इसी के साथ में मैंने उनसे ये भी पूछा- आपने भैया को लल्लू क्यूँ कहा? मैं किसी को नहीं बताऊँगा कसम से..
तब उन्होंने बताया- आपके भैया को सेक्स करना अच्छा नहीं लगता.. वो कभी मूड में नहीं होते हैं.. बेटा होने के बाद एक ही बार हम दोनों के बीच कुछ हुआ है।
मैंने उनसे बस इतना ही कहा- सब ठीक हो जाएगा..
उसके बाद हम दोनों एक-दूसरे के बहुत क्लोज़ हो गए थे।
भाभी की चूत चुदाई
हमने साथ में लंच किया और फिर शाम में छत पर चले गए। हम दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर वॉक कर रहे थे और रोमाँटिक बातें कर रहे थे।
फिर मैंने उनसे कहा- एक बात बोलूँ?
तो उन्होंने कहा- बोलो..
मैंने उन्हें बता दिया- मैं आपसे प्यार करने लगा हूँ।
तो वो ‘अच्छी बात है।’ कहकर नीचे चली गईं।
उनके एक्सप्रेशन देख कर मुझे लगा कि उन्हें गुस्सा आ गया।
फिर भी मैं उनके पीछे-पीछे नीचे गया।
अचानक भैया का कॉल आया कि वो लोग आज नहीं आ पाएँगे क्यूंकि हाइवे जाम था और वो लोग कल दोपहर 12 बजे तक आ जाएँगे।
यह सुन कर मैं बहुत खुश हुआ।
फिर भाभी रसोई में काम करने के लिए चली गईं।
मैंने सारे मेन गेट वगैरह लॉक कर दिए और रसोई में जाकर उनकी हेल्प करने लगा। थोड़ी देर बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उन्हें पीछे से हग किया और उन्हें ‘आइ लव यू’ कह दिया।
वो बोलीं- प्लीज़ कोई देख लेगा.. तो मैं बदनाम हो जाऊँगी।
मैंने अपना हाथ थोड़ा सा लूज क्या किया वो घूम गईं.. अब हम दोनों एक-दूसरे के सामने थे, मैंने उनके गाल पर धीरे से चूमा।
उन्होंने मुझे धीरे से हटाने की कोशिश की.. फिर भी मैं नहीं हटा और उनके लबों को चूसने लगा।
कुछ पल बाद भाभी ने भी मुझे कस कर जकड़ लिया और मेरे होंठों को चूसने लगीं। देर तक हम दोनों का चुम्बन चला.. उसके बाद उन्होंने मुझे धीरे से धक्का देकर हटा दिया और बोलीं- हटिए मुझे बहुत काम है।
फिर रात में हमने रोमाँटिक डिनर किया और उसके बाद हम सोने के लिए चले गए। हम लोग एक ही बिस्तर पर लेटे हुए थे और बीच में उनका बेटा सो रहा था। वो उसको अपना दूध पिला रही थीं।
मैं उनका क्लीवेज साफ़ देख रहा था।
फिर मैंने उनके मम्मों की दरार को सहलाना शुरू कर दिया.. तो वो तड़प उठीं।
थोड़ी देर बाद उनका बेटा सो गया.. फिर मैं उनके बगल में आकर लेट गया और पागलों की तरह चूमा चाटी करने लगा। उस वक़्त उन्होंने साड़ी पहन रखी थी।
उन्होंने उठ कर अपनी साड़ी खुद से उतार दी.. अब वो ब्लाउज और पेटीकोट में थीं।
वो इतनी सेक्सी लग रही थीं कि मैं देख कर ही पागल हो गया और उनके ब्लाउज को दाँत से फाड़ दिया और उनकी नाभि को चाटने लगा।
मैंने भाभी का पेटीकोट खोला और उनकी दोनों जांघों को चाटने लगा।
अब उनमें भी बहुत जोश चढ़ गया, उन्होंने मुझे दूसरे कमरे में चलने को कहा।
मैंने उनको गोद में उठाया और अपने कमरे में ले गया, भाभी सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थीं।
मैंने उनकी कुछ तस्वीरें खींची और फिर ब्रा खोल कर उनके मम्मों को चूसने लगा.. उनका दूध भी पिया।
मैं उनके पूरे बदन को पागलों की तरह चाट रहा था और फिर अचानक वो उठ कर कुछ लाने चली गईं।
भाभी केक वाली क्रीम लेकर आईं और उसको उन्होंने अपने पूरे बदन पर लगा लिया और कहा- अब चाटो मेरे देवर जी..