मैने अपनी चुसाई जारी रखी, और वो मेरे लण्ड से खेले जा रही थी। बीस मिनट मैंने उसके स्तन चूस चूस के लाल कर दिये, अब मेरा लण्ड फ़िर तन रहा था। अब तो मेरे लण्ड को उसके चूत के छेद में जाना था। अपना तना हुआ लण्ड मैंने उसकी चूत पर रख कर अन्दर करने का प्रयत्न किया। मेरा लण्ड मोटा होने के कारण अंदर जाने में थोड़ी दिक्कत हुई। लेकिन 2-3 जोर के झटकों के बाद अंदर चला गया।
तब वो चिल्लाई- आआअ आआअ आऐइ ईईईइ ऐईईइऊ ऊऊऊईइ ईईई माआ आआआ निकालो बहुत दर्द हो रहा है !
लेकिन वो उसे अलग नहीं होने दे रही थी। उसे भी बहुत मज़े आ रहे थे। मेरा लण्ड भी बहुत मज़ा कर रहा था। उसे चूत चुदवाना अच्छा लग रहा था। मैने उसे लगभग बीस मिनट तक चोदा और उसकी चूत में पानी निकाल दिया। उसी समय पर उसके भी चूत से पानी निकला।
फिर हम दोनो बाथरूम में एक साथ शॉवर में नहाये, वहाँ भी मैंने थोड़ी मस्ती की। उस रात को मैं उसी के घर रुक गया था क्योंकि वो घर में अकेली थी। हम दोनों एक ही बेड पर सोये थे एक दूसरे के बाहों में पति-पत्नी की तरह।
मेरी सेक्सी भाभी के बदन की आग ठंडी हो ही नहीं रही थी। सुबह साढ़े पाँच बजे वो फ़िर से मेरे लण्ड के साथ खेलने लगी, मैं तब नींद में था। लेकिन उसकी मस्ती से मैं उठ गया और मेरा लण्ड भी उठ गया। और फिर एक बार मस्त चुदाई हुई।
उस पूरे दिन में हम दोनों ने 4-5 बार सेक्स किया, मैं तो पूरा थक गया था और वो भी।
अब भी हम लोगो का यह कार्यक्रम हिस्सेदार की गैर मौज़ूदगी में चलता रहता है। यह मेरा पहला सेक्स अनुभव था जो काफी शानदार था। मगर मैं अब चिंतित हूँ क्योंकि जल्द ही मेरी शादी होने वाली है। फिर पता नहीं भाभी जैसी हसीना के साथ ये हसीं लम्हे गुजारने को मिलें या न मिलें।