ब्रिटेन में गोरी अप्सराओं की मस्त चुदाई-1

दोस्तो, मैं आपका दोस्त जयदीप फिर से आपके सामने एक और सच्ची कहानी लेकर आया हूँ।

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को खूब सराहा और ढेर सारे ईमेल आए।

सभी ने एक ही सवाल पूछा कि फिर क्या हुआ?

फिर मैं तनु से मिलने एक बार पूना गया।

मैं- कैसा है हमारा बच्चा?

तनु- जयदीप.. वो तो ठीक है, पर मैं उसे हमारा नाम नहीं दे सकती.. सभी यही समझते हैं कि ये राजेश का बच्चा है। मुझे अपने परिवार का डर भी है। अगर उन्हें पता चल गया.. तो वो जीते जी मर जायेंगे।

मैं- तो ऐसा कर लो कि राजेश को डाइवोर्स दे दो और मुझसे शादी कर लो।

तनु- ऐसा नहीं कर सकते.. क्योंकि बिना कारण के मैं तलाक नहीं ले सकती और लिया तो मेरे माँ-बाप को कोई नहीं छोड़ेगा और इससे अच्छा तो ये होगा कि हम ही एक-दूसरे को भूल जाएं।

ये सुनकर मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। थोड़ी देर तो मुझे होश ही ना रहा।
मैं- पागल हो गई क्या? ऐसा सोचा भी कैसे?

तनु- पागल तो तुम हो गए हो। अगर तुम्हारे और मेरे घरवालों को राजेश ने या किसी और ने बता दिया तो..? मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ, पर मैं यही कहूँगी कि तुम मुझे भूल जाओ। इसी में हम सबकी भलाई है और आपके बेटे को देखकर मुझे हर वक्त आपकी याद आएगी। अभी राजेश को पता नहीं है वो ये ही समझता है कि ये उनका बच्चा है। प्लीज.. मुझे भूल जाओ और नई लाइफ स्टार्ट करो। तुम्हारे पेरेंट्स ने भी तुम्हारे लिए कुछ सपने देखे होंगे। जो हुआ वो अच्छा या बुरा पल.. जो भी तुम समझो, उसे एक होनी समझ कर भूल जाओ.. वरना कई जिंदगियां बर्बाद हो जाएंगी।

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मैंने सोचा कि अगर वो खुश नहीं रहेगी, तो मैं कैसे रहूँगा और प्यार का मतलब क्या रहेगा! मैंने तनु को चूमा और उससे फ़ोन पर बात करने का वादा किया।

मैं वहाँ से चला गया और अपनी रूटीन लाइफ जीने लगा।

मेरा मन नहीं लग रहा था, इसलिए मैंने कंपनी बदल दी और दूसरी कंपनी ज्वाइन कर ली।

मेरा एक्सपीरियंस ज्यादा होने की वजह से मुझे सीधा यूके भेज दिया गया.. क्योंकि उधर अर्जेंट जरूरत थी।

मैं एक हफ्ते में ही यूके आ गया। वहाँ मुझे कब तक काम करना था.. पता भी नहीं था।

ब्रिटेन की जवानी
मैं जब एयरपोर्ट पर उतरा.. तब मुझे कंपनी की कार लेने आई थी।
उस कार में से एक सुन्दर लड़की उतरी जिसका नाम नैंसी था।
उसने आकर मुझसे हाथ मिलाया और मेरा ‘वेलकम’ किया।

अब जो भी बातें उसके साथ हुईं.. वो इंग्लिश में हुईं, पर मैं हिंदी में बताता हूँ।

मैं- थैंक्स!

वो कमाल की लग रही थी, मानो कोई एक्ट्रेस हो। वो करीब 22 साल की होगी।
उसका फिगर 34-28-36 का था, एकदम गुलाबी गाल और शार्ट टॉप और जीन्स में वो बहुत ही मस्त लग रही थी।

नैंसी- सफर सही तो रहा ना?
मैं- बिलकुल सही.. कोई परेशानी नहीं हुई।
नैंसी- मैं आपको पहले ही बता दूँ कि हम दोनों को साथ ही काम करना है। इसी लिए मैं आपको लेने आई हूँ।

उसके बाद हम ऑफिस पहुँचे, वहीं उसने मुझे सबसे मिलवाया।

फिर क्या था.. हमारा रूटीन काम शुरू हो गया और नैंसी ने मुझे सब समझा दिया। कुछ दिनों में हम दोनों फ्रेंड्स बन गए।

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