आमेडबॅड में भाई और बहन की सेक्सी कहानी

संजय (मेरे हज़्बेंड) और जिग्नेश (मेरे देवर) के आने के बाद मेरी और रूपाली की विजय (मेरे भाई) के साथ की चुदाई होना मुस्किल हो गया. विजय के साथ अकेले में रहने का चान्स बहुत मिला नही. मैं और रूपाली घर में च्छूप-च्छूप कर विजय से रोमॅन्स करती. किस और हग के अलावा कुछ होता नही था. रात को संजय से चुदाई होती, पर विजय जैसा मज़ा नही आ रहा था.

पर संजय को मैं सेक्सी निघट्य पहन कर मज़ा देती थी. रूपाली का भी सेम हाल था. संजय के आने के 2 दिन बाद विजय ने बोला-

विजय: जीजा जी मुझे आमेडबॅड जाना है.

तो संजय ने कहा: ठीक है, पर तू हमारे साथ और 2-3 दिन स्पेंड कर. फिर तुम आमेडबॅड चले जाना.

मुझे और रूपाली को ये बात सुन कर बहुत दुख हो रहा था, की जिसके साथ हमने हसीन पल बिताए, अब उसके साथ लंबी जुदाई हो जाएगी. फिर मैने संजय से कहा-

मैं: मुझे भी विजय के साथ आमेडबॅड जाने दो. वैसे भी वो कहा इतना जल्दी आने वाला है.

तो मुझे भी संजय से विजय के साथ आमेडबॅड जाने की पर्मिशन मिल गयी. मैं बहुत खुश हो गयी चलो यहा नही हो रहा तो वाहा तो कुछ दोनो को अकेले में रोमॅन्स करने का टाइम मिलेगा. ये बात जान कर रूपाली और दुखी हो गयी, क्यूंकी मुझे विजय के साथ टाइम मिलेगा और उसको यहा रहना पड़ेगा. एक बार तो रूपाली मेरे कंधे पर सर रख कर रो पड़ी.

मैने उसको संजया: हम कुछ और जुगाड़ कर लेंगे. अब तो हम एक-दूसरे को आचे से समझ रहे है.

रूपाली के लिए मैं कुछ बहाना करके विजय को और उसको सिटी में ले गयी. फिर मैने अकेले वो काम निपटाया और दोनो को चुदाई करने के लिए होटेल बुक करके दिया. उस दिन रूपाली विजय के साथ बहुत आचे से चूड़ी. और वो उन दोनो की लास्ट चुदाई थी.

नेक्स्ट दे मैं और विजय मेरे माइके जाने के लिए रेडी हो गये. मैने संजय को बोल दिया था की मैं विजय के साथ उसकी रिटर्न फ्लाइट से देल्ही आ जौंगी. मैने कुछ सेक्सी बिकिनी और निघट्य पॅक कर ली थी. क्या पता कुछ ऐसा बढ़िया मौका मिल जाए.

मेरी पूरी फॅमिली हमे ड्रॉप करने एरपोर्ट आई. रूपाली के चेहरे पर मायूसी दिख रही थी. पर जब मैने उसकी और देखा तो वो मुझे मुस्कुरा कर बाइ कह रही थी. मुझे पता था उसको विजय की बहुत याद आने वाली थी. जब हम प्लेन में एंटर हुए, तो सब को लगा हम दोनो कपल थे.

फिर विजय ने मुझे वॉशरूम के साइड बुलाया और हम दोनो किस करने लगे. हमे एर होस्टेस्स ने देख लिया, और वो मुस्कुरा रही थी.

वो मुझे बोली: मेडम, सिर बहुत हॅंडसम है.

ये सुन कर विजय के फेस पर चमक आ गयी. जब हम मेरे घर पहुँचे तो सब बहुत खुश हुए. विजय और मैं बहुत दीनो के बाद वाहा गये थे. मेरी फॅमिली की बात करू तो मेरे पेरेंट्स ही रहते है, और कोई नही रहता. पापा और मम्मी उनका ओल्ड आगे ग्रूप है वाहा टाइम स्पेंड करते है. जब हम दोनो वाहा गये, तो उनको बहुत अछा फील हो रहा था.

बहुत टाइम के बाद उनके बच्चे यानी की हम वाहा गये थे. हमारे बहुत रिश्तेदार मिलने आते थे. बुत कोविद था तो कोई बहुत टाइम नही रुकता था. रात को देर तक हम सब बैठते थे. रात को मुझे और विजय को साथ में रहने का टाइम मिलता था. तो डेली एक रौंद चुदाई कर लेते थे.

एक दिन हमारी फॅमिली ने एक छ्होटा गेट टुगेदर रखा, क्यूंकी विजय बहुत साल बाद इंडिया आया था. कोविद था तो 50 से उपर पर्मिशन नही थी. तो हमने घर पर ही सब को मिलने का सोचा. हमारे कज़िन्स और कुछ क्लोज़ फ्रेंड्स को इन्वाइट किया था. मैं रेडी हुई, और मैने लाइट पर्पल कलर की सारी पहनी जो की ट्रॅन्स्परेंट थी.

फिर तोड़ा डार्क पर्पल ब्लाउस पहना था. ब्लाउस स्लीव्ले और डीप नेक था. मेरे बूब्स की क्लीवेज दिख रही थी. ब्लाउस बॅकलेस था, और मैने सिर्फ़ डोरी बाँधी थी. जब मैं रेडी हो कर आई, तो विजय मुझे देखता ही रह गया. विजय भी कुछ कम नही था. ब्लॅक शर्ट और ब्लॅक पंत में वो हॅंडसम हंक लग रहा था. उसको देख कर मेरी भी आ निकल गयी.

विजय ने मुझे कहा: दीदी आज तो मेरी जान निकाल डोगी. मॅन कर रहा है यही पर शुरू हो जौ.

मैने कहा: सबर कर, तेरे लिए ही मैं यहा आई हू.

थोड़ी देर बाद घर पर गेस्ट आने चालू हो गये.

इस स्माल पार्टी से मेरी लाइफ में एक और ट्विस्ट आता है. पार्टी में मेरे कुछ कज़िन आए थे. उसमे से थी एक शालिनी, जो मेरे मामा की लड़की थी. शालिनी की बात करू तो वो मुझसे एक साल बड़ी है. उसने म्बा किया हुआ है. वो एक कंपनी में ह्र की पोस्ट पर है.

उसका हज़्बेंड स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करता है. उसकी फॅमिली वेल सेट है. शालिनी के 2 बेटे है, उसमे से एक कॅनडा था, और छ्होटा वाला 9त स्टॅंडर्ड में था. शालिनी का हज़्बेंड तोड़ा अजीब दिखता था. उसकी हाइट 6’2” थी, पर गुड लुकिंग नही था. वो सिंपल लुक प्रिफर करता था.

शालिनी पूरी अलग थी उनसे. वो बहुत ही मॉडर्न थी, और उसकी ड्रेसिंग बोल्ड रहती थी. और उसके गुड लुकिंग फेस पर उसका ड्रेसिंग और आटिट्यूड सूट करता था. शालिनी की पर्सनॅलिटी सेलेब्रिटी जैसी थी. जिस पार्टी में जाए सेंटर ऑफ अट्रॅक्षन शालिनी रहती थी. उसका नेचर बहुत फ्रेंड्ली था.

और एक गेस्ट की बात करू तो मोहित. मोहित मेरे दूसरे मामा का लड़का यानी की शालिनी का कज़िन ब्रदर था. मोहित इट इंजिनियर था. उसका एक बेटा था जो अभी 10 साल का था. उसकी आगे 39 थी. मोहित भी हॅंडसम मान था. उसकी हाइट अराउंड 6 फीट थी, और अछा बॉडी बनी थी.

शालिनी की बात करू तो वो एक-दूं हॉट मिलफ थी. उसकी हिगत 5’6” और फिगर 38-32-40 था. शालिनी ने उस दिन ऑरेंज कलर वन साइड कट मिडी ड्रेस पहना था. क्या पताका लग रही थी. विजय के सारे फ्रेंड्स हम दोनो को देखे जेया रहे थे. ट्रडीशनल और वेस्टर्न का कंबो थी दोनो. शालिनी मुझसे गले मिली और मुझे कहा-

शालिनी: वाउ, लुकिंग वेरी प्रेटी डियर. ई लोवे युवर सारी. योउ अरे फेनॉमेनल.

फिर उसकी नज़र विजय पर गयी. विजय तो आस यूषुयल हॅंडसम लग रहा था. उसने विजय को गले लगा दिया और टाइट हग किया. उसके सेक्सी बूब्स विजय की चेस्ट से चिपक गये.

शालिनी ने कहा: ओह मान, क्या बॉडी बनाया है यार. 4 साल में बहुत बदल गया. अब तो यंग और डॅशिंग लग रहा है.

मैने कहा: हा बहुत यंग है.

और मैने विजय की और देख कर नॉटी स्माइल पास की. हम सब एक-दूसरे को मिल रहे थे. मैने नोटीस किया की मोहित बार-बार मेरी और देख रहा था. उसकी नज़र मेरी बॉडी पर थी. मैं जिससे भी मिलने जाती, वो मेरे आगे पीछे आ रहा था. 1-2 बार तो मैं उससे टकरा गयी, रिप्लाइ में मैं उसको स्माइल पास कर देती. मुझे कुछ नही पता था की मोहित के माइंड में मेरे बारे में क्या चल रहा था. फिर भी जो कुछ था, मैं भी अंदर से खुश हो रही थी.

किसी भी औरत को अछा लगता है की कोई उसको लीके करे. शालिनी भी किसी ना किसी बहाने विजय से बात कर रही थी, और विजय भी उसको रेस्पॉन्स दे रहा था. 2-3 बार तो मैने एक-दूसरे को देख कर स्माइल पास करते हुए भी देखा. तो ये तो पक्का था की शालिनी भी विजय को लेकर कुछ सोच रही थी. मेरी चुदाई के बाद विजय को तो कॉन्फिडेन्स था की शालिनी अगर सामने से अप्रोच करेगी तो वो माना नही करेगा.

विजय भी अब शालिनी की गांद और बूब्स को ताड़ रहा था. मुझे ये सब देख कर हस्सी आ गयी. अब मैं उसकी सग़ी बेहन हो कर जो चुड गयी, तो शालिनी तो क्या चीज़ थी. मैने भी अब मोहित को मेरे जिस्म के जलवे दिखा कर सिड्यूस करने लगी. उसकी नज़र मेरी गांद पर होती तो मैं मटका कर चलती.

मुझे और शालिनी को देख कर विजय के किसी दोस्त ने पक्का मूठ मारी होगी. हम दोनो सेक्स बॉम्ब लग रही थी. रात को सब डिन्नर करके अपने घर चले गये. मैं, विजय और मों-दाद फिर बातें कर रहे थे. मेरे मों दाद 11 पीयेम सोने चले गये. विजय ने चेक किया वो लोग सो गये थे. फिर विजय मेरे पास आया और मुझे कस्स कर गले लगा दिया (मैं अभी भी सारी में थी).

इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. आपको स्टोरी कैसी लगी प्लीज़ कॉमेंट करे और मूडछांगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे.

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