क्लासमेट ने झाँसा देके बहन की चुदाई की

हेलो दोस्तों, मेरी सिस्टर सेक्स कहानी में आपका स्वागत करता हू. मेरा नाम रोहित है, और मैं 25 साल का हू. ये स्टोरी मेरी छ्होटी बेहन रश्मि के बारे में है, जो की अभी 21 साल की है.

मेरी प्यारी छ्होटी बेहन एक सेक्सी और क्यूट लड़की है. उसकी हाइट 5’3″ है. फिगर एक-दूं स्लिम पर्फेक्ट है. दिखने में बहुत खूबसूरत है, और उसका रंग ब्राउनिश है. उसकी बॉडी एक-दूं स्मूद है.

रश्मि बहुत ही सुंदर है, उसके बूब्स बड़े-बड़े है. और उसकी गांद एक-दूं गोल-मटोल है. वैसे तो वो दुबली-पतली है, पर उसके थाइस थोड़े थिक है.

रश्मि त-शर्ट और जीन्स या स्कर्ट पहनती है, जिसमे उसके बूब्स का आकार सॉफ पता चलता है, जिसे देख कर मोहल्ले के सभी जवान से बुद्धो तक सब का खड़ा हो जाता है. सब उसको लाइन मारते है.

रश्मि बहुत ही इनोसेंट है. वो बस घर से कॉलेज और कॉलेज से घर आती है. उसका कोई बाय्फ्रेंड नही है. सच में वो किस्मत वाला होगा जो रश्मि की सील खोलेगा.

अब मैं सीधा स्टोरी पे आता हू. मेरी बेहन रश्मि के एग्ज़ॅम होने वाले थे, और बहुत जल्द उसकी कॉलेज लाइफ ख़तम होने वाली थी. उसके कॉलेज वालो ने सभी बच्चो के लिए एक फेरवेल पार्टी रखी थी.

इस फेरवेल पार्टी का ड्रेस कोड था की लड़कियाँ सारी पहनेंगी, और लड़के सूट या शर्ट-पंत. रश्मि इसके लिए बहुत एग्ज़ाइटेड थी. उसने सारी शॉपिंग एक महीने पहले से ही कर ली थी. अब जिस दिन फेरवेल का दिन था, उस दिन मुझे ही उसे पहुचना और वापस कॉलेज से लाना था.

रश्मि तैयार हो गयी थी. उसने एक लाइट ब्लू कलर की सारी पहन रखी थी. उसने अपने बाल खोल कर रखे थे, और इयर्स में झुमके पहने थे. साथ में लाइट मेकप किया हुआ था. उसके टाइट ब्लाउस में उसके बूब्स की गोलाई झलक रही थी. पीछे से उसकी गांद उभर के आ रही थी.

वो देखने में बहुत ही सुंदर लग रही थी. कोई लड़का उसे देखते ही पागल हो जाए. करीब 12 बजे मैं और रश्मि बिके से कॉलेज को निकल गये. पुर रास्ते सभी मर्द उसे हवस की नज़रों से देख रहे थे. मैने उसे वहाँ ड्रॉप किया. मैने उससे पूछा की वापस लेने कब तक अओ. तो उसने कहा-

रश्मि: भैया हो सकता है 2 या 3 घंटे लगेंगे. तो मैं आपको फोन कर दूँगी. फिर आप आ जाना.

मैने ओक कहा और अपने काम से चला गया. रश्मि की क्लास में मेरा एक दोस्त भी पढ़ता था, जिसका नाम अमन था. कुछ देर के बाद मुझे अमन का फोन आया.

फिर उसने बताया की क्लास में एक लड़का था, जिसका नाम फ़ैसल था. वो अमन को बोला करता था की रश्मि क्या माल थी. फेरवेल वाले दिन फ़ैसल ने अमन को बताया.

फ़ैसल: आज मैने एक प्लान बनाया है.

अमन: कैसा प्लान?

फ़ैसल: रश्मि को छोड़ने का प्लान.

अमन: क्या? वो बहुत सीधी है. वो तुझे कुछ नही करने देगी.

फ़ैसल: सीधी है, इसीलिए तो मैं उसे माना लूँगा. और मैं कॅमरा लगा के उसे रेकॉर्ड भी कर लूँगा, ताकि वो बाद में माना ना कर सके.

उसके बाद फ़ैसल ने रश्मि से बात की.

फ़ैसल: सुनो रश्मि.

रश्मि: हा बोलो.

फ़ैसल: मैं ये कह रहा था आज तो हमारा आखरी दिन है. अब हम फिर शायद कभी ना मिले.

रश्मि: हा वो तो है. मैं बहुत साद फील कर रही हू.

फ़ैसल: इसीलिए मैं आज कन्फेस करना चाहता हू.”ई लोवे योउ रश्मि”.

रश्मि इससे तोड़ा शॉक हो गयी.

रश्मि: फ़ैसल मैं अभी ये सब नही करना चाहती, ई आम सॉरी.

फ़ैसल: मैं जानता हू तुम बहुत डीसेंट लड़की हो, पर क्या तुम सिर्फ़ एक बार मेरे साथ सो सकती हो?

रश्मि: क्या! मैं ऐसे कुछ नही कर सकती, मैं जेया रही हू.

फ़ैसल: प्लीज़, मैं ज़िंदगी भर तुम्हारी याद में मरता रहूँगा, अगर आज तुम मेरे साथ नही सोई.

रश्मि: मैं ऐसा कुछ नही कर सकती, मुझे माफ़ करो.

फ़ैसल: ठीक है, अगर तुम्हारी याद में मुझे कुछ हो गया, तो बाद में दुखी मत होना.

रश्मि बहुत सीधी थी, और वो इस ड्रामा के झाँसे में आ गयी.

रश्मि: ठीक है, मैं तैयार हू.

अमन ने उसके कुछ ही देर बाद मुझे कॉल करके ये सब बता दिया, और कहा-

अमन: तुझे ये देखना है तो देख ले. वैसे भी अब रोक तो पाएगा नही, क्यूंकी फ़ैसल सब रेकॉर्ड कर रहा है.

ये सुनते ही मैं जल्दी से रश्मि के कॉलेज पहुँचा. जैसा की मुझे अमन ने बताया था, सारी क्लास खाली थी, क्यूंकी कॉलेज की चुट्टिया थी. मैं अमन की बताई हुई क्लास में पहुँचा, और बाहर विंडो से देखा.

मैने देखा की एक दुबला-पतला सा लड़का, जिसका रंग सावला था, मेरी तरफ मूह करका खड़ा था, और एक लड़की अपने घुटनो पे बैठ कर उसका लंड अपने मूह में ली हुई थी. वो लड़की अपना मूह आयेज-पीछे कर रही थी, और लड़के ने अपना हाथ उसके सर पे रखा हुआ था. उस लड़की ने बिल्कुल मेरी बेहन वाली सारी पहन रखी थी.

वो लड़का लगभग 6 फीट का था, और उसका काला लंड बहुत ही मोटा था, और लगभग 6.5 इंच का था. उसने कोई भी कपड़े नही पहने थे.

कुछ देर के बाद उस लड़की ने अपने मूह से लंड बाहर निकाला, और तोड़ा मूह टेढ़ा किया. इससे मुझे दिखा की वो लड़की कोई और नही बल्कि मेरी बेहन रश्मि ही थी. मैं समझ गया की वो लड़का ज़रूर फ़ैसल होगा.

फ़ैसल ने दोनो हाथो से रश्मि का सर पकड़ा, और अपना लंड उसके मूह में डाल दिया. फिर उसके सर को पकड़ कर आयेज-पीछे करने लगा. पुर कमरे में उहह उहह की आवाज़े आ रही थी.

फ़ैसल ने अपना पूरा लंड रश्मि की गले में उतार दिया. रश्मि इससे झटपटाने लगी, और धक्का मारने लगी. पर उस ज़ालिम ने एक ना सुनी, और उसे पकड़े रहा. कुछ देर बाद उसने अपना लंड जब निकाला तो रश्मि ज़ोर-ज़ोर से सास लेने लगी.

रश्मि: साँस तो लेने दो मुझे.

फ़ैसल: जानू आज के लिए मैं जो चाहु वो कर सकता हू. तुमने मुझे हा कह दिया है.

रश्मि: हा मैने कह तो दिया है. पर जल्दी करो, क्यूंकी मेरे भैया मुझे लेने कभी भी आ सकते है.

फ़ैसल: अर्रे तुम्हारे भैया आ भी जाएँगे तो तोड़ा वेट कर लेंगे.

ये कहते ही उसने अपना बड़ा काला लंड रश्मि के मूह में डाल दिया. कुछ देर तक रश्मि के मूह को ऐसे ही छोड़ने के बाद, वो रश्मि के मूह में ही झाड़ गया.

फिर उसने कहा: मेरा सारा माल पी ले. आज तू मेरी रंडी है.

रश्मि ने ना चाहते हुए भी गंदा सा मूह बना के सारा माल पी लिया. फ़ैसल ने अब रश्मि को खड़ा किया, और उसकी कमर में हाथ डाल कर उसे पूरा जाकड़ लिया, और लीप किस करने लगा. वो रश्मि के ब्लाउस के उपर से उसके बूब्स दबाने लगा.

ये देख कर मेरा भी लंड खड़ा होने लगा था. उसने रश्मि के ब्लाउस को उतार के कोने में फेंक दिया. फिर उसकी ब्लॅक ब्रा में से उसके बूब्स को बाहर निकाला. फ़ैसल पागलों की तरह रश्मि के बूब्स के चूसने और चाटने लगा. वो अपनी जीभ को रश्मि के निपल्स पे फेरता, फिर निपल्स को दाँत से काट-ता, जिससे रश्मि चीख पड़ती.

ऐसे ही उसने कुछ देर तक रश्मि के बूब्स को चाट-चाट कर पूरा गीला कर दिया. अब उसके बूब्स थूक की वजह से चमक रहे थे. फ़ैसल ने रश्मि को फिर से नीचे बिताया, और अपने बड़े लंड से रश्मि के गाल पे छानते मारने लगा. वो उसके बूब्स पे अपने लंड को रगड़ने लगा.

उसने रश्मि को गोद में उठा लिया, और एक टेबल के उपर लिटा दिया. फ़ैसल ने फिर रश्मि की सारी को पेटिकोट के साथ कमर तक उठा लिया. अब सीन ये था की रश्मि की चिकनी थिक जांघें मेरी आँखों के सामने थी. मेरी ही तरह फ़ैसल का लंड ही टाइट हो गया, और उसने रश्मि की लेग्स और जांघों को चाटना शुरू किया.

फ़ैसल ने मेरी बेहन की पनटी पे अपनी नाक रख दी, और ज़ोर से एक साँस अंदर ली. फिर उसकी पनटी को निकाल दिया, और अपने मूह पे रख के सूंघने लगा.

फ़ैसल: आ क्या मस्त खुश्बू है. तूने मुझे बहुत तडपया रश्मि. आज देख मैं तेरी काली जैसी छूट का भोंसड़ा कैसा बनता हू.

मैं समझ गया की अब रश्मि की चुदाई होने वाली थी. और आज इसकी सील खुलेगी. फ़ैसल ने अपने बड़े और मोटे लंड पे थूका, और रश्मि की छूट की दरार पे घिसने लगा.

रश्मि ने उसे कहा: प्लीज़ धीरे करना, ये मेरा फर्स्ट टाइम है.

पर फ़ैसल तो छूट के नशे में था. उसने कुछ नही सोचा, और अपना लंड रश्मि की छूट में ज़ोर से दे मारा. रश्मि इससे उछाल पड़ी, और ज़ोर से चीखी-

रश्मि: अया मॅर गयी मम्मी!

उसकी छूट से खून निकल रहा था, और अभी फ़ैसल का सिर्फ़ आधा लंड अंदर गया था. इतने में ही रश्मि रोने लगी, की लंड बाहर निकालो.

फ़ैसल: पागल है क्या! इतनी मुश्किल से तो ये मौका हाथ लगा है. और मैं बाहर निकालु.

रश्मि की आँखों में आँसू आ रहे थे. फ़ैसल ने रश्मि को एक डीप किस दिया, और फिर से एक ज़ोरदार धक्का मारा. इससे उसका पूरा लंड रश्मि की छूट को फाड़ते हुए अंदर चला गया. रश्मि का शरीर काँप रहा था, और वो मछली की तरह तड़प रही थी.

फ़ैसल को शायद थोड़ी दया आ गयी, और वो रश्मि के उपर लेट कर उसके गालों और लिप्स को जीभ से चाटने लगा. जब उसने देखा की रश्मि अब शांत हो गयी थी, तो उसने धक्के मारने शुरू किए.

कुछ देर बाद उसने अपनी स्पीड बधाई, और ताबड़तोड़ चुदाई करने लगा. इससे रश्मि की पूरी बॉडी और टेबल जिसपे वो लेती थी हिलने लगा.

रश्मि पुर टाइम चीख रही थी: हाए मॅर गयी मम्मी, बचाओ, ये ज़ालिम मुझे खा जाएगा.

फ़ैसल ने ऐसे ही 10 मिनिट तक उसे छोड़ा, और उसकी छूट में ही झाड़ गया.

रश्मि: ये तुमने अंदर ही क्यूँ निकाल दिया. मैं प्रेग्नेंट हो गयी तो?

फ़ैसल: अर्रे तुम टेन्षन मत लो. मेरे पास गोली है, मैं तुम्हे अभी दे दूँगा. तुम उसे खा लेना.

रश्मि: ठीक है, चलो तुमने एक बार कर लिया. अब मुझे जाने दो.

फ़ैसल: ऐसे-कैसे, अभी तो बस शुरुआत है. अभी तो मैं तुम्हारे और मज़े लूँगा.

रश्मि: नही बस हो गया. अब मैं जेया रही हू.

रश्मि जाने लगी, और फ़ैसल ने उसका हाथ पकड़ कर रोक लिया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. रोितक्डुनिया2@गमाल.कॉम पर अपनी फीडबॅक दे.

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