भाभी ने रिक्षवावाले से चुदाई की

उसने खड़े हो के मेरे बाल पकड़ लिए और बोला, साली रंडी एक घंटे से खून गरम कर रही हे और अब साली सती सावित्री होने का नाटक. साली बॉल्स अच्छे हे तो अच्छे हे. और तेरे पति के अंदर सच में नामर्दी ही होगी जो तेरे जैसे सेक्सी माल को छोड़ दिया उसने. मैं होता तो दिन में तिन बार तेरी चूत मारता.

मैं कुछ नहीं बोली लेकिन उसका ऐसा बोलना मुझे अच्छा लग रहा था. वो रुका तो मैंने कहा, सब मर्द एक जैसे ही होते हे. तिन बार तो कोई नहीं चोद सकता.

वो रिक्शा ड्राईवर बोला, साली आज तुझे असली मर्द के लंड से चोद के दिखाता हूँ.

और फिर उसने मेरे बदन के कपडे फाड़ दिये. मैंने भी नाटक कर के अपने बदन को छिपा रही थी जैसे. उसने फिर मेरे बूब्स को पकडे और बोला, वाह सच में कमाल के हे तेरे बूब्स तो.

मैंने कहा, अब काम भी कर ले देखते ही मरेगा क्या.

ये सुनते ही उसे गुस्सा आया और उसने मुझे एक कस के चांटा मारा और बोला, साली छिनाल, चल मेरा लोडा चाट.

और जब उसने अपनी पेंट को खोल के अपने लंड को बहार निकाला तो मेरी आँखे खुली की खुली रह गई. एकदम जंगली सांड का होता हे वैसा लंड था उसका. आगे से थोडा टेढ़ा और एकदम मोटा, रंग में शुध्द्ध काला. मैंने अपने मुहं को खोला और उसने मेरे बाल पकड लिए. वो मेरे मुहं को जोर जोर से चोदते हुए मेरे बालों को खिंच रहा था. मुझे दर्द तो हो रहा था लेकिन पोर्न फिल्मो में जैसे लडकियां चुस्ती हे मैं उसके लंड को वैसे एकदम सेक्स अंदाज से चूसने लगी.

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पांच मिनिट तक उसके लंड को चूसा और फिर उसने मुझे उठा के बेड में पटक दिया. फिर वो मेरे ऊपर आ गया और मेरे बूब्स को जोर जोर से चूसते हुए उन्हें दबाने भी लगा. उसके मुहं से बीडी की तीखी स्मेल आ रही थी. लेकिन असली देसी स्टाइल का सेक्स मुझे खूब भा रहा था अभी. उसने मेरी चूत के ऊपर अपने लंड को लगा के बिना की ताकीद के ऐसा झटका दिया की मेरी चूत में दर्द की आंधी आ गई. पति से मैंने चुदवाये हुए कुछ महीनो से भी ऊपर हो गया था. और आज मेरी चूत की गलियों में फिर से लंड की बस्ती हुई थी. उसने मुझे गले के ऊपर चूमा और अपने लंड को पूरा अन्दर कर दिया. मेरी हालत दर्द और डर से खराब थी. लेकिन इतने बड़े लंड से चुदने की वासना के आगे वो कम ही लग रहा था.

कुछ देर में इस रिक्शेवाले का लंड मेरी चूत को तार तार करते हुए चोद रहा था. मैं आह्ह अह्ह्ह कर रही थी और वो मेरे बालों को नोंचता था, तो कभी मुझे इधर उधर चूमता था. उसने मेरे बूब्स और गले के हिस्से को इतने लव बाईटस दे दिए थे की सब लाल लाल हो गया था. और पेनिस को वो पूरा कस कस के अन्दर तक मार के मुझे ठोक रहा था.

दोस्तों कहानी अभी पूरी नहीं हुई हे. वो रिक्शावाला सच में एक असली मर्द था. उसने मेरी गांड भी मारी. रिक्शावाले के साथ एनाल सेक्स की कहानी आप कुछ देर में पढना न भूले इसी साईट के ऊपर!

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