बहन ने दिखाई नंगी चूत

सिस्टर सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था की दीप्शिखा ने कैसे पहली बार जॅक को हॅंजब दिया था. अब आयेज-

जॅक जब झाड़ गया, तब उसके लंड से ढेर सारा कम निकला. कुछ कम दीप्शिखा के हाथ पे गिरा, कुछ कार की सीट पे, और कुछ कार के स्टियरिंग वील पे. दीप्शिखा को यकीन नही हुआ की इतना ज़्यादा स्पर्म कैसे निकल सकता था. जॅक को भी विश्वास नही हुआ, उसका इतना जल्दी कैसे निकल गया. मेबी ये दीप्शिखा के कोमल हाथो के स्पर्श की वजह से होगा.

दीदी का हाथ अभी भी जॅक के लंड के उपर रहता है. तभी उसे याद आता है की कार तो घर पे ही खड़ी करनी थी, कल भी उसे होगी. वो तुरंत अपनी पनटी उतार के सारा कम सॉफ करने लगती है. वो आचे से जहाँ-जहाँ मलाई गिरी होती है, वहाँ सॉफ कर देती है.

फिर अपनी सीट पे बैठ जाती है. पूरी कार में जॅक की मलाई का स्ट्रॉंग स्मेल आ रहा था. दीप्शिखा को बड़ा अजीब लगता है. जॅक तब कार का शीशा नीचे कर देता है जिससे स्मेल चली जाए. कुछ देर में वो घर पहुँचते है. दीप्शिखा दीदी नोटीस करती है सब लाइट्स बंद थी.

जॅक: कहाँ पार्क करू?

दीप्शिखा: वो अंदर गॅरेज में.

कार खड़ी करने के बाद दोनो बाहर निकलते है. जॅक बाहर की तरफ निकल जाता है. और दीप्शिखा दीदी जल्दी से अपने कमरे में चली जाती है. अब वो फ्रेश होके ड्रेस चेंज करती है, और बाबयडॉल्ल नी निघट्य पहन के बेड पे लेट गयी थी.

दीप्शिखा आज अंदर से बहुत खुश थी. उसके माइंड में सिर्फ़ आज शादी के स्पेंड किए हुए मोमेंट्स चल रहे थे. वो सब सोच के फिर से एग्ज़ाइट होने लगती है.

दीप्शिखा (मॅन में): कितना बड़ा लंड था जॅक का. इतना बड़ा कैसे किसी का हो सकता है? मेरे दोनो हाथो से भी कवर नही हो रहा था. एक हाथ से तो संभाल ही नही रहा था. और इतना मोटा था की कितनी मुश्किल से ग्रिप बन पाई मेरे हाथो से. फिर इतना सारा स्पर्म निकला जब वो झड़ने लगे. और स्मेल कितनी अजीब आ रही थी. उफ़फ्फ़…

तभी दीदी का ध्यान अपनी पनटी पे जाता है, जिससे उसने जॅक का स्पर्म सॉफ किया था. वो बहुत एक्शिटेड थी स्पर्म की स्मेल को अपनी नाक पे लेने के लिए. फिर वो उस पनटी को अपनी नाक के पास ले-जेया कर स्मेल करने लगी. उसे अभी भी अजीब स्मेल लगती है. पर उसका मॅन कर रहा था, और आचे से स्मेल करने के लिए. वो बार-बार स्मेल करती रही. धीरे-धीरे उसे वो स्मेल पसंद आने लगती है.

अब उसको स्मेल लेने से मॅन नही भर रहा था. उसे कुछ और करना था. उसके दिमाग़ में पता नही क्या आता है, की दीप्शिखा दीदी अपनी टंग बाहर निकाल के हल्के से अपनी पनटी को लीक करती है. वो पनटी मूह के पास लाती है, और कुछ सेकेंड्स के लिए आचे से अपनी टंग निकाल के लीक करती है.

अब पनटी में से उसको तोड़ा सॉल्टी सा टेस्ट आता है. उसे ये टेस्ट बहुत अछा लगा था, बिल्कुल यम्मी. अब दीदी पनटी लीक करने से आचे से वेट हो चुकी थी. उसे बहुत एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी. दीदी 2-3 बार टेस्ट करके उसे टेस्ट की आदत पद गयी थी. उसे बहुत मज़ा आने लगा था अपनी पनटी से जॅक के लंड की मलाई को टेस्ट करने में. इसी एग्ज़ाइट्मेंट से उसका दूसरा हाथ अपने आप नीचे उसकी पहनी हुई पनटी में चला जाता है, और अपनी उंगली से वो अपनी छूट को रब करने लगती है.

रब करते-करते एक उंगली छूट में घुसा के फिंगरिंग करती है. उसने बहुत दिन बाद अपनी छूट में उंगली डाली थी. उसकी छूट टाइट होने के वजह से उसे तोड़ा दर्द होता है. आअहह…

फिर कुछ देर बाद वो फिंगरिंग करते-करते झाड़ जाती है. उसकी छूट से क्रीम जैसा पानी निकालने लगा था. दीप्शिखा झड़ने के बाद रिलॅक्स फील कर रही थी. तभी उसका फोन वाइब्रट होता है.

जॅक: रीच्ड.

दीप्शिखा दीदी फटाफट फोन उठा के रिप्लाइ करती है.

दीप्शिखा: चलो अछा है कोई दिक्कत तो नही हुई.

जॅक: ना-ना. तुम्हारे घर पे कोई दिक्कत?

दीप्शिखा: नही, सब सो रहे थे.

जॅक: ठीक है. फिर तुम क्या कर रही थी?

दीदी शर्मा जाती है. वो चाह के भी नही बता सकती थी, की वो फिंगरिंग कर रही थी.

दीप्शिखा: बस आपके मेसेज का वेट.

जॅक: अर्रे वाह, मिस कर रही थे मुझे?

दीप्शिखा: बहुत ज़्यादा.

जॅक: अछा. मैं भी मिस कर रहा था. बहुत मज़ा आया तुम्हारे साथ आज. क्या क़ातिल लग रही थी तुम.

दीप्शिखा: मुझे भी बहुत मज़ा आया.

आप भी बहुत आचे लग रहे थे.

जॅक: तुम्हारे गुलाबी रसीले होंठ भी बहुत याद आ रहे है.

दीप्शिखा: मैं भी आपके स्ट्रॉंग टच को मिस कर रही हू.

जॅक: अछा, तुम्हारी बॉडी इतनी सॉफ्ट और मखमली है. मज़ा आ गया तुम्हे मसल के.

दीप्शिखा दीदी फिंगरिंग करने के बाद और एग्ज़ाइटेड हो चुकी थी. उसे जॅक की बातें अब अची लग रही थी. वो भी जॅक का पूरा साथ देने लगती है.

दीप्शिखा: आपकी ही है, अब तो जब मर्ज़ी मसल लो.

जॅक: तुम्हारे बूब्स इतने मोटे और सॉफ्ट थे. मज़ा आ-गया दबा के.

दीप्शिखा: उफफफ्फ़.. सच में?

जॅक: काश पूरी रात तुम मेरे साथ होती.

दीप्शिखा: मैं भी यही चाहती हू. काश और ज़्यादा टाइम साथ रहते.

जॅक: अछा, और ज़्यादा टाइम साथ रह के क्या करते?

दीप्शिखा शर्मा जाती है, और कुछ नही बोलती.

जॅक: बताओ क्या हुआ? क्यूँ चुप हो?

दीप्शिखा: कुछ नही.

जॅक: तुम चाहो तो हो सकता है ज़्यादा टाइम साथ रहने का.

दीप्शिखा: वो कैसे?

जॅक: दो दिन बाद न्यू एअर है. आ जाओ मेरे घर, सब मिल के पार्टी करेंगे.

दीप्शिखा: सब मिल के मतलब?

जॅक: अर्रे वो जेम्ज़, आलेक्स, और उसकी गर्लफ्रेंड भी होगी. हम हर साल पार्टी करते है न्यू एअर पे, तो तुम भी आ जाओ.

दीप्शिखा: आइडिया तो अछा है. लेकिन मेरा जाना मुश्किल है, वो आपको पता है.

अगर आप आ जाए तो मेरे घर?

जॅक: कोई प्राब्लम नही होगी?

दीप्शिखा: हम भी घर पे पार्टी करते है. मैं, सिमरन, भाई. तुम भी सब आ जाओ, मम्मी-पापा को शक भी नही होगा. और हम टाइम स्पेंड भी कर पाएँगे.

जॅक: अछा, आइडिया तो तुम्हारा भी अछा है. ठीक है मैं उन दोनो से बात करके तुम्हे बताता हू.

दीप्शिखा: ठीक है.

जॅक: तो चलो इस खुशी में वीडियो कॉल करते है.

दीप्शिखा: वीडियो कॉल क्यूँ?

जॅक: तुम्हे देखने के लिए.

दीप्शिखा: उम्म्म, ओक वीडियो कॉल.

जॅक वीडियो कॉल लगता है. दीप्शिखा ने कॉल पिक किया. जॅक अपने होंठ गोल करके किस करता है. दीप्शिखा भी किस का जवाब किस से देती है.

जॅक: कुछ दिखावगी भी?

दीप्शिखा: क्या देखना है? देख तो लिया था आज मुझे.

जॅक: एक बार देख के दिल भरता है क्या.

दीप्शिखा: बोलो, क्या दिखौ?

जॅक: सब कुछ दिखा दो. अपने रूम में हो. किसी का दर्र भी नही है.

दीप्शिखा फोन को सामने टेबल पे सेट किया और बोली: आंगल ठीक है?

जॅक: बिल्कुल सही है मेरी जान.

दीप्शिखा स्माइल देते हुए अपनी निघट्य के उपर के बटन खोलती है. फिर निघट्य उपर करते हुए अपने बदन से अलग कर देती है. अंदर ब्रा और पनटी में बेड पे घुटनो के बाल बैठ कर दोनो हाथ अपनी कमर पे रख देती है.

जॅक: उफफफ्फ़… वाह क्या फिगर है. बिल्कुल पोर्नस्तर लगती हो जान.

दीप्शिखा स्माइल करके पीछे मुड़ती है, और अपनी बॅक जॅक को दिखती है. जॅक ने फिर आअहह भरते हुए कहा-

जॅक: पिछवाड़ा भी मस्त है. लगता है मों बादाम पाइस्ट खिला रही है बेटी को.

दीप्शिखा: एक-लौटी बेटी हू मा की. प्रिन्सेस के जैसे ट्रीट करती है मुझे.

दीप्शिखा अब घूम के, अपनी ब्रा के हुक खोल के ब्रा उतार देती है.

जॅक: अफ… तुर्न अराउंड बेबी. और रहा नही जाता, घूम जाओ प्लीज़.

दीप्शिखा दोनो हाथ बूब्स पे रख के तुर्न करके स्माइल करने लगी.

जॅक: अफ… कितना तड़पावगी बेबी.

दीप्शिखा ने बूब्स में से हाथ हटा लिया, और अपने बूब्स को हिला के शेक करके दिखती है. क्या बूब्स थे दोस्तों. एक-दूं गोल शेप में मोटे-मोटे बूब्स थे. केक के उपर जैसे चर्री होती है, उसी तरह बूब्स के उपर लाइट ब्राउन कलर के निपल तनने हुए थे. निपल के चारों तरफ 1 इंच के एरिया में लाइट ब्राउन कलर का हिस्सा बूब्स को और आकर्षक बना रहा था.

दीप्शिखा दीदी के बूब्स पोर्नस्तर मीया मालकोवा जैसे बिल्कुल सेम थे. अगर आप मीया मालकोवा तो जानते है, तो दीप्शिखा दीदी के बूब इमॅजिन कर सकते है.

जॅक: अफ.. क्या आम है. दिल कर रहा है अभी उड़ के आ जौ और चूस लू.

दीप्शिखा: आ जाओ, चुस्वा दूँगी.

जॅक: जल्द ही चूसूंगा बेबी.

दीप्शिखा: जी भर के चूस लेना. तुम्हारे लिए ही बचा के रखी हू अब तक.

फिर दीप्शिखा अपने हाथो से अपने बूब को हल्के-हल्के से मसल के दिखती है.

जॅक: अब ये पनटी भी हटा दो बेबी. मैं पूरी नंगी देखना चाहता हू तुम्हे.

दीप्शिखा इठलाते हुए अपनी पनटी में थंब डाल के नीचे सरकने लगती है. जैसे ही दीप्शिखा की छूट का दर्शन होता है, जॅक एक-दूं खुश हो जाता है.

जॅक: ज़रा पास आके दिखाओ ना.

दीप्शिखा अपनी टाँगें खोल के, तोड़ा और फोन के करीब आ कर, अपनी क्लीन शेव्ड पिंक पुसी जॅक को दिखती है.

जॅक: उफफफ्फ़, क्या छूट है बेबी.

दीप्शिखा (मुस्कुरा के): तुम्हारे लिए ही है.

जॅक: खड़ा हो गया मेरा तो. कसम से इसको छोड़ने में बड़ा मज़ा आएगा.

दीप्शिखा: चुप रहो, अची चीज़ को बर्बाद करना चाहते हो क्या?

जॅक: अगर तुम चाहोगी तो.

ये कहते हुए जॅक अपना फोन कॅमरा अपने फेस से हटा के नीचे की तरफ ले गया. जैसे ही कॅमरा लंड के सामने रुका. दीप्शिखा के मूह से उफफफ्फ़ निकल गया.

जॅक: क्या हुआ बाबयडॉल्ल?

दीप्शिखा: क्या चीज़ बनाई है उपर वाले ने.

जॅक: मज़ा आया था ना कार में?

दीप्शिखा: बहुत मज़ा आया था.

जॅक: तुम्हारे लिए ही है. जब चाहो पकड़ सकती हो.

दीप्शिखा: अछा जी, ठीक है न्यू-एअर नाइट को पकड़ लूँगी एक और बार.

जॅक: सिर्फ़ पाक्ड़ोगी, छूट में नही लॉगी?

दीप्शिखा दीदी शर्मा जाती है.

दीप्शिखा: ना बाबा ना, रिस्क लेना नही चाहती, घर पे सब होंगे. सिमरन, भाई, और आपके दोस्त भी होंगे तो पासिबल नही है.

जॅक: अछा अगर पासिबल हुआ तो लॉगी?

दीप्शिखा खामोश रहती है, कुछ नही बोलती. थोड़ी देर बाद बोलती है-

दीप्शिखा: पता नही.

जॅक: क्या पता नही? मैं तो तुम्हारी छूट मार के रहूँगा मौका मिले तो.

दीप्शिखा: देखते है. वो दिन तो पहले आने दो.

जॅक खुश हो जाता है, क्यूंकी दीप्शिखा इनडाइरेक्ट्ली ही सही, अपनी छूट देने के लिए रेडी थी. तभी जॅक अपना लंड हाथ में पकड़ के कॅमरा के करीब ले जेया के हिलने लगा.

दीप्शिखा: जॅक स्टॉप तीस. बेकार वेस्ट मत करो. न्यू एअर के लिए बचा के रखो.

जॅक (मुस्कुरा के): ओक बाबयडॉल्ल, जैसे तुम कहो. वैसे छूट मारने डोगी ना?

दीप्शिखा: उउंम, ठीक है, मौका मिले तो मार लेना ओक.

जॅक: पूरा डालूँगा, अंदर तक.

दीप्शिखा: डाल देना पूरा. फाड़ देना मेरी छूट. जीना हराम कर रखा है इसने मेरा.

ये सुनने के बाद जॅक के मॅन में लड्डू फूटने लगे थे. दोनो फिर रोमॅंटिक वीडियो कॉल के बाद सो जाते है.

अभी के लिए इतना ही. न्यू एअर की पिछली रात दीप्शिखा और जॅक के बीच कैसे पहली चुदाई का सैलाब आएगा, वो पढ़ने के लिए नेक्स्ट पार्ट का इंतेज़ार करिए. स्टोरी पढ़ के फीडबॅक देना ना भूलिए.

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