अपनी चुदाई नौकर से करवाई

हैल्लो दोस्तों, आज में आप सभी सेक्सी कहानियों को पढ़ने वालों की सेवा में अपने जीवन का एक सच और अपनी पहली चुदाई की कहानी को लेकर आई हूँ, जिसके बाद मेरा जीवन बिल्कुल बदल गया। दोस्तों मुझे भी आप सभी की तरह सेक्सी कहानियों को पढ़ने का शौक लगा और एक दिन मेरे मन में अपनी भी उस घटना जिसमें में पहली बार जबरदस्ती अपने नौकर के साथ चुदी और तब मुझे पता चला कि चुदाई के इस खेल को खेलने में कितना मस्त मज़ा आता है, जिसकी लिए यह पूरी दुनिया पागल है। अब आप सभी को ज्यादा बोर ना करते हुए में अपनी कहानी की तरफ आती हूँ। दोस्तों मेरा नाम सोनम, में अमृतसर की रहने वाली हूँ। में एक छात्रा हूँ और आज में आप सभी को अपनी सच्ची घटना के बारे में बताने जा रही हूँ जो मेरे साथ उस समय घटी जब में 12th क्लास के पेपर देकर फ्री हुई थी। दोस्तों मेरी मम्मी पापा एक सरकारी नौकर है इसलिए में उनके चले जाने के बाद हमेशा अपने घर में अकेली रहती थी और हमारा एक नौकर है जिसका नाम कल्लू है वो भी हमारे साथ ही रहता है। दोस्तों उसकी उमर करीब 30 साल है और वो एक अच्छा सेहतमंद और ताकतवर आदमी है।

एक दिन में अकेली बैठी हुई थी और मेरी मम्मी पापा अभी अभी ऑफिस गये थे, उसी समय कल्लू मेरे पास आ गया और वो मुझसे पूछने लगा कि क्या कर रही हो? मैंने कह दिया कि कुछ भी तो नहीं, मैंने तो बस ऐसे ही बैठी हूँ। फिर वो मुझसे कहने लगा कि मेडम जी अगर आप बुरा ना मानो तो में आपको एक बात कहूँ? में उसको पूछने लगी कि हाँ कहो ना मुझे क्यों तुम्हारी बात का बुरा लगने लगा? फिर उसने मुझसे कहा कि मेडम जी आज मुझे अपनी घर वाली की बहुत याद आ रही है। दोस्तों उसकी घरवाली नेपाल के किसी छोटे गाँव की रहने वाली है और वो यहाँ अपनी पत्नी से हमारे पास अकेला इतना दूर रहता था। अब मैंने उससे पूछा कि में इस बात में तुम्हारी क्या मदद कर सकती हूँ? वो कहने लगा कि मेडम जी आप मेरे साथ बैठकर थोड़ी देर बात कर लें, जिसकी वजह से मेरा मन थोड़ा सा हल्का हो जाएगा। अब मैंने उसको कहा कि मुझे तुम्हारे साथ बैठकर बातें करने में क्या समस्या हो सकती है? अब में उसके पास बैठकर उसके घर परिवार के बारे में पूछने लगी थी। फिर बातों ही बातों में वो मुझसे कहने लगी कि मेडम में अपनी पत्नी के साथ बहुत मज़े लेता हूँ। अब में उसको बोली तुम यह क्या बात कर रहे हो, तुम कौन सा मज़ा लेते हो? अब वो कहने लगा कि मेडम सेक्स का बहुत मज़ा लेते है।

फिर में उसको पूछ बैठी यह सेक्स में क्या मज़ा होता है, उसने कहा कि मेडम आज आपको में पूरी तरह विस्तार से समझाता हूँ। फिर उसने कहा कि सबसे पहले में उसके सारे कपड़े उतार देता हूँ और फिर उसके बाद में उसके सारे बदन को चूमने लगता हूँ और उसके पूरे बदन पर अपना हाथ घुमाता हूँ मेरे ऐसा करने से वो भी मस्त हो जाती है। फिर उसके बाद में उसके बूब्स को चूसने लगता हूँ और उसी समय मैंने उसको टोक दिया, मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था वो मुझसे यह सब क्या कह और क्यों कह रहा है? अब वो मुझसे कहने लगा कि मेडम जी आपको डरने घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, में आपको यह सब अभी करके बताता हूँ। दोस्तों इससे पहले कि में कुछ भी समझ सकती उसके पहले ही वो मुझे चूमने लगा और अपने हाथों से मेरे बदन को सहलाने लगा था। फिर मैंने उसको एक जबरदस्त धक्का दे दिया, जिसकी वजह से वो मुझसे दूर जाकर गिर पड़ा। अब वो उठकर मेरे पास आया और मुझसे कहने लगा कि आज तो में तुम्हे नहीं छोड़ सकता, इतना कहकर उसने मुझे बालों से पकड़ लिया और अपनी तरफ खींच लिया। दोस्तों में उस दिन स्कर्ट टॉप पहने हुए थी, उसने कसकर मेरे दोनों हाथों को पकड़ लिया और एक हाथ से पीठ के पीछे अपने एक हाथ से मुझे कसकर जकड़ लिया और अब वो मेरे नरम गुलाबी होंठो को चूसने लगा।

दोस्तों मुझे उस समय उसकी सांसो से शराब की बदबू आ रही थी, अब में उससे छूटने के लिए ज़ोर लगा रही थी, लेकिन वो एक ताकतवर आदमी था, इसलिए मेरी हर एक कोशिश उसके सामने नाकाम थी। अब वो मुझसे कहने लगा, सोनम मेडम तुम्हारे यह होंठ तो बहुत रसदार है वाह मज़ा आ गया इतने रसभरे होंठ तो मेरी घर वाली के भी नहीं है। अब में उसको कहने लगी कल्लू बहुत हो गया, अब तुम मुझे चुपचाप छोड़ दो वरना में तुम्हारा बहुत बुरा हाल करवा दूंगी। फिर वो हंसते हुए कहने लगा कि मेडम जी में आपके साथ यह सब करके आज शाम को चार बजे की गाड़ी पकड़कर अपने घर के लिए निकल जाऊंगा और उसके बाद तुम लोग मुझे ढूँढते ही रह जाओगे, लेकिन हाँ जाने से पहले में आज एक बार तुम्हारी बड़ी अच्छी तरह से जमकर चुदाई करना चाहता हूँ। अब में उसकी वो सभी बातें सुनकर बड़ी बुरी तरह से डर गयी थी और उसकी पकड़ से छूटने के लिए में वैसे ही लगातार ज़ोर लगाने लगी थी और तभी अचानक ही मेरा एक हाथ उसकी गिरफ़्त से छूट गया और मैंने उसके गाल पर एक जोरदार थप्पड़ लगा दिया। अब वो मुझसे कहने लगा कि मेडम जी तुम्हारे यह हाथ तो बस प्यार करने के लिए है, इतना कहकर उसने मुझे पीठ के पीछे से पकड़ लिया और उसके बाद मुझे अपने साथ लेकर वो सोफे पर ही बैठ गया।

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अब में उसकी गोद में बैठी हुई थी और उसने अपना एक हाथ मेरे मुलायम पेट पर चलाना शुरू कर दिया और उसके बाद वो धीरे धीरे अपने उस हाथ को ऊपर करते हुए मेरी छाती पर लाने लगा था। अब में भी उससे बचने के लिए अपनी तरफ से ज़ोर लगाने लगी थी और उसके हाथों को पीछे करने लगी, तभी अचानक से उसका हाथ मेरी छाती पर आ गया और अब वो मेरी छाती को कसकर दबाने लगा था। दोस्तों यह मेरे लिए बहुत ही दर्द भरा अहसास था, इसलिए में चिल्लाने लगी थी। मेरे मुहं से अब ऊऊईईई छोड़ दो मुझे, लेकिन उसने मेरे बूब्स को मसलना वैसे ही जारी रखा। फिर दूसरे हाथ से उसने मेरे टॉप का बटन खोल दिया और वो अपना हाथ टॉप के अंदर ले गया और वो मेरे बूब्स को दबाने लगा, जीवन में पहली बार किसी का हाथ मेरे बूब्स पर लगा था और कुछ समय के लिए अब उसका मुझे इस तरह से छूना अच्छा भी लगने लगा था, लेकिन वो बहुत ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था इसलिए मुझे दर्द भी बहुत हो रहा था। फिर उसने मेरे निप्पल को ढूँढकर उनको मसलना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से अब मेरे तन बदन में एक मस्ती सी छानी शुरू हो गयी थी, लेकिन वो इस बात से बिल्कुल अंजान था।

फिर थोड़ी ही देर के बाद उसने अपने दूसरे हाथ से मेरे टॉप को थोड़ा सा ऊपर उठाया और फिर दोनों हाथों से एक झटके के साथ उसने मेरे टॉप को उतारकर फेंक दिया। फिर उसने मेरी ब्रा की डोरी को नीचे कर दिया, जिसकी वजह से अब मेरे बूब्स ब्रा से बाहर उसके सामने आ चुके थे। अब उसने बिना देर किए मेरे दोनों बूब्स को पकड़ लिया और वो धीरे धीरे दबाने लगा था, लेकिन अब में कोई भी विरोध नहीं कर रही थी। अब उसने मुझे खड़ा किया और मेरी स्कर्ट का हुक खोल दिया और एक झटके के साथ मेरी स्कर्ट और पेंटी को उतार दिया और इस तरह उसने मुझे पूरी तरह नंगी कर दिया। फिर उसने अपनी शर्ट और लूँगी को भी खोल दिया और वो भी पूरी से तरह नंगा था। दोस्तों उसका शरीर बहुत ही दमदार था और उसका लंड करीब सात इंच का था और करीब वो दो इंच मोटा था और में उसको देखकर बहुत डर गई। उसने मुझे पकड़कर बेड पर लेटा दिया और वो मेरे ऊपर सवार हो गया। दोस्तों सबसे पहले उसने मेरे सारे शरीर को चूमा और फिर उसने मेरे बूब्स को दबाया और उसके बाद उन्हे अपने मुहं में लेकर बारी बारी से चूसने लगा।

दोस्तों अब एक अजीब सी मस्ती का एहसास मेरे दिलो दिमाग़ पर हावी होने लगा था और उसकी वजह से मेरी चूत में एक मस्ती भरी बारिश होने लगी थी और मेरे निप्पल तनकर खड़े हो गये थे। अब उसने अपना लंड मेरी चूत पर टिका दिया और एक झटका लगा दिया, जिसकी वजह से उसका लंड थोड़ा सा अंदर चला गया। अब में दर्द की वजह से ज़ोर से चीख पड़ी आईईईईईई आहह्ह्ह ऊऊऊओह ऊऊईईईईईई माँ मर गई। फिर उसने एक जोरदार झटका मार दिया और उसका लंड करीब आधा मेरी चूत के अंदर चला गया, जिसकी वजह से मेरी चूत की सील भी टूट गयी और उस वजह से मेरी चूत से खून भी बहने लगा था। दोस्तों में चीखना चाहती थी, लेकिन उसने मेरे होंठो को अपने होंठो में लेकर दबा रखा था और कुछ देर बाद वो मुझसे कहने लगा कि मेडम तुम बहुत मस्त हो, आज मुझे तुम्हारी चूत की सील को तोड़ने में मज़ा आ गया। अब उसने एक और जोरदार झटका लगा दिया जिसकी वजह से अब उसका लंड पूरी तरह से मेरी चूत में घुस चुका था और में दर्द की वजह से ज़ोर से चीखना चाहती थी, लेकिन में चीख नहीं सकती थी।

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अब उस दर्द की वजह से मेरी आँखों से आँसू टपक रहे थे और वो मेरे दर्द को देखकर मुझसे कहने लगा कि में थोड़ी देर रुक जाता हूँ, जब आपका यह दर्द कम होगा तब में आगे कुछ करने की कोशिश करूंगा। फिर उसने मेरे बूब्स को चूसना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से मुझे बहुत आराम मिला और धीरे धीरे मेरा दर्द कम होता चला गया। फिर उसने मुझे शांत देखकर धीरे धीरे से अपने लंड को मेरी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया और फिर उसके लंड के अंदर बाहर होने की वजह से मेरे पूरे बदन में दर्द की एक लेहर दौड़ने लगी थी, लेकिन अब मुझे दर्द के साथ ही मज़ा भी आ रहा था। फिर कुछ देर के बाद मेरा वो दर्द पूरी तरह से खत्म हो गया और अब तो बस मुझे मज़ा ही मज़ा आ रहा था और उसने पूरी मस्ती के साथ जमकर धक्के देते हुए मेरी जमकर चुदाई करना शुरू किया और मैंने भी अपनी गांड को उठाकर उसका पूरा पूरा साथ दिया। फिर थोड़ी ही देर के बाद में झड़ गयी, लेकिन वो अभी तक भी वैसे ही ज़ोर से धक्के देकर मेरी चुदाई कर रहा था और उसने मेरे दोनों पैरों को ऊपर उठा दिया। फिर उसके कुछ देर बाद मेरे दोनों पैरों को एक तरफ घुमा दिया और मेरे कूल्हों से पकड़कर मुझे अपने सामने घोड़ी बना दिया।

अब उसने तुरंत ही दोबारा मेरी चूत में अपने लंड को डालकर धक्के देने शुरू किए और इस तरह से मुझे बहुत मस्त मज़ा आया और अब में कुछ ही देर में एक बार फिर से झड़ने के करीब पहुँच चुकी थी और पूरे एक घंटे की मेरी जमकर चुदाई के बाद वो ठंडा हुआ। फिर करीब दस मिनट के बाद उसने एक बार फिर से मुझे पकड़ लिया और अब वो मेरी रसभरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा था, वो अपनी जीभ से मेरी चूत के दाने को सहलाने लगा था और उसने कुछ देर बाद अपनी जीभ को मेरी चूत के अंदर गहराईयों में डाल दिया और वो अपनी जीभ से मेरी चूत को टटोलने लगा था। दोस्तों उसके इतना सब करने की वजह से में उसके साथ एक बार फिर से आनंद के सागर में गोते लगाने लगी थी। दोस्तों उसने अब की बार मुझे लेटा नीचे दिया और अपना लंड सबसे मेरे मुहं में डाल दिया और वो अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटने लगा। फिर में कुछ ही देर में एक बार फिर से झड़ गयी और वो मेरी चूत को चूसता हुआ मेरे पानी को चाट गया। फिर उसके बाद उसने मुझे बेड के सहारे खड़ा कर दिया और मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया, जिसकी वजह से मुझे बहुत ज़्यादा दर्द होने लगा था।

फिर करीब आधे घंटे तक मेरी चूत में अपने लंड को लगातार अंदर बाहर करने के बाद वो ठंडा हो गया, लेकिन अब मेरा एक एक अंग दर्द कर रहा था। फिर उसके बाद उसने करीब तीन घंटे में मेरी तीन बार रुक रुककर चुदाई करके मुझे पूरी तरह से निढाल कर दिया और फिर वो जल्दी से अपने कपड़े लेकर भाग गया। दोस्तों जाते जाते उसने मुझसे कहा कि मेडम में आपको हमेशा याद रखूँगा, तुम मेरी सेक्स की देवी हो जो मज़ा आज तुमने मुझे दिया है वो आज तक किसी भी औरत की चुदाई में मुझे नहीं मिला, आपने मुझे बहुत खुश किया है, में आपका यह एहसान पूरी उम्र नहीं भुला सकता, आपका बहुत बहुत धन्यवाद। दोस्तों मुझसे इतना कहकर वो तुरंत भाग खड़ा हुआ और उस दिन के बाद यह बात मैंने किसी को भी नहीं बताई, लेकिन में अपनी उस पहली चुदाई को हमेशा याद रखूँगी। सच में मैंने भी उसके साथ में बड़े मस्त मज़ा लिया। दोस्तों आप सभी को पता नहीं यह सब कैसा लगे, लेकिन मेरा मन उस दिन ख़ुशी से झूम उठा ।।



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