कोलकाता की बिंगाली टीचर और स्टूडेंट की चुदाई स्टोरी

हेलो, मेरा नामे अरमान है, और मैं बंगलोरे में रहता हू. मैं सॉफ्टवेर इंजिनियर हू, और मेरा रंग सावला है. मेरे लंड का साइज़ 6.6 इंच का है, और ये किसी भी लड़की या भाभी को सॅटिस्फाइ कर सकता है. ये मेरी रियल स्टोरी है 2018 की. कोई ग़लती हो तो माफ़ करना. चलिए फिर शुरू करते है मेरी और स्वेता मा’आम की कहानी.

ये कहानी तब की है जब मैं कोलकाता शिफ्ट किया था अपनी ब.टेक. के लिए. सो ये स्टोरी मेरे दोस्त की वजह से स्टार्ट हुई. वो एक सब्जेक्ट में बहुत वीक था, तो उसने एक टीचर का नंबर आइयीरॉक्स शॉप में देखा. उसने नंबर लिया, और उन्हे कॉल करके बोला मुझे पढ़ना है ये है 3र्ड सें के बाद.

शाम को मा’आम ने मिलने बुलाया तो मेरा दोस्त मुझे भी साथ ले गया. 10-15 मिनिट्स वेट करने के बाद एक हसीन सी लड़की सामने आई और उससे बात करने लगी. वो दोनो टाइमिंग की बात कर रहे थे, और मैं मा’आम को घूरे जेया रहा था.

अब मा’आम की ह्टनेस के बारे में बताता हू. दिखने में वो 19-20 यियर्ज़ की सेक्सी लड़की लग रही थी. बुत वो 36 यियर्ज़ की थी. उनके बूब्स 34″, आस 36″, और कमर 32″ की एक-दूं हॉट आंड सेक्सी थी. जो देखे उसका मॅन करेगा अभी पटक कर छोड़ डू. आप सब जानते ही होंगे बेंगल की गर्ल्स कितनी खूबसूरत होती है.

अब स्टोरी पे आते है. फिर मा’आम से दोस्त ने बात की, आंड उसने पूछा मुझसे ये भी पढ़ेगा (उसने मेरे बारे में पूछा)? जब की मुझे वो सब्जेक्ट आती थी, फिर भी मैं उनको देख कर पागल हो गया की इसको छोड़ना है.

तो मैं बोला: एस मा’आम, मुझे भी पढ़ना है.

मेरा फ्रेंड्स मेरी तरफ देख रहा था. फिर हम लोग हॉस्टिल आए तो दोस्त ने पूछा-

दोस्त: यार तुझे तो आती है ये सब्जेक्ट.

मैं बोला: यार मा’आम मस्त लगी. ई फेल इन लोवे. मिलना है मुझे उससे, इसलिए एस बोला.

नेक्स्ट दे जब टुटीओन गया, वो एक वाइट त-शर्ट आंड पर्पल घाघरा पहने थी. ग़ज़ब की हॉट लग रही थी. उनकी ब्रा और बूब्स एक-दूं टाइट दिख रहे थे, और मैं तो बस आँखें सेक रहा था. फिर मा’आम ने नोटीस कर लिया की मैं बूब्स देख रहा था, आंड मुझे देख कर एक स्माइल दी आंड पढ़ने लगी. मैं समझ गया वो भी इंट्रेस्टेड थी.

फिर कुछ दिन यू ही चला, और सेमेस्टर ख़तम हो गया. उसके बाद दोस्त ने टुटीओन जाना बंद कर दिया. बुत मैने फिर से कॉंटॅक्ट किया आंड नेक्स्ट सेमेस्टर का एक सब्जेक्ट पढ़ने लगा.

1-2 वीक के बाद:-

मा’आम के 2 हाउस थे एक न्यू एक ओल्ड, सो 3र्ड वीक मा’आम ने वीकेंड पे बुलाया 11 आम को. फिर जब मैं गया तो वो मुझे ओल्ड रूम में ले गयी और वाहा अकेले पढ़ने लगी. ऐसा लग रहा था की ये रूम सॉफ किया गया हो, और कोई आता नही था उधर.

मैने पूछा: इधर क्यूँ?

वो बोली: ये ओल्ड है, उसे नही होता, और घर वाले इधर नही आते. तो हम शांति से पढ़ सकते है.

नेक्स्ट दे सनडे को अगेन उन्होने बुलाया 3 पीयेम को. इस टाइम उनके घर में सब सो जाते थे. मैं पहुँचा तो देखा मा’आम गीले कपड़े में थी, और कपड़े धो रही थी. वो उसी में मुझे पढ़ने आ गयी. आज उनकी त-शर्ट एक-दूं गीली थी और अंदर उन्होने ब्रा नही पहनी थी. उनके सॉफ्ट सॉफ्ट 34″ साइज़ के बूब्स मस्त लग रहे थे, और निपल एक-दूं टाइट थे.

जब मैने नीचे देखा, लेगैंग्स भी गीली थी, और छूट सॉफ दिख रही थी. उस दिन मेरा लंड खड़ा हो गया और दर्द करने लगा. मैं लंड सेट करने की कोशिश कर रहा था, बुत सेट नही हो पा रहा था. मा’आम समझ गयी और वो कुछ समझने के बहाने मेरे थाइस में कॉपी रखती, और लंड चू लेती.

पहली बार ऐसा हो रहा था. मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था, तो मैं मा’आम से बोला-

मैं: मा’आम, वॉशरूम जाना है.

वो स्माइल की और मुझे वॉशरूम में ले गयी. मैं अंदर गया तो 2-3 पॅंटीस और ब्रास थी वाहा. मैने एक पनटी ली, और उसमे रग़ाद कर हिलाया, और अपना सारा कम उसमे ही लगा रहने दिया. फिर सस्यू करके मैं वापस आ गया. मैं 5 मिनिट्स बाद आया तो मा’आम स्माइल कर रही थी. वो समझ गयी की मैं हिला कर आया था.

अब नेक्स्ट वीकेंड भी क्लास जाना था, तो मैने इस बार ओन्ली ट्राउज़र्स पहना ढीला वाला, जिससे लंड सॉफ दिखे. जब गया तो वो आज भी कपड़े धो रही थी, और आ कर पढ़ने लगी. आज उन्होने ऐसा टॉप पहना था, जो ट्रॅन्स्परेंट था, और छ्होटी सी घगरी पहनी थी, जो थाइ से उपर थी.

उन्होने पनटी नही पहनी थी. पहली बार उनकी छूट के दर्शन हुए मुझे. थोड़े-थोड़े बाल थे उसपे जिसको देखते ही मेरा खड़ा हो गया. वो भी आक्षन नही ले रही थी, और किसी बहाने मेरा लंड चू लेती और पढ़ने लगती. आज अंदर कुछ ना पहनने की वजह से मेरा लंड सॉफ दिख रहा था. वो लंड ही घूरे जेया रही थी.

फिर उनसे कंट्रोल नही हुआ, और वो मुझे पकड़ कर एक-दूं से किस करने लगी. मैं जान-बूझ कर बोलने लगा-

मैं: ये ग़लत है, कोई आ जाएगा.

वो बोली: कुछ ग़लत नही है, और अभी कोई नही आएगा. मम्मी सो रही है, पापा घर पे नही है, और दीदी बाहर गयी है.

फर्स्ट टाइम आज मैने किस किया. क्या सॉफ्ट होंठ थे उनके. किस करते-करते मैने एक हॅंड बूब्स पर रखा, और दबाने लगा. वो सिसकियाँ लेने लगी और 10 मिनिट्स के बाद वो डोर लॉक की, और नीचे बैठ कर मेरा लंड एक ही बार में ट्राउज़र्स से निकाल लिया. फिर वो लंड घूर्ने लगी और बोली-

वो: कितना बड़ा है यार तुम्हारा. ऐसा कभी नही देखा, एक-दूं पॉर्न जैसा.

मैं समझ गया ये पहले से चूड़ी हुई थी, और इन्होने इतना बड़ा लंड कभी नही देखा था.

मैं बोला: हमारा ऐसा ही होता है काटा हुआ. आप चूसोगे तो और बड़ा हो जाएगा.

फिर घाप से वो चूसने लगी. क्या मस्त चूस रही थी जैसे कोई पोर्नस्तर हो. पूरा गले तक ले रही थी.

मैं बोल रहा था: धीरे-धीरे करो, गिर जाएगा मेरा.

उन्हे कहा रुखना था. 10 मिनिट्स चूसने के बाद मेरा वीर्या निकल गया, और वो पूरा पी गयी, और तोड़ा अपने फेस पे लगा ली. फिर उपर आ गयी और फिरसे हमारी किस होने लगी. थोड़ी देर बाद उन्हे बेड में पटक दिया, और उनकी त-शर्ट उतार दी, और बूब्स चूसने लगा. मस्त वाइट-वाइट बूब्स में हल्के ब्राउन निपल आइस क्रीम जैसे सॉफ्ट लग रहे थे.

मैं ज़ोर-ज़ोर से चूस रहा था, और निपल काट रहा था. वो तड़पने लगी, और सिसकियाँ लेने लगी. फिर मैं धीरे-धीरे नीचे गया, और हल्की हेरी छूट पे किस किया. क्या मस्त छूट थी, एक-दूं वाइट आंड अंदर से पिंक. फिर मैने अपनी जीभ से चाटना स्टार्ट कर दिया.

मैं पहली बार किसी की छूट चाट रहा था. उसकी खुश्बू इतनी मदहोश कर रही थी, की मॅन कर रहा था खा जौ. 10 मिनिट्स चूसने के बाद वो झाड़ गयी. उसका सारा पानी मैं पी गया, बहुत मस्त था. अब उससे कंट्रोल नही हो रहा था.

वो बोलने लगी: अब डाल दो, कंट्रोल नही हो रहा.

मैने जान-बूझ कर उसे और लंड चुस्वाया. जब एक-दूं हार्ड हो गया तो मिशनरी पोज़िशन में लंड डालने लगा. मेरा टोपा इतना मोटा है, की जेया नही रहा था. फिर मैने ज़ोर लगा कर धक्का मारा तो आधा लंड अंदर चला गया. मा’आम के आँसू आ गये, बुत इससे पता चल गया वो चूड़ी हुई माल थी.

फिर मैने और 2-3 झटके मारे, और पूरा लंड पेल दिया. वो हल्के दर्द से बेहोश होने लगी, बुत मैं लगा रहा.

फिर वो चिल्लाने लगी: ज़ोर से छोड़ मुझे, और ज़ोर से.

वो एग्ज़ाइट्मेंट में गाली देने लगी: बहनचोड़ ज़ोर से छोड़ ना, संतुष्ट कर दे मुझे. 2-3 लंड में भी इतना मज़ा नही आया जितना तेरे में आ रहा है.

मे: रुक जेया रंडी, तेरी छूट फाड़ दूँगा आज.

और मैं पेलता रहा. मेरा एक बार झाड़ जाने की वजह से लंबा चल रहा था.

मा’आम: सेयेल कितना बड़ा लंड है. इतना दूं होता है कटे लंड में? ओह यॅ, फक मे हार्डर.

मे: एस रंडी, अभी पूरी रात छोड़ूँगा. चल नही सकेगी तू.

मा’आम: सेयेल मेरी पनटी में हिला के चला गया, सॉफ कों करेगा?

मे: मैं करूँगा बेबी, पहले तुझे पेल तो लू.

फिर 6-7 मिनिट बाद मेरा निकालने को था, तो मैने पोज़िशन बदल कर उसे डॉगी बना दिया, और पीछे से पेलने लगा. क्या मस्त गांद थी उसकी. छाप-छाप की आवाज़े गूंजने लगी. गांद लाल हो चुकी थी मा’आम की. करीब 10 मिनिट्स बाद वो झाड़ गयी और फिर कुछ झटके के बाद मेरा निकालने वाला था.

मैने पूछा: कहा निकालु?

वो बोली: रूको मुझे चूसना है.

फिर वो बैठ कर चूसने लगी, और 2-3 मिनिट्स बाद सारा वीर्या खा गयी. बुत मेरा अभी भी खड़ा था और 5 बाज चुके थे. अब नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा आयेज क्या हुआ.
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