जैसे ही गोपाल ने अपना हाथ अनामिका पे रखा, तो अनामिका एक-दूं से जाग गयी और अपने पापा का हाथ तुरंत हटा दिया. गोपाल समझ गया था की वो अभी भी गुस्से में थी. उसने इसके बाद कुछ नही किया.
नेक्स्ट मॉर्निंग…..
गोपाल काफ़ी खुश था. उसे पता था की उसकी बेटी उसे जल्द ही मिल जाएगी. वो जल्दी उठ कर बेड पे सोते-सोते अपनी बेटी को ही देख रहा था.
करीब 1 अवर के बाद जब अनामिका की आँखें खुली, तो उसने अपने पापा को उसे देखते हुए देखा. अचानक उसे रात की सारी बातें याद आने लगी, और वो फिरसे गीली होने लगी.
गोपाल ने अनामिका के चेहरे पे गिरते हुए बाल उसके कान के पीछे किए. ये देख अनामिका सर्मा गयी. बाहर से वो जितनी भी सख़्त हो जाए, अंदर से वो भी अपने बाप से प्यार करने लगी थी.
गोपाल: बेटा आपकी नींद कैसी रही?
अनामिका ने कुछ जवाब नही दिया.
गोपाल: ई लोवे योउ बेटा. कल जो तुमने मुझे दिया, उसके बाद मुझे कुछ नही चाहिए. मैं बहुत खुश हू, की तुम भी मुझे प्यार करती हो.
ये बात गोपाल ने तुक्के में बोल दी. क्यूंकी वो भी जानता था की उसकी बेटी भी उससे चाहने लगी थी, पर थोड़ी सी झीजक थी.
अनामिका: ई लोवे योउ टू पापा. पर एक डॅडी की तरह, एक लवर की तरह नही. और जो भी कल हुआ, उसके लिए ई आम सॉरी. मैं थोड़ी बहक गयी थी. और आप ये मत समझो की मैं आपको दे दूँगी.
अनामिका को पता ही नही चला वो क्या बोल गयी. ये सुनते ही गोपाल ने बोला-
गोपाल: बेटी मुझे तुमसे कुछ नही चाहिए. कल जो हुआ, वो मेरे लिए काफ़ी है.
गोपाल मॅन ही मॅन जानता था की उसने बाज़ी जीत ली थी, और जल्द ही उससे छोड़ पाएगा. लेकिन कब, ये उसे नही पता था. उसे बस एक मौके की तलाश थी.
अनामिका मॅन ही मॅन कन्फ्यूज़ थी की वो क्या करे.
ऑफीस से आने के बाद गोपाल और अनामिका दोनो ने नॉर्मल बिहेव किया. गोपाल को पता था अगर वो जल्दी करेगा तो अनामिका से हाथ धोना पर सकता था. इसलिए उसने तोड़ा वेट करने की सोची. नेक्स्ट दे उनकी ट्रेन थी.
वो लोग फिरसे 2न्ड एसी में आ गये. लेकिन इस बार दोनो के मॅन में कुछ-कुछ चल रहा था. करीब आधे घंटे के बाद टते आया और उनकी टिकेट अपग्रेड करके 1स्ट्रीट एसी में कर दी. क्यूंकी ज़्यादातर 1स्ट्रीट एसी सीट्स एंप्टी थी. उन्हे कॅबिन वाली सीट मिली, लेकिन अभी तक किसी ने बोर्ड नही किया था. उस कॉमपार्टमेंट में सिर्फ़ गोपाल और अनामिका थे.
गोपाल ने टते से पूछा: बगल के दोनो पॅसेंजर्स कब आएँगे?
टते: एक पॅसेंजर 3:00 आम सुबह आएगा, और एक सीट खाली है. उसमे कोई नही आएगा.
ये सुनते ही गोपाल ने सोचा उसके पास 5 घंटे थे अपनी बेटी को प्यार करने के लिए. क्यूंकी उस समय 10:00 पीयेम बाज रहे थे.
वो कॉमपार्टमेंट में आ गया और बैठ गया. उसकी बेटी ने थोड़ी देर मोबाइल चलाया, और सोने के लिए चली गयी. गोपाल को समझ नही आ रहा था की वो कैसे आयेज बढ़े. उससे कंट्रोल नही हो रहा था, लेकिन अपनी बेटी के दर्र से वो चुप था.
लेकिन कहते है ना की आप अगर किसी चीज़ को सकचे दिल से चाहते है तो वो आपको ज़रूर मिलती है. अनामिका की आँख लग गयी. सपने में अनामिका ने देखा की उसके पापा उसे प्यार कर रहे थे, उसके बूब्स दबा रहे थे. अनामिका माना कर रही थी, फिर भी उसके पापा उसकी पुसी चाट रहे थे. अचानक अनामिका की आँख खुली और उसकी पनटी पूरी गीली हो चुकी थी.
उसने उठते ही अपने पापा को देखा. गोपाल भी उसे ही देख रहा था. गोपाल को लगा अनामिका ने एक बुरा सपना देखा था, और उसे पानी देके उसकी पीठ सहलाने लगा. उसको अनामिका की बॅक सहलाते हुए उसकी ब्रा महसूस हुई. वो एक-दूं हॉर्नी हो गया.
अनामिका वॉशरूम जाके अपनी पनटी देख के परेशन हो गयी, और उसने पनटी वही उतार दी. आज अनामिका स्कर्ट में थी. जैसे ही वो कॉमपार्टमेंट में वापस आई, 11:30 पीयेम हो रहे थे. अनामिका को कुछ समझ नही आ रहा था, की वो अपने पापा की तरफ कैसे आकर्षित हो गयी.
उसने फिरसे सोने की कोशिश की. लेकिन उसका स्कर्ट उसके थाइस तक आ चुका था. लाइट्स ऑफ थी, लेकिन खिड़की के बाहर के रोशनी से कभी-कभी उसकी थाइस गोपाल को दिख रही थी, और ये चीज़ उसे पागल कर रही थी. अनामिका भी मॅन ही मॅन हॉर्नी होती जेया रही थी.
तभी गोपाल ने आयेज बढ़ने का सोचा, और अपनी सीट से उठ कर अनामिका की सीट पे बैठ गया. अनामिका सोने की कोशिश कर रही थी. पर जैसे ही उसके पापा उसके बगल में आके बैठे, वो दर्र गयी. उसे कुछ समझ नही आ रहा था. गोपाल ने उसकी सीट पे जाके उसके फुट को टच किया. अनामिका अचानक से उठ गयी.
फिर गोपाल ने बोला: लाओ बेटी, मैं तुम्हारे पैर दबा देता हू.
अनामिका के माना करने के बाद भी गोपाल ने
उसका पैर नही छ्चोढा. उसको गोपाल ने फिरसे लेटने को बोला. अनामिका ना चाहते हुए भी वापस लेट गयी. करीब 15 मिनिट फुट दबाने के बाद गोपाल अपना हाथ धीरे-धीरे आयेज बढ़ने लगा.
अनामिका इस कारण से पागल हो रही थी, और उसकी छूट भी गीली हो चुकी थी.
गोपाल ने अपना हाथ डाइरेक्ट्ली अनामिका की छूट पे रख दिया. गीली छूट देख के गोपाल समझ गया की उसकी बेटी भी हॉर्नी हो चुकी थी. अनामिका कुछ बोल पाती उससे पहले ही गोपाल ने उसे किस करना चालू कर दिया. अनामिका ने गोपाल को रोकना चाहा, बुत अब वो पूरी तरह से हॉर्नी हो चुकी थी. इसलिए उसके अपोज़ करने का फोर्स कम होता चला गया. फिर गोपाल ने बोला-
गोपाल: बेटी आज रात मुझे तुम्हे अपनी मर्ज़ी से प्यार करने दो. फिर मैं पहल कभी नही करूँगा.
इस बात को सुन के अनामिका ने अपने आप को पूरी तरह गोपाल को समर्पित कर दिया.
अनामिका: ठीक है पापा, लेकिन आप प्रॉमिस करिए की आज के बाद आप मुझे कभी हाथ नही लगाएँगे.
गोपाल: प्रॉमिस.
इसके बाद गोपाल अनामिका के होंठो पे अपने होंठ रख के चूसने लगा. करीब 10 मिनिट तक वो दोनो किस करते रहे. फिर गोपाल ने अपने हाथ अनामिका के मोटे-मोटे बूब्स पे रखे, जो की बिल्कुल टाइट और गोल थे.
गोपाल ड्रेस के उपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा. 5 मिनिट के बाद उसने अपनी बेटी का टॉप उतार दिया. इसमे उसकी बेटी ने अपना हाथ उपर करके सपोर्ट भी किया. अब अनामिका ब्रा में थी.
गोपाल फिरसे बूब्स दबाते हुए अनामिका को किस करने लगा. अब उसने अनामिका की ब्रा और स्कर्ट दोनो खोल दिए. अब अनामिका पूरी नंगी थी कॉमपार्टमेंट में. क्यूंकी लाइट ऑफ थी, और सारे पर्दे लगे हुए थे.
गोपाल अपनी बेटी को आचे से देख नही पा रहा था. वो अपनी मोबाइल की फ्लश लाइट ओं करके अनामिका की छूट और बूब्स देखने लगा. इससे अनामिका शर्मा गयी और अपना चेहरा धक लिया. उसकी पूरी नंगी बॉडी देखने के बाद गोपाल का 6 इंच का मोटा लंड पूरा टाइट हो गया. उसने अपनी बेटी को अपने उपर उल्टा बिताया. इससे गोपाल का पूरा लंड उसकी बेटी की छूट में चला गयी.
गोपाल उसे उसी पोज़िशन में छोड़ने लगा. थोड़ी देर चुदाई के बाद उसने अपना माल अपनी बेटी के छूट में गिरा दिया. फिर गोपाल ने अपनी बेटी के बूब्स चूज़ और छूट भी छाती.
इसके बाद अनामिका ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और बातरूम चली गयी फ्रेश होने. कुछ देर के बाद अनामिका वापस आई, और गोपाल से नज़रें नही मिला पा रही थी.
गोपाल: बेटी आज मैं बहुत खुश हू. पिछले कुछ दीनो से मैं तुम्हे प्यार करना चाहता था. तुमने आज मुझे ये देके खुश कर दिया है. ई लोवे योउ सो मच.
अनामिका: ई लोवे योउ टू दाद. मुझे भी अछा लगा आपका प्यार पाके (पता नही अनामिका ने ये क्यू बोला, वो कन्फ्यूज़ थी).
फिर कुछ देर ऐसे ही बैठने के बाद अनामिका सो गयी, और गोपाल भी. करीब 3:00 आम बजे वो तीसरा पॅसेंजर आया और उसने दरवाज़ा नॉक किया. गोपाल ने गाते खोला. वो एक ओल्ड आदमी था करीब 65 यियर्ज़ का.
उसके आने से अनामिका भी जाग गयी, और अपनी सीट पे बैठ गयी. क्यूंकी रात काफ़ी हो गयी थी, तोड़ा सा बात करने के बाद वो आदमी अपनी सीट पे जाके लेट गया. अनामिका उठ कर वॉशरूम के तरफ गयी, और जब मैने अनामिका की और देखा तो मुझे फिरसे छोड़ने का मॅन किया, उसके मोटे-मोटे बूब्स को देखने के बाद. लेकिन उस आदमी के कारण हम वाहा सेक्स नही कर सकते थे.
थोड़ी देर बाद मैं भी बाहर आ गया, और अनामिका के टाय्लेट का गाते खुलने का वेट करने लगा. इतनी रात के कारण सभी लोग अड्जस्ट होके सो रहे थे. जैसे ही अनामिका ने गाते खोला, मैं उसे पुश करके टाय्लेट के अंदर आया, और अंदर से गाते बंद कर दिया. अनामिका समझ गयी की उसके दाद उसे फिरसे छोड़ना चाहते थे.
अनामिका: ये आप क्या कर रहे है? आपने बोला था आप मुझे अब नही च्छुएँगे.
गोपाल: बेटी मैने आज रात का बोला था, अभी भी टाइम है हमारे पास.
ये बोलते ही गोपाल ने अनामिका को किस किया, और उसकी एक टाँग उठा के अपना लंड उसकी छूट में डाला, और छोड़ना शुरू कर दिया. अब अनामिका भी खुल चुकी थी.
उसने बोला: पापा तोड़ा स्लो अवववव ह्म स्लो.
ये सुन के गोपाल ने और तेज़ी में उसे छोड़ा और वही झाड़ गया. फिर दोनो कुछ देर के बाद वापस अपनी सीट में आके सो गये.
नेक्स्ट मॉर्निंग…..
अब अनामिका और गोपाल अपने घर आ गये थे, लेकिन उन दोनो का रिश्ता बदल गया था. गोपाल काफ़ी खुस था. घर आते ही अनामिका अपनी मम्मी को देखने के बाद काफ़ी गिल्टी फील कर रही थी, और उसने अपने आप से ये प्रॉमिस किया की ये वो दोबारा कभी नही करेगी. गोपाल घर आने के बाद काफ़ी बार अपनी बेटी पे ट्राइ किया, पर अनामिका ने उसे छूने तक नही दिया.
क्या अनामिका अपने पापा को कुछ करने देगी? वेट फॉर थे नेक्स्ट स्टोरी आंड सी हाउ अनामिका हॅंडल्स गोपाल इन तीस गिल्ट सिचुयेशन.