बेटी के बाप के लिए प्यार की और चुदाई की कहानी

ही दोस्तों, मेरा नाम कमाल किशोरे है. ये मेरी कहानी का दूसरा और आखरी पार्ट है. उमीद है की आपं सब ने पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और पसंद भी किया होगा.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था की कैसे मैने अपनी नौकरानी को नंगा देखा, जिससे मेरा उस पर दिल आ गया. फिर मैने उसको अपने ही घर पर छोड़ा. जब हमारी चुदाई ख़तम हुई, तभी मेरी बेटी बाहर आ गयी. अब आयेज चलते है.

पूजा के आने पर मैं हड़बड़ा गया, और रामा को जल्दी से कपड़े पहनने को कहा. मैने उसको अंदर से आवाज़ डेडी “मैं आया बेटा, 2 मिनिट रूको बस”. और मैं जल्दी-जल्दी कपड़े पहनने लगा. फिर कपड़े बदल कर मैं दरवाज़ा खोलने चला गया. पायल अंदर आ गयी, और मुझे बोली-

पायल: क्या हुआ पापा, इतनी देर क्यूँ लगा दी?

मैं: कुछ नही बेटा, वो रामा को बुलाया था. सफाई करवा रहा था.

तभी रामा बाहर आई, उसके बाल थोड़े खराब हुए पड़े थे. उसको देख कर ही लग रहा था, जैसे किसी ने उसको आचे से पेला हो. फिर वो पायल को “नमस्ते बेटा” बोल कर बाहर निकल गयी.

फिर जब मैं और पायल अंदर गये, तो वाहा रामा को ब्रा गिरी पड़ी थी. पायल की नज़र सीधे रामा की ब्रा पर गयी. मैने भी ब्रा देख ली थी, लेकिन मैने अंजान बनने का नाटक किया. तभी पायल बोली-

पायल: पापा ये क्या है?

मैं: क्या है, अर्रे ये तो…

पायल: ये ब्रा मेरी तो नही है.

मैं: अब बेटा मुझे क्या पता, मैं तो पहनता नही.

और हम दोनो हासणे लग गये. यहा बात कैसे भी करके रफ़ा दफ़ा हो गयी. लेकिन पायल को शक हो गया था, जिसका मुझे अंदाज़ा नही था. फिर अगले दिन मैने फिरसे रामा को घर बुला लिया, और उसको मज़े से छोड़ने लगा. इस बार हमने टाइम का ध्यान रखा, लेकिन उसका कोई फ़ायदा नही हुआ.

हुआ कुछ ऐसा की घर की एक चाबी पायल के पास भी रहती है. क्यूंकी पायल को मुझ पर शक था, तो वो कॉलेज से जल्दी निकल आई. उस दिन उसने दरवाज़ा नॉक नही किया, और चाबी से सीधा दरवाज़ा खोल कर अंदर आ गयी.

जैसे ही वो अंदर आई, तो अंदर का नज़ारा देख कर वो हैरान हो गयी.

तभी वो चिल्लाई: पापा!

मैं दर्र गया अचानक से उसकी आवाज़ सुन कर. उस वक़्त मैं बेड पर बैठा था, और रामा नीचे बैठ कर मेरा लंड चूस रही थी. पायल की आवाज़ आते ही रामा भी मेरे लंड से डोर हॅट गयी. तभी पायल ने रामा को बहुत बोला, और वापस जाने के लिए कहा.

मैं वही बैठा था, और मैने अपने आप को कपड़े से ढाका हुआ था. रामा के जाने के बाद पायल बोली-

पायल: पापा ये क्या था?

मैं कुछ बोल नही सका.

उसने दोबारा पूछा: पापा मैं आपसे कुछ पूच रही हू.

मैं: बेटा तेरी मम्मी के जाने के बाद मैं बहुत अकेला हो गया हू. बस मैने अपना कंट्रोल खो दिया. मुझे माफ़ कर दो.

पायल: इसमे माफी वाली कोई बात नही है पापा. इट’स आ बॉडी नीड. मैं तो ये सोच कर हैरान होती हू, की इतने साल आपने अपने आप पर कंट्रोल कैसे रखा. वो भी मेरी जैसी बेटी होते हुए.

मैं उसकी बात सुन कर बोला: बेटा मैं कुछ समझा नही.

पायल: मैं समझती हू.

ये बोल कर पायल अपने कपड़े उतारने लगी. पायल ने ब्लॅक लेगैंग्स के साथ लाइट ब्राउन शर्ट पहना था. उसने झट से शर्ट को अपने बदन से अलग कर दिया. अब वो मेरे सामने ब्रा और लेगैंग्स में थी. उसके गोरे-गोरे बूब्स की क्लीवेज दिख रही थी. और उसकी चिकनी कमर के बारे में तो पूछो ही मत.

फिर पायल अपने घुटनो के बाल बैठ गयी, और मेरा लंड अपने मूह में ले लिया. मैं अब भी समझ नही पा रहा था, की क्या हो रहा था. मैने पायल को कभी गंदी नज़र से नही देखा था, और आज वो मेरे सामने ये सब कर रही थी.

वैसे पायल एक बहुत ही सेक्सी लड़की है. उसका फिगर 34-28-36 है. रंग गोरा है, और हाइट 5’7″ की. बड़ी ज़बरदस्त लड़की है, एक-दूं कड़क. ये मैने उसी दिन नोटीस किया जिस दिन मेरी बेटी मेरा लंड चूस रही थी.

फिर पायल लंड चूस्टे हुए बोली: पापा आपको ऐसी घटिया औरतों के पास जाने की ज़रूरत नही है. जब आपकी अपनी बेटी आपके पास है. मुझे आपसे बहुत प्यार है पापा. मैं आपके लिए कुछ भी कर सकती हू. जितना प्यार आपने मम्मी को दिया है, और जीतने आप लायल रहे हो, उतना आज के लड़के नही हो सकते. तो आप मुझे ही अपनी पत्नी बना लो. बाहर किसी लड़के की रंडी बनने से अछा आप से चुड जौ.

और ये बोल कर वो मेरा लंड चूस्टी रही. मुझे उसकी बात ठीक लगी. किसी ना किसी से तो वो चूड़ने वाली थी. तो मैं क्यूँ ना उसको छोड़ देता. फिर मैने भी यही किया. मैने उसका सर पकड़ा, और उसका मूह छोड़ने लगा. आज पहली बार मैने अपनी बेटी को हवस भारी नज़रों से देखा था, और वो मुझे बहुत सेक्सी लग रही थी.

फिर मैने अपनी बेटी को अपनी गोद में बिताया, और उसकी ब्रा खोल दी. अब उसके सॉफ्ट बूब्स मेरे सामने थे. मैं उसके बूब्स दबाने लगा, और उसके लिप्स पर किस करने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी. क्या स्वाद था उसके लिप्स का.

फिर मैने उसके बूब्स चूसने शुरू किए. वो कामुक आहें भरने लग गयी. बूब्स चूस्टे हुए मैं उसकी जांघों में हाथ डाल कर उसकी छूट मसालने लग गया. वो भी मेरा लंड मसल रही थी. फिर उसने मुझे बेड पर लिटा दिया, और अपनी लेगैंग्स और पनटी उतार कर मेरे उपर आ गयी.

बड़ी ही खूबसूरत छूट की मालकिन थी पायल. वो छूट मेरे लंड पर रगड़ने लगी, और आ आ करके लगी. उसकी आँखों में मदहोशी सॉफ नज़र आ रही थी. फिर उसने लंड अपनी छूट पर टीकाया और अपने अंदर ले लिया. उसकी छूट बहुत टाइट थी, लेकिन वो पहले भी चुड चुकी थी.

शायद उसको प्यार में धोखा मिल चुका था. फिर वो मेरे लंड पर उपर-नीचे होके चूड़ने लगी. मैं भी उसके चूतड़ पकड़ कर नीचे से धक्के देने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था.

20 मिनिट तक वो ऐसे ही उछालती रही. फिर मेरा निकालने वाला था, और मैने ये उसको बोला. वो गांद और तेज़ी से उपर-नीचे करने लगी, और मेरा माल अपने अंदर ही ले लिया. वो मेरे बच्चे की मा बनना चाहती थी. फिर कुछ समय बाद वो प्रेग्नेंट हो गयी.

मैने उसके साथ शहर छोढ़ दिया, और हम दोनो किसी दूसरे शहर में मिया-बीवी की ज़िंदगी जीने लगे.

थे एंड.

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