ही दोस्तों मेरा नाम राहुल सिंग है और मैं कोलकाता वेस्ट बेंगल से हूँ. लंबे टाइम से मेरे ज़िंदगी में एक अजीब सी रीलेशन चल रही है. जिससे मैं बार बार ख़त्म करना चाहता हू. बुत ये हो नही पाया आज तक.
ये रिलेशन्षिप मेरे और मेरे छ्होटी बेहन के बीच है. जो टीन साल से चल रही है और सारी बेशर्मी को पार कर चुकी है. और हमारे बीच एहसास ही रह गया है. हम काई सालों से आपस में संबंध बना रहे है और कपल की तरह है. इससे रोक नही पा र्हे क्यूंकी अब हम दोनो को इसकी आदत लग गयी है.
तो अब मैं सीधे कहानी पर आता हू.
मेरी फॅमिली में मम्मी, पापा, दादी मैं और मेरी बेहन थे. पापा और मम्मी दोनो ही स्कूल टीचर. और दादी जो की चल नही सकती. वो पूरा दिन अपने बेड पर रहती थी.
मम्मी पापा स्कूल के बाद कोचैंग भी देते है. और सनडे के अलावा बाकी सब दिन वो शाम को 8 बजे तक घर आते है. दादी के घर में होने की वजह से हम दोनो को घर में ही रहना पड़ता है.
इसलिए हमारा बचपन और टीनेज दोनो ही घर में एक दूसरे के साथ गुज़रा. हम दोनो एक दूसरे के बेस्ट फ्रेंड्स बन गये. हमारे बीच कभी कोई भी सीक्रेट्स नही र्हे. क्यू की हम 24 घंटे साथ होते.
मेरी बेहन एक गर्ल्स स्कूल में थी. बुत वो मुझसे चार साल छ्होटी है. और इश्स वजह से जब मैं मेट्रिक में था तो वो सिक्स में थी. मेट्रिक के बाद मैने कॉलेज में नाम लिखा लिया.
मई पूरा दिन घर पर होता अपनी बेहन, जिसका नाम शालिनी है. उसे स्कूल ले जाता और वापस लाता और मैं उसके होमवर्क करवाता था. हम पूरा दिन साथ में टीवी देखते गेम्स खेलते और काई बार कुश्ती भी लर्टे.
शालिनी को मैं रानी बाबू बुलाता हूँ. जब वो सिक्स में थी तो उसके बॉडी में बहुत बदलाव आने लगा था. और चूँकि वो बहुत नाज़ुक सी है तो मैं उससे ध्यान भी नही हटा पा रहा.
बाबू का रंग बिल्कुल गोरा है और वो अक्सर कुश्ती खेलते मेरे गोद में बैठ जया करती. मैं उसे किस भी करता. बुत धीरे धीरे मुझे पॉर्न और सेक्स स्टोरीस की आदत लग गयी. और इश्स वजह से मैं दिन रात बस सेक्स ही सोचता था.
अब जब बेहन को देखता तो उसके बॉडी पार्ट्स पर नज़र जया करते थे. बारहवीं में पर्हते वक़्त मेरे एक दोस्त की कज़िन बेहन से मेरी सेट्टिंग हुई. जो की काफ़ी मॉडर्न और बोल्ड थी.
मैने जब उसे सेक्स के लिए अप्रोच किया तो वो भी मान गयी. और हम दोनो ने प्लान किया की सेक्स करेंगे. हम दोनो वर्जिन थे इस लिए सेक्स की लत लगी और काई बार भरपूर सेक्स किया.
जब हम सेक्स के बाद बातें करते तो वो अक्सर बोलती की तेरी बेहन भत सेक्सी है. जो भी बंदा उसकी लेगा उसके तो मज़े होंगे. उसका कोई बाय्फ्रेंड है या नही? तो मैं इश्स बात को ताल जाता.
टाइम के साथ मेरी गफ़ देल्ही शिफ्ट हो गयी और मुझे सेक्स के लिए तड़पना परता. तब तक मैं कॉलेज में सेकेंड एअर में आ गया और बाबू भी मेट्रिक कर चुकी.
अब वो पूरी जवान हो चुकी थी और इसी वजह से मम्मी ने उससे मॉडर्न कापरे पहनने से रोक दिया. अब उसे सिर्फ़ सलवार कुरती या लीजिस ही पहन्णनी होती.
इश्स वजह से वो भत उदास रहती थी. मैं आए दिन उसके नाम पर मूठ मारा करता था. ना चाहते हुए भी मुझे बाबू पर गंदी नज़र डालनी पार्टी थी.
काई लरके उसके पीछे थे. मेरे दोस्त भी मेरी बेहन को पटना चाहते थे. एक बार मैने अपने दोस्तों को बात करते सुना की राहुल की बेहन असली माल है. अगर पाट जाए तो छोड़ने वेल का नसीब बन जाए. बुत राहुल तो साला पूरा दिन उससे गांद सता कर रखता है. तो वो पटेगी कैसे?
तो दूसरे दोस्त ने कहा की कहीं ऐसा ना हो की राहुल ही उसकी ले ले और दोनो भाई बेहन चुदाई करने लगे. ये बोल कर सब हासणे लगे. वो लोग ऐसे बात करते थे क्यू की मैं उसे स्कूल टुटीओन लता और ले जाता. और बाकी टाइम भी हम दोनो साथ होते.
इसी बीच बाबू 18 साल की हो गयी. मैने उसे विश किया तो वो उदास थी. मैने जब पौच्ा तो बाबू ने बताया की उससे मॉडर्न कपड़े पहनने का मान करता है. डॅन्स सीखना है, शॉर्ट्स और मिनी स्कर्ट्स ये सब चाहिए पर मम्मी नही देती.
ऐसा बोल कर वो रोने लगी. टीबी मैने उसे सीने से लगाया और बोला मैं तुझे सब कुछ दूँगा. और तू ये सब घर में पहनना जब मुन्नी पापा नही होंगे. दादी के सामने मत जाया करना और अगर ज़रूरत पड़े तो कमीज़ डाल लेना. बुत ये सब सीक्रेट्स होंगे जो हम दोनो के बीच होगा. और तुम किसी लड़के से सेट तो नही है ना?
तब वो खुश हो कर मेरे गालों पर किस कर के बोली. भैया आप ही मेरे बाय्फ्रेंड हो, सारा दिन तो आपके साथ हू. मुझे कोई और नही चाहिए. हो सके तो आप मुझे डटे पर भी ले जाना.
इसके बाद मैं उसे शॉर्ट्स, छ्होटे त शर्ट्स और दूसरे मॉडर्न कपड़े ला कर देता. धीरे धीरे बाबू की ब्रा पनटी भी मेरी चाय्स की होती थी. वो पूरा दिन उसे पहनती और शाम को चेंज कर लेती.
बाबू शॉर्ट्स में सेक्सी दिखने लगी और कभी कभी उसके जाँघ को भी टच करता. कभी कमर पर हाथ रखता. इसी बीच हम दोनो एक्सर्साइज़ भी करने लगे और डॅन्स भी आपस में सीखने लगे.
एक्सर्साइज़ में मैने उसे स्क्वाट्स करने को कहा. जिसे हेरोयिन्स किया करती इससे गंद का शेप बड़ा और गोल करने के लिए करती है. बाबू बोली भैया मैं भी ये करूँ क्या?
तो मुझे अपने बट्स गोल कर क्या फयडा? बाद में तो जीन्स पहनना ही को नही मिलेगा. ऐसे टाइम में मैने बाबू को मोटीवेट किया. तू बाद की मत सोच सब ठीक हो जाएगा.
इसके बाद मैं उसे एक्सर्साइज़ में हेल्प करता. उसके गनाद पर हाथ भी रखता. हम डॅन्स भी सीखने लगे जिसमे कमर पर तो कभी बूब्स पर टच होता.
काई बार बाबू मेरा टच फील कर के स्माइल भी देती थी. बुत अप्रोच करना ईज़ी नही था. काफ़ी टाइम गुज़र गया था और मुझसे रहा नही जा रहा था.
तभी मम्मी पापा को एक हफ्ते के लिए बंगलोरे घूमने का मौका मिला. ये बात 2018 की है, पर दादी की वजह किसी को तो रुकना था. तो उन्होने हम दोनो को घूमने के लिए बोला.
हम भी मान गये, मेरे लिए ये एक गोलडेन चान्स था. तभी रात को बाबू ने मुझसे बोला भैया मैं वाहा सिर्फ़ हेरोयिन वेल कपड़े उसे करूँगी.
तो मैने भी हा कहा और बोला तुझे और भी अच्छे कपड़े ले दूँगा. पापा को प्राइज़ मनी में कोलकाता से बंगलोरे की टिकेट्स और एक हफ्ते के लिए थ्री स्तर होटेल में रूम मिला था.
हम लोग प्लेन से बंगलोरे पहुँचे और सीधा होटेल गये. शाम हो चुकी थी और पूरे मूड में था. की इश्स ट्रिप बार बाबू को पता अफेर शुरू कर डू. उसकी बॉडी को तो मैं फ्ले ही देख चुका था काई बार और पूरा टच भी किया हुआ था.
हुँने डिन्नर किया और डिसाइड किया कल घूमने चलेंगे. वाहा बेड एक ही था ऐसे में जब बाबू छ्होटे से शॉर्ट और टेप में साथ सोने आई. तो मैं पागल हो गया था.
उसकी कमर और थाइस सेक्सी लग र्हे थे और गांद भी पूरे शेप में थी. बाबू सोते टाइम ब्रा नही पहनती. इस लिए बूब्स भी लग भाग पुर दिख र्हे थे.
मैं सिगरेट पीने लगा तो बाबू पास आ कर बैठ कर बोली. भैया मुझे भी पिलाओ सिगरेट, प्लीज़ कम से कम यहा तो पिलाओ. तब मैं बोला की बेर भी मंगवा रहा हू. तो क्या वो भी पीएगी?
तब बाबू बोली पीने से क्या हो जाएग,आ पीला दो ना. आप तो मेरे बाय्फ्रेंड हो प्लीज़. ये बोल कर मेरे गालों पर किस किया. फिर इसके बाद मैने बाबू को बेर और सिगरेट पिलाई.
मैने आधी बॉटल बेर बाबू को पिलाई और एक सिगरेट. जिसके बाद अब वो वॉमिट करने वाली थी. तो मैं उसे तुरंत गोद में उठा कर बातरूम ले गया.
बाबू पूरे बेसिन को वॉमिट से भर दिया. उसे नशा भी चाड़ना लगा था. उसने टेप भी गंदा कर लिया था जिसकी वजह से बॉडी पर वॉमिट ल्ग गयी. मैं उसके फेस पर पानी मारा.
वो खड़ी नही हो पा रही थी. उसका टेप पूरा वॉमिट से भर गया था. तो मैने तुरंत टवल लिया, उसे दीवार के बाल खड़ा कर उसके टेप उतार टवल लपेट दिया.
बुत तब तक बाबू थोड़े नॉटी मूड में आ गयी और टवल फेक दिया. और फिर रूम में जाके खुद से थोड़ी बेर पी कर बेड पर लेट गयी. वो सीधी लेती हुई सो गयी.
मैं उसके चुचि को देखते रह गया. मई पूरे गुलाबी और छ्होटे से निपल्स देख पागल हो गया. और मैने भी मौके का फयडा उठना चाहा. अपना टशहिर्त उतार बाबू की चुचि के पास उसकी बॉडी पर फेस रख कर सो गया.
हम दोनो नींद मे थे, रात को दो बजे उसकी नींद खुली. तब उसके होश उड़ गये मेरे फेस बाबू की चुचि जिसे मैं ज़बान लगाए हुए थे. वो मुझे उठाने लगी. तब तक आस पास मैने कोई या कोई कपड़ा नही छोरा.
उसने तुरंत मुझे हटाया और उठ कर बैठ गयी. दोनो हाथों से चुचि ढकने लगी. तो मैं लाइट ओं कर दी और उसे पास खीच लिया. और बाबू दर कर बोली भैया मैं आपकी बाबू हू, आप ये क्या कर र्हे मेरे साथ?
तो मैने कहा कल रात तू ही टॉपलेस हो कर बार बार मुझे बेड पर बुला रही थी. और सेक्स के लिए भी बोल रही थी. तुझे बेर पीने से माना भी किया था. बुत तू मानी नही. मैने तुझे थप्पड़ मार कर सुलाया.
बोलते बोलते मैने उसके हाथ चुचियों से हटा दिए. और बोला काश मैं तेरा असली बाय्फ्रेंड होता. तो तेरे बूब्स और बॉडी भत प्यार से मैं इसका भत ख्याल रखता.
मैं उसकी गांद को सहलाने लगा और मेरा लंड पूरी तरह उसे चुभने लगा. हम दोनो अब रुकने के मूड में नही थे. बाबू भी मुस्कुराने लगी और बोली आप ही मेरे असली बाय्फ्रेंड हो. मेरा ख़याल भी रखते हो प्यार भी करते हो और सारी ज़रूरत पूरा करते हो. ई लोवे योउ भैया.
बोल कर उसने ज़ोर का किस किया और फिर हम दोनो किस करने लगे. काफ़ी देर किस करते हुए मैने अपनी बॉक्सर और बाबू का शॉट्स को उतारा. और बाबू को बातरूम में ले गया.
वो शर्मा भी रही थी और घबरा भी रही थी. उसने बोला भैया क्या हम ये सच मच करेंगे? मुझे दर ल्ग रहा है. कभी किया नही, कहीं प्रेग्नेंट हो गयी तो क्या होगा बोलो?
तब मैने कहा बाबू तू फिकर मत कर. बस हमारे बीच जो है उसे सीक्रेट रखना. तब बाबू बोली बुत भैया मैं सेक्स कैसे करूँ? ये चुभेगा, दर्द होगा, मुझसे नही होगा ये सब.
तभी मैने शवर चलाया और उसे अपनी बॉडी में चिपका लिया. और बोला कुछ नही बल्कि धीरे धीरे सब अच्छा लगेगा. बस अब तू मेरे लंड चूसना शुरू कर.
बाबू का चेहरा बन गया और बोली च्चीी ये कैसे होगा भैया?
तब मैं बोला सब होगा, ऐसे ही होता है. मम्मी पापा भी ऐसे ही करते.
तो बाबू बोली तुमने देखा है?
मैने कहा ऑफ कोर्स, भत बार देखा है और मैं भी तो तेरी गांद और छूट चुसूंगा.
ये बोल कर मैने उसके बाल पाखारे और अपने बाबू के मूह में अपना लंड दल दिया. थोरी देर अंदर बाहर किया फिर वो रुखने लगी. बोली भैया फिर कभी आपके बड़े बड़े बाल यहा लंड पर है, इसे शेव कर लेना.
तभी मैने बाबू को कमर से पाकारा और बातरूम के फर्श पर घुटने के बाल बिता दिया. और धीरे से गांद चाटने लगा. बाबू मदहोश होने लगी और हल्की सी सिसकियाँ भी लेने लगी.
मैं उसके चुचि दबाते हुए गांद और छूट चाट्ता रहा. और कुछ देर बाद सीधा कर के अपनी तरफ खीच कर बोला. अब सेक्स की बारी. वो शरमाते हुए बोली संभाल के भैया, कहीं मामा की जगह मेरे बच्चे का बाप ना बन जाना.
तब मैं बोला तो क्या बाप बन जौन? तो बाबू बोली बन जाना बुत अभी नही और हा मैं वर्जिन हू, तोड़ा रहम करना प्लीज़.
तब मैं अपनी एक उंगली उसकी छूट में डाली. बाबू की छूट पूरी टाइट थी. कभी वाइब्रटर या गाजर भी उसे नही हुआ था. इसलिए बाबू बेचैन हो गयी.
बाबू की छूट बिल्कुल गुलाबी थी. वो 18 की हो गयी पर उस पर बाल एक दो ही थे. मैने अब अपना लंड बाबू की छूट पर रखा और धीरे से धक्का दिया.
उसने ज़ोर से मुझे पकड़ा और बोली भैया आज रहने दो. कभी और करना. अब मैने धीरे धीरे पूरा डाल दिया. उसकी आवाज़ भी तेज़ हो गयी इसलिए मैने बाबू की पनटी उसके मूह में रख दी.
तब वो पनटी हटा कर बोली भैया दम घुट जाएगा. तो मैं बोला मेरी गुड़िया कुछ नही होगा और बोला शोर ज़्यादा मत कर दूसरे रूम वालों को डिस्टर्ब होगा.
मैं पहली भी अपनी गफ़ को और काई कॉल गर्ल की ले चुका था. अपना लंड 7 या 8 इंच का बना लिया था. इसलिए बाबू के लिए बर्दाश्त करना मुश्किल था.
वो अब हल्की सी रोने और पनटी मूह से निकल कर चीखने लगी आआहह.. आआआहह… मार जौंगी भैया, अब बस भी करो प्लीज़… एक ही तो बेहन हू. की आवाज़ करते हुए बोली भैया मैं तुम्हारी बाबू हू. पूरे दिन पूरी रात तो साथ में हू. प्लीज़ बाद में छोड़ लेना, अभी के लिए इतना ही रहने दो वरना मार जौंगी.
तभी मैं झरने वाला भी था. इसलिए अपना लंड बाहर निकल कर तुरंत बाबू के फेस पर सारा माल झार दिया. जिस गुड़िया को गोद में खिला कर बड़ा किया. मैने उसे ही छोड़ दिया. इश्स बात का दुख तो भत हुआ. बुत हम दोनो से रहा भी नही गया.
इसके बाद मैने अपने पैरों को फैला कर उसके गांद को अपनी जांघों पर रख कर बैठाया. एक हाथ से छूट तो दूसरी से चुचि सहलाने लगा.
बाबू ने दोनो हाथ से मेरे गले ल्ग गयी. और अपना सर मेरे सीने पर रख कर मुझे बोली – ई लोवे उ भैया, आप ने हमेशा मेरे लिए अच्छा सोचा और हम दोनो बेस्ट कपल है. जो हुआ वो सीक्रेट भी रहेगा और हमेशा होता भी रहेगा. ये बोल कर वो सोने लगी.
तभी मैं मज़ाक से बोला बाबू अभी गांद में डालना बाकी है. तब बाबू हासणे लगी और बोली सब कुछ आपके हवाले है जो चाहे कर लो हाहाहा.
इसके बाद हम दोनो बंगलोरे को घूमते हुए काफ़ी मज़े लिए. मैने बाबू को बिकनी में पूल में स्विम्मिंग भी करवाई और अडल्ट क्लब्स भी गये.
हमारे बीच अब सब कुछ हज़्बेंड वाइफ जैसा है. चूँकि दादी नही रही तो हम लोग हज़्बेंड वाइफ घर पर रहते और पूरा दिन मज़े करते.
ओर भी जवान भाभी ओर आंटी को हॉट बाते करना ही तो आप मैल करे [email protected] आप की सारी डीटेल्स एक दम सीक्रेट रहेंगी उससे आप लोग बेफ़िक्र रहे.