ही दोस्तों, मेरा नाम पूरिया है. मैं पुणे की रहने वाली हू और अभी ग्रॅजुयेशन 2न्ड एअर में हू. अभी तो मैं एक पक्की चुड़क्कड़ बन गयी हू. मेरे 36″ के बूब्स और 34″ की गांद देख कर लड़के क्या 40 साल के आदमी का भी खड़ा रहता है.
तो कहानी तब की है, जब मैं 1स्ट्रीट एअर में थी. और मेरा एक बाय्फ्रेंड था रोहित. वैसे तो हम बचपन के दोस्त थे, पर रोहित ने मुझे 12त में प्रपोज़ किया था. और उसके बाद से ही हम साथ थे.
हमने काई बार किस्सिंग और रोमॅन्स किया था. बुत मैने उसे कभी सेक्स करने नही दिया. एक दिन ऐसे ही उसका कॉल आया, और उसने मुझे घर बुलाया ये कह कर की उसको बाइयालजी की नोट्स चाहिए.
मैं भी पागल, अपनी बाग उठाई और मम्मी को ये कह कर निकल पड़ी की सहेली के घर बुक देने जेया रही हू. मैं उसके घर पहुँची तो देखा की वो घर में अकेला ही था. उसने मुझे छाई बना कर पिलाई.
वो छाई पीने के 5 मिनिट बाद मुझे बेडरूम में ले गया. बेडरूम में जाने के बाद मैने बाग बेड पर रखी, और बुक्स निकाल के रोहित को दी.
रोहित ने तभी मेरे हाथ की बुक्स ली, और वापस बेड पर फेंक दी. मैने गुस्से कहा बुक्स क्यूँ फेंक दी तुमने. तभी उसने मेरी कमर में हाथ डाला, और मुझे अपने पास खींच लिया.
एक-दूं से उसने मुझे घुमाया और बेड पर हम दोनो गिर पड़े. वो मेरे उपर था और मेरे दोनो थाइस अपने हाथो में पकड़े मेरे होंठो को बस चूम रहा था. मुझे लगा वो रोज़ की तरह 5-10 मिनिट में छ्चोढ़ देगा.
पर अचानक उसने मेरे दोनो हाथ छ्चोढे और मेरे बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. मैं उम्म्म उम्म्म अम्म्म आह आह करने लगी. तभी वो अपना एक हाथ पीछे ले गया, और मेरी लेगैंग्स में हाथ डाल के मेरी छूट को रगड़ने लगा.
अब मैं पागल हो गयी, और ज़ोर-ज़ोर से अम्म्म अम्म्म उम्म अम्म्म्म करने लगी. तभी उसने अचानक मेरी लेगैंग्स एक झटके में मेरे पैरों से अलग की, और सीधा मेरे छूट पर अपना मूह लगा दिया.
मेरे कल ही पीरियड्स के दिन पुर हुए थे. इसलिए छूट शेव की हुई थी मैने. वो मेरी कुवारि छूट को देख कर पागल हो गया, और उम्म उम्म स्लर्प स्लर्प अम्म अम्म करते हुए चाटने लगा.
और मैं भी आह आह रोहित क्या कर रहे हो? आह अफ छ्चोढो प्लीज़. पर वो नही माना. थोड़ी देर बाद में भी गरम होने लगी. मुझसे भी अब रहा नही गया.
5 मिनिट में ही मैं झाड़ गयी, और रोहित मेरा सारा पानी पी गया. तभी वो उपर आया तब वो पूरा नंगा हो चुका था. वो सीधा मेरे होंठो पर टूट पड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से मुझे किस करने लगा.
फिर उसने तभी मेरी टॉप भी निकाल दी, और मेरी ब्रा की हुक्स कब खोल दी मैं खुद नही जान पाई. मैं बस उम्म्म अम्म्म्म आह रोहित आहह, बस यही बोल रही थी, और वो मेरी नेक पर, बूब्स पर, पूरी बॉडी पर बस चूम रहा था, काट रहा था.
तभी अचानक उसने अपना खड़ा लंड मेरी छूट पर सेट किया, और मेरे होंठो को ज़ोर से पकड़ कर एक ज़ोर का झटका मारा. जैसे ही उसने झटका मारा, मैं तड़पने लगी. मैने किस तोड़ी और ज़ोर से चिल्लाई.
मैं: ह रोहित निकालो बाहर. प्लीज़ मैने माना किया था तुम्हे. आह आह रोहित प्लीज़ बहुत दर्द हो रहा है, आह आह रोहित निकालो.
फिर उसने लंड तोड़ा सा बाहर निकाला, और मैं शांत हो गयी. पर तभी उसने एक बार और ज़ोर से झटका दिया, जिससे उसका आधा लंड मेरी छूट में चला गया. मैं चिल्लाने वाली थी, इतने में उसने मेरे होंठ अपने होंठो से दबा दिए, और दोनो हाथो से मेरे बूब्स दबाने लगा.
अब मैं चिल्ला भी नही पा रही थी. बस उम्म उम्म्म अम्म्म ह आह ऐसे ही कर पा रही थी. 5 मिनिट बाद मैने किस तोड़ी और बोली-
मैं: बेबी पोज़िशन चेंज कर लेते है प्लीज़. करना ही है तो तोड़ा आचे से करेंगे. आंड ई लोवे योउ बेबी उम्म.
उसके बाद उसने मेरी दोनो टाँगें अपने कंधो पर डाल ली, और एक झटके में ही अपना लंड मेरी छूट में डाल दिया. इस बार उसने कोई रहम नही दिखाया. अब बस वो ज़ोर-ज़ोर से झटके दे रहा था.
मैं आ आ रोहित, आराम से प्लीज़, आ आह आराम से ना रोहित, प्लीज़ बेबी आह आह उफफफफ्फ़ बेबी सुनो बस प्लीज़. पर वो नही सुना. अगले 10 मिनिट तक वो ऐसे ही मेरी गांद मारता रहा.
अचानक उसने मुझे छ्चोढ़ दिया. तभी मैने देखा तो मेरी छूट पूरी खून से सनी थी, और उसका लंड भी. बेडशीट भी पूरी खराब हो चुकी थी. तभी उसने मुझे पलटा दिया, और मेरी कमर में हाथ डाल के मुझे उठा लिया. फिर एक-दूं से घोड़ी बना दिया, और जैसे ही मैं कुछ बोलती, उसने पीछे से मेरी छूट में लंड पेल दिया, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा.
मुझे भी अब मज़ा रहा था, पर मैं जान-बूझ कर चिल्ला रही थी. ताकि रोहित को मज़ा आए. रोहित बाल खींचते हुए पीछे से मेरी छूट मार रहा था. फिर अचानक वो मेरे उपर गिर पड़ा और ज़ोर-ज़ोर से मुझे पीछे से छोड़ने लगा.
मैं आ आह रोहित प्लीज़ आराम से, प्लीज़ आह ऐसे ही चिल्ला रही थी. इतने में उसने मेरे मूह पर हाथ रखा, और ज़ोर-ज़ोर से मेरी पीठ पर काट-ते हुए मुझे छोड़ने लगा.
अब मैं चिल्ला भी नही पा रही थी. उसने हाथ निकाला और मैं चिल्लती इतने में मुझे ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगा. मैं अम्म्म अम्म्म उम्म्म उम्म ह उम्म करने लगी.
उसकी स्पीड अब अचानक बढ़ गयी, और वो 2 मिनिट बाद ही मेरी छूट में झाड़ गया. उसके बाद हम ऐसे ही 10 मिनिट एक-दूसरे के उपर टूट पड़े थे. 2 मिनिट बाद रोहित उठा और अलग हुआ. जैसे ही वो उठा, और मैं पलटने लगी, तो मेरी पूरी बॉडी दर्द कर रही थी. तभी रोहित ने मुझे उठाया, और फिर बातरूम में ले गया.
उसके बाद हमने वहाँ पर एक रोमॅंटिक शवर लिया, और मैं अपने घर चली आई. मेरी गांद तो वो नही मार पाया कभी. पर मेरी शादी के बाद मेरे पति ने सुहग्रात के दिन इस गुस्से में की मैं वर्जिन नही थी, मेरी गांद मार दी थी.