हेलो फ्रेंड्स, मैं थोर अपनी न्यू सेक्स स्टोरी लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. मेरी सेक्स स्टोरीस को इतना प्यार देने के लिए आप सब का बहुत धन्यवाद. आयेज भी मैं अलग-अलग सेक्स स्टोटिएस लिखता रहूँगा, और उमीद है आपका प्यार ऐसे ही बना रहेगा. आज की स्टोरी अरमान की है, जो देल्ही से है. तो चलिए स्टोरी शुरू करते है अरमान के शब्दों में.
मेरा नाम अरमान है, मैं देल्ही से हू. मेरी उमर 20 साल है, और मैं कॉलेज फर्स्ट एअर में पढ़ता हू. मेरी पर्सनॅलिटी अची है, और लंड मेरा 6 इंच का है. इस कहानी में मैं आपको बतौँगा, की कैसे मैने अपनी मौसी की चुदाई की, जो मेरी पहली चुदाई थी.
मेरी मौसी की आगे 32 साल है. मम्मी और उनकी आगे में काफ़ी डिफरेन्स है. मौसी की 2 साल पहले शादी हुई थी, जो 6 महीने तक ही चल पाई. उनका रंग गोरा है, और फिगर मस्त है. जब से मैं जवान हुआ था मौसी को गंदी नज़रों से देखता था. उनका साइज़ तकरीबन 36-30-36 होगा.
डाइवोर्स के बाद से मौसी नानी के घर ही रहती थी. हम लोग अक्सर वहाँ जया करते थे, और मेरा ध्यान तो बस मौसी के फिगर पर रहता था. वो इतनी सेक्सी थी, की मुझे घर आ कर मास्टरबेट करना पड़ता था.
एक दिन पापा-मम्मी को 4-5 दिन के लिए काम से बाहर जाना था. मेरा कॉलेज था, तो मैं नही जेया सकता था उनके साथ. फिर उन्होने मुझे नानी के घर छ्चोढने का फैंसला किया. ये सुन कर मैं खुशी से फूला नही समा रहा था.
फिर वो चले गये और मैं नानी घर चला गया. वहाँ पर नानी और मौसी थे. मामू मामी के साथ बाहर रहते थे, और नाना जी परलोक सिधार चुके थे.
रात का डिन्नर हम तीनो ने साथ में किया. मौसी ने उस वक़्त पाजामा और त-शर्ट पहनी हुई थी. त-शर्ट में उनके भरे हुए बूब्स कमाल के लग रहे थे. उन्होने ब्रा नही पहनी थी, इसलिए उनके निपल्स दिख रहे थे, जिनको देख कर मेरे मूह में पानी आ रहा था.
फिर हम सब अपने-अपने कमरे में सोने चले गये. मुझे नींद नही आ रही थी, और मौसी के ही ख़याल आ रहे थे. फिर मैने सोचा, की आज तो मौसी मेरे करीब ही थी, तो क्यूँ ना उनको देखते हुए मूठ मारु. ये सोच कर मैं उनके कमरे के बाहर चला गया.
किस्मत से उनके दरवाज़े की कुण्डी नही लगी थी, तो मैं तोड़ा सा दरवाज़ा खोल कर अंदर झाँकने लगा. अंदर जो मैने देखा, उससे मेरी ज़िंदगी बदल गयी.
मौसी बेड पर टेक लगा कर बैठी थी. उनका पाजामा उनके घुटनो पर था, और उनका हाथ उनकी पनटी में था. वो अपनी छूट सहला रही थी, और हल्की आवाज़ में आ आ कर रही थी. मौसी के चेहरे से हवस सॉफ झलक रही थी.
मैं समझ गया था की अकेला मैं ही नही था, जो सेक्स के लिए तड़प रहा था, मौसी का भी यहीं हाल था. मुझे लगा यहीं सही मौका था मौसी के साथ जिस्मानी रिश्ता बनाने का. लेकिन अंदर जाने की हिम्मत नही हो रही थी.
मैं सोच रहा था की अगर ये चान्स हाथ से गया, तो शायद फिर कभी नही आएगा. लेकिन दर्र भी बहुत लग रहा था. पर फिर मैं जैसे-तैसे दरवाज़ा खोल कर अंदर घुस गया. मेरे अंदर जाते ही मौसी घबरा गयी, और खुद को चादर से ढकने लगी.
मैं जल्दी से मौसी के पास उनके बेड पर गया, और चादर हटा कर बोला: मौसी अगर आप चाहो, तो मैं आपको शांत कर चुका हू. मैं भी कब से आपको प्यार करने के सपने देखता हू. प्लीज़ मौसी मुझे एक चान्स डेडॉ.
कुछ सेकेंड्स मौसी बिना कुछ बोले मुझे देखती रही. फिर मौसी ने पनटी उतरी, और अपनी टाँगें खोल कर मूह दूसरी तरफ कर लिया. मैं समझ गया की उनकी छूट की आग ने उनको राज़ी कर लिया था.
फिर मैने मौसी की छूट पर मूह लगाया जिस पर थोड़े बाल थे. छूट एक-दूं गीली थी, और बहुत ही अलग सी खुश्बू आ रही थी. ऐसी खुश्बू का ये मेरा पहला एहसास था, और इससे मैं बहुत उत्तेजित हो गया.
अब मैं मौसी की छूट पर जीभ फेर रहा था. मौसी हल्की आवाज़ में आ आ कर रही थी. फिर जैसे मैने पॉर्न वीडियो में देखा था, वैसे मैं अपना हाथ छूट पर ले गया, और उसका मूह खोला. अंदर से छूट पिंक कलर की थी. फिर मैने छूट के अंदर जीभ डालनी शुरू की, जिससे मौसी पागल होने लगी. उन्होने मेरा सर अपनी छूट में दबा लिया.
मुझे उनकी छूट का पानी बहुत स्वाद लग रहा था. बीच-बीच में मौसी मेरे मूह को ज़ोर से अपनी छूट में दबाती, जिससे मेरी सास रुकने लगती. लेकिन इसका भी अपना ही एक अलग मज़ा था.
फिर अचानक मौसी का शरीर झटके मारने लगा. वीडियोस के एक्सपीरियेन्स से मैने अंदाज़ा लगा लिया की वो झड़ने वाली थी. मेरा अंदाज़ा बिल्कुल ठीक निकला, और मौसी की छूट से सफेद पानी आने लगा. मौसी आ आ आ करने लग पड़ी, और मैने उनका पानी मूह में ले लिया.
उनका पानी निगलने के बाद जब मैने उनकी तरफ देखा, तो उनके चेहरे पर पसीना था. वो काफ़ी संतुष्ट लग रही थी. फिर मौसी ने भी मेरी तरफ देखा. मैं आयेज बढ़ा, और उनके होंठो से अपने होंठ चिपका दिए. मैं उनके होंठ चूसने लगा, और वो भी झटपट साथ देने लगी.
तकरीबन 10 मिनिट तक हम दोनो एक-दूसरे के होंठ चूस्टे रहे. ये एहसास और ये स्वाद मुझे बहुत मज़ा दे रहा था. तभी मौसी ने मुझे पीछे धकेलना शुरू किया, और बिस्तर पर सीधा लिटा दिया. फिर मौसी ने अपनी त-शर्ट उतार दी, और पूरी नंगी हो गयी. उनके बूब्स खरबूज़े जीतने बड़े थे, और उन पर लाइट ब्राउन निपल्स का नज़ारा देखते ही बनता था.
फिर मौसे मेरे करीब आई, और मेरे हाथ अपने बूब्स पर रख कर मुझे लीप किस करने लगी. मैं उनके बूब्स दबाते हुए उनके होंठो का रस्स पीने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तों. कुछ देर ऐसे ही किस करने के बाद मौसी ने मेरे कपड़े खोलने शुरू कर दिए. अगले 2 मिनिट में मैं पूरा नंगा था.
इसके आयेज की सेक्स कहानी आपको अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगी. फीडबॅक देने के लिए