रात को ब्लो जॉब, सुबह में चुदाई

सेक्स कहानी अब आगे से-

जब मैंने सनी से कहा कि मैं उसको हमारे घर का दामाद बनाना चाहती थी। वो मेरी बात सुन कर शॉकड हो गया।

मैं: अब ऐसे क्या देख रहे हो (उसको सेक्सी स्माइल दिया)?

सनी (मेरा सर अपने दोनों हाथों से पकड़ कर): जिस घर में सास इतनी सेक्सी हो, उस घर का दामाद बनने को मैं रेडी हूं।

मैं: दामाद जी। सोच लो एक बार। बीवी के साथ-साथ सास को भी खुश करना पड़ेगा।

सनी: मुझे सब मंजूर है। आपके लिए तो मैं आपके घर का दामाद बनने को रेडी हूं।

मैं (उससे नाराज़ हो कर): क्यों, अनु तुम्हें पसंद नहीं है?

सनी (मेरे गले में दोनों बाहें डाल कर): अनु को मैं बहुत चाहता हूं। मैं उसको कभी खोना नहीं चाहता। और मुझे डर है कि वो कहीं नाराज़ न हो जाए, इसीलिए आज तक उसको प्रपोज़ भी नहीं किया।

मैं: ठीक है सनी। आप दोनों अभी बहुत छोटे हो। ये डिसिजन आप थोड़े सालों के बाद लेना। लेकिन मेरी इच्छा है कि तुम ही मेरे घर के दामाद बनो। अनु के लिए तुमसे बेटर लड़का नहीं मिलेगा।

सनी: थैंक्स सासू माँ।

मैं: अभी से सासू माँ? थोड़ी देर पहले तो बेबी बोल रहे थे। बहुत जल्दी चेंज हो जाते हो। कहीं हम दोनों माँ बेटी के मज़े लेकर चेंज तो नहीं हो जाओगे?

सनी (मेरा हाथ पकड़ कर): भरोसा करिए मेरे ऊपर। मैं आपको धोखा देकर नहीं जाऊँगा।

मैं: सच्ची?

सनी: गॉड प्रॉमिस।

मैं: ठीक है, अब जल्दी मुठ मारो और सो जाओ। मुझे भी नींद आ रही है।

सनी (अपना लंड मेरे सामने हिला कर): अपने होने वाले दामाद की इतनी हेल्प नहीं करोगे? और आप तो लकी हो कि आपको होने वाले दामाद को चेक करने का मौका मिल रहा है।

मैं (सनी को हल्का चांटा मार कर): मेरा दामाद बहुत नॉटी हो गया है।

सनी: जिसकी सास इतनी सेक्सी हो, तो नॉटी बनने में कैसी शर्म।

मैने सन्नी को एक डीप किस किया, और उसको आँख मार कर घुटनो पर बैठ गयी. मैने अपने बालों को बाँधा और लंड पकड़ कर हिलने लगी. सन्नी का लंड बहुत हेल्ती था. लंबाई और मोटाई भी अची थी. मुझे उसके लंड के उपर की हरी नास्से बहुत मस्त लग रही थी. चाँदनी रात में ऐसे जंगल में रोमॅन्स करने का मज़ा ही कुछ अलग है.

सन्नी: सासू मा, अपने होने वाले दामाद का लंड कैसा लग रहा है?

मैं (उसको नॉटी स्माइल देकर शर्मा रही थी): बस अब चुप रहो.

सन्नी: अब मुझसे क्या शरमाना? बता भी दो.

मैं (उसके लंड पर किस करके): बहुत ही मस्त.

सन्नी: प्लीज़ अब तोड़ा चूस भी लो. क्यूँ इतना तडपा रहे हो?

मैं उसकी आँखों में देख कर, अपनी जीभ निकल कर, उसके लंड को चाटने लगी. मैं उसके लंड पर जीभ का टॉप पॉइंट घुमा कर तडपा रही थी. मेरे ऐसा करने से उसकी पूरा बॉडी काँप रही थी. मैं अब उसके लंड को मूह में लेकर चूसने लगी. जवान लंड की गर्माहट मुझे महसूस हो रही थी.

मुझे अब इतना मज़ा आ रहा था की मैं लॉलिपोप की तरह उसका लंड चूसने लगी. सन्नी की आँखें उपर चढ़ गयी थी. वो देख कर मेरे फेस पर स्माइल आ गयी. एक 19-20 साल का जवान लड़का मेरे से प्यार करने लगा था. मैने सोच लिया की अब उसको खुश करके मेरे कंट्रोल में कर दूँगी.

मैं उसको लंड बहुत आचे से चूसने लगी. कुछ ही टाइम में सन्नी ने मेरे मूह को फोर्स से उसके लंड के उपर दबा दिया. मैं समझ गयी की वो मेरे मूह में झड़ना चाहता था. कहीं ना कहीं मेरी भी इक्चा थी की मैं एक जवान लंड का स्पर्म चखू. कुछ ही सेकेंड्स में ही सन्नी मेरे मूह में झाड़ गया. उसके स्पर्म से मेरा मूह भर गया. मैने अब उसको धक्का मार कर मेरे मूह से लंड निकाल दिया. स्पर्म की कुछ बूंदे मेरी त-शर्ट और फेस पर गिरी.

सन्नी: आपको मेरी कसम स्पर्म बाहर निकाला तो (मैने भी उसका सारा माल गतक लिया).

मैं: सन्नी ये तुमने क्या किया? मुझे कसम क्यूँ दी?

सन्नी (एमोशनल हो कर): आप मेरे से इतना प्यार करते हो? मेरी कसम के लिए आपने मेरी बात मान ली (सन्नी बहुत भोला लड़का था).

मैं: हा तब तो तेरे साथ ये सब कर रही हू. और ऐसे ही मैं तुम्हे अनु का पार्ट्नर नही बना रही.

सन्नी (मुझे टाइट हग करके): मैं आपसे वादा करता हू. मैं आपको और अनु को हमेशा खुश रखूँगा.

मैं: धोखा तो नही दोगे ना?

सन्नी: नही दूँगा. ई लोवे योउ.

मैं: लोवे योउ टू.

उसके बाद हमने एक और बार किस किया. इस बार सन्नी मुझे बहुत एमोशनल किस कर रहा था. मैं भी उसको पॅशनेट किस करने लगी. सन्नी अब मेरे कंट्रोल में आ गया था. हम दोनो वहाँ से कोई देखे नही, इसलिए टेंट में आ कर सो गये. मैं नींद में आ रही थी, और अचानक वो मेरे पास लिपट कर सो गया. मैं बहुत दर्र गयी. सन्नी बहुत सेन्सिटिव लड़का था.

मैं: दामाद जी आप मुझे परेशन ना करो, और सो जाओ. अगर ये दोनो में से किसी ने देख लिया, और अनु तक बात चली गयी, तब क्या होगा?

सन्नी: सॉरी, आयेज से बहुत ध्यान रखूँगा.

मैं नींद में थी, और उसने मुझे लास्ट टाइम किस किया. मुझे तका हुआ देख कर वो अपने बिस्तर में चला गया. अची बात ये थी की बिजल ने कुछ देखा नही था. मैं ये सोचने लगी की कल सुबह तक मैने पति को चीट नही किया था, और रात तक मैं 3 मर्दों से रिश्ता बना चुकी थी. मैं ये सब सोचते हुए कब नींद में चली गयी, मुझे पता नही चला.

उसके बाद रोज़ की तरह मेरी सुबह नींद खुल गयी. मैने सोचा आज भी विक्रम के साथ नदी में सेक्स और नेचर का मज़ा लूँगी. मैं उसी उमीद से टेंट के बाहर आई. मैने इधर-उधर देखा पर कोई नज़र नही आ रहा था. मैने सोचा कल रात की अची चुदाई से दोनो गहरी नींद में सो रहे होंगे. मैं भी फ्रेश होने जंगल में जॅक रही थी, की मुझे किसी ने पकड़ लिया. मैने पीछे मूड कर देख तो इरफ़ान खड़ा था. इरफ़ान को देख कर मेरे चेहरे पर स्माइल आ गयी.

इरफ़ान (मेरी कमर में हाथ डाल कर): क्यूँ मेडम जी, अकेले जंगल में जेया रहे हो? दर्र नही लग रहा?

मैं: आप दोनो मुझे संभालने वाले हो, फिर कैसा दर्र?

इरफ़ान: श ये बात है. वैसे कहाँ जेया रहे हो?

मैं: मैं फ्रेश होने जेया रही हू. आपको भी चलना है क्या?

इरफ़ान: मैं तो हो गया. कब से आपके बाहर आने की वेट कर रहा था.

मैं: विक्रम कहाँ है?

इरफ़ान: मैने उसको कहा की आज तुम बाकी लोगों को नदी में ले जाना. मैं डिंपल के साथ मज़े करूँगा.

मैं: क्या बात है, मैं जो चाहती थी वहीं हो रहा है.

इरफ़ान (खुश हो कर): क्या चाहती थी?

मैं: कल तुमने जिस तरह मेरी चुदाई की थी. मैं तो तुमसे और एक बार अकेले में चूड़ना चाहती थी.

इरफ़ान: सॅकी?

मैं: हा, तुम्हारे इस लंड से चूड़ने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. तुम बहुत एनर्जेटिक हो.

इरफ़ान: हा बहुत. अब जल्दी फ्रेश हो जाओ. हम फिर नदी की तरफ जाते है.

उसके बाद मैं फ्रेश हो गयी, और इरफ़ान का हाथ पकड़ कर मैं कल वाली जगह पर गयी. मैने अपनी त-शर्ट और डेनिम शॉर्ट्स निकाल दिए. इरफ़ान मुझे देखता रह गया. मैने नीचे सेक्सी रेड कलर की ब्रा पनटी पहने थे. जिसमे मेरे बूब्स बहुत सेक्सी दिख रहे थे. इरफ़ान से कंट्रोल नही हुआ, और वो मेरे पास आया.

उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया, और वो भी नंगा हो गया. फिर मुझे गोदी में उठा लिया, और नदी में लेकर चला गया. नदी का हल्का गरम पानी (जो सन्राइज़ के पहले होता है), और एक अची चुदाई करने वाला मस्क्युलर मान मिल जाए, तो मेरे जैसी चुदाई की शौकीन औरत को और क्या चाहिए.

पानी में भीगने के बाद मैं और सेक्सी दिखने लगी. इरफ़ान मुझे अब किस करने लगा. पानी का बहाव ज़्यादा था तो मैने भी उसको कस्स कर पकड़ लिया था, और उसको फुल रेस्पॉन्स दे रही थी.

अब मैं उसको वहीं पत्थर पर लेकर गयी जहाँ मुझे विक्रम ने छोड़ा था. मैं पत्थर पर जेया कर लेट गयी और वो मेरे पास आ कर मुझे किस करने लगा. साथ में वो मेरे बूब्स दबा कर चूस रहा था. मैं भी सिसकारी भरने लगी. इरफ़ान अब मेरे जिस्म पर अपनी जीभ घुमा रहा था. वो मेरे पेट को चाटने लगा. मैं तो पागल हो रही थी.

एक शादी-शुधा औरत ही समझ सकती है ऐसे किसी गैर मर्द से चूड़ना कितना एग्ज़ाइटिंग लगता है. इरफ़ान मेरे जिस्म को चाट-ते हुए मेरी छूट तक आ गया. वो मेरी आचे से छूट चाट रहा था.

पानी का बहाव मेरे अंदर लेहायर उठा रहा था. मैं इरफ़ान को अपना जिस्म सौंप कर अपने पति को याद कर रही थी. वो हमेशा कहते थे तुम एक बार किसी और से चुड जाओ. तुम्हे फिर बाहर के मर्दों से चूड़ने में मज़ा आएगा. और वो सच कह रहे थे. मैं पहले विक्रम, और अब इरफ़ान से छुड़वा रही थी.

मैं इरफ़ान के बालों को सहलाते हुए झाड़ गयी, और वो कुत्ते की तरह मेरा सारा रस्स चाट गया. अब मैं खड़ी हो कर घुटनो पर बैठ गयी और इरफ़ान का लंड सहलाने लगी और लंड चूसने लगी.

मैं: मैने ऐसे मर्दों की बहुत तारीफ सुनी थी. मैने ये भी सुना था, की जो औरतें चुदाई की शौकीन होती है, वो आ कर ऐसे मर्द से चूड़ना पसंद करती है. इरफ़ान तुमने मुझे सच में वो एहसास करा दिया. कल तुमने जैसे मुझे और निशा को छोड़ा था, वो देख कर तो अब मैं तुम्हारी दीवानी हो गयी हू. मैं तो चाहती हू की मैं इस प्यारे से लंड से चुड्ती राहु.

इरफ़ान: क्या बात कही है जानेमन. दिल खुश कर दिया. मैं भी तुम जैसी खूबसूरत औरत को छोड़ कर खुश करना चाहता था. मैने बहुत सारी संस्कारी औरतों को मेरी रंडी बनाया है.

मैं: अब इतनी सारी को रंडी बनाया है, तो मुझे भी अपनी रंडी बना लो.

अब इरफ़ान ने उसका लंड मेरी छूट पर रखा, और एक ही बार में पूरा लंड उतार दिया. मैं दर्द के साथ चिल्ला उठी. वो अब मुझे पहले धीरे-धीरे छोड़ रहा था. लेकिन फिर वो मुझे स्पीड से छोड़ने लगा.

मैं: वाह.. इरफ़ान, ऐसे ही छोड़ो मुझे. मैं तो कब से तुमसे चूड़ने के लिए तड़प रही थी. तुम बहुत मस्त छोड़ रहे हो.

इरफ़ान: मुझे भी तुम्हारी चुदाई करने में बहुत मज़ा आ रहा है.

मैं: इरफ़ान तुम काफ़ी हॅंडसम हो. और चुदाई भी अची करते हो. बहुत सी लड़कियाँ और औरतें टुमरी रंडी बनी होंगी, उसमे कोई शक नही है.

इरफ़ान (हेस्ट हुए): हा बहुत सारी.

मैं: मैं आई थी तब से तुम मेरे उपर नज़र टिकाए रखे थे. तुम पाटने में बहुत होशियार हो. कितनो को छोड़ा है?

इरफ़ान: बहुत सारी.

मैं: ह्म… विक्रम और तुम दोनो बहुत आचे दोस्त लग रहे हो. ऐसे हमेशा साथ में बहुत लोगों की चुदाई की होगी.

इरफ़ान: हा, विक्रम और मैं स्कूल टाइम से बहुत ख़ास दोस्त है. हम दोनो ने मिल कर बहुत लोगों को छोड़ा है.

मैं: लेकिन तुम दोनो मस्त चुदाई करते हो. विक्रम और तुम सिर्फ़ बाहर की लड़कियाँ शेर करते हो, या और कुछ भी?

मेरी बात सुन कर इरफ़ान के फेस पर शैतानी स्माइल आ गयी. वो मुझे और ज़ोर लगा कर छोड़ने लगा. मैं भी उसके हर धक्के को एंजाय करके छुड़वा रही थी.

मैं: बेबी अब बता भी दो. उसको कों सा कहने वाली हू मैं. ये बात हम दोनो के बीच रहेगी.

इरफ़ान: विक्रम की बीवी और बेहन मेरी रंडी बन कर चुड रही है. ये बात विक्रम को आज तक नही पता. उसकी बीवी मुझे कहती है इरफ़ान तुम विक्रम से अची चुदाई करते हो. उसकी बेहन को बच्चा नही हो रहा था, तो मैने उसको प्रेग्नेंट किया था. विक्रम का भांजा मेरी पैदाइश है.

मैं (शॉक्ड हो कर): तुम तो बड़े छोड़ू इंसान हो. अपने ख़ास दोस्त के घर की औरतों को भी नही छ्चोढा?

इरफ़ान: अब उसकी बेहन और बीवी सामने से मुझे इशारे कर रही थी, तो क्या करता? कोई और मज़ा करे उससे अछा मैं ही दोनो को निचोढ़ कर छोड़ रहा हू. विक्रम की बीवी तो बहुत संस्कारी बनती है. हमेशा सारी में घूँघट ओढ़ कर रहती है. लेकिन मेरे साथ चुड़वति है तो मुझे पता है वो कितनी बड़ी रंडी है. उसने मुझे कहा था की मैने उसके जीतने मज़े लिए है, इतने तो विकार्म ने नही लिए.

इरफ़ान की बातें सुन कर मुझे उसके साथ चूड़ने में बहुत मज़ा आ रहा था. अब इरफ़ान ने मुझे घोड़ी बनाया, और पीछे से छोड़ने लगा. मैं उसकी रंडी बन कर उसकी गालियाँ खा कर उसके साथ चुड रही थी. उसके बाद वो मेरी गांद में लंड घुसा कर छोड़ने लगा, और मेरी गांद में झाड़ गया. इरफ़ान के साथ चुदाई में मैं 3 से 4 बार झाड़ गयी थी. हमने साथ में एक-दूसरे को मिट्टी से नहलाया, और फिर कपड़े पहन कर कॅंप पर आ गये.

विक्रम मेरी और देख कर मुस्कुरा रहा था. मुझे उसके उपर हस्सी आ रही थी, की बेचारे को पता ही नही वो जिसको अपना ख़ास दोस्त समझ रहा था, उसके साथ उसकी बीवी और बेहन उसकी रंडी बन कर चुड रही थी.

हम उस दिन वापस हमारे बसे पर आ गये. मैं इतना तक गयी थी की डिन्नर करके सो गयी. निशा ने रात को इरफ़ान से टेरेस पर छुड़वा लिया. नेक्स्ट दे हम बस से घर वापस आ गये. ऐसे ही हमारा 10 डेज़ चॅलेंज ख़तम हो गया. पर इन 10 दिन में मैने अपने आपको बहुत बदल लिया था. सन्नी और निशा ने मेरा राज़ नही खोला. और दोनो मेरे साथ कॅषुयल रहने लगे.

ही दोस्तो मैं आपका मूडछंगेरबोय, आपको ये मा बेटी की स्टोरी का 2न्ड फेस कैसा लगा मुझे मूडछंगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे. और आपका फीडबॅक कॉमेंट करे. 3र्ड सीज़न और एग्ज़ाइट्मेंट से आएगा.

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