दोस्तों मेरी फॅमिली सेक्स स्टोरी शुरू कर रहा हू. मेरे मामा की शादी 2016 में हुई थी. शादी के पाँच महीने बाद वो फिर से बंगलोरे चले गये नौकरी के लिए. मामी भी अकेली हो गयी थी. 2019 तक उनका बच्चा नही हुआ था.
मेरी मामी सेक्सी फिगर, बड़े दूध, बड़ी गांद वाली है. वैसे तो शादी के 3 साल बाद तक भी उनको मैने कभी ग़लत नज़रिए से नही देखा था. जैसे किसी और औरत का बच्चे को दूध पाइलेट वक्त दूध देखा था, मेरी मामी का बच्चा ना होने के कारण कभी उनका दूध नही देख पाया.
फिर एक दिन मैं जब मामी के रूम में था, तो मुझे उनकी वाइट कलर की ब्रा दिखाई दी, और ब्रा देखने से मुझे और कुछ फीलिंग आती है. मैं पहले उनकी ब्रा को सूंघने लगा. फिर मैने मामी के बारे में पहली बार सोच के हिलाया, और उनकी ब्रा में ही सारा रस्स पोंछ दिया. एक और दिन उनके बेड के नीचे एक पनटी भी मिली. बहुत बार मैने मामी को सोच कर हिलाया, और उनकी ब्रा और पनटी में सारे स्पर्म को पोंचा था.
मैं मामा और मामी के साथ भी कभी-कभार सोया था. उस वक़्त एक रात करीब 12 बजे के आस-पास मेरी नींद खुली. मैने मामी को साइड में नही पाया, तो हल्की आँख खोल के देखा. मामी मेरे से 2 हाथ डोर थी, और उनके उपर मामा चढ़े हुए थे. मामा उनके मूह को बंद किए पेल रहे थे. दोनो के बीच सब ठीक चलने के बावजूद बच्चा नही हो रहा था.
फिर मैने एक दिन मामी के रूम में एक मेडिकल रिपोर्ट देखी. उसमे मुझे कुछ टर्म्ज़ दिखी जहाँ स्पर्म मोटिलिटी का लो पर्सेंटेज दिखा. तो मैं समझ गया मामा के ज़्यादा आल्कोहॉल कन्संप्षन की वजह से स्पर्म मोटिलिटी कम हो गयी थी. तो ज़्यादा कुछ नही सोचते, और आयेज बढ़ते है. अब जो मैं कहानी बताने वाला हू, ये उस समय की बात है, जब पहली लॉक्कडोवन् लगा था.
मामा लॉक्कडोवन् लगने के कारण घर नही आ पाए. और मैं भी मामा के घर आया था 5 दिन बिताने, तो लॉक्कडोवन् में घर नही जेया पाया. मैं जेया तो सकता था, लेकिन गया नही. मामी भी हमेशा उदास रहती थी, और नानी मा एक हफ्ते पहले किसी शादी में गयी हुई थी, तो उनका भी आना नही हो पाया. नाना जी तो सुबह से अपने एक काम पर निकल जाते थे, और शाम को घर लौट कर आते थे. और मेरे नाना जी घर के बाहर सोया करते थे खटिया बिछा कर.
मैं घर के अंदर खटिया बिछा कर वरॅंडा में सोता था, और बची मामी, वो अकेली अपने रूम पर अपने बेड पर सोती थी. तो एक दिन क्या हुआ, मैं 3:00 आम को टाय्लेट के लिए उठा था. मुझे बाहर जाना था तो दरवाज़ा खोल रहा था. लेकिन टाइट्ली लगने के वजह से खोल नही पाया. सोचा मामी को उठा कर बोलता हू.
फिर मैं टॉर्च ओं करके मामी के रूम के तरफ गया. जैसे ही अंदर घुसा तो मामी बेड पर गहरी नींद में सोई हुई थी. मुझे पता नही था रात को मामी ब्लाउस खोल कर सोती थी. ब्लाउस खोल कर सोने के कारण फन की हवा से सारी उनके बदन पे नही थी, और खुल गयी थी.
पहली बार मामी के बड़े-बड़े गोरे दूध देखने को मिले. मैने अपना फोन निकाल कर मामी का फोटो ले लिया. मेरा लंड भी खड़ा हो चुका था. फिर जैसे कुछ नही देखा, मैं टॉर्च बंद करके मामी-मामी बोला. 4-5 बार बुलाने के बाद मामी उठी, और अपनी सारी को धक कर बोली-
मामी: क्या हुआ?
मैं बोला: डोर नही खुल रहा है.
तो मामी आई और डोर खोल कर फिर सो गयी. उसके बाद अगले दिन रात को खाने के बाद मैं सोने गया. मैं एक चादर लेके सोया था. फन चलाने के कारण ठंड लग रही थी. मुझे मामी के रूम से कुछ सुनाई दे रहा था, शायद कुछ मोविए देख रही थी. मैं अपनी खटिया पर लेट के पॉर्न देख रहा था. 11 बाज रहे थे.
उस वक़्त मैं मामी का फोटो देख कर फिर हिलने लगा. मामी भी उष वक़्त शायद मोविए देखने के बाद टाय्लेट के लिए निकल रही थी बाहर. मुझे पता नही था की मामी रूम से बाहर आई थी, और मैं हिला रहा था. मामी फिर मेरी शकल में फोन की रोशनी देख कर टॉर्च लेके आ रही थी.
फिर उन्होने मुझे देख कर मेरी चादर को तां लिया. चादर बस मेरी कमर के उपर थी. मुझे पता नही चला. मामी फिर कुछ नही बोली, सीधे मेरे लंड को ही पकड़ ली, और बोली-
मामी: सत्या ये क्या कर रहे हो?
मैं फोन को रख कर बोला: सॉरी मामी हाथ उठाइए. मैं ऐसा नही करूँगा.
मामी ने मेरे फोन को देखा, और उनका फोटो देख कर बोली: ये फोटो कब ली. मेरे रूम में आओ जल्दी.
मामी मेरे लंड को पकड़े हुए ही मुझे उनके रूम ले गयी.
वो बोली: मैं अभी टाय्लेट से आती हू.
मामी ने टाय्लेट से आने के बाद उनकी सारी को हटाया, और मेरे मूह को उनके दूध के बीच में लगा दिया. मैने भी मामी की कमर को पकड़ के मेरी और खींच के हग कर लिया.
मामी बोली: बहुत तेज़ हो.
उन्होने मुझे बेड पे धकेल कर डोर लॉक कर दिया. फिर मेरे साथ हम बिस्तर हुई. मामी को बेड पर लिटा कर नंगा कर दिया मैने. फिर उनके दोनो हाथ पैरों को फैलाया, और फिर उनकी छूट में मेरे 7″ के लंड को डाला. धीरे-धीरे लंड अंदर घुस रहा था, और मेरे होंठ मामी के होंठो में थे. फिर मेरा लंड धीरे-धीरे पूरा अंदर तेज़ी से चला गया. मामी आ कर के चिल्लाई.
मैं बोला: शायद मामा आपके अंदर तक सैर नही किए है, इसलिए दर्द हो रहा है.
फिर मामी बोली: दर्द का कुछ नही होता, छोड़ डालो भानजे आज.
मैं फिर उन्हे किस करते-करते उनकी छूट में लंड को डाल रहा था. उनकी छूट में धक्के मारता रहा. धीरे-धीरे रफ़्तार तेज़ हो गयी. मामी भी बस आ आ करने लगी. उनकी चीखों से मुझे जोश आ रहा था. मैं भी रुका नही, मामी को पत्नी समझ कर छोड़ता रहा. मामी भी बेडशीट को कस्स के पकड़े थी, और आ आ आ आ आ चीख रही थी.
मामी बोली: तुम्हारे मामा कभी ऐसे नही छोड़े.
फिर मैं बोला: रस्स डाल डू अंदर?
मामी: पूछने की क्या बात है, डाल दो? तुम्हारे मामा तो बच्चा दे नही सकते, तुम तो दे सकते हो.
मैने फिर सारा स्पर्म मामी की छूट में डाल दिया.
मामी बोली: आ, खुश कर दिया भनजे. अब गांद की चुदाई करो ना.
मैं बोला: बस तोड़ा रुकिये.
फिर मैं उनके दूध को दबाया. उनके साथ किस किया. फिर मामी को डॉगी पोज़ में किया, और गांद में पेला. मामी भी आ आ आ आ कर रही थी. दरवाज़ा बंद होने के कारण, और रूम में फन चलने के कारण आवाज़ बाहर नही गयी.
रात के 1 बजने वाले थे. फिर मामी की छूट चुदाई की. फिर मामी बोली रुकने को. उनको आज मज़ा आ गया. मामी फिर सुबह 4 बजे उठी. वो मुझे उठा कर फिर मेरे लंड के उपर बैठ कर खुद सवारी करने लगी. फिर हम दोबारा सो गये.
सुबह 11 बजे से 2 बजे तक दोबारा मैने मामी को पेला. मामी फिर सारी पहन ली. फिर मुझे चावल खाने दिए, और चावल खाने के बाद मामी को फिर छोड़ा. उस पूरा दिन मामी की अची से चुदाई की. मामी कभी भूल नही पाएँगी. लॉक्कडोवन् खुलने तक मैने उनको खूब छोड़ा, और फिर घर आ गया. कुछ दीनो में मामी ने मुझे गुड न्यूज़ दी. अब हम बहुत खुश थे. थे एंड.