गया है.

मैं: क्या करू मेरे जान? तेरी छूट ही इतनी सॉफ्ट और टाइट है. अभी तोड़ा सा से ले, फिर तू खुद लंड का मज़ा लेगी.

सुधा: हा लेकिन तोड़ा धीरे से करो ना.

मैं अब उसके होंठ चूस्टे हुए लंड छूट में अंदर-बाहर करने लगा. लंड को धीरे-धीरे अंदर-बाहर कर रहा था. उसकी छूट अभी भी थोड़ी टाइट थी. लंड के साइज़ से छूट का च्छेद बढ़ता जेया रहा था. सुधा फिर भी दबे होंठो से सिसकियाँ ले रही थी.

सुधा: उहह आह ऑश उहह.

मैं उसको ऐसे 15 मिनिट तक धीरे से छोड़ता रहा. फिर वो खुद से कमर उठा के साथ देने लगी. सुधा भी अब चुदाई चाहती थी. मैने होंठ हटा के कहा-

मैं: लगता है मेरी जान. अब तुझे भी मस्त चुदाई का मूड हो गया है.

सुधा: हा प्लीज़ छोड़ो ना. आपका लंड बहुत गरम है. अंदर से मेरी छूट का रस्स निकल रहा है.

मैने अब थोड़े तेज़ धक्के देने लगा. अब मैं लंड टोपे तक निकलता और एक झटके में छूट में घुसा देता. जिससे अब उसकी गरम सिसकियाँ निकालने लगी.

सुधा: ह आह मा हा हा बेबी छोड़ो मुझे और ज़ोर से.

मैं: बहुत गर्मी है साली तेरी छूट में तो.

सुधा: तो बेबी निकाल दो सारी गर्मी.

मैने अब उसकी टाँगें बूब्स में दबा दी, जिससे छूट का च्छेद और टाइट हो गया. मैं अब ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा. छूट और लंड की फॅट फॅट फॅट की गरम आवाज़ आ रही थी. सुधा भी थोड़े ज़ोर से गरम आवाज़ निकल रही थी.

सुधा: आह आह एस बेबी छोड़ो और छोड़ो. निकाल दो मेरी छूट की गर्मी. बहुत इंतेज़ार किया है ऐसी चुदाई का.

मैने अब उसकी एक टाँगें सीधी की और दूसरी टाँग को बूब्स में दबा दिया. अब फिर से लोड्‍ा गीली छूट में घुसा दिया. एक बार में अब लंड अंदर करता, और एक बार में बाहर निकालता. इससे सुधा के बूब्स भी हिल जाते थे. साथ में उसकी गरम मज़ेदार चीख भी निकल जाती.

सुधा: आआआहह रोहित जी आआहह, आराम से करो ना उूउउम्म्म्म.

मैं: साली बोल, मज़ा आ रहा है ना तुझे भी?

सुधा: हा बाबा आह उहह आपका लंड छूट में युध लड़ रहा है. आज बहुत मज़ा आ गया है.

मैं भी बिना रुके फॅट फॅट फॅट के साथ छूट को छोड़े जेया रहा था. छूट से रस्स निकालने लगा था. 30 से 35 मिनिट की चुदाई के बाद वो बोली-

सुधा: बेबी आह ऑश मैं झाड़ रही हू. अहह ऑश एस एस.

सुधा ज़ोर की सिसकी के साथ मुझसे लिपट गयी. उसने दोनो पैर मेरी कमर पर लपेट लिए. मैं भी अब झड़ने वाला था. मैने कहा-

मैं: सुधा रानी. मेरा भी निकल रहा है.

सुधा: उम्म्म बेबी, भर दो मेरे कोख आप. छोड़ो आह बेबी.

मैने लास्ट 10 से 12 धक्के ज़ोर से दिए, और उसके होंठो को मूह में लेके चूसने लगा. एक उम्म्म के साथ मैं सुधा की गरम छूट में झाड़ गया. सारा गरम वीर्या उसके बच्चे-दानी तक छ्चोढ़ दिया.

सुधा के मूह से ह निकल गयी थी. वो मुझसे लिपट गयी थी. मैने लंड छूट में ही दबा रखा था. करीब 10 मिनिट बाद मैने लंड बाहर निकाला. तब तक छूट सारा वीर्या पी चुकी थी. सुधा इस चुदाई से तक चुकी थी. मैने कहा-

मैं: क्या हुआ बेबी, कैसी लगी चुदाई?

सुधा: जान निकाल दी आज आपने तो. आपका स्पर्म मुझे पेट के अंदर तक फील हुआ है.

मैं: ह्म अब तू मा बन जाएगी.

दोस्तों मैने उसे दिन में 4 बार छोड़ा था. जब वो घर जाने लगी तो उससे चला नही जेया रहा था. मैं उसे होटेल के बाहर तक छ्चोढ़ के आया.

वो अगले दिन मेरे पास आई और बोली: बेबी लोवे योउ सो मच. एक गुड न्यूज़ है.

मैं: क्या हुआ मेरी जान?

सुधा: मैने कल कीट लिया था. और आज उसका चेक उप किया. तो पता चला मैं प्रेग्नेंट हो चुकी हू.
आपके शैतान ने तो एक दिन में ही कमाअल कर दिया. मुझे 3 दिन और आपके साथ चूड़ना है. जिससे बच्चा आचे से पेट में आ जाए.

मैं 3 दिन तक रोज़ उसकी 3 या कभी 4 रौंद चुदाई करता. 2 बार तो उसकी गांद भी मारी थी. सुधा बहुत खुश थी. उसके चेहरे पर ग्लो आने लगा था.

दोस्तों कहानी कैसे लगी. ये पूरी रियल सेक्स कहानी है. आप मुझे अपना फीडबॅक ज़रूर दे. मुझे आप गम0288580@गमाल.कॉम पर मेसेज करे. आप मुझसे गूगले छत पर भी बात कर सकते हो. थॅंक्स ड्के.

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