Car Sikhne ke Bad Chudai यह तब की हैं जब में 12 क्लास में था | मैं अंग्रेजी में काफी कमजोर था | हमारी अंग्रेजी टीचर का नाम स्नेह था | वो करीब 40 की थी | वो हलकी सी मोटी थी खास कर उनका कमर काफी मोटा था | उनके चुचे भी काफी बड़े और भरी थे | जब में 11 में था, तब मुझे अंग्रेजी में काफी
कम नंबर आये थे, इसीलिए मेने 12 में सोच लिया था की इस बार अंग्रेजी में ध्यान लगाऊंगा और खूब पडूंगा | गर्मियो की छुट्टी से एक दिन पहले मेने स्नेह मैडम के पास गया |
गुड आफ्टरनून समीर
मैडम, मुझे आपकी सयहता चाहिए थी |
हाँ बोलो
मैडम, जेसा की आपको पता हे की मेरा अंग्रेजी में काफी कम नंबर आये थे |
हाँ, मुझे पता हे, इसीलिए तो तुम्हे बोलती हू की अच्छे से पढाई किया करो |
जी मैडम, में इस बार बोर्ड के परीक्षा में कम नहीं लाना चाहता |
अच्छा, आखिर में तुम्हारी आँखे खुल ही गयी |
जी मैडम, मुझे पता हे की मुझे काफी मेहनत करनी होगी, और में इसके लिए तैयार हू | मगर मैडम मुझे यही नहीं पता की शुरू कहा से करना हे | मेरा मतलब हे की मेरा अंग्रेजी का जड ही कमजोर हे | सो मैडम क्या आप मेरी मदद करोगी यह बताने में की कहा से शुरू करना हैं |
जरुर समीर, में तुम्हारी टीचर हू, और यह मेरा काम हे | में तुम्हारी मदद करुँगी | एक काम करो तुम मेरा घर का पता और मेरा फोन नॉ. ले लो और मुझे एक हफ्ते बाद फोन करना |
ठीक हे मैडम |
मेने फिर उनका नॉ. और पता ले लिया | और फिर एक हफ्ते बाद मेने उनको फोन किया |
हेल्लो, क्या में स्नेह मैडम से बात कर सकता हू ?
बोल रहीं हू |
मैडम, मैं समीर बोल रहा हू | मैडम आपने कहा था की एक हफ्ते बाद फोन करना…………….
हाँ याद हैं, फोन पर तो तुम्हारी पढाई नहीं हो सकती तुम एक काम करो, कल शाम ५ बजे मेरे घर आ जाओ, तभी तुम्हारी प्रोब्लम देख लेते हैं | ठीक हैं ?
ओके मैडम,
फिर अगले दिन मैं शाम को ५ बजे मैडम के घर पहुच गया | मेने घंटी बजाई और फिर मैडम ने दरवाज़ा खोला
हेल्लो मैडम,
हेल्लो समीर,………अंदर आओ………बैठो घर धुदने में तकलीफ तो नहीं हुई ना ?
थोडा सा हुआ, क्युकी में इस इलाके में कभी नहीं आया |
चलो कोई बात नहीं……… अब बताओ क्या लोगे चाय कोफ्फी कोल्ड्रिंक
कुछ नहीं मैडम………..कुछ नहीं……
शरमाओ मत तुम्हे कुछ ना कुछ तो लेना ही पड़ेगा
ठीक हैं मैडम कोफ्फी चलेगा |
बस अभी लती हू,
फिर मैडम कोफ्फी ले आई |
ह्म्म्म लो सुमित कोफ्फी लो, बिस्किट भी तो लो
नहीं मैडम इसकी क्या ज़रूरत थी ?
समीर तुम बहुत शर्मीले हो……….खेर ये बताओ हमे क्या बात करनी थी |
मैडम आपको तो पता ही हैं की मेरे अंग्रेजी में कैसे नॉ. आते हैं ?
हम्म्म्म मेरे ख्याल से तुम्हे पिछले साल ५० से जादा नहीं आये थे |
हाँ मैडम, और सबसे जादा हमारी क्लास में ९५ आये थे | मैडम में भी चाहता हू की मुझे भी उतने आये |
बिलकुल आ सकते हैं, लेकिन उसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी तुम्हे………क्या तुम करोगे ?
जी मैडम, मई मेहनत जरुर करूँगा, बस आप मुझे कोचिंग दीजिए |
ठीक हैं, एक काम करो तुम कल सुबह से १० बजे आ जाया करो |
ठीक हैं मैडम,
कोफ्फी तो पियो………..ठंडी हो रही हे
जी मैडम, ……………… मैडम आपकी फॅमिली में कोन कोन हैं ?
मैं, मेरे पति और दो बच्चे हैं |
मैडम कहा हे सब कोई दिखाई नहीं दे रहा ?
मेरे पति काम से दो हफ्तों के लिए बहार गए हैं और मेरे बच्चे अपनी नानी के घर पे है |
वो कब आयेंगे आपके बच्चे ?
वो भी दो हफ्तों बाद ही आयेंगे, वेसे मैं भी वही थी कल ही आई हू | अब यही तो दिक्कत हैं, अब मुझे बाजार से सब कुछ लाना हो तो नहीं ला सकती |
क्यों ?
बाजार यहाँ से काफी दूर हे ना, और रिक्शा से जाने मैं बहुत टाइम लगता है और स्कूटर और कार चलाना मुझे नहीं आती |
मैडम इस मैं क्या तकलीफ हे, आपको जो चाहिए होगा मुझे बता दीजिए, मैं ले आऊंगा |
नहीं नहीं ऐसी बात नहीं हे, समीर तुम्हे कार चलानी आती हैं क्या ?
हाँ मैडम आती हैं |
तुम मुझे कार चलाना सिखा सकते हो……..वो क्या हे की मेरे पति तो पुरे दिन बिजी रहते हैं और आज कल तो हमारी कार खली पड़ी है…………..और पति तो ऑफिस की कार ले गए हैं |
जी मैडम, मैं आपको कार चला सिखा दूँगा |
कितना समये लगेगा कार सिखने मैं ?
करीब एक हफ्ता तो लगेगा ही |
तो ठीक हैं तुम मुझे कार सिखाना शुरू कर दो |
ओके मैडम मगर किस समाये पे ?
तुम १० बजे पड़ने आओगे ही…..तुम्हे पडने के बाद मैं तुमसे कार सीख लिया करुँगी ……………पर समीर कोई बड़ा खली जगह हे क्या ? वो क्या हे की कोई मुझे देखेगा सीखते हुए तो मुझे शर्म सी आएगी | कोई ऐसी जगह बताओ जो एक दम खली हो और जादा लोग भी ना आया जाया
करे |
जी मैडम, शहर से बहार निकलने के बाद एक खली मैदान है, जो हर वक्त खली ही रहता हैं |
ठीक हैं, तो वही चलेंगे कल दोपहर मैं |
पर मैडम दोपहर में तो काफी गर्मी होगी ना ?
दोपहर में इसीलिए क्युकी उस वक्त लोग बहार नहीं निकलते और हमारी कार में तो ऐसी हैं. | मैं क्या करूँ लोग मुझे कार चलते हुए देखेंगे तो मुझे शर्म आएगी ना इसीलिए | वेसे तुम्हे कोई प्रोब्लम तो नहीं हे ना ?
बिलकुल नहीं मैडम, तो मैं कल आता हू १० बजे |
ओके समीर बाई |
मैं अगले दिन १० बजे मैडम के घर पहुच गया | मैडम ने उस दिन हरे रंग की सूट पहनी हुई थी | हलाकि मैडम थोड़ी मोटी और सावली थी, पर मुझे तो मैडम सेक्सी लग रही थी | मैडम ने मुझे १० से १ बजे तक पढाया | उसके बाद हम कार सिखने शहर से बहार एक खली मैदान में
चले गए | आस पास कोई नहीं था क्युकी उस वक्त काफी धुप थी |
मैदान में पहुच कर मेने मैडम को कार सिखानी शुरू कर दी |
मैं कुछ देर तक मैडम को गियर, एक्सेलेटर, क्लच, ब्रेक के बारे में बताने लगा |
चलिए मैडम आब आप चलाइए |
मुझे डर लग रहा हैं |
चलिए मैडम आब आप चलाइए |
मुझे डर लग रहा हैं |
कैसा दर ?
कही मुझे कंट्रोल नहीं हुआ तो ?
उसके लिए मैं हू ना मैडम |
फिर मैडम ड्राइवर सिट पे बैठ गयी और मैं बाजु वाले सिट पे आ गया | फिर मैडम ने कार चलानी शुर की लेकिन मन ने एक दम से एक्सेलेटर पे पैर रख दिया और कार एक दम से तेज चलने लग गयी | मैडम घबरा गयी |
मैंने मैडम को कहा की मैडम एक्सेलेरेटर से पैर हटाइये
मैडम ने फिर पैर हटा लिया तो फिर मेने स्टीरिंग पकड़ कर कार को संभल लिया
मेने कहा था ना की मुझसे नहीं होगा
कोई बात नहीं हैं, पहली बार ऐसा होता हैं |
नहीं मैं कार सीख ही नहीं सकती, मुझसे नहीं चलेगी
चलेगी मैडम, चलिए अब गाड़ी को स्टार्ट कीजिए और फिरसे ट्री कीजिए, पर इस बार एक्सेलेरेटर आराम से छोडना
नहीं मुझसे नहीं होगा
मैडम शुरू शुरू मैं गलतियाँ होती हैं, कोई बात नहीं
नहीं मुझे दर लगता हैं
अच्छा, एक काम करते हे मैं भी आपके सिट पर आ जाता हूँ, फिर आपको दर नहीं लगेगा
लेकिन एक सिट पर हम दोनों कैसे आ सकते हैं
आप मेरी गोद मैं बैठ जाना, मैं स्टीरिंग संभालूँगा और आप गार संभालना
लेकिन कोई हमे देखेगा तोह कैसा लगेगा ?
मैडम इस वक्त यहाँ कोई नहीं आएगा और वेसे भी आपके कार के शीशों से अंदर का कुछ भी नहीं दिखेगा |
चलो ठीक हे फिर
फिर में जा क ड्राईवर वाले सिट पे बैठ गया और मैडम मेरी गोद मैं | जैसे ही मैडम मेरी गोद में बैठी मेरे बदन में करंट सी दोड़ गयी | हम दोनों ने पहले बार एक दूसरे को ऐसे छुआ था | मेने फिर कार स्टार्ट कर दी और मैडम से पूछा की मैडम आप तैयार हो ?
हाँ, मुझे सिर्फ गिअर संभालना है ना ?
जी मैडम, आज के दिन आप सिर्फ गिअर ही सीखो |
कार चलने लगी, क्युकी मेरा हाथ स्टीरिंग पर था और मैडम मेरी गोद में, इसीलिए मेरी बांहे मैडम के चुचो को बार बार छु रहा था, और मैडम के चुचे थे भी काफी बड़े | मैडम को थोडा अजीब सा लगा इसीलिए वो मेरी जांघों पे ना बैठ कर मेरे घुटनों के पास खिसक गयी | जेसी ही मई
कार को मोड़ता, तभी मैडम की पूरी चूची मेरे बांहों को छु जाता | मैडम वेसे गिअर सही बदल रही थी |
क्यों समीर, मैं ठीक कर रही हू ना ?
एक दम सही हे मैडम, मैडम आप अभी थोडा स्टीरिंग भी संभालो |
ठीक हे
क्युकी मैडम मेरी गोद में काफी आगे होकर बैठी थी इसी लिए स्टीरिंग सँभालने में उन्हें तकलीफ हो रही थी | मैडम आप थोडा पीछे खिसक जाइए तभी आपसे स्टीरिंग सही चलेगा |
आब मैडम मेरी जांघों पे बैठ गयी | मैडम थोडा और पीछे हो जाईये |
और कितना पीछे होना पड़ेगा
जितना हो सके उतना हो जाइये
ठीक हैं
अब मैडम पूरी तरह से मेरे लंड के उपर बैठी हुई थी |
मेने अपने हाथ मैडम के हाथो पर रख दिया और स्टीरिंग संभालना सिखाने लगा | जब भी कार मुडती तो मैडम की गांड मेरे लंड में धस जाती | मैडम के चुचे इतने बड़े थे की वो मेरे हाथों को छु रहे थे | मैं जान बुझ के उनके चुचो को चूता रहा |
मैडम अब एक्सेलेरेटर भी आप संभालिए
कहीं कार फिर से कंट्रोल के बहार हो गयी तो ?
मैडम अब तो मैं बैठा हू ना ?
मैडम ने फिरसे पूरा एक्सेलेरेटर दबा दिया तो कार ने फिरसे एक दम से रफ़्तार पकड़ ली |
इस पर मेने एक दम से ब्रेक लगा दी तो कार भी उसी वक्त रुक गयी | मैडम को झटका लगा तो वो स्टीरिंग में घुसने लगी | इस पर मेने मैडम के चुचो को अपने हाथो से पकड़ कर मैडम को स्टीरिंग में घुसने से बचा लिया | कार रुक गयी थी और मैडम के चुचे मेरे हाथो में थे | मैडम
बोली –
मेने कहा था ना की में फिर कुछ गलती करुँगी ( अब भी मैडम के चुचे मेरे हाथो में थे )
कोई बात नहीं, कम से कम गिअर तो बदलना सीख लिया ( अब भी मैडम के चुचे मेरे हाथो में थे )
शायद मुझे स्टीरिंग संभालना कभी नहीं आएगा ( अब भी मैडम के चुचे मेरे हाथो में थे )
एक और बार ट्राई कर लेते हैं ( अब भी मैडम के चुचे मेरे हाथो में थे )
ठीक हैं ( अब भी मैडम के चुचे मेरे हाथो में थे )
मैडम ने मुझसे एहसास दिलाने के लिए की मेरा हाथ उनके चुचो पे हे, मैडम ने अपने चुचो को हल्का सा झटका दिया तो मेने अपने हाथ वहा से हटा लिया | मेने कार फिरसे स्टार्ट की | मैडम ने अपने हाथ स्टीरिंग पे रख लिया और मेने अपने हाथ उनके हाथो पे रख दिया |
मैडम एक्सेलेरेटर मई ही संभालूँगा, आप सिर्फ स्टीरिंग संभालिए
यही में कहने वाली थी
कुछ देर तक मैडम को स्टीरिंग मैं मदद करने के बाद में बोला
मैडम अब में स्टीरिंग से हाथ उठा रहा हू, आप अकेले ही संभालिए
ठीक हे, अब मुझे थोडा अपने उपर भरोसा है, लेकिन तुम अपने हाथ तैयार रखना कहीं फिर से वेसा ना हो जाये |
मैडम मेरे हाथ हमेशा तैयार रहते हैं
मेने फिर अपने हाथ स्टीरिंग से हटा के मैडम के छाती पे रख दिया, मैडम को पकड़ने के बहाने से, मुझे एक पाल के लिए लगा की मेने हाथ रखा वो भी सीधे मैडम के छाती पे, आज मुझे मैडम से गलिया सुनने को मिलेगा, मगर ऐसा कुछ भी ना हुआ |
समीर मुझे कास के पकड़ना, कहीं ब्रेक मारने पर में फिर से स्टीरिंग में ना घुस जाऊ |
हा मैडम, कास के पकड़ता हूँ | मेने फिर मैडम के छाती को कास के पकड़ने के बहाने दबा दिया, और उसी के कारण मैडम के मुह से अह्ह्ह निकल गया |
समीर मेरे ख्याल से आज के लिए इतना सीखना काफी हे |
ठीक हे मैडम
मैडम फिर मेरी गोद से उठ कर बाजु वाली सिट पर बैठ गयी, और हम फिर मैडम के घर चल दिए |
ठीक हे मैडम, मई अब चलता हू |
रोटी खा के जाना
नहीं मैडम, मेने मम्मी को बोल को कहा हे की में खाने के वक्त आ जाऊंगा
ठीक है, तोह कल दस बजे आओगे ना ?
पक्का मैडम,
मई अगले दिन दस बजे पहुच गया | पड़ने के बाद हम फिर से कार सिखने उसी जगह में आ गए |
तोह समीर आज कहाँ से शुरू करेंगे ?
मैडम मेरे ख्याल से से आप पहले स्टीरिंग में ठीक हो जाइये, उसके बाद कुछ करेंगे |
ठीक है, कल जेसे ही बैठने हे क्या ?
हा मैडम,
आज मैडम ने सिल्क की सलवार कमीज़ पहनी हुई थी | मैडम आज सीधे आकार मेरे लौडे पर बैठ गयी | आज मैडम की सलवार थोड़ी टाईट थी और मैडम की गांड से चिपकी हुई थी |
हमने कार चलानी शुर कर दी | मैडम ने अपने हाथ स्टीरिंग पर रख लिया, और मेने भी अपने हाथ मैडम के हाथो पर रख दिया | आज मैडम की गांड मेरे लोडे पर बार बार हिल रही थी | कुछ देर के बाद मेने कहा मैडम अब मैं अपने हाथ स्टीरिंग से हटा रहा हू |
हाँ, अपने हाथ स्टीरिंग से हटा लो |
हाँ, अपने हाथ स्टीरिंग से हटा लो |
मेने हाथ स्टीरिंग से उठा कर सीधे मेने मैडम के चुचो पे रख दिया………..वह मज़ा आ गया आज मैडम ने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी, इसीलिए आज मैडम के चुचे काफी नरम थे | मेने फिर मैडम के चुचो को धीरे धीरे दबाना शुरू कर दिया | मैडम की सिल्क की सलवार में उनके चुचे को
दबाने में मज़ा आ रहा था | मैडम ने अचानक अपनी टाँगे खोल दी और उसी के कारण उनकी चुत मेरे लंड पर आ गया | मेने फिर जोश में आके मैडम के कमीज़ में हाथ डाल दिया और उनके चुचो को दबाने लगा |
मैडम, मज़ा आ रहा है क्या ?
अह्ह्ह किसमे ?
कार चलने मैं |
हाँ, कार चलने में मज़ा आ रहा है |
मैडम, अब आपको स्टीरिंग संभालना आ गया |
ह्म्म्म
अब मेने अपना दूसरा हाथ भी मैडम के कमीज़ में डाल दिया और दूसरे चुचे को दबाने लगा |
अह्हह्ह समीर तुम आह्ह्ह येह्ह्ह्ह क्या कर रहे हो ?
मैडम आपको कार चलाना सिखा रहा हूँ |
समीर तुम्हारे हाथ कार के स्टीरिंग पे होना चाहिए था |
पर मैडम, आपका स्टीरिंग सँभालने में जादा मज़ा आता हैं |
तुम्हे मेरे साथ ऐसा नहीं करना चाहिए……….और वेसे भी में एक काली और मोटी औरत हू, तुम्हे मुझे क्या अच्छा लगेगा ?
मैडम आपकी एक एक चीज़ अच्छी हैं |
समीर में थोड़ी ठाक गयीं हूँ, पहले तुम कर रोक लो, वो देखो आगे थोड़ी झाडिया हैं कार वहा ले चलो |
जी मैडम,
मैंने कार झाडियो में जा कर रोक ली |
बस थोड़ी देर आराम कर लेते हैं, हाँ तो समीर तुम्हे इस मोटी और काली औरत में क्या अच्छा लगा ?
मैडम ,एक बात बोलूं ?
हाँ बोलो
मैडम, आपके संतरे बहुत अच्छे हैं
क्या, संतरे मई क्या कोई पेड हू जो मुज्मे संतरे लगे हैं ?
मैडम यह वाले संतरे ( मैडम के चुचो को दबाते हुए )
आह्ह्ह ह्ह्ह्हाआअ
मैडम आपके खरबूजे भी बहुत अच्छे हैं |
क्या खर्बुझे, मुझमे खरबूजे कहाँ हैं ?
मैडम, मेरे बोलने का मतलब हे आपकी गांड |
झूट, मेरी गांड तो बहुत चौड़ी और मोटी हैं |
यह कहकर मैडम खड़ी हो गयी और अपने सलवार निचे करदी | मैडम ने पेंटी नहीं पहनी हुई थी |
देखो ना, कितनी बड़ी हैं मेरी गांड |
मैं तो मैडम की गांड देखते रह गया, मैडम की गांड मेरे मूह के पास थी | मई मैडम की गांड पे हाथ फेरने लगा |
मैडम, आपके गांड की महक बहुत अच्छी हैं |
यह कह कर में मैडम की गांड पे किस करने लगा | फिर उसके बाद मेने मैडम की गांड की दरार पे जीभ मरने लगा |
ओह समीर…… येह्ह्ह क्या कर रहे हो |
मैडम मुझे खरबूजे काफी पसंद हैं |
ओह्ह…… और क्या क्या पसंद हे तुम्हे ?
बबल गम !
क्या…..बबल गम वो कोंसी जगह हे ?
जवाब में मेने मैडम की चुत दबाने लगा |
ओह्ह समीर…….बबल गम को दबाते नहीं हे |
मैडम…….इस हल में मैं बबल गम नहीं खा सकता |
समीर पीछे सिट पे आओ, वहा पे आराम से खा सकते हैं |
फिर हम दोनों पिछले सिट पर आ गए, मैडम ने अपनी टाँगे खोल ली और अपनी चुत पे हाथ रख कर बोली समीर यह रही तुम्हारी बबल गम |
मेने मैडम की चुत चाटने लगा | मैडम सिट पे लेती हुई थी, मेरी जीभ मैडम की चुत पे और हाथ मैडम की चुचो को दबा रहे थे | मई करीब दस मिनट तक चुत पे जीभ मरता रहा |
समीर क्या तुम्हारी पेंसिल छिली हुई हे ?
क्या मतलब ?
बुद्धू, मेरे पास शार्पनर है और तुम्हारे पास पेंसिल |
जी मैडम, मेरा पेंसिल को छिल दीजिए |
लेकिन पहले तुम अपनी पेंसिल तो दिखाओ
मेने अपनी जींस उतार दी, मेने अंदर चड्डी नहीं पहनी थी | मेने अपना लंड लिया और मैडम के मुह के पास ले गया तो मैडम ने उसे अपने मुह में ले लिया, और फिर जोर जोर से उसे चूसने लगी | कुछ देर तक चूसते रही और फिर बोली समीर तुम्हारी पेंसिल काफी अच्छी हैं |
मैडम, क्या आपका शार्पनर भी अच्छी कुआलिती की है ?
यह तो पेंसिल छिलने के बाद ही पता चलेगा |
तो मैडम, में अपनी पेंसिल छिल लूँ क्या ?
हाँ समीर, जस्ट डू ईट ………………..फक मी हार्ड………..चोद दे मुझे………..
मेने अपना लोडा मैडम की चुत में डाल दिया और धक्के देने लगा |
ओह्ह्ह्ह समीर……मेरे जान…तुम्हारी पेंसिल एक दम मेरे चुत के लिए हैं………… आआह्ह्ह्ह्ह्ह एक दम सही ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और करो और और करो……ह्म्म्म्म्म्म समीर मेरे संतरो को भी दबाव……इन्हें तुम्हारी काफी जरुरत हैं |
मैडम, आपकी चुत मरने में काफी मज़ा आ रहा हैं |
आया.ह्ह्ह्ह…….समीर मेरे बच्चे अपनी मैडम के संतरो से जूस तो पीओ……..
फिर मेने धक्के देने के साथ साथ मैडम के निप्पल को मुह में लेकर चुस्त रहा…………..कुछ देर बाद मैडम के चुचो में से दूध निकलने लगा और में उसे पिता रहा |
आईए समीर.और तेज और तेज और और और धक्का लगाओ और लगाओ आज अच्छी तरह ले लो मेरी….मेरे दूध को भी अच्छी तरह से पि लो …….और तेज करो |
मेने तेज तेज धक्के देना शुरू कर दिया | करीब १५ मिनट बाद
आ ऊह्ह्ह्ह्ह समीईर तेज और तेज में आने वाली हू ह्म्म्म्म्म्म्म ओह्ह्ह ऐईईईईइ
मई और मैडम फिर एक साथ ही झड गए |
आ आ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्हह्ह आई लव यु समीर….मज़ा आ गया |
जी मैडम, आपका शार्पनर गज़ब का हैं |
तुम्हारी पेंसिल भी कमाल की हैं |
मैडम मई आपके पीछे वाले शार्पनर को भी इस्तेमाल करना चाहता हू |
पीछे वाला शार्पनर………… मेने कभी नहीं इस्तेमाल करवाया हैं |
लेकिन मुझे तोह करने दोगी ना ?
पक्का, लेकिन बाकि का काम घर चल कर | और फिर अभी तोह मुझे कार सिखने में कुछ दिन और लगेगा |
तबसे मई और मैडम हर मोके पर चुदाई करते और मैडम से पड़ते वक्त हम दोनों बिकुल नंगे होते थे |