मों स्माइल दे-दे कर बात बता रही थी. मैं मों की निपल चूसने लगा. उसको भी मज़ा आ रहा था.
मोनिका: निम्मी बुआ को अब भी छोड़ते है क्या?
मों: ह्म बहुत. शादी के बाद वो घर आई तो उसको बहुत छोड़ा था. उसको बोलते की कल चली जाना, कल चली जाना करके 10 दिन रख लेते थे. निम्मी तो अब भी बोलती है की पापा जैसा कोई नही छोड़ सकता.
मोनिका: निम्मी को मज़ा आता था क्या?
मों: ह्म निम्मी खूब चुम्मा-छाती करवाती थी. ससुर जी से भी प्रेग्नेंट हुई थी. उसको भी डेलिवरी होने तक छोड़ा करते थे. तब सास ने देख लिया था. तोड़ा गुस्सा हुई बुत बोली नही.
मोनिका: फिर क्या हुआ?
मों: सास को पता था की जैसे बहू बिना नही रह सकता, वैसे ही बेटी को छोड़े बिना नही रह सकता, तो वो कुछ नही बोलती थी. उसके सामने ही मुझे और निम्मी को छोड़ा करते थे. सास को एक नौकर छोड़ा करता था, तो उसको ज़्यादा मतलब नही था. अब राम कुमार छोड़ता है सास को.
मोनिका: दादा जी और किसको छोड़ते है?
मों: तुमको बताना भूल गयी. तेरे दादा बोल रहे थे की सर्दियों के लिए मेरे लिए मोनिका को छोड़ने के लिए तैयार करो.
मोनिका: ऑश मी गोद, मतलब मुझे भी?
मों: वो बोल रहे थे की बेटी को छोड़ना अछा लगता है. तेरी सास को छोड़-छोड़ कर निम्मी हुई. निम्मी को भी छोड़ लिया. फिर बहू को छोड़ा तो मोनिका हुई. तो अब मोनिका बेटी को छोड़नी है. मोनिका तो बहू तेरे जैसी दिखती है तो उसको छोड़ूँगा तो जवानी में तू याद आएगी.
अमित: मों मोनिका को तो अभी मैं ही छोड़ूँगा. इसको मेरे लिए रखा है. शादी के बाद भी दीदी मेरी वाइफ ही रहेगी.
मों: मैं कैसी लगी तुमको?
अमित: ऑश दोनो एक जैसी हो. तेरे बूब बड़े है तो ज़्यादा मज़ा आया. छूट भी मस्त है. ऑश चुदाई के टाइम तूने बहुत अछा साथ दिया.
मोनिका: मों मैं तेरे जैसी कब हो जौंगी?
मों: अमित ने अब तुमको छोड़ना शुरू कर दिया है. एक साल बाद तेरी गांद और बूब बड़े हो जाएँगे. 1 साल बाद तो तू मेरे से बड़ी माल बनेगी. 4-5 साल तक भाई से चुडवाएगी, तब समझ लेना की भाई बहुत आचे माल को छोड़ रहा है. मों से बेटी हमेशा मस्त माल बनती है. निम्मी को देख लो, सास से भी मस्त माल है.
मोनिका: यार मों भाई बहुत मस्त छोड़ता है. चुड-चुड कर मज़ा बहुत आता है.
मों: यार बेटे ने मों को छोड़-छोड़ कर तसल्ली करवा दी. इसमे बहुत एनर्जी है. मितू तो तेरे दादा जी से भी बड़ा बहनचोड़ बनेगा. वैसे भी जवान लोड्ा छूट का पानी निकाल देता है. तुम दोनो जवान हो, तो तुमको तो मज़ा भी ज़्यादा आता है.
मोनिका: अब तुम भी भाई से चुड़वणी शुरू कर दो.
अमित: दीदी मों तो अब मेरी परसोनल रंडी है. इसको तो लंड पर ही रखूँगा. रही बात तेरी, तो तू भी मेरी वाइफ ही है. शादी होने तक तेरी छूट का भोंसड़ा बना दूँगा.
मों: अर्रे तेरे दादा जी भी बहू और बेटी को छोड़ने के बाद आज तक छोड़ रहे है. छूट का चस्का लग जाए तो फिर छ्छूट-ता नही है.
मोनिका: और क्या करते थे दादा जी मम्मी तेरे साथ?
मों: बहुत कुछ. मैं नहा रही होती तो गाते खुलवा कर अंदर ही छोड़नी शुरू कर देते थे. निम्मी और मुझे नहाते टाइम लोड्ा चुस्वते थे. हम टोलिया लपेट कर रूम में आती तो टोलिया हटा कर नंगी कर देते थे.
मोनिका: मतलब दादा जी का मूड बनते ही बहू बेटी को छोड़नी शुरू कर देते थे?
मों: ह्म, सास पीहर जाती तब निम्मी और मुझे दोनो को नंगी हो रखते थे. खूब चुदाई होती थी. वो हमसे बहुत उल्टे-सीधे काम करवाते थे. हम को भी बहुत मज़ा आता था.
मोनिका: क्या काम बताओ भी?
मों: अर्रे रहने दे यार. फिर बतौँगी कभी.
अमित: मों बताओ ना यार.
मों: यार काई बार खेत में ले जेया कर छोड़ते थे. और भी बहुत सारी लड़कियों और बहुओ को खेत में छोड़ा करते थे. घरो में बहू बेटियों को नौकर छोड़ते है, और उनकी बहू बेटियों को घर का मलिक छोड़ता है.
मोनिका: ऑश नौकर कैसे छोड़ते है?
मों: जिन बहू बेटियों को घर में चुदाई का सुख नही मिलता, तो वो चोरी-च्छूपे नौकरों से मरवाना शुरू कर देती है. नौकरों को गोरी-गोरी छूट मिलती है, तो वो उस घर का काम करते है.
मोनिका: आपने नौकरो से चुदाई कभी?
मों: नही यार. आज दूसरी बार बेटे ने ही छोड़ी है. तेरा दादा ही छोड़ता है बस.
मोनिका: दादा और किसको छोड़ते है?
मों: तेरे दादा ने सबसे पहले एक टीचर छोड़नी शुरू की थी. उसके पास पढ़ने जाते और रात को वो अकेली होती तो चुदाई करते उसकी. फिर सास, मुझे, निम्मी, नौकरानियों को, आस-पास की काई सारी सास और बहुओ को. खेतों में तो पुर गाओं की छूट छोड़ी होगी.
अमित: ह्म.
मों: जिनके बच्चा नही होता तो उन बहू बेटियों को चुपके से छुड़वाने के लिए उनकी सास या उनकी मों दादा के पास भेजती थी. बहुत सारे औरतों को बेटा भी हुआ है.
मोनिका: और कोई ख़ास बात?
मों: औरत कोई नौकरानी नही होती की जब मॅन की घोड़ी बनाया और छूट छोड़नी शुरू कर दी. खुद को मज़ा आ गया तो छ्चोढ़ दी. औरत को प्यार चाहिए. प्यार से बात करो फिर लिप्स और गाल चूसो, बूब चूस कर गरम करो. गरम हो जाए तो रंडी की तरह अची तरह से छोड़ो.
मोनिका: सही है मों.
मों: चुदाई के टाइम औरत को पहले झड़ने दो, और चुदाई के बाद भी उसको प्यार से चूसो. उसके बूब छूट की तारीफ करो. तभी वो खुश रहेगी, और आदमी को भी ज़्यादा मज़ा देगी.
मोनिका: आज भाई ने तुमको ऐसे ही छोड़ा था.
मों: रियली. तेरे दादा मुझे बहुत छोड़ते थे. कभी मेरा मॅन होता तो उनके रूम में जेया कर पूछती की आपने बुलाया है क्या? तो वो समझ जाते की मैं चूड़ने आई थी, और वो खूब मज़े ले-ले कर मुझे छोड़ा करते थे.
मोनिका: ह्म.
मों: मेरा मूड नही होता तो हाथ नही लगते. इज़्ज़त करते और फिर निम्मी या सास को छोड़ कर अपनी प्यास बुझते. लोग अपनी घरवाली को मूड बनाते ही छोड़ते है, खुद झाड़ते ही वाइफ को छ्चोढ़ देते है. तभी घरवाली पूरा मज़ा नही देती.
अमित: मैं चुदाई में कैसा हू मेरी मों?
मों: तूने तो अपनी मों को फिरसे जवानी याद दिला दी. बहुत मस्त प्यार से छोड़ा है मुझे. मेरे बूब चूस-चूस कर तो छूट गीली कर दी. तेरे जैसे बेटे से छूट छुड़वा कर मों को बहुत मज़ा आया. अब तो डेली अपनी मों को छोड़नी होगी.
अमित: और भी बताओ मेरी चिकनी छूट.
मों: ऑश चिकनी छूट बोल कर मों का दिल खुश कर दिया बेटा. बहुत स्टोरी है यार. बुत आज तो मितू से छुड़वा कर मज़ा बहुत आया. चल मितू, अपनी मों को एक बार और चुदाई का मज़ा दे.
मोनिका: अब मों बेटे से छुड़वाने के लिए तड़प रही है. इनको घोड़ी बना और लोड्ा छूट में डाल कर छूट का रस्स निकाल भाई.
मों हासणे लगी.
मों: ऑश मोनिका तुमने मेरे मूह की बात . दी. चल बेटा अपनी मों की सवारी करने के लिए तैयार हो जेया.
आपको स्टोरी अची लगी हो तो बताना.