मॉं ने अपनी बेटी की चुदाई बाय्फ्रेंड से

हेलो फ्रेंड्स, करीब ५ साल पहले मैं अपने पति के साथ उनके दोस्त के भाई की शादी में गयी थी और वहां अक्सिदेंटली उस से चुद गयी. वैसे तो मैं अच्छी फॅमिली से हु, लेकिन मैं बहक गयी थी तब और मुझसे गलती हो गयी थी. उसके बाद तो मेरे यार यानि मेरे पति के दोस्त ने मुझे कई बार चोदा. हमारे घर आकर और कई बार उसने अपने घर पर बुलाकर मेरी चुदाई की, जब उसकी बीवी घर पर नहीं होती थी.

जब भी मेरे पति कहीं बाहर जाते, तो मेरा यार आ जाता था और मुझे चोद देता था. उस समय मेरे बच्चे ११ और १३ साल के थे और उन्हें सेक्स का ज्यादा ज्ञान नहीं था. जब भी वो आता था, तो मैं उन्हें बाहर भेज देती थी.. मिठाई लेने के लिए या गार्डन में घुमने के लिए. उनके जाने के बाद ही मेरा यार आता और मेरी चुदाई करता. फिर मेरे बच्चे बड़े होने लगे और उनको सब समझ में आने लगा, तो मेरे यार का आना कम हो गया. मेरा यार बार – बार कहता, सुषमा कुछ आईडिया कर. तुझे चोदने में बहुत मज़ा आता है मुझे. पर मैं क्या करती. सेफ्टी पहली चीज़ होती है. मेरा यार नाराज़ रहने लगा मुझसे. २ साल ऐसे ही निकल गए. बहुत कम चुदाई हुई मेरी.

अरे आप भी सोचेंगे कि कैसी औरत है अपने बारे मे तो कुछ बताया ही नही दोस्तो मेरा नाम सुषमा गुप्ता है और मैं एक हाउस वाइफ हु 42 साल की. मेरा साइज़ ३६ – ३२ – ३८ है और मेरी हाइट ५.३ है. मैं दिल्ली में रहती हु और मेरे हस्बैंड के टीचर है. हमारे २ बच्चे है एक लड़का और एक लड़की. लड़का 20 का है और बाहर हॉस्टल में रह कर पढाई कर रहा है पिछले दो साल से और बेटी 18 साल की है और वो भी स्टडी कर रही है.

फिर मेरा बेटा १२थ पास करके इंजीनियरिंग में चला गया और हॉस्टल में रहने लगा. अब बेटी 18 की हो चुकी थी और घर में ही रहती थी. उसे मैं कभी – कभी बाज़ार भेज देती थी और अपने यार को घर पर बुला लेती थी. मेरा यार आ जाता और मेरी चुदाई करके चले जाता था. पर बड़े लड़की को हर बार बाहर भेजना ठीक नहीं था. इसलिए मैंने उसे बहुत कम कर दिया बाहर भेजना. एक दिन सैटरडे को मेरा यार मेरी चुदाई कर रहा. मैंने उसके ऊपर थी और वो नीचे था.

कभी – कभी मैं सिर को नीचे करके उसको किस भी कर रही थी. फिर उसने मेरे सिर को अपने मुह के बिलकुल पास लाया और रुक गया और मेरे से बातें करने लगा. उस समय उसका लंड मेरी चूत के अन्दर ही था. वो बोला – सुषमा, बुरा मत मानना, तो एक बात कहू? मैंने उसको कहा – क्या? उसने कहा – एक आईडिया है. जिस से हम ज्यादा मिल सकते है. मैंने कहा – बताओ. उसने कहा – हम कम क्यों मिल पाते है, बताओ तो…

मैंने कहा – ताकि, मेरी बेटी को पता ना चले. उसे कुछ डाउट ना आ पाए. इसलिए हम कम मिलते है. तो यार बोला – अगर बेटी को पता हो जाए. तो फिर मिलने में क्या प्रॉब्लम. उसके रहते हुए भी मिलेंगे कभी भी. मैंने कहा – वो तो एक छोटी बच्ची है. अगर किसी को बता दिया तो? यार बोला – वो नहीं बताएगी. अगर थोड़ा सा और आईडिया किया तो. मैंने कहा – क्या? तो वो बोला – देख, तेरा ५- ६ साल से यार है. क्कभी कोई परेशानी हुई? या तेरा कोई नुक्सान किया? मैंने कहा – नहीं तो. फिर बोला – बात सीरियस है और नीचे से एक धक्का दिया और मुझे किस करके बोला – अच्छे से सुन. मैंने कहा – बताओ. यार ने कहा – देख तू बुरा मत मानना. ये आईडिया हम दोनों को बहुत चांस देगा.

फिर बहुत मजा भी आएगा. बाद में मैंने कहा – ओके. मुझे बोलो तो सही. मैं बुरा नहीं मानूगी तुम्हारी बात का. उसने ३ -४ धक्के दिए और मुझे फिर किस करके बोला – तू १ दिन बेटी और मुझे अकेला छोड़ कर बाजार या किसी सहेली के घर चली जाना. मैं तेरी बेटी से बात करूँगा. मैंने गुस्से में कहा – क्या बात करोगे? कि मैं तेरी माँ से मिलना चाहता हु? फिर वो बोला – नहीं सुषमा, ऐसे नहीं करूँगा मैं. तू सुन तो ठन्डे दिमाग से. मैं बोली – ओके. सुनाओ. वो फिर बोला – मैं उसको करीब लेकर उसके बूब्स पर हाथ रखने की कोशिश करूँगा.

और फिर किस करके आगे बढूँगा. फिर वो मेरे बूब्स दबाने से और उसके साथ छेड़ने से वो गरम हो जायेगी और मैं धीरे – धीरे से उसे चोद दूंगा. वो १ बार चुद जायेगी, तो अपना काम हो जाएगा.. फिर कभी तुझे बेडरूम में ले जाऊंगा और वो भी घर पर ही रहेगी और फिर ये बात किसी को भी नहीं बता पाएगी. उसकी इस बात को सुनकर मैं सोच में पड़ गयी. इतने में उसने नीचे से हलके २ धक्के मार दिए और मुझे किस करने लगा. फिर उसने मुझसे पूछा – चुदाई में मज़ा आ रहा है ना? उस समय मैं बहुत हॉट थी, जैसे लोग नशे में हॉट होते है. मैंने कहा – बात तो ठीक है पर ऐसे कैसे होगा? मैं भी तो कर सकती हु.

यह कहानी भी पड़े  पडोसी की लड़की को गन्ने के खेत में चोदा

फिर उसने बोला – अगर तुम आईडिया पसंद आ जाए, तो हम प्लान बना लेंगे. पर तुझे पूरी हेल्प करनी पड़ेगी. ये कहते – कहते उसका माल निकलने लगा मेरे अन्दर. मैंने उसको ओके कहा और उसकी पीठ में अपने हाथ डालकर उसको जोर से पकड़ लिया. मेरा भी माल निकलना शुरू हो गया था. मैं अब उसे किस करने लगी थी और थोड़ी ही देर में पूरी डिस्चार्ज हो गयी.

फिर मैं उठी उसके ऊपर से और कपड़े पहने और यार ने भी कपड़े पहने और जाने लगा. अगले दिन फ़ोन किया उसने मुझे और शाम को बेटी का पूरा प्लान बताया. ये मुझे उसने कहा था, कि कोल्डड्रिंक में थोड़ी सी वाइन मिला कर देना और ६:३० बजे तू बाहर चली जाना. मैंने उस से ओके कह दिया. फिर मैंने उसको बोला, एक बात का ध्यान रखना, बेटी को ३ – ४ बार आधा ही घुसाना पूरा मत घुसाना. नहीं तो सब प्लान चौपट हो जाएगा. उसने कहा – ओके. मैं शाम को चली गयी बाहर. वो ६:३० पर आया और बेटी के साथ बैठा और कोल्डड्रिंक पी. बेटी को थोड़ा सा नशा होने लगा.

मेरे यार ने उसका फायदा उठाया और उसके पास बैठ गया और उसको पूछा – क्या हुआ बेटी? वो बोली – थोड़ा सिर में दर्द हो रहा है. यार ने कहा – लेट जा. मैं तेरा सिर दबा देता हु. फिर बेटी बेड पर लेट गयी बेडरूम में और यार ने उसको एकदम से पकड़ लिया और फिर यार ने उसका सिर दबाना शुरू किया और फिर धीरे से उसके बूब्स को भी टच कर दिया. बेटी वाइन के नशे की वजह से हॉट थी, इसलिए उसने मना नहीं किया. यार से नीद के नाटक में अपने बूब्स को दबवाती रही.

फिर यार ने किस किया, सलवार और टॉप निकाला आधा घुटनों तक. चूत को सहलाया, रब की. बेटी रेडी थी शायद. कुछ नहीं बोली बट आँखे अब खोल ली थी. उसने फिर यार ने लंड को उसकी चूत पर लगाया और रगडा. बेटी की चूत बहुत गीली थी. उसने बेटी को ज्यादा दर्द ना हो, इसके लिए उसकी चूत पर क्रीम लगायी और फिर लंड को अन्दर घुसा दिया.

बेटी का पहली बार था, तो बेटी को दर्द हुआ और वो बोली – अह्ह्ह अहहः अंकल. धीरे से. दर्द हो रहा है. यार ने उसको किस किया और समझाया, कि पहली बार में ऐसा होता है. फिर वो यार की मीठी – मीठी में खो गयी और दर्द हो पी गयी. फिर वो उसका साथ देने लगी. इस बार यार ने आधा लंड घुसाया था और माल भी नही निकला था. फिर २ वीक बाद, फिर चांस मिला. हस्बैंड बाहर गये थे और फिर मैं बहाने से बाहर गयी, पर इस बार मैं आकर छिप गयी.

उस दिन फिर से यार ने बेटी को आधे लंड से इसी तरह ३ बार चोदा और ४थ बार में पूरा लंड डाल दिया. फिर कुछ दिन ऐसे ही चुदाई होती रही. २ महीने बाद यार ने आईडिया करके मुझे उसकी चुदाई दिखाई. मैंने देखा, कि उसने २ महीने में उसे एक्सपर्ट बना दिया था. मैं दरवाजे के कीहोल से देख रही थी और ये देख कर दंग रह गयी, कि यार ने अपने सारे कपड़े निकाल दिए थे और सिर्फ अंडरवियर में रह गया था और फिर उसने बेटी को अपने कपड़े को निकालने को बोला.

बेटी ने अपने सारे कपड़े निकाल दिए और वो पूरी नंगी हो गयी थी. फिर यार ने आँखों से इशारा किया उसे, तो वो आई और अपने घुटनों पर नीचे ऊँगली की और उसके लंड को ४ – ५ बार लेफ्ट राईट किया और उसका लंड एकदम से टाइट हो गया था. फिर बेटी ने किस कर दिया लंड को. अब यार बेड पर लेट गया सीधा अंडरवियर को उतार कर और बेटी ६९ में आ गयी और अपनी चूत को उसके मुह पर रख दिया और उसका लंड चूसने लगी.

१० मिनट के बाद, यार ने कहा, तो वो उसके ऊपर चढ़ गयी और अपनी चूत में लंड घुसाया और ऊपर नीचे होने लगी. यार उसको किस करता जा रहा था बीच में और बूब्स से भी खेलता रहा, जब तक वो उछलती रही ऊपर नीचे और कुछ देर बाद, यार ने कहा उसको डोगी बनने को. वो डौगी बन गयी और फिर यार ने उसको रुकने को कहा और उसको क्रीम लगाने को कहा. उसने पुरे लंड पर अच्छे से क्रीम को मल दिया और फिर यार ने क्रीम को ऊँगली में लिया और उसकी गांड में डाल दिया अन्दर तक.

यार की ऊँगली बेटी की गांड में थी अन्दर तक और मैंने देखा, कि बेटी के चेहरे पर कोई डर का भाव नहीं था. शायद यार ने पहले भी उसकी गांड मार ली थी. अब उसने धक्का मारा, तो वो थोड़ी सी अहः अहः अहहः बोली और अब यार ने और धक्के मारे और पूरा लंड अन्दर करके चोदने लगा.

पहले यार उसकी कमर पकड़ कर चोदने लगा और बाद में उसके बूब्स को पकड़ कर चोदा. हर धक्के में वो बूब्स जोर से अपनी तरफ खिचता. इस से उसका पूरा लंड अन्दर घुस जाता था. ऐसे करके थोड़ी देर में उसका माल निकल गया गांड में. दोनों ने कपड़े पहने, तो मैं वापस चली गयी थोड़ी देर के लिए बाहर. यार के जाने १५ मिनट के बाद, मैं आ गयी और ४ – ५ बार किया मैंने.

यह कहानी भी पड़े  भाई और बहन की चुदाई

फिर यार बोला, मुझे १ दिन अब तेरी चुदाई तेरी बेटी को दिखानी है. मैंने उसको मना किया और कहा – ये अच्छा नहीं होगा. उसने बोला – देखने दे उसको. १ – २ बार के बाद, मैं तुझे चोदुंगा और बेटी दुसरे रूम में रहेगी. १ ही दिन में दोनों की चुदाई हो जाया करेगी. सच में चुदाई देख कर मेरा मन भी बहुत था चुदने का. मैंने उसको ओके कह दिया. दिखा दो, पर कैसे? यार ने कहा – तू चिंता मत कर, मैं आईडिया लगा लूँगा.

मैंने कहा – ठीक है और फिर वो अगली बार आया. हम दोनों घर में ही थे. मैं किचन में थी. यार ने बेटी को पकड़ लिया और किस करने लगा. वो उसके बूब्स भी दबाने लगा. बेटी फुसफुसाई, माँ किचन में है. फिर यार बोला – तू डरती क्यों है? तेरी माँ भी मेरी दोस्त है. बेटी को आश्चर्य हुआ और बोली – नहीं हो सकता. यार बोला – तू देख अभी. दिखाता हु तुझे. बेटी बोली – कैसे?

यार बोला – तू माँ को बोल, कि मैं सहेली के घर जा रही हु और फिर यहीं छुप जाना. जब हम लोग बेडरूम में जायेंगे, तो तू कीहोल से देख लेना. तुझे विश्वास हो जाएगा, कि सच में बोल रहा हु मैं. मैं नाश्ता बना रही थी किचन में. बेटी आई और बोली – माँ, मैं सहेली के घर जा रही हु. थोड़ी देर में आ जयुंगी. मैंने कहा – ओके. चली जा. यार ने उसे छिपा दिया (मुझे तो प्लान पहले से ही मालूम था). चाय पी कर यार और मैं बेडरूम में आये और चुदाई की यार ने. बेटी ने सब देखा कीहोल से.

इस तरह यार ने मेरी चुदाई २ – ३ बार दिखा दी बेटी को. नेक्स्ट टाइम यार आया और हम दोनों ही घर में थे. मैं चली गयी यार के साथ बेडरूम में. बेटी से बोली – कोई आया, तो कहना माँ नहीं है घर में. बेटी ड्राइंगरूम में टीवी देखती रही थी. यार ने मेरी चुदाई कर ली और वहीँ लेटा रहा और बोला – जा बेटी को बोल अंकल बुला रहे है. उसकी भी चुदाई कर देता हु. मैं मुस्कुरायी और बोली – तुम ही बुलाओ उसे. मैं बाहर निकल गयी और ड्राइंगरूम में टीवी देखने लगी. यार आया अंडरपेंट पहनकर और बेटी से बोला – यहाँ आना.

थोड़ा काम है. बेटी चली गयी वहां. बेटी ने पूछा – क्या काम है? यार ने उसे कपड़े निकालने को बोला, तो वो थोड़ा शरमाने लगी. क्योंकि मैं घर में ही थी. वो कपड़े नहीं निकाल रही थी. तो उसके कपड़े यार ने निकाल दिए और उसकी चुदाई भी कर दी. ऐसा २ महीने किया यार ने. फिर बोला – अब दोनों की शरम खुल चुकी है. १ साथ करेंगे सब लोग. मैंने नहीं बोला, तो वो बोला – कुछ नहीं होता और मजा और ज्यादा आएगा तुझे. मैंने कहा – ओके. पर बेटी को तो मना ले पहले.

वो बोला – बेटी मान जायेगी. तू एक काम करना. जब मैं आवाज दू. तू आ जाना बेडरूम में. मैने कहा – ओके. अगली बार वो बेटी की चुदाई कर रहा था बेडरूम में. फिर उसने मुझे आवाज़ दी और मैं पहुच गयी अन्दर. मुझे देख कर बेटी को पसीना आ गया और बहुत शर्म आ रही थी. उसने अपना मुह घुमा लिया. यार का लंड घुसा हुआ था चूत के अन्दर और वो उसके बूब्स को पकडे हुए था जोर से.

इसलिए बेटी वहां से उठ भी नहीं सकती थी उस कंडीशन में. यार ने बोला – बैठ यहाँ पर. मैं बैठ गयी बेड पर. पर यार ने मेरे बूब्स निकाल दिए और दबाने लगा. थोड़ी देर में चूसने भी लगा. मैं भी गरम होने लगी थी. फिर यार ने मुझे बेटी के बगल में लिटा दिया और मेरी साड़ी पेटीकोट ऊपर चड़ा कर पेटी को निकाल कर नीचे फेंक दिया.

अब उसने मेरा १ पैर अपने कंधे पर रखा और दुसरे पर बेटी का पैर और बेटी की चूत से लंड निकाल कर मेरी चूत में घुसा दिया और ८ – १० धक्के मारने लगा. फिर उसने लंड निकाला और बेटी की चूत में घुसा दिया और ८ – १० धक्के के बाद, फिर से मेरी चुदाई की इसी तरह से उसने.

उस दिन पहली बार उसने हम दोनों को १ साथ चोदा और फिर वो अगली बार से हम दोनों एक ही साथ चोदने लगा और कुछ दिन बाद मुझसे बेटी और बेटी से मेरे बूब्स दबवाए और चुस्वाने लगा. बाद में चूत भी चटवाई एक दुसरे की और अब हम तीनो ये चुदाई का खेल खेलते है. मेरा यार हमसे ३स्म करता है और हमसे लेस्बियन सेक्स भी करवाता है.



error: Content is protected !!