तो आप सब ने लास्ट पार्ट अभी तक नही पढ़ा तो प्लीज़ उसे पढ़ ले. लास्ट पार्ट में राजू ने रश्मि को ब्लाइंडफोल्ड कर दिया था. अब आयेज-
रश्मि को ब्लाइंडफोल्ड करने के बाद मैं टाय्लेट से बाहर आ गया. अब मेरा और राजू दोनो का लंड एक-दूं तन्ना हुआ था, और रश्मि को सलामी दे रहा था.
पर मेरे और राजू की डील के हिसाब से रश्मि की सील मैं तोड़ने वाला था. तो मैने राजू को इशारा किया की वो चेर पे जेया कर बैठ जाए. राजू ने रश्मि के बूब्स को मसला और उसके बाद वो चेर पे बैठ गया. अब आज मेरे सारे सपने पुर होने जेया रहे थे.
मैं तुरंत रश्मि के पास गया, उसके लिप्स पे अपने लिप्स रख दिए, और उसके सेक्सी लिप्स को चाटने लगा. मैं उसको खींच कर उससे पूरा लिपट गया. करीब 10 मिनिट के बाद मैने किस करना छ्चोढा.
रश्मि ज़ोर-ज़ोर से साँस ले रही थी, और उसने अपना सर मेरे कंधे पे रखा था. मैं उसके गरम बदन का पूरा स्वाद लेना चाहता था. मैं उसके गले पे अपने होंठ फेरने लगा.
रश्मि भी सिसकारी ले रही थी, और मुझे उसने अपनी बाहों में भर लिया था. मैं खड़ा हुआ और रश्मि को भी खड़ा किया. फिर उसका टॉप निकाल दिया. उसने अंदर एक रेड कलर की ब्रा पहनी थी.
मैने वेट ना करते हुए उसकी पंत भी उतार दी. उसकी पनटी उसकी ब्रा से मॅचिंग थी. मैने देख के सोचा की आज तो ये पूरी चूड़ने की प्लॅनिंग करके आई थी.
मैने उसे उल्टा करके बेड पे लिटाया, और उसके उपर लेट गया. मेरे हाथ उसके बूब्स को मसल रहे थे. मैं उसकी बॅक को किस कर रहा था. अब मैं बहुत एग्ज़ाइटेड हो गया था. मैने रश्मि को नीचे गुतणो पे बिता दिया, और अपने कपड़े निकाल दिए. मैं अपना लंड उसके मूह पे मारने लगा.
रश्मि: ये क्या बेबी? जो मैं सोच रही हू वही है?
रश्मि ने स्माइल दी और मेरे लंड को हाथ में लेके हिलने लगी. मेरा लंड लगभग 6.5 इंच का है, और वो साइज़ में बहुत मोटा है. राजू ने पीछे से बोला-
राजू: बेबी मेरा मूह में लेलो अब.
रश्मि: बेबी ये तो बहुत मोटा है. मैं इसे मूह में कैसे लूँगी?
मैने उसकी बात पे ध्यान नही दिया, और अपना लंड उसके मूह में तूस दिया, और उसके बाल पकड़ के उसका सर आयेज-पीछे करने लगा. कुछ देर ऐसे ही करने के बाद उसने धक्का मार के खुद को च्चूधया. उसके पुर मूह से थूक तपाक रही थी.
रश्मि: क्या कर रहे हो? ऐसे कों करता है? मैं खुद करती हू ना.
फिर मैं रिलॅक्स होके बैठ गया, और रश्मि ने कमान संभाल ली. वो मेरे लंड के टॉप को लीक करने लगी. फिर उसने धीरे-धीरे पूरा लंड मूह में ले लिए. वो अपने एक हाथ से मेरी बॉल्स को सहला रही थी.
मैं भी बहुत हरामी हू. तो मैने अपना लंड उसके मूह से निकाला, और अपने लंड और बॉल्स को इकट्ठा करके उसके मूह में डाल दिया. फिर उसके मूह को पकड़ लिया. वो दीपत्र्ोआट कर रही थी, और मेरे लंड पे चोक हो रही थी.
उसके मूह से गुह गुह गुह उम्म उम्म गुह गुह घ की आवाज़े आ रही थी. कुछ देर में मैं उसके मूह में झाड़ गया. वो पानी को थूकने लगी, तो मैने उसके मूह पे एक उंगली रख दी. वो मेरा इशारा समझ गयी, और पूरा जूस पी गयी.
मैने उसे गोद में उठाया, और बेड पे लिटा दिया. फिर उसके सारे कपड़े निकाल दिए. अब सीन ये था की मेरी सेक्सी पेटाइट बेहन मेरे सामने नंगी बेड पे पड़ी थी. मैने उसके उपर चढ़ के उसके बड़े बूब्स को सक किया जिसका सपना मैं ना-जाने कब से देख रहा था. वो भी पुर मज़े में थी.
अब मैं नीचे आके उसकी कुवारि छूट को स्मेल किया. ऐसी कची करारी सील पॅक छूट हो तो उसको चाटने का मॅन खुद ही हो जाता है. तो मैने भी वही किया, और मैं उसकी कुवारि छूट पे अपनी जीभ फेरने लगा. उसको चाट-ते–चाट-ते मैं अपनी जीभ छूट के अंदर-बाहर करने लगा.
वो इससे तड़प रही थी, और अपनी गांद उठा-उठा के छूट चुस्वा रही थी.
रश्मि: बेबी मुझसे अब कंट्रोल नही हो रहा. प्लीज़ अब अंदर डाल दो.
ये सुनते ही मेरा खड़ा लंड पूरा फटने लगा. मैं बिना कुछ सोचे उसकी छूट पे अपना लंड रगड़ने लगा, जिससे वो और तड़प उठी. वो ज़ोर-ज़ोर से कराहने लगी.
रश्मि: अम अम आह आह उःम्म
अब मुझे ये पता था की रश्मि वर्जिन थी. तो मैने उसकी छूट में पहले अपना टोपा ही डाला. पर उतने से ही वो तिलमिलने लगी, और ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी.
रश्मि: आ आ आ बेबी राजू. प्लीज़, मैं नही करूँगी ह्म ह्म. बहुत दर्द हो रहा है. प्लीज़ निकाल दो.
मुझे उसका हाल देख के दुखी हुआ, और मैने एक पल सोचा की मैं रुक जौ. फिर मुझे याद आया की रश्मि यहा राजू से चूड़ने आई थी. वो ये स्पेशल मोमेंट राजू के साथ स्पेंड करने वाली थी. इससे मुझे गुस्सा आ गया, और गुस्से में मैने एक धक्के में अपना पूरा लंड उसकी छूट में उतार दिया.
रश्मि: अयाया मॅर गयी आ अयाया.
और रश्मि ये कह कर बेहोश हो गयी. फिर वो करीब 2 मिनिट बाद उठी. पर मैं रुका नही था, और अपना लंड धीरे-धीरे अंदर-बाहर कर रहा था. उसके होश आने पर उसके हाथो को मैने पकड़ लिया, ताकि वो अपनी आँखें खोल ना पाए.
मैं उसे गेंट्ली किस करने लगा, उसे शांत करने के लिए. जब मैने देखा की रश्मि शांत हो गयी थी, तो मैने अपनी स्पीड बधाई. फिर धीरे-धीरे मैं उसको फुल स्पीड में धक्के मारने लगा.
अब वो भी पुर मज़े में थी, और अपनी गांद उठा-उठा के छुड़वा रही थी. मेरे हर एक धक्के में उसकी पूरी बॉडी हिल जाती जिससे उसको बूब्स पुर हिलते. ऐसी ही मैने उसे करीब 20 मिनिट छोड़ा, और फिर उसे उठा कर मैने गोद में ले लिए. फिर उसकी गांद से उसे पकड़ कर नीचे से धक्के मारने लगा.
उसने मेरे गले में अपना हाथ रखा था, और वो ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म आवाज़े कर रही थी.
मैने उसे बेड पे पटका, और उसे घोड़ी बना के उसके उपर चढ़ गया उसकी सवारी करने के लिए. अब इस पोज़िशन में लंड अंदर तक जेया रह था. इससे रश्मि और ज़्यादा मोन कर रही थी.
मैं भी उसे धक्के मारे जेया रहा था बिना रुके.
अब पुर रूम में सिर्फ़ रश्मि की मोनिंग की और पच-पच की आवाज़े आ रही थी. कुछ देर तक ऐसे ही छोड़ने के बाद मैं उसकी छूट में ही झाड़ गया. अब तक रश्मि खुद 4 बार झाड़ चुकी थी.
कुछ देर मैं उसके उपर चढ़ कर ही लेट गया. फिर मैं उठा और राजू को कहा की अब तू कर ले एक रौंद. मैने राजू को एक कॉंडम दिया और कहा जेया. हमारे बीच यही डील हुई थी, की राजू सिर्फ़ एक रौंद करेगा. वो भी कॉंडम पहन कर, और उसके बाद वो रश्मि के आस-पास नज़र नही आएगा.
अब राजू उठा, और उसने अपनी पंत उतरी. अब मेरी गांद फटत गयी. मैने सोचा था 19 साल के राजू के पास छ्होटा सा लंड होगा. पर उस हरामी के पास 10 इंच का लंबा सा लंड था. खैर वो मुझसे पतला था, पर लंबा मुझसे ज़्यादा था.
उसने अब कॉंडम तो पहन लिया, और रश्मि की गांद को मसालने लगा. फिर वो मेरी बेहन की गांद पे उंगली फेरने लगा. उसने छ्होटी उंगली गांद के अंदर डाल दी. रश्मि उससे काँप उठी, और अपनी गांद को हटाने लगी. पर उस हरामी राजू ने उसकी गांद पकड़ के रखी थी. मुझे अब गुस्सा आ गया, और मैने उसके कान में कहा-
रोहित: ब्स्दक तू उसकी गांद क्यूँ चू रहा है. बात सिर्फ़ छूट की हुई है.
राजू: बात तो एक रौंद की हुई है. मेरी मर्ज़ी चाहे जहा करू.
रोहित: नही सिर्फ़ छूट मिलेगी गांद नही. और ज़्यादा बोलेगा तो अभी बाहर जाके रश्मि को फोन करके घर बुला लूँगा.
राजू: ठीक है. गुस्सा क्यूँ हो रहे हो? अपना हो गया तो मेरा काम मत खराब करो.
अब राजू ने रश्मि को सीधा लिटाया, और उसके बूब्स को चूसने लगा. लगभग 10 मिनिट बूब्स को चाट के उसने बूब्स को पूरा चमका दिया. मुझे ये सब देख के बहुत गुस्सा आ रहा था. पर मैं कुछ कर भी तो नही सकता था. अब राजू ने अपना 10 इंच का लंड रश्मि की छूट पे सेट किया, और बिना कोई रहम करे पूरा लंड छूट में उतार दिया.
रश्मि इतनी ज़ोर से चिल्लाई जितना वो सील टूटने पे भी नही चिल्लाई थी. अब राजू ने उसे धक्के मारने शुरू किए, और उसके हर धक्के से पूरा बेड हीले जेया रहा था. साथ ही रश्मि की पूरी बॉडी भी.
रश्मि पुर टाइम बहुत तड़प रही थी, ज़ोर-ज़ोर से कराह रही थी, चिल्ला रही थी.
रश्मि: आ अया आ बेबी धीरे करो प्लीज़. क्या कर रहे हो? अभी तो ऐसे नही कर रहे थे. अब इतनी ज़्यादा ज़ोर से कैसे कर रहे हो? आ आ ह्म उहुहुहू आ.
साला राजू कुछ सुने बिना उसकी छूट मारते जेया रहा था. उसने रश्मि की पोज़िशन बदल के उसको डॉगी बना कर छोड़ा. फिर उसे गोद में लेकर छोड़ा, और आख़िर में उसे मिशनरी में भी छोड़ा. फिर वो पूरा उसकी छूट में ही झाड़ गया. वो तो अची बात थी की उसने कॉंडम पहना था.
राजू: मेरा एक रौंद तो हो गया, अब चले फिर?
पर अब राजू की चुदाई देख के मेरा लंड फिरसे रश्मि की छूट के लिए तड़प उठा था. मैने राजू को कुछ बोलने के लिए कह दिया.
राजू: रश्मि बेबी तुम्हारे फोन पे मेसेज आया है तुम्हारे भाई का. वो कह रहा है की आज मम्मी किसी रिश्तेदार के घर गयी है और लाते आएँगी, और तुम्हारा भाई भी लाते हो जाएगा.
रश्मि: अछा लाओ दिखो.
राजू: नही बेबी, मैं बता रहा हू ना. तो बेबी अब तो तुम 2-3 घंटे और फ्री हो. क्यूँ ना हम कुछ रौंद और कर ले?
रश्मि: नही तुम बहुत ज़्यादा बुरी तरह से करते हो.
राजू: अर्रे अब आचे से करूँगा. वैसे भी मज़ा तो ऐसे ही आता है.
रश्मि: हा ये भी सही है. तो चलो फिर डाल दो अंदर अब.
राजू: वैसे बेबी मेरी फॅंटेसी है एक, की मैं सेक्स करू और फिर चला जौ तुम्हे छोड़ के. फिर तुम बाद में चली जाना. प्लीज़ करोगी ये?
रश्मि: ठीक है कर सकते है. तुम डोर ज़ोर से क्लोज़ करके जाना. फिर मैं उठ के चली जौंगी.
राजू: ओक बेबी, फिर शुरू करते है.
राजू ने मुझे थंब्स उप का इशारा किया, और वो धीरे से गाते खोल के चला गया.
असल में ये मेरा ही प्लान था रश्मि को और छोड़ने का.
उसके बाद मैने रश्मि को करीब 2 घंटे तक हर पोज़िशन में छोड़ा. मैने उसके साथ 69 भी किया, और उसके बूब्स को भी चूसा.
उसके बाद मैं उठ कर चला गया. मेरा घर पहुँचने के बाद रश्मि भी घर आ गयी. और वो बिल्कुल नॉर्मल बिहेव कर रही थी. पर उसकी हालात देख के ही लग रहा था की या तो इसकी पिटाई हुई थी या चुदाई.
अब से मेरा पास सीधा चान्स था जब चाहे तब रश्मि को छोड़ने का. मुझे जब मॅन करता मैं राजू को कॉल करता, और हम साथ में उसे छोड़ते. खैर मुझे थोड़ी जेलासी तो होती, पर अब और कोई तरीका भी तो नही था. वैसे भी उसकी सील तो मैने तोड़ ही ली थी. फीडबॅक अट