मेरी बीवी ज्योति बहुत सीधी भी है, और एक नंबर की चदक्कड़ भी है, यह तो मुझे पता है। शादी के बाद तीन लोगों से चुदते हुए तो मैंने देखा है। लेकिन उसके रंडी-पने की असली कहानी मुझे दो दिन पहले पता चली, जब मुझे मेरी सोसाइटी के नीचे मेरा जानने वाला मिला।
उसने जो ज्योति को लेकर कहानी बताई, और जिस तरह मेरे बिस्तर पर ही रगड़ के ज्योति को चोदा। उसके बाद तो मुझे समझ आया कि ज्योति स्वभाव से ही रंडी है, और 20-21 साल की उम्र से ही ज्योति लंड की शौकीन है।
मेरा नाम राहुल है। 45 साल का हूं, और मेरी बीवी ज्योति 42 साल की। 2006 में हमारी शादी हुई, 2011 में एक बेटा हुआ, लेकिन बीवी रंडी है यह मुझे 2013-14 तक पता चल गया था। इसलिए बेटे को बोर्डिंग में भेज दिया। ज्योति नागपुर की और मैं इंदौर के रहने वाला हूं। लेकिन हम लोग पुणे में रहते है। ज्योति का फिगर 36-32-36 है। थोड़ी सावली है। पर जबरदस्त माल है। वो देखते ही किसी का भी लंड खड़ा कर दे। अब सीधी कहानी पर आता हूं।
दो दिन पहले की बात है। सुबह ज्योति ऑफिस के लिए निकली। उसका कैब आया हुआ था। उसके करीब 10 मिनट बाद मैं भी नीचे आया ऑफिस के लिए। लिफ्ट से निकलते ही नीचे फोन पर बात करते हुए मुझे संजय मिला, जो कि पुराना जानने वाला है। अच्छी जान-पहचान है, एक-दो बार साथ दारू पिया है पर पक्की दोस्ती नहीं है।
संजय फोन पर किसी से कह रहा था: भाई आज कमाल हो गया। पुरानी जुगाड़ मिल गई, और आज उसको कई साल बाद फिर चोदूंगा।
मुझे देखते ही वह जोर से मुझे हग किया। हम दोनों ने एक-दूसरे के बारे में हाल-चाल पूछा।
संजय: कहां रहते हो राहुल, इसी सोसाइटी में?
मैंने: अरे भाई वो छोड़ो, कौन सी जुगाड़ की बात कर रहे थे अभी? और किससे बात कर रहे थे?
संजय ने खुश होकर बोला: भाई आज कमाल हो गया। अभी मुझे ज्योति मिली।
मैं: कौन ज्योति भाई?
राहुल: भाई गुरुग्राम आफिस में थी 2007 में और 2007 से लेकर 2010 तक इसकी खूब ली है मैंने।
मैं: क्या बात कर रहे हो संजय? तुम झूठ बोल रहे हो।
संजय: भाई झूठ क्यो बोलूं, अभी नीचे मिली थी ज्योति। कैब से आफिस गई है, और 4 बजे बुलाई है, फिर चोदूंगा साली रांड को।
मैं: यार मुझे विश्वास नहीं हो रहा है। मुझे तो बहुत शरीफ लगती है ज्योति जी।
संजय: तुम जानते हो ज्योति को?
मैं: हां मैं सोसाइटी में अक्सर आता रहता हूं। मेरे दोस्त का घर है, और मैंने कई बार ज्योति जी को देखा है। बहुत सज्जन और शरीफ लगती है। मेरे दोस्त की फैमिली भी बोलती है कि ज्योति को किसी से कोई मतलब नहीं है।
संजय: सही कहा भाई, ज्योति को किसी से कोई मतलब नहीं है। ज्योति को मतलब सिर्फ लंड से है।
मैं: भाई मुझे तो अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है।
संजय: भाई अभी लेपटॉप होता तो दिखाता ज्योति की नंगी फोटोज़, और वीडियोज़ भरी पड़ी है चुदाई की।
मैं सोचने लगा कि साली चुदक्कड़ तो है ही, लेकिन इतनी बड़ी रांड, ९कि शादी के कुछ दिन बाद ही दूसरे लंड से चुदने लगी। मेरा मन मान भी रहा था और नहीं भी।
मैंने संजय से कहा: फर्जी बात कर रहे हो।
संजय ने कहा: चल आज 4 बजे के बाद ज्योति जब लंड चूसेगी तो उसका वीडियो भेजूंगा। तब तो विश्वास हो जाएगा?
मैंने बोला: जब भेजोगे तब विश्वास करूंगा, पर अभी विश्वास नहीं हो रहा है।
संजय: चल व्हाट्सएप पर शाम की सेटिंग की बात करता हूं ज्योति से। फिर तेरे को पता चलेगा तेरा भाई झूठ नहीं बोलता।
संजय और ज्योति की व्हाट्सएप चैटिंग-
संजय: हेलो मेरी जान।
ज्योति: आज तो सरप्राइज़ दे दिया तुमने सुबह-सुबह।
संजय: मैंने भी नहीं सोचा था कि 4 साल बाद ऐसे मुलाकात होगी।
ज्योति: 4 साल नहीं 3 साल बाद।
संजय: याद आया 2021 में मिले थे?
ज्योति: सिर्फ तेरे लिए मुम्बई आई थी एक रात के लिए। रात भर सोने नहीं दिया था तुमने।
संजय: आई चुदने के लिए थी या सोने के लिए? वैसे बहुत मज़ा आया था ना?
ज्योति: सच मे मज़ेदार था। पूरे 17 घंटे साथ थे।
संजय: आज शाम मिल रहे है ना?
ज्योति: 4 बजे तो बोला है, मैं आफिस से आ जाउंगी जल्दी।
संजय: जब से तुमसे मिला हूं लंड टाइट है। कुतिया बना के चोदूंगा आज।
ज्योति: चिकनी चूत भी तैयार है कुत्ते से चटवाने के लिए।
ज्योति: वैसे कब तक हो यहां?
संजय: आज शाम की फ्लाइट थी। लेकिन अब उसको रात 12 या 1 बजे का करवा रहा हूं। 10 बजे निकल जाऊंगा एयरपोर्ट।
ज्योति: रात तो तुम्हें मेरे साथ रहना पड़ेगा। सुबह की फ्लाइट कराओ, सुबह 5 या 6 बजे निकलना मेरे घर से।
संजय: और आपके पति देव?
ज्योति: वो मेरी चिंता है। वैसे भी 2-4 घंटे में ना तुम शांत होते हो, और ना मुझे संतुष्टि मिलती है।
संजय: सही बात। 10 से 12 घंटे एक-दूसरे को रगड़ते रहते है हम दोनों, और 4-5 राउंड चुदाई के बाद ही दोनों शांत होते है
ज्योति: तभी तो शाम 4 से सुबह 4 बजे का समय रखा है। चलो बाय, आफिस पहुंच गई।
संजय: ओके बाय मेरी जान, मेरी रांड, मेरी कुतिया।
फोन बंद करके संजय मेरी तरफ देखते हुए बोला: हो गया भरोसा कि अभी और भी कुछ बचा है?
मैंने बोला: भाई कमाल हो संजय, जाओ मजे करो। खूब चोदो साली रांड को। मैं ऑफिस जा रहा हूं। मुझे फोटो और वीडियो भेजना।
इसके बाद मैं गाड़ी पर बैठा, और सीधे ज्योति को फोन लगाया।
राहुल: हेलो जी, आफिस पहुंच गई?
ज्योति: बस अभी पहुंची हूं। आफिस निकल गए आप?
राहुल: अभी गाड़ी पर बैठा हूं।
ज्योति: अरे सुनो अभी मुझे 10-12 साल बाद मेरा दोस्त संजय मिला। इसी सोसाइटी में किसी के पास आया है। रात को खाने पर आने के लिए बोल रहा था।
राहुल: बुला लो।
ज्योति: हम लोगों का ग्रुप था ऑफिस में। अच्छा दोस्त है। संजय ने बोला बहुत दिन हो गए साथ डिनर और ड्रिंक साथ किए, तो मैंने रात को बुला लिया है।
राहुल: बढ़िया किया, एन्जॉय करो पुराने दोस्त के साथ।
ज्योति: आज भी आपको देरी होगी क्या?
राहुल: आज ज्यादा देर होगी, 1 या 2 तो बज ही जायेंगे।
ज्योति: आपके बिना अकेले दोस्त के साथ घर में पार्टी करना मुझे अच्छा नहीं लग रहा है। आप होते तो कितना मजा आता।
राहुल: अरे यार तुम परेशान क्यों हो रही हो? मैं भी तो अपने दोस्तों के साथ दारू पीता हूं। ये बता कितने बजे बुलाया है संजय को?
ज्योति: मैंने उसे 8:00 के बाद आने को कहा है, कि जब हस्बैंड आ जाएंगे तब साथ बैठेंगे। पर आपने तो प्लान ही बिगाड़ दिया।
इसके आगे की कहानी में क्या हुआ, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा। अगर आपको यहां तक की कहानी पढ़ कर मजा आया हो, तो अपनी फीडबैक कमेंट करके जरूर दे। आप मुझे फीडबैक भेजने के लिए @gmail.com पर मेल भी कर सकते है। जल्दी मिलते है अगले पार्ट में।