अब मैंने पूनम की गांड मारनी शुरु की और आंटी की चूत में उंगली करता रहा। पूनम चिल्ला रही थी उ!आ!आह!आआह!!आआआआआ!! और आंटी सिसकारियां ले रही थी और अपनी बेटी को गालियां दे रही थी कि कैसी कुतिया जैसी चिल्ला रही है। तभी मुझे बगल में टेबल पर पड़ा लंबा बैगन दिख गया और मैंने वह बैगन आंटी की चूत में ठेल दिया सिर्फ़ उसका डंठल बाहर था। आंटी चिल्लाने लगी ये क्या कर रहे हो हरामखोर तो मैंने कहा तुम्हारी चूत को चोदने से पहले की तैयारी है मेरी जान!
और पूनम की गांड में पेलते पेलते मैंने देखा कि उसके चूत से एक मोटे गाढे सफ़ेद धागे जैसा कुछ निकल रहा है मैं समझ गया उसे गुदा आर्गज्म हुआ है। बस मैंने उसे बैंगन पकड़ा दिया और आंटी की चूत में अपना लंड घुसा दिया। घुसाते ही जब मैंने आधा लंड पेला तो आंटी की चूत बिल्कुल फ़ड़फ़ड़ाने लगी ऐसा लगा जैसे उसकी चूत से हवा निकल रही हो मैं समझ गया कि बैंगन ने अपना काम कर दिया है। मैंने पूरा लंड खचाक से उसकी चूत में उतार दिया और वह चिचिया उठी!! फ़ाड़ दो मेरी चूत को साले फ़ाड़ दो! मैंने धक्के तेज कर दिए और उसकी गालियां देने की रफ़्तार भी बढ़ती गई तभी मैंने पूनम को इशारा किया कि अपनी बकरी बनी हुइ मां के टांगो के बीच आकर अपना मुह उसकी चूत के पास लगा ले। पूनम ने ऐसा ही किया और अपना मुंह खोल के उसकी चूत के पास लगा लिया। मैंने धक्के और तेज कर दिये और आंटी की चूत से खचर खचर की आवाज आने लगी मैं समझ गया कि पानी आने ही वाला है। मैंने लगातार उसके गांड पर तीन चार जोरदार चपत लगाते हुए पूरा लंड पेल के खीच लिया और पिचकारी की तरह पानी निकलकर पूनम के मुंह में चला गया। आंटी वहीं फ़र्श पर पसर गई और निढाल हो गई। मैंने अपना वीर्य पूनम के मुंह में डाल दिया।पूनम ने दोनो वीर्य को मिला कर पिया और मुझसे अपनी चूत का पिचकारी बनाने को कहने लगी लेकिन मेरा प्लान कुछ और था। मैंने आंटी को धीरे से एक लात उसकी गांड पर मारी और बाथरुम में घुस गया।
मित्रों कहानी कैसी लगी? क्या आपने इस तरह से कभी किसी लड़की आंटी को चोदा है और क्या आप भी ऐसे चोद सकते हैं जरुर बताएं आपके कमेंट का स्वागत है।