बहन की चुदाई फार्महाउस पर

तो मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर कहा कि समझा दो ना तुम ही तो हो और शरमा गयी. फिर मेने उसे जप्पी डाल दि और गांड पर हाथ फेरा तो मुस्कान कहने लगी आह्ह औउ उहह्ह भैया क्या कर रहे हो? उसने जोर से सिसकारी ली.

मैं समझ गया था कि चुदाई के मजे लेना चाहती हैं और सिल तुडवाना चाहती है. मैंने उसे कहा कि चलो कोई रूम ले लेते हैं रेंट पर, तो बोली नहीं भैया.

तो मैंने कहा कि और फिर क्या करें? तो वह बोली कोई अच्छा सुनसान सी जगह.

हमारा एक फार्म हाउस से जरा थोड़ा दूर यूनिवर्सिटी की तरफ है. बहुत बड़ा, ब्यूटीफुल और सुनसान इलाके में है.

मैं समझ गया कि उसकी नजर फार्म हाउस पर है पर मैं उसके मुंह से यह सुनना चाहता था.

फिर मैंने पूछा कि तुम ही बता दो तो वह शरमाते हुए बोली भैया फार्म हाउस कैसा रहेगा? यह सुन कर मैंने उसे कोऔर जोर से कस लिया और गाल पर किस भी कर दी आह औउ अह्ह्ह क्या नरम गाल थे.

वह मदहोश सी हो गयी थी. मैंने कहा क्या लगता है चर्बी पिघलवाना चाहती हो अपने फ्रेंडस से और उस के पेट पर एक चुटकी भी काट ली, तो वो कुछ नहीं बोली और आह्ह औऊ भैया कहने लगी.

फिर मैंने कहा ठीक है वहां एंजॉय अच्छा हो जाएगा, तो वह बहुत खुश हुई.

फिर उसने अपने फ्रेंड्स को भी बता दिया और वह भी बहुत खुश हुए.

बर्थडे के एक दिन पहले मैंने उस के एक दोस्त को फोन कर के कहा कि फार्म हाउस की चाबी ले जाओ मैं कल आउट ऑफ सिटी जा रहा हूं तो आप लोग वहां मुस्कान की बर्थडे पार्टी अरेंज कर लेना, मुस्कान से भी मेरी बात हो गई है उस से अच्छी जगह और कोई नहीं.

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तो उसका दोस्त बोला नहीं भैया आप के बिना मजा नहीं आएगा और मुस्कान भी नहीं मानेगी, तो मैंने कुछ सोचने के बाद हां कर दी.

फिर एक दिन बदले सारी तैयारी की, मैंने केक वगैरा और बाकी खाने की चीजें ले ली.

और साथ ही एक पैकेट कंडोम का ले लिया. नेक्स्ट डे में सिस्टर को यूनिवर्सिटी के लिए लेके निकला गाडी में. यूनिवर्सिटी का तो एक बहाना था. आगे मुस्कान के फ्रेंडस वेट कर रहे थे. हम यूनिवर्सिटी के पास पहुंचे और देखा कि मुस्कान के फ्रेंड ने भी कुछ चीजें ले रखी थी मुस्कान के लिए गिफ्ट वगैरह.

ओह गाडी में हम दो लोग थे और वह चार लोग. फिर कुछ सोचने के बाद मैंने उन से कहा कि तिन लोग पीछे बैठ जाओ और साथ मुस्कान को भी गोद में बैठा लो. और एक आगे मेरे साथ आ जाओ.

और फिर क्या? मुस्कान पिछली सीट पर उन लोगों की गोद में बैठी थी. काम तो अभी से शुरु हो चुका था, वह भी बडे मजे ले रहे थे मुस्कान के साथ और हम मुस्कुराते हुए बातें कर रहे थे.

३० मिनट के बाद हमारा फार्म हाउस आ गया. फिर हमने सामान उतारा मैंने गेट खोल के गाड़ी अंदर खड़ी की और आगे का दरवाजा खोल कर एंटर हो गए.

वह जगह देख कर सब बहुत खुश हुए फिर हम सोफे पर जा कर बैठ गये कोई ११ बज रहे थे.

उधर मैंने अपनी सेक्रेटरी को बोल दिया कि आज मैं नहीं आऊंगा, सब संभाल लेना.

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फिर हम बातें करने लगे. फिर केक काटने की तैयारी हुई और मुस्कान के सामने बहुत बड़ा केक रख दिया गया. वह पेंट और शर्ट में बहुत हॉट लग रही थी. सब मस्ती कर रहे थे, उस को नंगा करना चाहते थे, फीर केक काटा गया. सब ने अपने होठो से मुस्कान को खिलाया, उस के बूब्स दबाए और गांड पर हाथ फेरा. फिर मुस्कान को सब ने गिफ्ट दीये.

कुछ देर बाद मुस्कान ने सब के लिए ड्रिंक्स का पेग बनाया और सब को दिया और खुद भी लिया. ड्रिंक के बाद सब पर नशा सा चढ रहा था, तो मैंने मुस्कान को अपनी गोद में खींच लिया और उस के पेट पर हाथ फेरने लगा, सब हॉट हो रहे थे, मुस्कान भी सिसकिया ले रही थी. एक कुंवारी, जवान, खूबसूरत रांड हमारे सामने थी. फिर एक पैग और बनाने को कहा तो मुस्कान हॉट अंदाज में एक पेग तैयार करने लगी और सब को दिया.

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