कोचैंग मेट सौम्या की चुदाई

हेलो, दोस्तो मेरी पहली कहानी मे आप का स्वागत है. मेरा नाम वैभव है और मैं इंटर्मीडियेट फर्स्ट ईयर का एग्जाम पास कर के लखनऊ मे रहेता हू. ये देसी सेक्सी गर्ल देसी चुदाई कहानी उस टाइम की है जब मैं इंटर की कोचिंग करने के लिए एक कोचिंग सेंटर मे गया था.

कुछ दिन तो मैं वाहा शाइ शाइ सा रहा क्योकि नई नई प्लेस और मैं किसी को जनता भी नही था ठीक से कोचिंग शाम को 4 से 6 बजे तक चलती थी. 4 से 5 साइन्स की क्लास और 5 से 6 मैथ्स की. पर धीरे धीरे मेरी एक लड़की से बात होने लगी उसका नाम सौम्या था. मैं किसी ना किसी बहाने से उसे कॉपी माँगता और बात करता.

फिर हम दोनो 6 बजे के बाद कोचिंग मे रुकने लगे और मैं रुक कर काम करता और वो पढ़ती और हम लोग बात करते. धीरे धीरे मेरी और उसकी बहोत जान पहेचान हो गई.

एक दिन उससे कॉपी लेते टाइम मेरा हाथ उसके बूब्स पर टच हो गया और वो हस के उधर मूह कर लिया.

तभी बाहर से बॉल आ कर मेरे लंड पर लगी और मैं वहीं पर बैठ गया सौम्या ने बाहर देखा तो बच्चे थे जो क्रिकेट खेल रहे थे. उसने उसको बॉल दिया और बोला की देख कर खेलो और अंदर आ गई.

उसने देखा की मैं वैसे ही ज़मीन पर लेटा था क्योकि मेरे लंड मे बॉल लग गई थी और उस टाइम पर और कोई था भी नही कोचिंग मे. वो मेरे पास आ गई और पूछा क्या हुआ बहोत तेज़ लगी क्या ?

मैने सिर हिला कर हा बोला. फिर वो मुझे उठा कर चेयर तक ले गई और बोली की मुझे देखने दो. मैने मना किया पर उसने बोला की देखो वैभव देखने दो मैं दोस्त हू तुम्हारी. तो मैने बोला ठीक है और अपनी पेंट उतार दी और वो कोचिंग का गेट लॉक कर के आ गई.

मेरा लंड अंडरवियर मे था और एक लड़की के हाथ का स्पर्श पा कर रॉड सा हो गया और देखने मे ऐसा लग रहा था की अभी वो अंडरवियर को फाड़ता हुआ आ जाएगा. सौम्या ने अंडरवियर को नीचे किया. मैरा 6 इंच का लंड देख कर तो वो 5 सेकेंड के लिए ब्लेंक ही हो गई थी फिर मैं नाटक कर के बोला की बहोत दर्द हो रहा है. इस पर उसने बोला की मैं क्या करू जो बात मैं वो करूँगी.

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तो मैने कहा की प्लीज़ इस को अपने मूह मे ले लो. तो वो घुस्से से बोली ये क्या बोल रहे हो. फिर मैने नकली आसू बहाते हुए बोला की सौम्या तुम ही दोस्त हो मेरी और रोने का नाटक किया. तो उसने बोला की ठीक है पर तुम किसी को बताना नही. तो मैने बोला की ठीक है.

फिर मैने अपना लंड उसके हाथो मे दे दिया और बोला की अब उप्पर नीचे करो. उसने 2 बार किया था की मैने उसका सिर को पकड़ कर नीचे किया और आँखो से इशारा किया की वो अब लंड मूह मे ले. फिर उसने लंड मूह मे लिया और उप्पर नीचे करने लगी. मुझे तो इतना मज़ा आ रहा था की क्या बताऊ. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

थोड़ी देर के बाद उस को भी मज़ा आने लगा और वो मन से मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. उसको अपना लंड चुसते हुए देख मैं झड़ने वाला था तो मैने उसका सिर दबाए रखा और उसके मूह मे ही झड़ गया.

वो सारा स्प्रम पी गई और बोला की वैभव तुम्हारा लंड बहोत ही अच्छा है . क्या मैं इसे और चूस लू? तो मैने भी बोला की और चूसो रानी तुम्हारा ही तो है ये तो वो पीरसे स्टार्ट हो गई और जब मैने देखा की अब उसे भी मज़ा आ रहा है तो मैने उसको पीछे लिया और बोला की अपनी भी चूत दिखाओ तो वो बोली की ठीक है और अपनी पेंट नीचे और पेंटी मैने नीचे की और उसकी चूत गीली थी.

मैने उसको उसी चेयर पर बैठा दिया और रोलिंग चेयर के कारण, वो कारण से लेट गई और दोनो पेरो के बीच मे मैं था. मैं उसकी चूत को चाट रहा था और जो आहे ले रही थी. पूरा रूम उसकी सिसकियो से गुज़ रहा था. वो अह्ह्ह्ह आहह जैसे आवाज़ निकाल रही थी और उसकी सासे भी तेज़ चल रही थी. फिर मैने अपनी टंग उसकी चूत मे डाल दी और वो उछल पड़ी.

उसने बोला वैभव आअह्ह्ह बहोत मज़ा आ रहा है. वाह क्या टंग है ये तो मुझे जन्नत दिखा रही है. चाटो और चाटो. मैं तो चाट ही रहा था की उसने अपने हाथो से मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत मे डालने लगी और सिसकिया और ज़ोर से लेने लगी. फिर मैने उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसके बूब्स के बीच मे आ गया और अपने लंड को उसके दोनो दूध मे गुफा बना कर डालने लगा.

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थोड़ी देर के बाद मैं झड़ गया और फिर हम दोनो 69 पोज़ मे आ गए और एक दूसरे को चाटने लगे की सौम्या ने बोला की बाबू अब और न सहा जाता अब डाल दो. मैं तो यही सुनना ही चाहता था.

मैने उसको टेबल पर लेटाया और उसके पेरो को उप्पर कर दिया फिर अपना लंड उसकी चूत पर सेट किया. जैसे ही मैने अपना लंड उसकी चूत पर रखा मुझे बहोत गरम सा लगा. फिर मैं एक धक्का मारा और आधा लंड उसकी चूत मे गया. सौम्या बहोत ज़ोर से चिल्लाई और बोली प्लीज़ मुझे जाने दो मुझे नही करवाना.

मुझे अपना फीडबैक देने के लिए कृपया कहानी को ‘लाइक’ ज़रूर करे, ताकि कहानियों का ये दोर देसिकहानी पर आपके लिए यूँ ही चलता रहे.

फिर मैने देखा तो उसकी चूत से खून निकल रहा था. तो मैं उसके गले और लिप्स पर किस करने लगा और थोड़ी देर के बाद वो नॉर्मल हुई तो मैने दूसरा धक्का मारा और पूरा लंड उसकी चूत मे आ गया उसकी आँखो से आसू गिर रहे थे और वो रो रही थी.

मुझे दया आ रही थी पर मेरा लंड को नही… तो मैं रुक गया और थोड़ी देर के बाद मैने अपना लंड आगे पीछे करना स्टार्ट किया अब सौम्या को भी मज़ा आ रहा था वो भी अपनी गांड उठा उठा कर अपनी चूत मे लंड डलवा रही थी मैने उसको 20 मिंट तक चोदा और फिर उसकी चूत मे ही अपना पानी गिरा दिया और फिर अपना लंड उसके मूह मे डाल कर साफ करवाया और मैने भी उसकी चूत साफ की.

फिर हम दोनो ने अपने कपड़े पहेने और गेट खोला तो देखा की सर सौम्या की चुदाई की आवाज़े सुन रहे थे. सर ने हाथ मेरे कंधे पर रखा और हस कर जाने को बोला. फिर मैं और सौम्या कोचिंग से घर आ गये.

हम लोग रोज़ कोचिंग मे सब के जाने के बाद चुदाई का आनंद लेते. 1 साल तक मैने सौम्या को चोदा और अब कोचिंग बंद हो गई तो मेरा लंड उसकी चूत के लिए तरसता है. आप को मेरी पहेली देसी सेक्सी गर्ल देसी चुदाई कहानी कैसी लगी मुझे बताना ज़रूर. थॅंकिंग यू ऑल फॉर रीड दिस.



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