हेलो दोस्तों, मैं थोर अपनी टीचर सेक्स कहानी के अगले पार्ट के साथ हाज़िर हू. उमीद है आपको कहानी का पिछला पार्ट पसंद आया होगा. अगर आपने अभी तक पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले उसको जेया कर पढ़ ले.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की आशीष अपनी टीचर सोनम को छोड़ना चाहता था. फिर बहुत सोच समझ कर उसने अपनी मूठ मारते हुए की वीडियो अपनी मेडम को भेजी, ताकि वो उसका लंड देख कर इंप्रेस हो जाए. उसका निशाना सही लगा, और उसकी मेडम ने उससे उसकी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा.
फिर ऐसे ही बातों-बातों में आशीष ने अपनी मेडम को लंबा टिकने की ट्रैनिंग देने के लिए माना लिया. उसके बाद उसकी मेडम उसको अपना जिस्म दिखा कर गरम करने लग गयी. फिर जब सोनम मेडम ने लंड पकड़ा, तो आशीष उसी वक़्त झाड़ गया. अब आयेज की कहानी आशीष की ज़ुबानी-
मेरा पानी मेडम के लंड को छूटे ही निकल गया. तभी मेडम बोली-
सोनम: अर्रे ये क्या, ये तो इतनी जल्दी निकल गया. जब लड़की के अंदर जाएगा तो क्या होगा?
मैं: तभी तो आपको सीखने के लिए बोला है. आप हो ही इतनी सेक्सी की आपको देख कर ही निकल गया.
सोनम: चल कोई बात नही. थोड़ी ट्रैनिंग लगेगी, लेकिन तू सीख जाएगा. देख तुझे बस इस चीज़ का ध्यान रखना है, की जब तक तेरी पार्ट्नर संतुष्ट नही हो जाती, तब तक कंट्रोल करना है. क्यूंकी लड़की का संतुष्ट होना बहुत ज़रूरी है, वरना वो तुझे छ्चोढ़ देगी.
मैं हा-हा कर रहा था, और मॅन में सोच रहा था की संतुष्ट तो मेडम भी नही थी. तो क्या ये अपने पति को छ्चोढने वाली थी.
फिर मैने पूछा: लेकिन मेडम ये कंट्रोल होगा कैसे?
मेडम: तुझे कों सी ग़मे बहुत पसंद है?
मैं: क्रिकेट.
मेडम: तब तू जब उत्तेजित हो, तो क्रिकेट के बारे में सोचना.
मैं: लेकिन फिर तो मेरा खड़ा हुआ बैठ जाएगा.
मेडम: अर्रे बुद्धू, सिर्फ़ उस वॉट सोचना है जब तेरा निकालने वाला हो. बिताना थोड़ी है लंड को. इससे क्या होगा जो बहाव बहने वाला होगा, वो कंट्रोल हो जाएगा.
मैं: अछा, मैं समझ गया. मतलब जब निकालने वाला हो, तो मैं क्रिकेट के बारे में सोचु. इससे मेरा ध्यान भटकेगा, और माल नही निकलेगा.
मेडम: बिल्कुल सही. चल दोबारा ट्राइ करते है.
मैं: लेकिन अब तो निकल गया. अब खड़ा होगा तभी ट्राइ करेंगे.
मेडम: उसकी चिंता मत कर. खड़ा मैं कर देती हू इसको. तू बस मुझे ध्यान से देखना, और गंदा सोचना मेरे बारे में.
फिर मैं कुर्सी पर बैठ गया, और मेडम मेरे सामने खड़ी हो गयी. इस बार मेरा लंड बाहर ही था, और मैं हाथ से उसको हल्का-हल्का सहला रहा था. मेडम ने फिर अपने लटके झटके दिखाने शुरू कर दिए, और मैं उनकी सेक्सी बॉडी को देख कर उत्तेजित होने लगा.
उनके गोरे-गोरे बूब्स, बड़ी मोटी गांद देख कर मेरा लंड बिल्कुल तंन गया था. फिर वो दोबारा मेरे करीब आई, और लंड हाथ में लिया. जैसे ही उन्होने हाथ में लंड लिया, मैने क्रिकेट के बारे में सोचना शुरू कर दिया. इससे मेरा कंट्रोल होने लगा. ये देख कर वो बोली-
मेडम: देखा, इस बात नही निकला. क्रिकेट के बारे में सोच रहा है ना?
मैं: जी मेडम.
मेडम: चल मैं और कोशिश करती हू.
फिर वो दोबारा वहीं सब करने लगी. तभी मैने उनको बोला-
मैं: मेडम अब आपको कुछ और करना चाहिए.
मेडम: क्या करू?
मैं: पहले लेवेल में मैं जीत चुका हू. आप अब लेवेल 2 पर जाओ.
मेडम: अब लेवेल 2 क्या है?
मैं: पहले आपने कपड़ों में ही बॉडी दिखा कर मेरा माल निकाला था. अब अब कपड़े उतार दो. इससे बहुत फराक पड़ेगा.
ये सुन कर मेडम ने हल्की सी स्माइल दी. वो समझ चुकी थी की मैं उनको नंगी देखना चाहता था. लेकिन वो भी पीछे नही हटती. उन्होने खड़े-खड़े अपनी कुरती उतार दी. नीचे उन्होने काले रंग की ब्रा पहनी थी, और वो बहुत सेक्सी लग रही थी.
मैं धीरे-धीरे लंड सहला रहा था, तो उनको देख कर मेरा पानी निकालने वाला हो गया. मैने उसी वक़्त अपने आप को ग्राउंड में बॅटिंग करते हुए इमॅजिन किया, जिससे मेरा माल कंट्रोल हो गया. मुझे ये बड़ी कमाल की तरकीब लगी.
अब वो मेरे सामने झुक गयी, जिससे ब्रा में काससे उनके मोटे-मोटे बूब्स नीचे लटकने लगे. लेकिन मैं फिर भी कंट्रोल कर पा रहा था. ये देख कर मेडम बोली-
मेडम: अर्रे वाह, तू तो बड़ी जल्दी सीख गया.
मैं: देखा मेडम मैं कितना अछा स्टूडेंट हू. मेरा माल निकलवा कर दिखाओ.
मेडम: तू अपनी गुरु को चॅलेंज कर रहा है? मुझसे तरकीब सीख कर मुझे ही चॅलेंज कर रहा है?
मैं: हा बिल्कुल. अगर शिष्या गुरु को हराएगा तभी उससे आयेज जाएगा.
मेडम: गुरु को हराना इतना आसान नही है प्यारे. चल देखते है.
मैं: चलिए देख लेते है.
फिर मेडम ने अपना मूह दूसरी तरफ घुमा लिया. अब मेरे सामने मेडम की सेक्सी पीठ, उनकी लेगैंग्स में क़ास्सी मोटी उभरी हुई गांद, और जांघें थी. पीछे से मेडम बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर उन्होने अपना सर पीछे घुमाया, और मुझे एक सेडक्टिव लुक दिया.
उसके बाद उन्होने अपनी लेगैंग्स को कमर के एलास्टिक से पकड़ा, और नीचे करने लगी. उनकी लेगैंग्स नीचे जाती गयी, और वो भी नीचे झुकती रही. अब उनकी लेगैंग्स उनके पैरों पर थी, और उनकी मोटी गांद पनटी में मेरे सामने थी. वो मेरे सामने झुकी हुई थी, जिससे ये नज़ारा और भी सेक्सी लग रहा था.
इस बार तो मेरा हाल पहले से बुरा हो गया. मैने जल्दी से अपनी आँखें बंद की. मुझे आँखें बंद करते देख मेडम बोली-
मेडम: ओये! ये चीटिंग है. तुम आँखें बंद नही कर सकते.
मैं: ये चीटिंग नही है. आपने पहले नही बताया.
मेडम: चल ठीक है, अब से ये रूल है.
इतनी देर में मैं कंट्रोल कर चुका था. फिर मैने अपनी आँखें खोली, तो मुझे अपने सामने सेक्स गॉडेस दिखी. क्या बदन था, क्या बूब्स थे, क्या गांद थी, और क्या जांघें थी. सब कुछ बहुत सेक्सी था. फिर मेडम मेरे पास आ गयी, और मेरा लंड हाथ में ले लिया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.