हेलो दोस्तों, कैसे हो आप सब? बहुत टाइम के बाद आज वापस एक न्यू स्टोरी, सॉरी स्टोरी नही सॅकी कहानी पे आते है. मेरा नामे आपको जो पसंद हो वो रखो. मेरे लंड का साइज़ 6 इंच लंबा आंड 2 इंच मोटा है. सब की तरह ये नही कहूँगा की इतना बड़ा है, और ऐसा है. बुत हा, सॅटिस्फाइ करने के लिए काफ़ी है.
जैसे आपको पता है मेरा काम सेल्स का है, तो मैं बहुत घूमता रहता हू. तो वापस मैं आया था आमेडबॅड गुजरात में. वैसे मैं भी गुजरात से ही हू. बुत अभी बाहर ज़्यादा रहता हू. अब बोर ना करते हुए अपनी कहानी पर आते है.
बात 3र्ड डिसेंबर की है. मैं आमेडबॅड में जैसे ही उतरा, यहा मॉर्निंग में अची ठंड लग रही थी. होटेल का चेक इन था 11:00 बजे का, तो मैने सोचा क्यूँ ना रिवर फ्रंट घूम के आया जाए. जैसे ही वाहा पहुँचा, एक मस्त लेडी खड़ी थी मॉर्निंग सूट में. आगे होगी उसकी 40 की.
करीबन मेरे से 10 साल छ्होटी थी. उसकी बाजू में एक गर्ल खड़ी थी. वो भी मॉर्निंग सूट में थी. वो करीबन 22 एअर की होगी. दोनो मॉर्निंग वॉक पार्ट्नर लग रही थी. बाद में पता चला की वो दोनो एक ही सोसाइटी में रहती थी, और सिर्फ़ मॉर्निंग में साथ में आती थी. अब कहानी की शुरुआत होती है मेरे क्वेस्चन से.
मे: रिवेर्फरोंट में जाने का रास्ता कहा से है ( मुझे पता था बुत पूछा )?
लेडी (मेरे हाथ में बाग देख के): ये सामने रहा रास्ता.
मे: थॅंक्स.
जैसे ही मुड़ने गया वो गर्ल बोली: बाहर से आया लगता है, बाग है इसके पास.
मैं नीचे जाके बैठा आंड वो लेडी आंड गर्ल को आते हुए देखा, और वो दोनो मुझे देख के हस्स रही थी. वो मेरे सामने आके खड़ी हो गयी, आंड बोली-
घीर्ल: ये आंटी को एक काम है तुमसे.
मे: हा बोलो, क्या काम है?
लेडी: क्या आगे है तुम्हारी?
मे: 29, बुत मोटा हू ना, लगती ज़्यादा है ना?
लेडी: नही-नही मेरा ये मतलब नही था.
गर्ल: आंटी काम की बात कर लो ना.
लेडी: अभी ये टाइम में यहा लोग बहुत कम है. मॉर्निंग के 5:30 बजे है. तो क्या हमारे साथ आना चाहोगे?
मे: फॉर वॉट?
लेडी: अगर आओगे तो अछा लगेगा.
मैने सोचा ना जान ना पहचान कैसे जा सकता हू.
फिर मैने बोला: आप एक काम करो. मेरे होटेल पे आना कुछ काम हो तो. पक्का मैं आपका जो भी काम रहेगा वो ख़तम करके दूँगा.
फिर हमने नंबर एक्सचेंज किए. तब वो गर्ल बहुत गुस्से में मूड के जेया रही थी.
लेडी: वो थोड़ी गुस्से वाली है. तुमने आने से माना किया ना, तो वो बुरा मान गयी. बुत हम मिलते है तुम्हारी होटेल पे.
मे: ओक बाइ.
बस यहा तक सब नॉर्मल था. फिर मैने टी आंड ब्रेकफास्ट किया, आंड होटेल आया. मैने चेक-इन किया आंड सो गया. अभी 1 अवर हुआ था, आंड रिसेप्षन से फोन आया की कोई लेडी आपको मिलने के लिए आई है.
मैने बोला: प्लीज़ उनको रूम में भेज दो.
वो लेडी अंदर आई, और मैने आचे से वेलकम किया. फिर हमने बैठ के बातें की. 1 अवर कहा निकल गया पता ही नही चला. लंच का टाइम हो गया, तो हम एक होटेल में गये खाने को. मैं सोच रहा था की एक गर्ल ना जान ना पहचान, इतना क्यूँ कर रही थी.
फिर बातों-बातों में उसने बताया की उसका हब्बी सौदी में रहता था, और यहा बहुत ही अछा उसका बिज़्नेस था.
लेडी: मैने तुम्हे मॉर्निंग में देखा तो ऐसा लगा की बात करू, पर नही की.
मे: तो कर लो क्या बात करनी है?
लेडी: कैसे स्टार्ट करू, वो पता नही चलता है.
मे: जहा से आपको पसंद हो, वाहा से.
लेडी: क्या हम आज रात को साथ में रुक सकते है?
मे: ज़रूर रुकेंगे, बुत एक शर्त पर. आपको मेरे होटेल में रुकना पड़ेगा.
ना मैं उनको इतना जानता था, तो डाइरेक्ट किसी के घर पे कैसे चले जाता.
लेडी: और कुछ?
मे: वो गर्ल को भी लेके आना, ताकि तोड़ा उसका गुस्सा ठंडा हो जाए.
लेडी: पक्का.
फिर उन्होने मुझे ड्रॉप किया मेरे होटेल में, आंड वो चली गयी. रूम पे आके बहुत सोचा की क्यूँ कोई इतना कर सकता था अंजाने लड़के के साथ.
मूव तो थे ईव्निंग:-
7:30 पीयेम का टाइम हुआ, आंड डोरबेल बाजी. एक गर्ल आंड एक लेडी सामने खड़े थे. क्या लग रहे थे. बहुत ही हॉट. बहुत ही ज़्यादा हॉट. मैने अगेन वेलकम किया. अभी भी वो गर्ल गुस्से में थी. पता नही उसका गुस्सा था क्यूँ.
फिर डिन्नर किया हम तीनो ने रूम में ही. उसके बाद हम एक केफे में घूमने गये. बहुत मज़ा आया. हम 12:30 को वापस रूम में आए. मुझसे अब रहा नही गया. मैने दोनो को बिताया आंड पूछा-
मे: बोलो आप एक अंजान लड़के के लिए इतना क्यूँ कर रहे हो?
उन्होने जो बात बोली, ई वाज़ शॉक्ड की कोई लेडी इतनी फ्रीली ये बात कैसे बोल सकती है.
लेडी: ई नीड आ हज़्बेंड फॉर आ वीक आंड एंजाय्मेंट.
मे: वॉट?
गर्ल: आबे सुनाई नही दिया. बोल तो रही है की उनको हज़्बेंड चाहिए एक वीक के लिए. उन्हे एंजाय करना है.
मे: हा मैने सुना. बुत ये कैसे हो सकता है? आंड क्यूँ एक वीक के लिए है?
गर्ल: तो क्या तुझे पर्मनेंट बनाना है?
मे: नही-नही यार जस्ट आस्किंग.
गर्ल: जस्ट हा या ना में आन्सर दे.
मे: हा मैं रेडी हू.
गर्ल: लो आंटी, ये तो रेडी भी हो गया आपके लिए. मैने बोला था ना, अब कर लो एंजाय.
मैने बोला: सिर्फ़ सेक्स ही चाहिए ना, और तो कुछ नही ना?
गर्ल: आबे छूतिए, 1 वीक के लिए हब्बी बना रही है. तुझे वो जो बोले वो करना है, आंड किसी को बताना मत वरना दिक्कत हो जाएगी तुझे.
लेडी: तो ये फाइनल रहा 4त डेक. दोपहर के 12 बजे से तुम मेरे हब्बी हो 1 वीक के लिए. आंड हा, जो मेरी विश मेरे हब्बी के साथ पूरी नही हुई, वो तुम मेरे साथ पूरी करोगे.
मैं तब से सोच में पद गया की उसकी क्या विश थी. मैं कल दोपहर में 12 बजे शार्प उसके एक फार्महाउस पे पहुचा. वाहा जैसे ही डोरबेल बजाई, वो गर्ल ने दरवाज़ा खोला.
मे: मेरी वाइफ कहा है? तू कबाब में हड्डी बीच में क्या कर रही है?
गर्ल: कल तक तो भीगी बिल्ली थे, आज शेर बन के आए हो, सही है.
आयेज का मज़ा आपको नेक्स्ट पार्ट में सुनौँगा. बुत एस, जो ऐसा सोच रहे है डाइरेक्ट सेक्स हो गया. नही, अभी तो वो लेडी के दिमाग़ में क्या चल रहा था. वो गर्ल इतना गुस्से में क्यूँ थी, सब राज़ बाकी है.