जब अंजू को पहली बार चोदा

लेखक: हिमांशु, कानपुर
हेल्लो ! मेरा नाम हिमांशु है. मेरी उम्र १८ साल है और मै कानपूर का रहने वाला हु. ये मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की कहानी है. उसका नाम अंजू है. उसकी भी उम्र १८ साल है. वह मेरे घर के पास में रहती है. दिखने में वह बहुत सेक्सी है. उसकी चुचियो को देखकर मेरा मन उसको एक बार छोड़ने का करता है.

एक बार मै एक हसिनाओ को छोड़ने के नियम की किताब पढ़ रहा था. पढ़ते हुए वो किताब मैंने केमिस्ट्री की किताब में रख दी. एक दिन वो मेरे पास केमिस्ट्री की किताब लेने आई. मैंने वो किताब उसे दे दी. वो किताब लेकर चली गई. जब उसने वो किताब खोली तो उसमे वो किताब निकली उस किताब के कवर पेज पर नंगी लड़की की तस्वीर छपी थी. उसने वो किताब पढ़ी. उसे बहुत मज़ा आया . अगले दिन वो उस किताब को मेरे घर वापस करने आई.

मैंने उससे पूछा कि किताब कैसी है ?
उसने कहा इस किताब से तो अंदर वाली किताब अच्छी है. उसने मुझसे कहा कि तुम कल मेरे घर आना मुझे तुमसे कुछ बात करनी है. अगले दिन मै उसके घर गया. उसके घर में कोई नही था. घर में वो बिल्कुल अकेली थी.

वो मेरे पास आई और बोली यार तुम बहुत सेक्सी हो मैंने भी कहा तुम भी कम सेक्सी नही हो. उसने कहा मुझे तुम्हारे जैसे लड़के कि ही जरुरत थी. इतने में उसने मुझे पकड़ कर किस करना चालू कर दिया. मैंने उसका टॉप और जींस उतर दी. अब वो केवल ब्रा और पैंटी में थी. और उसने भी मेरी शर्ट और पेन्ट उतार दी. मैंने भी अंडरवियर उतार दी. मै बुल्कुल नंगा हो गया था. मेरा ७ ’ लंड बहार निकल आया .

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मैंने उस चूसने को कहा. वो मेरा लंड अपने मुह में डालकर चूसने लगी. तभी मैंने भी उसकी ब्रा और पैंटी उतर दी. वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी. उसकी नंगी चुचिया बाहर निकल आई थी. मैंने उसकी चुचियो को मसलना शुरु कर दिया.

वो बोली- तुम तो बड़े चुदाकर हो , पहले किसी को चोदा है क्या ?
मैंने कहा नही.
वो बोली मैंने भी पहले किसी से नही चुदवाया है. मैंने उसकी दहनी चुचु को मुह से चुसना शुरु कर दिया. उसके मुह से अहह … अह …. निकल रहा था.

अब मेरा लंड उसको चोदने के लिए बिल्कुल तैयार था. मैंने उसको बिस्टर पर लिटाया और अपना लंड उसकी छुट में डाल दिया. छुट में घुसते ही वो अहह …. अहह …. चिल्लाने लगी. वो बोली मत करो दर्द होता है. मैंने कहा कि अभी थोड़ा दर्द होगा , बाद में बड़ा मज़ा आएगा इसके साथ ही मैं इक और धक्का लगाया मेरा लंड उसकी छुट में ४ ’ चला गया. वो चिल्लाने लगी.

मैंने लंड अंदर बाहर करना शुरु कर दिया. मैंने अबकी बार ज़ोर का धक्का दिया मेरा लंड लगभग पूरा चला गया था. उसकी चूत से खून निकल पड़ा. वो बोली मुझे तुमसे नही चुदवाना है. मुझे बहुत दर्द होता है. मैंने कहा अब तो थोड़ा ही बाकी रह गया है.

मैंने उसे डोग स्टाइल में लिटाया और जोर से चोदना शुरु कर दिया. अब उसे दर्द कम हो रहा था उसने कहा कि और तेज़ी से चोदो. मैंने स्पीड बढ़ा दी. अचानक मेरे लंड से पानी निकल पड़ा और उसकी छूट में चला गया. मैंने अपना लंड बाहर निकला. वो मेरे लंड को चाटने लगी.

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मैंने उससे कहा कि क्या तुम मुझे अपना ढूढ़ नही पिलाओगी ?
वो बोली ये तो तुम्हारे ही लिए है. मैंने उसकी चूची को मुह से चुसना शुरु कर दिया. उसका ढूढ़ पीकर बड़ा मज़ा आया. वो बोली अब तुम मुझे हफ्ते में एक बार जरुर चोदा करो. मैंने कहा ठीक है. अब मै उसको हफ्ते में एक बार जरुर चोदता हु. हम साथ में ब्लू फ़िल्म देखने जाते है!



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