बस में मिली आंटी जवान लड़के के साथ जंगली हुई
ही फ्रेंड्स मैं विवेक फिर हाज़िर हु छूटो के रस में सराबोर अपनी कहानी के अगले पार्ट के साथ. पिछले भाग में बात एक पतली सूनी गली के कोने तक पहुँच गयी थी. वो मेरी तरफ देख कर बोलने लगी: तुझे इतनी पसंद आयी मैं की बस में ही मेरे पर चढ़ने लगा? मैं: अब …