बेटे को भाए मा का सेक्सी जिस्म

बक्कस्टोरी:- मेरे बाप का लंड छ्होटा और ढीला है, और वो मेरी मा की छूट शांत नही कर पाता. ये बात मैने एक दिन उनके झगड़े में सुन ली, और इस बात का फ़ायदा उठाने के लिए मैने अपनी मा को गरम किया, और उसकी छूट फाड़ के भोंसड़ा किया, और प्रेग्नेंट किया. ये सब जानने के लिए पढ़िए मेरी हॉट कहानी.

मेरे बारे में एक बार फिरसे बता डू. मेरी आगे 23 यियर्ज़, हाइट 5’7”, कलर ब्राउन, आंड लंड का साइज़ 7 इंच है. मेरी मा के बारे में बता डू. उसकी हाइट 5′ है, और कर्वी बॉडी, बड़े बूब्स, और रौंद गांद जो कपड़ों से फटत कर बाहर आती है. सारी में तो कहर ढा देती है ये औरत, और जवान से लेकर बुड्ढे सब का लंड खड़ा हो जाए ऐसा फिगर है उसका. तो डाइरेक्ट स्टोरी पे आते है.

अट डिन्निंग टेबल:-

यहा पे मों दाद के झगड़े के बाद की बात हो रही है.

मों: क्या बात है, आज इतना लाते क्यूँ हुआ उठने में?

मे (डरते हुए): वो तोड़ा लाते नाइट तक पढ़ रहा था.

मैं मों से नज़रें नही मिला पा रहा था.

मों: तुम कल मेरे कमरे में आए थे क्या?

मैं नज़रें झुका के बस अपने ब्रेकफास्ट पे ध्यान दे रहा था, ताकि मों को फेस नही करना पड़े.

मे: नही, नही तो.

मों: ओक.

मैने तो मों को देखा भी नही. बुत पता नही क्यूँ मुझे मों गुस्सा नही बल्कि खुश लग रही थी. लग रहा था की मों स्माइल के साथ क्वेस्चन्स कर रही थी. जो भी हो, मैं कॉलेज चला गया.

मैं कॉलेज में था की मुझे मों का कॉल आया, आंड उन्होने मुझे जल्दी घर बुला लिया. मेरा भी कॉलेज में मॅन नही लग रहा था, आंड मों परेशन लग रही थी कॉल पे, सो मैं जल्दी से घर आ गया.

घर आया तो देखा मों रो रही थी. मैने पूछा की क्या हुआ तो मों मुझसे लिपट के रोने लगी. कुछ देर बाद वो शांत हुई, आंड मों ने बताया-

मों: संदीप अंकल (दाद’स फ्रेंड) आए थे, आंड उन्होने तुम्हारे दाद को गोआ में किसी गर्ल के साथ देखा है.

मे: वो तो कोलकाता जाते है ना फॉर बिज़्नेस?

मों: मुझे तो पहले से डाउट था. बुत आज सच सामने आ ही गया.

मों फूट-फूट के रोने लगी. मुझे भी काफ़ी बुरा लग रहा था. हम दोनो मों के कमरे में थे उनके बेड पे. मैं मों के बगल में बैठा था. मों मेरे कंधे पे सिर रख के रो रही थी. मैं मों को शांत करने की कोशिश कर रहा था.

मे: कोई बात नही मों. मैं आपके साथ हू. आपका दुख मैं समझ सकता हू. मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हू.

मों: थॅंक योउ बेटा.

आंड मों ने मुझे हग कर लिया. मेरा हॅंड हम दोनो के हग के बीच फस गया, बिकॉज़ में उस टाइम मों के आँसू पोंछ रहा था, जब मों ने अचानक से हग कर लिया. मेरा एक हॅंड मों की बॅक पे था, आंड एक हॅंड मों के बूब्स पे.

मों ने आज ब्रा नही पहनी थी. सो उनका बूब्स आचे से महसूस कर पा रहा था ब्लाउस के उपर से ही. उनके निपल्स मेरे हॅंड पे चुभ रहे थे. मैं मों के सिर को सहलाने लगा आंड हॅंड धीरे-धीरे नीचे की तरफ भी बढ़ा.

मों का ब्लाउस बॅक साइड से लगभग कुछ था ही नही. वो रोते मेरे से हग किए हुए लगभग शांत हो गयी आंड हाफ स्लीप में शांत सी हो गयी. तब मैने धीरे से अपना फ़ससा हुआ हॅंड निकाला, आंड मों को बेड पे लिटा दिया.

मों अभी भी आइज़ क्लोज़ किए थी. मैं मों के ब्लाउस देख रहा था. मों की सारी का पल्लू हॅट चुका था, आंड ओन्ली ब्लाउस में ग़ज़ब की सेक्सी लग रही थी. मैने मों के लेग्स को भी बेड के उपर कर दिया, आंड जाने लगा.

तो मों ने आवाज़ दे कर रोका आंड बोली: बेटा थोड़ी देर अपनी मा के साथ रहो.

मैं मों के बगल में बैठ गया, आंड सिर को सहलाने लगा. मों अंगडाया लेने लगी, आंड एक लेग को मोड़ के अपनी तरफ खींच लिया. मों की सारी पहले से ही घुटनो पे थी आंड लेग बेंड के कारण से सारी घुटनो से नीचे उतार गयी. मैं मों की गोरी-गोरी जांघें देखने लगा. उनके आँसू अभी भी मों के आइज़ से निकले जेया रहे थे.

मैने मों के आँसू पोंछे आंड उनके बगल में बैठ के उनको अगेन हल्का हग कर लिया. अब मैं मों की साइड में लेता था, आंड मेरा एक हॅंड मों की कमर पे था. मों अभी भी आइज़ बंद किए थी. मुझे तभी याद आया की मों ने अभी भी शायद कल रात वाली पनटी पहन रखी थी. ये सोच के मुझे रात की बात याद आने लगी आंड मेरा लंड खड़ा होने लगा.

मैं अंजान बन के अपना हॅंड मों के बूब्स पे रख के मों की आँसू पोछने लगा. मों बस चुप थी, आंड आइज़ बंद किए हुए थी. बीच-बीच में थेर्स निकल रहे थे. आँसू पोंछने के बाद मैने मों के एक बूब को आचे से पकड़ लिया, आंड अपनी आइज़ बंद कर ली.

मैं प्रिटेंड कर रहा था की ग़लती से हॅंड रख दिया है. मैने देखा मों ने कुछ नही बोला. तो मैने अपनी एक लेग भी मों के घुटनो पे रखी, आंड वाहा से लेग को घसीट के लगभग मों की कमर तक ला दिया.

इसके कारण मों की सारी लगभग पूरी तरह उपर आ गयी. मॅन तो कर रहा था की बूब्स तो आचे से दबा डू, बुत कर नही पा रहा था. मों को कस्स के हग करने के बहाने मैने मों को ज़ोर से जकड़ा. तब मैने बूब्स को भी दबा दिया, आंड अपनी लेग्स को तोड़ा और उपर किया.

इससे मों की सारी पूरी उपर उठ गयी, आंड मैने देखा की मों की पनटी दिखाई देने लगी. इतना होते ही मों अदर साइड में करवट लेली, आंड मुझे अपनी लेग मों के उपर से हटानी पड़ी.

बुत मैने हॅंड अभी भी मों पे रखा था. मों की कमर पकड़ के मैं मों से चिपक गया आंड बोला-

मे: ई लोवे योउ मों.

मों ने ह्म्‍म्म्म बोला, आंड रिलॅक्सिंग साउंड निकाल के सोने लगी. मेरा खड़ा लंड अब मों की गांद को आचे से टच कर रहा था. मों की छूट को आचे से महसूस कर रहा था. मैने फिर अपनी एक लेग मों पे रख दी, आंड मैं भी रिलॅक्स हो गया. मुझे समझ में आ गया था की मेरे टच से मों को कोई दिक्कत नही थी. बुत अभी इससे ज़्यादा कुछ होगा भी नही.

हम दोनो को नींद आ गयी. मेरी नींद पहले खुली तो देखा की मों अब सीधे लेती थी, आंड अभी भी मों की सारी उपर उठी हुई थी, आंड पनटी भी दिख रही थी. मैने ध्यान से देखा तो ये वही रात वाली पनटी थी, आंड उसपे मेरे लंड के माल का दाग भी था.

रात हो चुकी थी, आंड मुझे भूख भी बहुत लगी थी. सो मैने मों को उठाया उनकी सारी बिना ठीक किए. मों उठी आंड बैठ गयी. वो अभी भी अपनी सारी ठीक नही कर रही थी.

मैने मों को बोला: ज़ोरो की भूख लगी है.

तो मों ने मेरे फोर्हेड पे किस किया आंड बोली: ओक बेटा, अभी कुछ बना देती हू.

फिर मों उठ के किचन में चली गयी. कुछ देर बाद हमने रात का खाना ख़तम किया, मों ने मुझे बोला-

मों: बेटा आज मेरे साथ सोना. मुझे अकेला फील हो रहा है. मैने ओक बोला.

इसके आयेज क्या हुआ, आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. किसी लड़की, भाभी, विधवा, डाइवोर्स आंटी, या किसी भी औरत को शारीरिक सुख चाहिए मुंबई में, तो मुझे मैल पे कॉंटॅक्ट करे. मैं कल्लबोय सर्वीसज़ भी प्रवाइड करता हू.

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