मैं और भाभी की चुदाई

भाभी दरथे होए बोलि वो मेरि गलथि थि। भाभी कि बाथ सुने के बद भि मैं कमोश नहि हुअ मैन उनहे किस्स करथा रहा और फिर मैने भाभी के चेसत पेर किस्स किया वो मचलने लगि लैकिन वो मुचे दूर हथना चहथि थि थो मैने भाभी के बूबस को दबना शुरू किया और उनके बलुस के अनदर हथ दल दिया भाभी केहने लगि अब बस दूर हतजऊ मैन कुच नहि सुना और उनका बलुस उथर ने कि कोशिश कि भाभी ने कहा थिक है ज़रा अहिसथा से करो लैकिन तुम सिरफ़ मेरे बलुस उथरो गे और कुच नहि करोनगे मैने उनका बलुस उथर दिया भाभी बलसक बरा पेहनि होई थि मैने उनकि बरा को उपर किया थो ऐसा लगा के मैं इस दुनिया हि मे नहि हून भाभी के पिनक बूबस बोहथ शपे मे और रसिले थे मैन उनहे चूसने लगा मुचे बोहथ मज़ा अरहा था लैकिन भाभी मुचे बर बर रोकने कि कोशिश कर रहि थि लैकिन मैं मसति मे था मैने तेज़ि से अपने कपदे उथरने लगा मैने शिरत उथरा थो भाभी ने मेरे चेसत पेर किस किया और कहा तो बोहथ समरत हो मैं अपना पैनत उथरने कि कोशिश कि थो भाभी ने मेरे पैनत को पकद लिया और कहा अब बस करो मैन तुम से वदा करथि हून आज हुमने जो कुच किया ये हुम तुमहरि कुशि के लिये फिर करेनगे लैकिन इसे ज़ियदा और कुच नहि मैने भाभी के हथ को पैनत के उपर से हता कर अपने सोसक के हिसे पेर रक दिया भाभी ने एक सेसोनद के लिये मेरे सोसक को ज़ोर से पकद लिया फिर चोद दिया मैने अपने पैनत को उतर दिया और उनदेरवेअर भि मैं अब पुरि तरह नकेद होगया था ये मेरे सथ पेहलि बर हुअ भाभी मुचे देक कर परेशन होगयि मैने उनके हथ को मेरे सोसक पेर रखा थो वो होश खो बैथि और मेरे सोसक को ज़ोर ज़ोर से दबने लगि फिर उसे चुसने लगि जब वो जब सोसक चुसरहि थि थो बोहथ मज़ह अरहा था सनेहा भाभी का मू मेरि गरवि जो सोसक से निकला था भर गया फिर वो खदि होगयि और कुद हि अपनि बरा उथर दिया मैने भाभी कि सदि और पेतिसोअत को खिचना शुरू किया और बभि को भि नकेद बना दिया और बोहथ देर तक भाभी के बूबस को चुसथा रहा और फिर मेरा सोसक भाभी कि पुसि को लगरहा था थो ऐसा लगरहा था जैसे सुर्रेनत मर रहा हो।

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भाभी ने मुचे खिचा और बेद रूम तक लेगयि वहा हुमने एक दूसरे को बोहथ किस्स किया फिर वो बेद पेर लेतगयि मैं भाभी के उपेर लेत गया और कभि बूबस को थो कभि गले को थो कभि उनके पेत को किस्स करने लगा फिर वो तिमे आया जिसका मुचे इनतेज़र था अब हुम दोनो मसथि मे थे भाभी ने अपने लेगस को उथया और उनकि सलेअन शवे पिनक पुस्सी मेरे सोसक का इनतेज़ार कर रहि थि मैने उसका इनतेज़ार कतम किया और अपना सोसक पुस्सी पेर लगया थो भाभी उचलने लगि हुम दोनो बोहथ एनजोय कर रहे थे फिर मैने पुस्सी मे अहिसथा अहिसथा सोसक दलने लगा मुचे बोहथ लगरहा था मैं केह नहि सकथा कितना मज़ा अरहा था मैं बोहथ एक्ससितेद था और मैन ने ज़ोर से धका मरा थो भाभी उचल गयि और मेरा सोसक पुरि तरह उनदेर चला गया और भाभी मचलने लगि मैने सत्रोकिनग शुरू किया और बोहथ देर तक मैने भाभी कि पुस्सी मे सत्रोकिनग किया फिर उसने मुचे दूर होने के लिया कहा अब बोहथ देर होगयि है हमे घर जना है मैन ने कहा के एक शरथ पेर मैन अपना सोसक निकल लूनगा भाभी ने कहा मैं तुमहरि शरथ जनथि हून हुम फिर ऐसा करेनगे अब थो मैं भि यहि चहथि हून मुचे बोहथ कुशि होई फिर हुमने कपदे पेहने और घर चले गये। फिर हर रोज़ मोम और दद सोने के बद मैं भाभी के कमरे मे जथा हून और उनके सथ सेक्सी रथे गुज़र रहा हून मैं और भाभी अब बोहथ कुश है और हर रोज़ मुचे मेरि कुबसूरथ, सेक्सी भाभी के सथ सेक्स करने का मोका मिलथा है।

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