अचानक हुई भाभी देवर की चुदाई

हाय दोस्तों, ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है।

मेरा नाम लव (२४ साल) है, और मैं गुजरात नवसारी का रहने वाला हूँ। मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ, और दिखने में भी अच्छा हूँ।

बात तब की है, जब मैं कॉलेज खत्म करके अपने भाई के घर पर गया हुआ था। मेरे भाई की शादी को ४ साल हो चुके थे, लेकिन कोई बेबी नहीं था उनका। मेरी और भाभी की बहुत बनती थी। वो दिखने में एकदम माल लगती थी।

भाभी के बड़े-बड़े बू**्स, पतली कमर, और बाहर निकली हुई गां** थी। मेरा मन करता था कभी मौका मिले तो मैं उनको चो**कर माँ बनने का सुख दूँगा, क्योंकि भाई में थोड़ी कमी थी।

एक दिन की बात है। मैं टीवी देख रहा था, और भाई जॉब पे गए हुए थे। भाभी रसोई में काम कर रही थी। थोड़ी देर बाद भाभी भी मेरे साथ आके बैठ गयी। उस दिन भाभी ने लाइट ब्लू कलर की साड़ी पहनी थी। उसमें वो क़यामत ढा रही थी, और हम मूवी देख रहे थे।
उतने में मूवी में रोमांटिक सीन आ गया, और हम एक-दूसरे को देख के शरमा गए। फिर थोड़ी देर बाद जैसे ही मेरी नज़र भाभी से मिली, वो थोड़ा गरम हो गई थी, और मेरी तरफ़ ही देख रही थी।
वो मेरे और क़रीब आ कर बैठ गई, और हाथ मेरे पैर पर रख दिया। उनके हाथ लगते ही मेरे लुंड में हलचल होने लगी। ये बात उन्हें भी पता चल गई। अब हम दोनों बहुत गरम हो गए थे, और उन्होंने अचानक मुझे किस कर दिया।

मैं कुछ कर पाता उतने में उन्होंने मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल दी। फिर मैं भी उन्हें किस करने लगा। मैंने फिर भाभी से अलग हो कर कहा-

मैं: भाभी ऐसा मत करो। भाई को पता चल जाएगा तो दिक्कत हो जाएगी।

भाभी ने अपना पल्लू हटा के बोला: क्या मैं आपको पसंद नहीं हूँ? आपके भाई से कुछ नहीं होता है, और वो थोड़ा उदास हो गई।

मैंने कहा: पसंद हो, लेकिन भाई!

इतना कहते ही भाभी ने वापस किस कर दिया।

मैं: भाभी मेरा पहली बार है। मैंने इससे पहले किसी लड़की को छुआ भी नहीं है।

भाभी: ओके।

फिर उन्होंने मेरा लोअर के अंदर हाथ डाल दिया, और लोअर उतार दिया। मेरे लंड को देख कर भाभी बोली-

भाभी: देवर जी, कितना बड़ा और मोटा है आपका। आपके भाई का तो छोटा है, और उनका जल्दी निकल जाता है।

मैं: आपको पसंद आया?

भाभी: हाँ।

और वो सहलाने लगी। फिर उन्होंने थोड़ी देर बाद लंड को मुँह में ले लिया, और एक रंडी की तरह उसको चूसने लगी। वो जीभ को मेरे लंड पर घुमाने लगी। मेरा पहली बार था, तो थोड़ी देर चूसने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था।

मैं: भाभी मेरा निकलने वाला है, हट जाओ।

उन्होंने मेरी नहीं सुनी, और मेरा पानी उनके मुँह में ही निकल गया। फिर मेरे पास आ कर मेरे को किस करने लगी।

भाभी: मज़ा आया।

मैं: हाँ। भाभी आप अपने बूब्स दिखाओ मुझे।

फिर उन्होंने वहीं पर अपनी साड़ी निकाल दी। वो अभी ब्रा पैंटी में थी। मैंने पहली बार किसी लड़की को इस तरह देखा था, तो मेरे मुँह खुला ही था।

भाभी मेरे को देख के बोली: क्या हुआ?

मैं: आप तो बहुत खूबसूरत लग रही हो। ब्रा भी उतारो ना।

भाभी: खुद ही निकाल लो।

मैं भाभी की ब्रा खोलता हु, तो देखता ही रह जाता हु। उनके बड़े-बड़े गोरे-गोरे बूब्स एक-दम मेरे सामने थे, और मैं कंट्रोल नहीं कर पाता हु। मैं एक-दम से उनके एक बूब को चूसने लग जाता हु, और दूसरे को दबाने।

भाभी: आराम से, मैं कहीं भागी नहीं जा रही हु।

मैं: हाँ लेकिन आप हो ही इतनी खूबसूरत कि मैं कंट्रोल नहीं कर पा रहा हु।

फिर थोड़ी देर बूब्स चूसने के बाद भाभी खड़ी हो गयी, और अपनी पैंटी निकाल दी।

मैं: भाभी आपकी चूत मस्त और क्लीन है।

भाभी: तुमने जब कॉल करके बताया था उसी दिन की है।

मैं: तो आपका पहले से ये प्लान था मुझसे चुदने का?

भाभी: हाँ, क्योंकि आपके भैया ठीक से कर नहीं पाते है, मैं प्यासी रह जाती हूँ।

मैं: आई लव यू भाभी।

भाभी: लव यू टू देवर जी।

उतनी देर में मेरा फिर से खड़ा हो गया था। फिर भाभी ने मेरे को लिटा दिया, और वो खुद मेरे लंड को अपनी चूत पर एडजस्ट करके बैठने लगी। मुझे थोड़ा दर्द हुआ तो मेरी आवाज़ निकल गयी।

भाभी: क्या हुआ?

मैं: कुछ नहीं।

फिर भाभी आराम से मेरे लंड पर बैठ गयी। लेकिन उनके फेस से पता चल रहा था कि उनको दर्द हो रहा था। वो थोड़ी देर वैसे ही बैठी रही। फिर वो आगे-पीछे होने लगी, और मुझे भी मज़ा आने लगा।

भाभी: कैसा लग रहा है देवर जी?

मैं: मजा आ रहा है।

फिर उन्होंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। थोड़ी देर बाद वो उठ गयी, और बोली-

भाभी: अब आप मेरे ऊपर आ जाओ।

मैं उनके ऊपर चढ़ गया, और लंड चूत में डाल के एक ज़ोर से शॉट मारा। मेरा लंड एक बार में उनकी चूत में घुस गया तो भाभी आह्ह्ह्ह करके चिल्ला पड़ी और बोली आराम से करो।

मैं: क्यों आपको दर्द हो रहा है?

भाभी: थोड़ा-थोड़ा, क्योंकि आपका बहुत बड़ा है।

फिर मैंने थोड़ी देर आराम-आराम से किया। उसके बाद जब उन्हें भी मजा आने लगा, तब मैं उन्हें ज़ोर-ज़ोर से चोदना चालू कर देता हु, और वो भी सिसकारियां भर रही थी।

भाभी आह ओह्ह कर रही थी। थोड़ी देर चोदने के बाद मैं भाभी को डॉगी-स्टाइल में चोदता हु। 10 मिनट के बाद जब मेरा निकलने वाला था, तो मैंने कहा-

मैं: भाभी कहाँ निकालूँ?

भाभी: मेरे अंदर ही निकाल दो देवर जी, और मेरा भी होने वाला है।

फिर थोड़ी देर करने के बाद मेरा और भाभी का पानी साथ में निकल गया, और हम एक-दूसरे से चिपक कर वैसे ही पड़े रहे थोड़ी देर।

मैं: मज़ा आया आपको।

भाभी: हाँ पहली बार में आपने इतना अच्छा किया है। लगता है आप झूठ बोल रहे थे कि आपका पहली बार है।

मैं: नहीं, ये मेरा पहली बार ही है।

भाभी: ठीक है।

मैं: भाभी क्या आप मुझे सिखाओगी कि लड़की को कैसे खुश करते हैं?

भाभी: हाँ, लेकिन मेरा एक काम करना पड़ेगा।

मैं: ठीक है, लेकिन क्या काम है?

भाभी: मुझे प्रेग्नेंट करना पड़ेगा आपको।

मैं: ठीक है।

फिर एक बार हमने और चुदाई की। इस बार भाभी का दो बार पानी निकल गया। उसके बाद हमने कपड़े पहन कर नाश्ता किया, और बैठ के टीवी देखने लगे।

उम्मीद करता हूँ कि आप लोगों को मेरी ये पहली बार सेक्स करने की स्टोरी पसंद आएगी। और पसंद आई हो तो बताना। फिर मैं आपको बताऊंगा कि कैसे भाभी ने मुझे सेक्स करना सिखाया, और मैंने उन्हें बच्चे का सुख दिया। थैंक यू दोस्तों।

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