औरत को लंड चुस्वा कर किया बुरा हाल

ये सुन कर उसने भी मुझे मेरे गाल पर काट कर लोवे बीते दी. फिर मुझे देख कर हेस्ट हुए बोली-

रूपाली: ऐसे ही ना? अब आया मज़ा तुम्हे?

मैं: हा मेरी जान.

अब आयेज-

रूपाली मेरे नीचे ब्रा पनटी में थी. और मैं उसके उपर सिर्फ़ ककचे में था. बाहर से उसका बेटा अनिल हमे देख कर लंड हिला रहा था. रूम का माहौल रूपाली की सिसकियों ने गरम बना दिया.

मैं अब उसके दोनो बूब्स की लाइन पर चूमने लगा. मेरे हर एक किस और चाटने से वो मचल जाती. रूपाली की सॉफ्ट और गोरी स्किन को मैं अपने दांतो से मूह में लेके काट देता. जिससे उसकी आहे निकालने लगती.

रूपाली दोनो हाथ मेरी पीठ में घूमने लगी. वो बहुत गरम हो रही थी. उसकी उत्तेजना से मैं भी गरम हो रहा था. अब मैने धीरे से उसकी ब्रा निकाल दी. मेरे सामने अब गोरे-गोरे ब्राउन निपल वाले बूब्स थे. एक बूब को दबाने लगा, और दूसरे को मूह में भर कर चूसने लगा. रूपाली मेरा सिर बूब्स में दबा रही थी. फिर वो गरम सिसकियाँ लेते हुए बोली-

रूपाली: श, उम्म्म, आह. रोहित, चूसो मुझे. खा जाओ मेरे बूब्स मेरे राजा. बहुत बढ़िया सेक्स करते हो. पी जाओ सारा दूध. और ज़ोर से बेबी.

मैं उसके दोनो बूब्स ज़ोर-ज़ोर से मसालने लगा. उसकी सिसकियाँ भी बढ़ रही थी. दोनो निपल्स को बार-बार मूह में लेके मैं चूस्टा और काटने लगता. दोनो निपल्स मैने 20 मिनिट चूस्टे हुए लाल कर दिए. जब मैं बूब्स से हटा, तो वो अपने बूब्स पर पड़े लाल निशान देख कर बोली-

रूपाली: तुम बहुत हरामी हो. देखो क्या हाल कर दिया मेरे निपल्स का. ऐसे कों करता है?

मैं: मेरी जान, तुझे भी तो मज़ा आ रहा था.

रूपाली हेस्ट बोली: सच काहु तो हा, बहुत मज़ा देते हो.

मैने वापस से बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से 10 मिनिट और चूसा. इस बार उसकी चीख निकल गयी. मुझसे वो दर्द में बोली-

रूपाली: क्या करते हो यार? बाहर मेरा बेटा सुन रहा होगा. तोड़ा तो धीरे करो बेबी.

मैं: सुनने दे ना, वो कों सा तुझे रोकने आ रहा है. तू सब कुछ भूल कर मेरे साथ एंजाय कर.

मैं अब उसके मुलायम गोरे पेट पर आ गया. उसके बूब्स के नीचे से लेके, पनटी के उपर तक चाटने लगा. रूपाली ने अपनी आँखें बंद कर ली, और एक हाथ से बेड का कॉर्नर पकड़ लिया. फिर दूसरे हाथ से मेरे सिर को पेट में दबाने लगा.

मैं उसकी नेवेल को चाटने लगा. नेवेल की स्किन को मूह में लेके उपर खींचने लगा. जिससे उसकी ज़ोरदार सिसकी निकल गयी.

रूपाली: श, आह, मा उहह. रोहित, और छातो, बहुत मज़ा आ रहा है. तुम बहुत अछा मज़ा दे रहे हो. बहुत दिन से तड़प रही हू ऐसे मज़े के लिए. करते रहो मेरे राजा.

लगभग 25 मिनिट तक मैने उसकी नेवेल को चूस और चाट कर लाल कर दिया. पूरा पेट गीला हो गया था. अब उसकी पनटी के उपर गया, जो पूरी तरह से गीली हो गयी.

मैने उससे कहा: क्या बात है मेरी जान. तूने तो पूरी पनटी गीली कर दी.

रूपाली: ये तुम्हारे रोमॅन्स का कमाल है. बिना चुड़े ही झाड़ गयी हू.

मैने अब उसकी पनटी उतरा दी, और बाहर उसके बेटे की तरफ फेंक दी. अनिल ने पनटी को धीरे से पकड़ लिया और चाटने लगा. मुझे अछा लगा. मेरे सामने इतनी आगे की लेडी की क्लीन छूट थी. जो पानी से गीली और उसका च्छेद हल्का काला था.

मैने उसकी टांगे उठाई, और अपनी ज़ुबान छूट पर रख दी. ज़ुबान रखने से उसकी छूट ने रस्स छ्चोढ़ दिया, और रूपाली ने बेड शीट कस्स कर पकड़ ली. वो बहुत ही उत्तेजित हो गयी थी. सिसकियाँ ले रही थी.

रूपाली: उहह आह श रोहित. क्या कर दिया तुमने. प्लीज़ कुछ करो ना. रूको मत.

मैने उसकी दोनो टांगे पकड़ी, और छूट के च्छेद को चाटने लगा. रूपाली लेती हुई सिसकियाँ ले रही थी. मैं ज़ुबान छूट के चारो और घुमा-घुमा के छूट का रस्स-पॅयन कर रहा था. फिर छूट के दाने को चूसने लगा. इससे उसकी गरम सिसकियाँ निकालने लगी.

रूपाली: ऑश श मा आह. एस एस बेबी. और चूसो प्लीज़.

मैं कभी छूट के दाने को चूस्टा, तो कभी छूट के अंदर ज़ुबान घूमता. इससे उसकी छूट का रस्स निकालने लगता. मैं छूट के च्छेद से ज़ुबान को गांद के च्छेद तक ले जाता. रूपाली मेरे सिर को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगी, और अपनी कमर उठा के छूट मूह में देने लगी.

मैने इसी तरह से उसकी छूट आधा घंटा खूब चूसी. इससे उसका रस्स 2 बार झाड़ गया. मैने सारा चाट करके सॉफ कर दिया. गांद के च्छेद को भी मैने 20 मिनिट खूब छाता. वो सिसकियाँ और मज़े लेते हुए बोली-

रूपाली: उम्म्म श अफ बेबी, आज तक मेरे छूट और गांद कभी किसी ने नही छाती. तुमने मेरे एक-एक अंग को जो प्यार दिया है, मुझे बहुत अछा लगा है. ई लोवे योउ मेरी जान.

मैं: लोवे योउ टू बेबी. तू बहुत ब्यूटिफुल और हॉट है. तेरी छूट और गांद दोनो टाइट है.

रूपाली: तुम इनकी सील तोड़ दो, मेरे दोनो होल्स को छोड़ कर. रंडी बना दो तुम मुझे.

अब मैं अपनी ज़ुबान उसकी गोरी मुलायम जांघों पर फेरने लगा. मैं उन्हे चाटने लगा, जिससे उसको और ज़्यादा मज़ा आने लगा. वो मचल रही थी बेड पर. चाट-चाट कर मैं रूपाली के घुटनो पर आ गया, और उसके पैर को चाटने लगा.

रूपाली के जिस्म को चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था. वो मेरा पूरा साथ दे रही थी. उसने अपने हाथ बेडशीट पर रख कर उसे कस्स कर पकड़ लिया. फिर मुझसे बोली-

रूपाली: ऑश उम्म्म आ. मेरे राजा, कहा से सीखा है ये सब करना? बहुत मज़ा आ रहा है यार.

अब मैं उसके पैर की उंगली को चूसने लगा. वो छूट मसल रही थी. एक-एक उंगली को खूब आचे से चूसा. मैने ऐसे 20 मिनिट उसके दोनो पैर छाते. वो बहुत ज़्यादा कामुक और गरम हो गयी.

अब मैं बेड कॉर्नर पर खड़ा हो गया, और उसे अपने लंड की तरफ इशारा किया. वो समझ गयी, और स्माइल देते हुए उठी. फिर बेड पर बैठ गयी.

रूपाली ने मेरे अंडरवेर के उपर से टाइट लोड को पकड़ लिया. फिर बोली-

रूपाली: वाउ रोहित जी, आपका ये तो बहुत टाइट है. गरम भी बहुत है. मैं इसके लिए तरस रही हू बहुत टाइम से.

मैं: तो मेरी जान, अब तू इसे अपना बना ले, और मूह में भर ले पूरा.

रूपाली: मुझे नही लगता पूरा जाएगा.

मैं: तू एक बार ले तो सही साली. बहनचोड़ फिर कैसे मूह छोड़ना है वो मैं कर लूँगा.

रूपाली: प्लीज़, कुछ भी बदमाशी मत करना.

वो अब मेरे ककचे के उपर से लंड को किस करने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. 5 मिनिट तक उसने लंड को चाट-चाट के कक्चा गीला कर दिया. अब उसने कक्चा निकाल दिया. मेरा 7 इंच का गरम लंड उसके सामने था.

लंड उसके मूह के सामने था, और वो उसे देख रही थी. उसका बेटा अनिल भी बाहर से मेरा लंड देख रहा था. उसकी मा मुझे देख कर स्माइल देने लगी.

रूपाली ने लंड के टोपे को किस किया. मेरे मूह श निकल गयी. वो मुझे देखने लगी. अब वो टोपे को उपर से चाटने लगी. फिर उसने लंड को हाथ में पकड़ लिया, और मूह में भर लिया.

लंड 5 इंच ही मूह में ले लिया. रूपाली धीरे-धीरे लंड चूसने लगी. वो मेरा लोड्‍ा चूस रही रही, और अनिल बाहर से अपना लंड हिला रहा था. रूपाली ने मेरे लंड को पूरा छाता, और मेरी बॉल्स को मूह में भरने लगी. एक-एक बॉल को वो चूसने लगी. फिर मुझसे बोली-

रूपाली: बेबी, तुम्हारे ये काले जामुन बहुत यम्मी है.

स्माइल देते हुए वो लंड को चाटने लगी. फिर बॉल्स को चूसने लगी. 10 मिनिट चूसने के बाद मैने उसके बाल पकड़े, और एक धक्के में लंड पूरा मूह में भर दिया. रूपाली मुझे पीछे करने लगी. लेकिन मैने उसका मूह लंड में दबा दिया.

रूपाली के आँसू निकालने लगे. 7 इंच का पूरा लंड मूह में भर दिया, और बिना रुके मूह की चुदाई करने लगा. 5 मिनिट बिना रुके छोड़ने के बाद मैने लंड बाहर निकाला. उसकी आँखें आँसू से भर गयी. मुझसे हानफते हुए बोली-

रूपाली: उम्म्म, तुम तो मेरी जान लेके मानोगे. ऐसे कों करता है यार? बहुत ज़ालिम मर्द टाइप के हो तुम.

मैने उसका मूह वापस पकड़ा और लंड मूह में दबाने लगा. फिरसे नों स्टॉप 5मिनिट मूह चुदाई की. इससे उसके होंठ पर लंड रगड़ने से हल्का सा काट गया. वो मुझे रोते हुए देख रही थी. मैं बस बिना रुके छोड़े जेया रहा था. 5 से 8 मिनिट बाद मैने मूह से लोड्‍ा निकाला. वो मुझसे बोली-

रूपाली: तुम नही सुधरोगे ना? बहुत ज़ालिम हो तुम. मेरे उपर रहम करो तोड़ा. देखो लंड ने मेरा होंठ काट लिया.

वो मुझे अपना होंठ बताने लगी, और मैने उसके होंठ चूमते हुए कहा-

मैं: मेरी जान, तुझे मज़ा तो आ रहा है ना? तुझे छोड़ने में लंड को बहुत मज़ा आ रहा है.

रूपाली: लंड बहुत अछा है. लेकिन बहुत बेरहम है. मुझ जैसी औरत पर रहम नही कर रहा.

मैने उसके पकड़ कर नीचे बिताया, और बेड पर मूह दबा के लंड मूह में तूस दिया. अनिल ये देख कर खुश हो रहा था. वो इशारे में गुड बोला. मैने रूपाली के मूह में पूरा लंड दबा के रोक दिया. उसकी साँस अटक गयी थी. 5 मिनिट बाद मैने लंड बाहर निकाला.

रूपाली के मूह से थूक निकल रहा था और वो हाँफने लगी. हफ्ते हुए वो बोली-

रूपाली: कसम से जानू, तुम तोड़ा भी धीरे नही करते हो. वैसे मैने ऐसी चुदाई कभी नही की. मुझे भी अछा लग रहा है.

मैं: और लेगी क्या मेरी रंडी?

रूपाली: जब रंडी बोला है तो डाल दो ना इस रंडी के मूह में.

मैने फिरसे लंड मूह में भर दिया, और 10 मिनिट नों-स्टॉप छोड़ने लगा. अब मेरा लंड झड़ने वाला था. मैने स्पीड तेज़ कर दी, और ज़ोर-ज़ोर से लंड मूह में दबाने लगा. जिससे मेरी बॉल्स उसके मूह पर लग रही थे.

रूपाली के मूह में मैं 5 मिनिट बाद झाड़ गया. सारा रस्स मैने उसके मूह में गले तक भर दिया. मैने लंड बाहर नही निकाला. 5 मिनिट तक लंड दबाए रखा, और रूपाली सारा रस्स पी गयी. मैने लंड बाहर निकाला अब. मुझे स्माइल देते हुए वो बोली-

रूपाली: बहुत मस्त स्पर्म है आपका. रोहित क्या असली मर्द के जैसे छोड़ते हो. ऐसी चुदाई कभी नही हुई. बहुत मज़ा आ रहा है.

मैं उसके होंठो को चूसने लगा. वो भी मुझसे लिपट कर मेरा साथ दे रही थी. मैं उसके उपर था. वो अपनी टांगे मेरी कमर में लिपटा कर मुझसे चिपक कर स्मूच करने लगी.

अब दोस्तों नेक्स्ट पार्ट में मिलेंगे. कहानी पढ़ने के बाद किसी गर्ल, भाभी, आंटी की सेक्स की इक्चा हुई हो, और सेक्यूर्ड सेक्स चाहिए तो मुझे मैल करे. पूरा सेक्स का मज़ा मिलेगा, जैसे आपको चाहिए वैसे ही सेक्स और प्यार मिलेगा.

मुझे आप [email protected] पर मैल करे.

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