बातरूम में भाभियों संग रास रचाया

हेलो फ्रेंड्स, मैं निक आमेडबॅड से फिरसे हाज़िर हू कहानी का 6त पार्ट लेकर.

कोई भी भाभी, आंटी, या लड़की मुझसे प्राइवेट बात करना चाहे, पॅशनेट रोमॅन्स चाहे, या फिर फुल सेक्स चाहे, तो मैल मे अट निक्कनीत26@गमाल.कॉम, हमारी छत 100% प्राइवेट रहेगी, और सेफ रहेगी.

पिछली स्टोरी में आपको बताया की कैसे मेरी और अम्मी भाभी की बॉनडिंग स्टार्ट हुई. फिर वो नीचे चली गयी और मैं 6 बजे का अलार्म लगा के सो गया.

सुबह 6 बजे उठ कर मैं ब्रश करके ईशा के कमरे में गया अपना ब्लू शर्ट लेने, जहा अम्मी भाभी और निधि भाभी सो रहे थे. जब मैने दरवाज़े को नॉक किया, निधि भाभी टवल में दरवाज़ा खोलने आई, और मुझे अंदर खीच लिया. फिर अंदर बात टब में अम्मी भाभी बिल्कुल नंगी नहा रही थी.

क्या नज़ारा था. इमॅजिन करो इतने बड़े बूब्स पानी में बब्ल्स के साथ. फिर मैं और निधि भाभी भी बात टब में आ गये. अब वो दोनो मुझे प्यार करने लगे, मानो बहुत दीनो से प्यासी हो वैसे ही. अम्मी भाभी लेफ्ट में थी, और निधि भाभी रिघ्त में. दोनो मेरी चेस्ट पर हाथ रख कर गले में किस किए जेया रही थी, आंड मेरा लंड सातवे आसमान पर था.

फिर मैने अम्मी भाभी के बाल पकड़े, और लिपलोक्क करने लगा. तभी किसी ने नॉक किया, और वो पापा थे.

पापा ने बोला: उठ गये हो ना सब?

तब निधि भाभी ने अंदर से बोला: हा उठ गये है, आंड निक और अम्मी मंदिर गये है, ईशा के लिए प्रसाद लाने.

पापा ने ओक बोला, और चले गये.

फिर मैने बोला: आओ तुम दोनो प्रसाद लेलो मीठा और गाढ़ा.

अम्मी भाभी: मैं तो ले लूँगी, बुत ये लेगी तो शायद इश्यू हो सकता है. सो निधि तू चली जेया बाहर.

निधि भाभी: हा सही कहा, आप एंजाय करो.

और निधि भाभी मुझे लिपलोक्क देकर मेरा लंड 2 मिनिट चूस कर बाहर चली गयी रेडी होने. फिर मैने और अम्मी भाभी ने 25 मिनिट तक एक-दूसरे को प्यार किया, बुत सेक्स नही किया, बिकॉज़ तड़पने में और तड़पाने में जो मज़ा है, वो और कही नही.

फिर मैने अम्मी भाभी को उसकी सग़ी देवरानी के बारे में पूछा की क्या वो सेट हो सकती थी? उसका नाम अवनी था. अवनी भी मेरी तो भाभी ही थी, बुत शादी को सिर्फ़ 2 साल हुए थे उसकी. सो मैने पूछना सही समझा.

अम्मी भाभी: वो तो चुड़क्कड़ रंडी है. उसको तो मैने काई बार काई लड़कों के साथ देखा है. करे भी क्या, मेरा देवर कुछ नही कर सकता, निकँमा है वो.

मे: तो उसको भी अपनी गांग में शामिल कर ले.

अम्मी भाभी: तू कितनी को छोड़ेगा? मेरी प्यास तो बुझाई नही तूने अभी तक.

मे: तुझे तो ऐसा छोड़ूँगा जैसा किसी लड़के ने अपनी बेबी बीवी या भाभी को नही छोड़ा होगा. तू याद रखेगी वो रात.

निधि भाभी ने बाहर से आवाज़ लगाई: पापा नहाने गये है, आंड मम्मी मंदिर, जल्दी बाहर आ जाओ.

मैं जैसे ही बाहर आया, निधि रेडी हो चुकी थी, और फिर हम दोनो ने अम्मी भाभी को रेडी किया. फिर उन दोनो ने मुझे. फिर मैं सारा सामान लेकर कार के पास चला गया, और ड्राइवर दादा से बात करने लगा.

ड्राइवर दादा: बेटा निक, मैं 20 साल से आपके साथ हू. तुम्हे और ईशा को मैने गोद में खिलाया है. पर 3 दीनो से ईशा घर में नही है, तो पता नही अछा नही लग रहा है. भले मैं ड्राइवर हू आपका. बुत ईशा बिटिया हमेशा वॉक पर जाते वक्त मेरे साथ नाश्ता करती है, और छाई पीटी है, और मेरी दवाई भी दाँत कर याद दिलाती है.

मे: दादा आप हमारे दादा समान हो, ड्राइवर नही. और ईशा तो मेरी जान है. अब पता चला के चाहे बेहन से कितना भी जगाद लो, लेकिन वो आपके जिगर का टुकड़ा होती है.

तब तक सब लोग आ गये आंड मम्मी को मैने बोला: प्रसाद की विंडो बंद थी, आप लेकर आना.

तो मम्मी ने बोला: तू शायद कोई और विंडो देख रहा था. प्रसाद की विंडो 5 बजे खुल जाती है.

मैं मों की बात समझ नही पाया, और ओक कह दिया. फिर मों ने बोला-

मों: मुझे यहा से ही पिक कर लेना.

मैने ओक बोला. फिर हमने समान रखा और सब कार में बैठ गये. हमारे पास इंनोवा है, जिसमे 2 सीट आयेज, 2 पीछे, आंड उसके पीछे 3 सीट वाला सोफा है. उसमे ड्राइवर दादा और पापा आयेज बैठे, मैं और अम्मी भाभी बीच में, आंड निधि भाभी और स्नेहा पीछे.

सॉरी गाइस स्नेहा के बारे में आपको बताना भूल गया. स्नेहा मेरी फुई की बेटी है, जो 17 साल की है. वो भी मस्त माल है 32-30-32 की. लेकिन उसकी ओपनिंग मैं 2 साल बाद करूँगा अगर हाथ में आई तो. वो बहुत ही मॉडर्न है, आंड ईशा दी से उसकी बिल्कुल नही बनती. इसलिए मैं भी उसे ज़्यादा भाव नही देता.

मंदिर पहुँच के जैसे ही मों को पिक किया, मों ने बोला: स्नेहा तू आयेज आजा, अम्मी और निक तुम पीछे चले जाओ. मैं पीछे बैठ नही पौँगी.

मैं समझ नही पाया मों की बात क्यूंकी मों हमेशा पीछे बैठती है. पर हमे क्या, हमे तो मज़ा आ गया आंड अब हम तीनो पीछे चले गये. पुर ट्रॅवेलिंग में हमने मज़े किए तीनो ने आंड फिर हम राजकोट पहुँच गये ईशा के घर.

ईशा के वाहा पहुँचते ही जीजू और ईशा हमे बाहर लेने आए उनकी फॅमिली के साथ. ईशा मम्मी पापा से मिल कर वाहा से चली गयी. मुझे बहुत गुस्सा आया, और मैं बाहर ही बैठा रहा. इतनी देर में वो वापस आई और कहा-

ईशा: मैं मज़ाक कर रही थी मेरे प्यारे से भाई. ई मिस्ड योउ आ लॉट.

आंड शी हग्ड मे टाइट्ली. आज पता नही उसका हग कुछ अलग लग रहा था.

मे: ऑल ओके?

ईशा: एस, वाइ?

मे: ऐसे ही.

ईशा: चल अंदर, सब वेट कर रहे है.

फिर हम अंदर गये और नेक्स्ट पार्ट में आपको बतौँगा की आज क्या सर्प्राइज़ था मेरे लिए. तब तक आप कॉमेंट्स में बताए की आपको कैसी लगी मेरी स्टोरी.

कोई भी भाभी, आंटी, या लड़की मुझसे प्राइवेट बात करना चाहे, पॅशनेट रोमॅन्स चाहे, या फिर फुल सेक्स चाहे तो मैल में अट निक्कनीत26@गमाल.कॉम. हमारी छत 100% प्राइवेट रहेगी और सेफ रहेगी.

यह कहानी भी पड़े  ओओओओःह्ह्ह.. भाभी चुदाई की कहानी - 2


error: Content is protected !!