मेरा मतलब एकदम मस्त बेटी है आपकी – 2

शन्नो को भी तो शरद जैसा मर्द नही मिला था और राज की बातो और टच से उसे आंदार से ऐसा फील होता है कि राज एक असली मर्द है उसे तडपा-तडपा के चोद सकता है. राज के हाथ पे हाथ रखते वो बोली, “आरे यह सब मुझे डॉली ने नही बताया. उसने सिर्फ़ बोला कि 2-3 लड़के उसे छेड़ रहे थे और आपने उनको भगाया लेकिन बाकी कुछ वो नही बताए मुझे राज भाई. ” हाथ पे हाथ रखने से राज समझा कि शन्नो ज़्यादा रेज़िस्ट नही कर रही. उसने शन्नो का पल्लू और नीचे करते अब ब्लाउज से उपर का नंगा सीना सहलाते कहा, “आरे भाभी वो लड़के डॉली के पीछे ऐसे पड़े थे जैसे कुत्तिया के पीछे कुत्ते. पहले दोनो डॉली की कमर मसल रहे थे.
फिर एक लड़का कमीज़ के नीचे हाथ डालके उसकी नंगी कमर सहला के उसका बिना ब्रा का सीना सहलाने लगा. तब दूसरा लड़का डॉली को पीछे से दबोचके उसकी जाँघ पे हाथ घुमा रहा था. अब आपको पता है ना कि बिना ब्रा से डॉली का सीना कितना मस्त दिखता है. भाभी उस वक़्त अगर मे नही होता तो वो आपकी बेटी के साथ सुहगरात मना लिए होते वो लड़के. ” बेशर्मी से यह बात करते, शन्नो का नंगा सीना मसल्ते राज उसको आँख मारते खुद से बोला, आरे शन्नो उन लड़को ने सिर्फ़ उसे छुआ लेकिन मेने तेरी बेटी को तो पूरी तरह चोद्के मेरी रंडी बनाया है. शन्नो राज के बाते सुनके बहुत शरमाती है.
डॉली को कुत्ति और उन लड़को को कुत्ते के रूप मे सुनते वक़्त शन्नो को कैसा तो लगा. राज का हाथ लगाने से उसे अच्छा लगता है और वो फीलिंग चहेरे पे दिखती भी है लेकिन फिर भी राज का हाथ दूर करने की झूठी कोशिश करती है. अब वो राज से चुद्वाने का मन बना चुकी है बस उसको फिकर है कि कही डॉली ना आए बीच मे. इसी सब सोच मे वो कोई जवाब नही दे पाती राज की बातो मे ना ही कुछ बोल पा रही थी. हाथो से शन्नो का ब्लाउज के उपर का सीना मसल्ते राज पल्लू इतना साइड मे करता है जिससे अब शन्नो का पूरा ब्लाउज एक्सपोज़ होता है. इससे शन्नो के टाइट स्लीव्ले लाल ब्लाउज मे शन्नो के कड़क मम्मे दिखने लगते है.
ब्लाउज की तरफ ललचाई नज़र से देखते वो बोलता है, “आरे भाभी आपको मालूम नही यह लड़के बड़े हरामी होते है, आपकी फूल जैसी बेटी का रेप भी कर देते आगर मे नही होता. बेचारी का नंगा सीना कमीज़ के नीचे बहुत मसलके उसका पिछवाड़ा भी खूब रगड़ा. मुझे डॉली ने सब बताया कि उन लड़को ने क्या किया उसके साथ इसलिए मुझे इतना डीटेल मे सब मालूम हुआ. आपको इतनी कमसिन बेटी को जानवर जैसा नोच रहे थे वो मदेर्चोद लड़के. ” इतनी गंदी गाली सुनके शन्नो को ज़रा खराब लगा लेकिन उसे ज़्यादा उसे राज की डेरिंग लगी. शन्नो की कोई भी बात ना मानते वो जैसा चाहे वैसा कर रहा था. पल्लू हटने से उसका धड़कता सीना अब राज के सामने था. वो भगवान से दुआ कर रही थी कि इस वक़्त उसकी बेटी ना आए.
लेकिन उसे क्या पता था कि यह सब खेल डॉली की जानकारी से ही हो रहा था और वो कम्से कम 2 घंटे तो घर नही आनेवाली थी. अपना पल्लू सीने पे लाने की नाकाम कोशिश करते शन्नो बोली, “लेकिन डॉली ने तो मुझे कुछ नही बताया. वैसे भी मुझसे कुछ नही छिपाती है डॉली राज जी. और प्लीज़ राज देखो डॉली अब कभी भी आ सकती है, उसे हमे ऐसा देखा तो क्या सोचेगी? ” भाई से जी पे शन्नो आई थी, इसका मतलब अब वो उसे रोकने वाली नही थी यह राज समझा. जवाब मे शन्नो का पल्लू पूरी तरह नीचे करते वो बोला, “कैसे बताती वो बेचारी यह सब? वो सब मारे सामने हुआ इसलिए मुझे बताई, आपसे यह सब बताने मे उसे शर्म आई होगी ना? आरे भाभी, डॉली आए तो भी मेन डोर बंद है. वो डोर खोलके यहाँ आने तक मे आपका यह लाल ब्लाउज मे भरा सीना पल्लू से ढक दूँगा, आप चिंता मत करो. ” अब शन्नो की चूत बहुत गीली हो चुकी थी.
राज उसके साथ बिंडास्ट होके बात और हरकते कर रहा था. वो राज से शर्मा भी रही थी क्योंकि एक अंजान मर्द उसके जिस्म से ऐसे खेल रहा था जैसे वो उसकी बीवी या रखैल या कोई रंडी है. अपने सीने पे घूमता राज का हाथ वही सीने पे दबाते शन्नो बोली, “लेकिन राज जी आज से पहले उसको जब भी कोई लड़का छेड़ता था या ऐसा कुछ होता तो वो मुझे ज़रूर बताती थी. अब शन्नो की नंगी कमर मे हाथ डालके राज शन्नो को अपनी पास खिचता है. शन्नो का जिस्म उसके इतने पास है कि उसे शन्नो के जिस्म की खुश्बू आती है. टेन्षन से आया पसीना शन्नो की नेक को भिगोते उसके ब्लाउज मे जा रहा था. शन्नो का पसीने से गीला सीना उंगलियो से मसल्ते राज बोला, “इसका मतलब आपको ठीक से समझा नही कि उन लड़को ने कितनी नीच हरकत की डॉली के साथ.
अब मे आपको ठीक से बताता हूँ. आपके पास नाइटी है कोई भाभी? ” शन्नो अब राज का हाथ लगने से सिकुड रही थी और उसे शर्म आती है पर मज़ा भी आता है. वो शरमाते बोलती है, “हां शायद मे ठीक से समझी नही होगी कि उन लड़को ने मेरी बेटी को कैसे छेड़ा होगा. आप ठीक से बताओ मुझे. ” नाइटी की बात सुनके शन्नो कुछ सोचके बोलती है, “राज जी अब नाइटी तो है मेरे पास पर ज़रा ज़्यादा ट्रॅन्स्परेंट है, घुटनो तक है. मे बस उसे रात को बेडरूम मे सोने के लिए पहनती हूँ. और नाइटी से मेरी बेटी को छेड़ने की बात का क्या वास्ता है? ”
शन्नो के पास और भी नाइटीस थी लेकिन उसे जान बूझके सिर्फ़ इस नाइटी की बात की. उसकी चूत की गर्मी अब उसके दिमाग़ पे हावी हो गयी थी. लेकिन फिर भी यह सब बताते वक़्त भी शन्नो शर्मा रही थी लेकिन अब वो चुदाई के लिए तड़प रही थी. राज समझा कि यह औरत तो उसके हाथ आई है. यह साली तो प्यासी लगती है. डॉली से भी जल्दी यह चुदेगि. बहनचोद वो ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहन फिर देख तेरा गोरा बदन कैसे चोदुन्गा. यह दोनो मा बेटी एकदम गरम है. मज़ा आएगा इसको चोदने मे. आगर वो चाहता तो अभी शन्नो को नंगी करके चोद सकता था पर वो शन्नो को और गर्म, बेबुस और बेशरम करके चोदना चाहता था. वो शन्नो का नंगा पेट दोनो हाथो से मसल्ते बोला,
“आरे वाह अच्छा है ना फिर, डॉली की कमीज़ भी उतनी ही तो थी. नीचे उसने सलवार पहनी थी लेकिन वो जाने दे. आप ऐसा करो वो नाइटी पहनो पर नीचे जैसे डॉली ने ब्रा नही पहना वैसी रहो, चाहो तो चड्डी पहनो लेकिन सीने पे ब्रा नही होनी चाहिए आपके. यह वो नाइटी पहनो फिर मे तुझे दिखाता हूँ डॉली को कैसे हैरान किया था उन लड़को ने. इस अंजान मर्द के सामने वो ट्रॅन्स्परेंट नाइटी मे बिना ब्रा के आने की बात सोचके शन्नो शरमाई. उसे पता था कि राज उसे चोद्के ही रहेगा और वो भी वही चाहती थी पर फिर भी शरम आ रही थी उसे वो नाइटी पहनने मे. अपनी ब्लाउज के उप्पर के नंगे सीने पे हाथ रखते वो बोली, “आप क्या बोल रहे है राज जी? मे आपके सामने उस छोटी नाइटी मे आउ? उउफफफ्फ़ नही ऐसा कैसे हो सकता. नही-नही आप वैसे ही बता दो क्या किया था उन लड़को ने मेरी डॉली के साथ? “
अब आवाज़ मे ज़रा सा गुस्सा और ज़रा सी ज़बरदस्ती दिखाते राज शन्नो की कमर मे हाथ डालके उसे बेडरूम की तरफ ले जाता है. पहली बार अब शन्नो के मम्मो पे हाथ रखते उनको हल्के मसल्ते वो बोलता है, “आरे तुझे बोला ना वो नाइटी पह्न तो पेहन्के आओ. बेटी को हार्डिन कमीज़ ने नीचे नंगी रखती हो, एक बार तू भी देख बिना ब्रा के कैसा लगता है. कैसी मा है तू जो यह सच मे जानना नही चाहती कि तेरी बेटी को वो लड़के कैसे मसल रहे थे तो उसको क्या हो रहा था. जा कपड़े चेंज करके आ जल्दी शन्नो. ” इतना बोलके राज हल्के से शन्नो को बेडरूम मे धकेल्ता है और बाहर से दरवाज़ा बंद करता है. राज का मम्मो पे लगा कड़क हाथ और आवाज़ मे रुबाब शन्नो को शरद की याद दिलाती है. राज जिस अधिकार से अब उसे सीधे नाम से बुला ले उसको बेडरूम मे लाके, मम्मे मसल्ते वो नाइटी बिना ब्रा के पहनने को बोलता है वो सब शन्नो को अछा लगता है. शन्नो की चूत बड़ी रसीली हुई थी और यह बात वो राज से छुपाना चाहती थी पर वो अब इस पंडित से चुद्वाने तय्यार थी. अब उसे कोई शर्म या डर रोक नही सकता था क्योकि शन्नो को अब इस तगड़े और उसपे हुकुम चलाने वाला पंडित अच्छा लगने लगा था.
उसे पता था कि यह पंडित उसे बहुत तडपा-तडपा के चोद्के उसकी चूत शांत करेगा. डोर बंद होने के बाद उसका दिल चुदाई के बारे मे सोचके ज़ोर्से धड़कने लगा. उसने सोचा कि राज क्या सोचेगा कि डॉली की मा एक रंडी है जो इतनी जल्दी चुदाई के लिए तय्यार हो गई पर अब उसका अपनी दिल पर बस नही चल रहा था क्योकि अब उसकी चूत बहुत तड़प रही थी. शन्नो अपनी आधी खुली साड़ी और पेटिकोट निकालती है. आईने मे अपना जिस्म देखते वो ब्लाउज और ब्रा भी उतार देती है. मम्मो पे निपल राज के मसल्ने से एकदम टाइट खड़े देख कर वो शरमाती है. उसकी चूत गिल्ली होने से पैंटी गिल्ली हुई होती है. कपबोर्ड से वो प्लेन ऑफ वाइट नाइटी निकालके पहनती है.
आईने मे भी उसे अपने निपल सॉफ दिख रहे थे. वो आज शादी के बाद पहली बार एक पराए मर्द के सामने करीब-करीब नंगी जानेवाली थी यह सोचके वो शरमाई और फिर अपनी बाल ठीक करके उसने बेडरूम का दरवाज़ा खोला. बेडरूम मे खड़ी अपनी छोटी रंडी डॉली की मा को उस नाइटी मे देख कर राज का लंड उछलने लगा. नाइटी पहन के भी शन्नो उसके सामने नंगी थी. उसके मम्मो की गोलाई, निपल्स का ब्राउन कलर, ब्रा स्ट्रॅप की मार्किंग और ब्लॅक चड्डी उसे सॉफ दिखाई दे रही थी. यह रंडी औरत आज बेरहमी से चुद्नेवालि थी. बेडरूम मे आके शन्नो की चारो तरफ घूम कर उसका जिस्म वो देखने लगा. नाइटी से झलक रहे उसके निपल्स देख कर राज खुश होके समझा कि यह रांड़ हाथ आ गई. उसकी टाइट नाइटी मे दिख रहा जिस्म और नीचे गोरी टाँगे घुरके देखते राज सोचता है कि या तो इसका मर्द इसे ठीक से चोद्ता नही या फिर यह पति से काफ़ी दिन से ना चुद्वाने से इतनी जल्दी कपड़े बदल के आई.
पीछे से शन्नो के गोल टाइट चूतर देख कर तो वो और खुश होके उनको मसलता है. इस शन्नो रंडी की गांद उसे बहुत पसंद आई. इस उमर मे ऐसी टाइट गांद वो पहले बार देख रहा था. शन्नो के पूरे जिस्म पर हाथ घुमाते वो बोला, “वाह शन्नो तू तो इस नाइटी मे डॉली जैसी लगती है. वोई टाइट गोरा जिस्म, वैसा ही तना हुआ सीना, वैसे ही गोरी टाँगे. तू भी तेरी बेटी जैसी मस्त माल है शन्नो. कसम से तेरा यह मस्त जिस्म देख कर कोई भी मर्द तुझे अपनाना चाहेगा. ” शन्नो के पीछे खड़े होते उसके जिस्म को सहलाते राज बोला, “अच्छा ऐसा सोच तू ट्रेन की भीड़ मे खड़ी है यहाँ और मेरा एक हाथ एक लड़का है और दूसरा हाथ दूसरा लड़का. भीड़ मे एक लड़की पीछे से डॉली के कमीज़ के नीचे से ऐसे हाथ डाला हुआ था(राज नाइटी के नीचे से हाथ डालके उसकी जाँघ सहलाता है)और दूसरा लड़का उसका सीना मसल रहा था(अब दूसरे हाथ से नाइटी के उप्पर से राज शन्नो के मम्मे मसल्ते निपल्स से खेलता है) समझी कुछ तुम शन्नो? ” शन्नो राज के मसल्ने से मचलती है. राज के कड़क हाथ उसे अपने दूध को मसल्ते अच्छे लगते है.
अपनी टाइट चूतर पे घूम रहे हाथ उसकी चूत को और गरम करते है. डॉली की बात बताते वक़्त राज का उसके जिस्म से खेलना शन्नो को पागल कर रहा था. राज एकदम बिंदाश्त होके उसका जिस्म मसल रहा था. अपनी गांद ज़रा पीछे करते और राज को कोई भी रुकावट ना डालते शन्नो बोलती है, “श अहह उम्म्म्म तो ऐसा किया मेरी बेटी के साथ उन नालयक लड़को ने? यह अच्छा हुआ राज के तुम वहाँ थे नही तो सच मे मेरी बेटी की इज़्ज़त लूट लेते वो. अब तुमने मुझे पूरी बात समझाई है राज अब प्लीज़ छोड़ो ना मुझे, यह क्यों मेरा जिस्म मसल रहे हो तुम राज? ”
शन्नो के मूह से सिर्फ़ राज सुनके राज समझा कि लाइन अब क्लियर है. बेफिकर होके उसने खुद से कहा, लड़को ने मसला उसको पर मेने तो टाय्लेट मे चोदा उस कमसिन चूत को. शन्नो के कड़क मम्मे रगड़ते अब हाथ शन्नो की गांद पे आता है और राज उसकी टाइट गांद मसलता है. शन्नो का मस्त जिस्म मसल्ते राज सोचता है कि यह साली शन्नो ने खुदको मस्त मेंटैनेड रखा है. इस मदेर्चोद को चोदने मे मज़ा आएगा. शन्नो सिसकारिया लेते मज़े से अपना जिस्म राज से मसलवाने लगी. वो सोच रही थी कि राज उसके इस बर्ताव से उसके बारे मे क्या सोच रहा होगा? कितनी गिरी और चालू औरत है यह शन्नो.
यह सब सोचने के बाद भी वो राज को ज़रा भी नही रोक रही थी. शन्नो की कमर मे हाथ डालके उसकी गांद अपने लंड पे दबाते राज बोला, “आरे तुमको बता रहा हूँ कि डॉली को कैसे मसल रहे थे वो लड़के. ऐसा कुछ टाइम डॉली के कमसिन मम्मे मसल्ने के बाद डॉली के मम्मे मसल्ने वाला लड़का पीछे आया और डॉली को पीछे से पकड़के खुदका लंड डॉली की गांद पे मसल्ने लगा ऐसे जैसे अभी मैं मेरा लंड तेरी इस मस्त गोल टाइट गांद पे मसल रहा हूँ. ऐसे ही खूब मसल रहे थे तेरी बेटी को वो मदेर्चोद लंड. तेरी सेक्सी बेटी बेचारी उन जानवरो के बीच घबरा के खड़ी थी. मेने उसको बचाया नही तो तेरी बेटी को चोद डालते वो लड़के. ” यह कहते राज अपना खड़ा गरम लंड शन्नो की गांद पे रगड़ते उसके मम्मे मसल्ने लगा.
राज के अब डाइरेक्ट आक्षन से शन्नो खुश होती है. अपनी गांद पे राज का मोटा लंड जैसे ही उसे फील होता है वो बेकरार हो जाती है चुदाई के लिए. राज के लंड का साइज़ उसे अपनी पति के लंड से बड़ा फील होता है. राज के मूह से निकल रही गंदी गलियाँ और उसकी बेटी के बारे मे की गयी बाते उसे ज़रा भी खराब नही लग रही थी. उसके लिए डॉली अब उसकी बेटी नही बल्कि कोई अंजान लड़की थी जिसकी कहानी राज आक्षन के साथ उसे बता रहा था. आहे भरते वो भी राज से अपना जिस्म मसलवा के मज़े ले रही थी. फिर शन्नो ने सोचा कि अगर वो राज को तडपाएगी तो वो और ज़ोर्से उसे मसलके चोदेगा. अपने मम्मो पे घूम रहे राज के हाथ खुद अपने मम्मो पे ज़ोर्से दबाते शन्नो अब राज से बोली,
“आह्ह्ह्ह, तो ऐसे हुआ यह सब? इतना मसला उन्होने मेरी बेटी को? तभी तो वो मुझे कुछ नही बताई. अब वो बेचारी कैसे बताती कि लड़को ने ट्रेन मे उसका नंगा जिस्म मसला? राज अब तुम पूरी बात जल्दी बताओ नही तो डॉली के पापा . जाएँगे. तेरी कहानी सुनके मुझे कपड़े भी पहनने हैं. डॉली के डॅडी आधे घंटे मे आनेवाले है. अब जल्दी बताओ सब बात. ” पति के आने की बात सुनके राज ज़रा चमकता है. डॉली ने तो बताया था कि उसका बाप 4 दिन के बाद आनेवाला है. क्या डॉली ग़लत बोल रही थी या शन्नो झूट बोल रही थी. सच्चाई जानने के लिए राज ने अपना बदन शन्नो से अलग करते कहा, “ओह अच्छा तेरा पति आनेवाला है? फिर तो मुझे जाना ही चाहाए, चल मे चलता हू शन्नो, डॉली से फिर कभी मिलूँगा.
” इतना कहते राज बेडरूम से निकल के जाने लगता है. राज की बात सुनके शन्नो की चूत मे और भी कुलबुली सुरू होती है. वो तो राज को तड़पाने चली थी लेकिन यहाँ तो राज ने ही बाज़ी पलट दी उसपे. शन्नो तो अब किसी भी हाल मे राज से चुद्ने का मन बनाई थी. असल मे उसका दिल करता था कि राज उसे जल्दी से नंगी करके खूब तड़पाके चोदे. उसके जाने लगने से शन्नो को लगता है जैसे उसने अपने पति के आने का झूट बोलके ग़लती की है. कही राज सच मे चला गया तो उसकी गर्म चूत का क्या होगा यह सोचके शन्नो झट से वैसे ही दौड़ के राज के सामने आके उसे रोकते बोलती है, “आरे तुम तो नाराज़ हो गये. मे तो मज़ाक कर रही थी. वैसे भी डॉली के पापा रात को 10 से पहले नही आते. वो डॉली आ सकती है और मुझे इस हालत मे देख कर क्या सोचेगी इस डर से मेने तुमसे झूट बोला राज. प्लीज़ बताओ आगे क्या हुआ? “
अपनी चाल कमियाब होते देख राज शन्नो को घुमा कर फिर अपना लंड उसकी गांद पे रगड़ते आगे से नाइटी उठाके शन्नो की चूत चड्डी के उपर से सहलाने लगता है. उंगली से शन्नो की चूत रगड़ते राज बोला, “शन्नो मे जानता था कि तू झूठ बोल रही थी मुझे तड़पाने के लिए लेकिन मे वो मर्द नही जो औरत के सामने झूकू यह याद रख. वैसे डॉली की पूरी स्टोरी आक्षन के साथ बताने मे टाइम लगेगा. तू डॉली के आने की चिंता चूर और उसके साथ क्या हुआ और क्या हो सकता था यह सुन. ” शन्नो खुश होती है कि राज ने उसे फिर बाँहो मे लिया. वो हाथ उठाके पीछे राज की गर्दन मे डालते और अपना सीना आगे निकालते बोली, “राज तुम मुझे डॉली की पूरी बात बताओ चाहे कितना भी टाइम लगे. मुझे सुनना और महसूस करना है कि मेरी बेटी के साथ क्या हुआ था.
” इस बात से शन्नो ने राज को बताया कि वो अब उसे रोकने वाली नही थी. शन्नो यह जान गयी कि जितना टाइम राज कहानी सुनाने लगाएगा उतना टाइम राज शन्नो के उस तड़प्ते जिस्म को मसल्ते रहेगा जिससे जब राज उसे चोदने लगेगा तब वो और मस्ती से चुद्वाने का मज़ा ले सकती है. शन्नो की चूत रगड़ते और दूसरे हाथ से निपल्स को सहलाते राज बोला, “जब वो पीछे वाला लड़का पीछे से डॉली की गंद पे लंड रगड़ रहा था तो पहले लड़के ने उसकी सलवार के उप्पर से डॉली की चूत चड्डी के उपर से सहलाने लगा जैसे अब मे तेरी चूत सहला रहा हूँ. तू सोच शन्नो तेरी बेटी की क्या हालत हुई होगी इतनी छोटी उमर मे 2-2 लड़को से जिस्म मसलवाने मे . डॉली तो आँखे बंद करके ज़ोर्से सास ले रही थी बस और कुछ नही. अभी जैसे तूने तेरा जिस्म मेरे हाथ मे छोड़ दिया है बिल्कुल वैसी हालत डॉली की थी.
पहले ही वो कमसिन अन्चुदि लड़की और उसपे उन लड़को का उसके साथ यह खेलना, सोच क्या हुआ होगा उसकी चूत मे शन्नो? ” एक पराए मर्द से अपना जिस्म मसलवाते, उसकी गंदी बाते सुनके शन्नो बड़ी मस्ती से अपनी बेटी की स्टोरी सुन रही थी. शन्नो राज का लंड अपनी गांद पे रगड़ने से तड़पने लगती है. वैसे भी नाइटी इतनी पतली थी उसे ऐसा लगता है जैसे राज उसका लंड उसकी नंगी चूतेर पे मसल रहा है. जैसे- जैसे राज शन्नो की चूत और मम्मे मस्ती से मसल्ते रहता है तो शन्नो को और भी बैचैनि होती है और वो आखे बंद करके मोन करते मज़ा लेने लगती है. राज की उंगली शन्नो की चूत के रास से गीली होती है जिसे वो एक बार शन्नो को देखके चाट लेता है. फिर 2 उंगलियो से उसकी चूत को मसल्ते राज शन्नो को तड़पाने के लिए बोलता है, “शन्नो तेरा पति लेट आनेवाला है ना?
नही तो तू फोन करके उसे कुछ काम बोल दे जिससे वो लेट हो जायऔर तुझे डॉली की पूरी कहानी बता सकु. और कोई तो नही आनेवाला ना अभी डॉली के सिवाइ? नही तो कोई मर्द तुझे इस नाइटी मे देखेगा तो वोई करेगा जो मे कर रहा हूँ, है ना? भले टाइम लगेगा लेकिन तुझे समझ आएगा कि तेरी बेटी के जिस्म से कैसे खेल रहे थे वो लड़के. ” अब राज नाइटी पीछे से उपर करके पैंटी के उप्पर से शन्नो की गांद पे लंड रगड़ते आगे से पैंटी मे हाथ डालके शन्नो की नंगी चूत को उंगली करते हुए कहता है, “साली शन्नो तू भी तेरी बेटी जैसी गर्म माल है. देख कैसे बेटी की बात सुनते तू खुद तेरा जिस्म मसलवा के मज़े ले रही है. बहनचोड़ एकदम रांड़ है तू डॉली जैसी. बड़ी गर्म छीनाल माल हो तुम मा बेटी. ” राज की इस बात से शन्नो समझती है कि राज ने डॉली को खूब मसला. उसकी बेटी कमसिन थी और यह सब उसके लिए नया था तो वो भी मज़ा लेती रही होगी. राज ने उन मा बेटी को रंडी, छीनाल कहा लेकिन यह जानने और सुनने के
बाद भी शन्नो को खराब नही लगा. आज तो बस अपनी इस गर्म चूत को राज से चुद्वाने की पड़ी थी. अपनी नंगी गीली चूत मे राज की उंगली पाके शन्नो और मस्त होती है. शन्नो बड़ी बैचेन है और चाहती है कि किसी तरह से राज जल्दी चुदाई करे उसकी. पर राज भी औरत जात की नस-नस से वाकिफ़ है. वो जान बूझके शन्नो को तडपा रहा था. अपनी गांद राज पे लंड पे दबाते शन्नो बोली, “नही राज तुम इतमीनान से पूरी बात बताओ. आज मेरा पति तो बहुत लेट आनेवाला है. तुम उसकी बात जाने दो, डॉली की बात करो. शन्नो की गर्म गीली चूत मे उंगली करके राज समझता है कि यह औरत गर्म रांड़ है, यह तो अपनी बेटी और खुद को रंडी सुनके भी कुछ नही बोली. राज अब शन्नो की पैंटी पीछे से नीचे करके नंगी गांद पे लंड रगड़ते कहता है, “अच्छा है ना लेट आएगा तेरा पति? नही तो कहानी अधूरी होती. शन्नो अगर उन लड़को का बस चलता तो तेरी बेटी को लेट्रीन मे ले जाके चोद डालते, पर मेने उनकी बात सुनी और दोनो मदेर्चोदो को झापड़
मार कर भगाया और तेरी बेटी को मेरे साथ बैठाने की कोई जगह नही थी इसलिए लेट्रीन मे बैठा कर रातभर उसे अच्छे से मेरी गोदी मे सुलाया. ” राज की टाय्लेट मे बैठने की बात सुनके शन्नो समझी कि इस हरामी ने ज़रूर डॉली को गर्म करके चुदाई करी है. जब ऐसे मर्द ने मेरी जैसी चुदि औरत को बातो से गरम कर दिया तो मेरी बच्ची अभी कितनी गर्म हुई होगी. अभी-अभी जवानी चढ़ रही है उसपे और सामने यह खिलाड़ी. तभी तो कल ट्रेन से आने के बाद डॉली अच्छे से चल भी नही पा रही थी, और मुझसे बोली कि पैर मे मोच आई है. अफ मेरी बेटी ने अपनी कोरी जवानी लूटा दी. इस राज के मोटे लंड ने तो उसकी चूत फाड़ डाली होगी. मेरी बच्ची का क्या हाल किया होगा. शन्नो इधर अपनी बेटी के हाल के बारे मे सोच रही थी लेकिन यहाँ राज के हाथो से अपना जिस्म मसलवा रही थी. वैसे अब उसे कोई फरक नही पड़ने वाला था कि राज ने डॉली को चोदा है क्योंकि अब उसे अपनी चूत की पड़ी थी. राज का एक हाथ अपनी मम्मो पे दबाते वो बोली, “अच्छा क्या तुमने उनको भगा दिया राज, तुमने सच मे बहुत अच्छा काम किया है.
” शन्नो के निपल को हल्के से खिचते उनको मसल्ते राज बोला, “आरे भगाता नही तो क्या उन लड़को को तेरी बेटी चोदने देता? बहनचोड़ लड़के सालो के लंड मे ताक़त भी है क्या कि तेरी कमसिन लड़की को चोदे? बेचारी को गर्म करके 8-10 धक्को मे पानी निकालके चले जाते. उससे तेरी बेटी चुद्ति तो ज़रूर लेकिन पहली चुदाई का मज़ा कहाँ मिलता उसे. मदरचोड़ फिर मिले वो लड़के तो उनकी ही गंद मारूँगा. शन्नो तेरी बेटी की इज़्ज़त बचाना मेरा फ़र्ज़ था नही तो तुझसे मिल नही पाता और तेरे जिस्म से खेलते यह सब किसको बताता? वैसे शन्नो तेरी बेटी का जिस्म भी मस्त टाइट है. तेरा भी जिस्म, यह कसी-कसी गांद(लंड रगड़ता है गांद पे)मस्त कड़क मम्मे (निपल्स से खेलता है)और यह गीली गरम चूत(उंगली से चोद्ता है) एकदम तेरे बेटी जैसी है. तू इतनी बड़ी है पर जिस्म एक 16 साल की लड़की जैसा है तेरा. ” शन्नो को पूरा यकीन हुआ कि राज ने ज़रूर डॉली को चोदा है और यह सब कहानी झूठी है.
अब उस बात से कोई फरक नही पड़नेवाला था लेकिन फिर भी शन्नो बात बढ़ाते बोली, “ऊऊऊऊओ तो क्या तुमने मेरी बच्ची का बदन पूरा फील किया है राज? तुमने उसके साथ कुछ किया तो नही ना? देखो अभी वो बहुत छोटी है, जिस्म अभी भरके उभर रहा है, कुछ किया होगा तो बहुत बुरी बात है. ” शन्नो की नाइटी के नीचे से उसकी पैंटी खिचके घुटनो तक लाते राज बेशर्मी से बोला है, “आरे भीड़ थी तो हाथ यहाँ वहाँ लगता है ना? तब उसका जिस्म फील हुआ अपने आप. रात भर गोदी मे थी तो गांद फील हुई उसकी. ठंड थी इसलिए जाकड़ लिया इसलिए मम्मे सहलाने को मिले. बाकी तेरी बेटी को जान बूझके टच नही किया मेने शन्नो. ” यह मर्द एकदम हरामी था यह शन्नो को यकीन हुआ. उसे अपनी ही बेटी के जिस्म को मसल्ने की कहानी बता के गर्म किया और वो भी उसकी बातो मे आके चुदवाने को तय्यार हुई. जब राज ने शन्नो की पैंटी घुटनो तक खीची तो वो ज़रा नाटक करते बोली, “ऊऊओह यह क्या कर रहे हो राज? नहियीईईई प्लीज़ मेरे कपड़े मत उतारो ना. “


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